कालका से रवाना हुई बिहार की दूसरी रेलगाड़ी 1367 प्रवासी मजदूर लोटे अपने वतन
कालका/पंचकूला 26 मई। भारत माता की जय एवं वन्दे मातरम् के जय घोष और जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट के साथ कालका से रवाना हुई दरबंगा के लिए दुसरी रेलगाड़ी। लगभग 1367 प्रवासी मजदूर सवार होकर अपने वतन को लोटे।
एसडीएम राकेश संधु डीआरओ रामफल कटारिया व तहसीलदार वीरेन्द्र गिल जोगेंद्र सिंह ने दिखाई हरी झण्डी। जिला सेे प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक भेजने के लिए जिला के विभिन्न क्षेत्रों से एकत्र करके बसों में कालका रेलवे स्टेशन पर ले जाया गया। इसके बाद उन्हें दरबंगा व कटिहार आदि के लिए रेलगाड़ी में रवाना किया गया।
रेलगाड़ी में छपरा, मोतीहारी, गोपालगंज, मधुवनी, सुपौल, सिवान, अररिया, पूर्णिया, सहारसा, खगड़िया, दरबंगा, समस्तीपुर, पटना आदि आसपास के रहने वाले प्रवासी मजदूरों के परिवारों को भेजा गया है। इनमे 10 साल से छोटे बच्चो को गणना में शामिल नही किया गया।
पंचकूला से दरबंगा कटिहार के लिए चलने वाली रेलगाड़ी में पहले सभी प्रवासी मजदूरों के रेलवे स्टेशन पर सेनीटाईजर से हाथ धुलवाए गए और उसके बाद पानी, भूने हुए चने एवं भोजन के पैकेट प्रदान किए गए। इसके अलावा छोटे बच्चों के लिए फ्रूटी की विशेष व्यवस्था की गई। इस दौरान प्रवासी मजदूरों के मन में खुशी का आलम था।
प्रवासी मजदूरों के लिए जिला प्रशासन की और से प्रवासी मजदूरों के लिए निशुल्क रेलगाड़ी की टिकेट प्रदान की गई । पंचकूला के आस पास के प्रवासी मजदूरों का ताऊ देवीलाल स्टेडियम में स्क्रेेनिंग एवं मेडिकल की गई। इसी प्रकार कालका, पिजौर, सकेतड़ी क्षेत्र के प्रवासी मजदूरों की स्क्रेनिंग एवं मेडिकल का कार्य उनके नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों में किया गया। उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि रेलगाड़ी में बैठाने से पूर्व उन्हें जिला के विभिन्न शैल्टर होम से बसों में उचित दूरी का पालन करते हुए कालका रेलवे स्टेशन पर ले जाया गया। उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक जाने के लिये किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिये प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किये गये।
उपायुक्त ने बताया कि कालका ले जाने से पूर्व बसों को पूर्ण रूप से सेनिटाईज किया गया। जिला के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात इन्सिडेंट कमांडरों के माध्यम से इन प्रवासी मजदूरों को समय पर सूचित कर स्क्रेनिंग एवं मेडिकल जांच करने का कार्य किया गया। इस प्रकार दो रेलगाड़ियों के माध्यम से 2700 प्रवासी मजदूरों को अपने प्रदेश भेजा जा चुका है। इसके अलावा पंचकुला से यूपी के अधिकांश मजदरों को भी बसो में भेजा गया है।
इस अवसर पर भगत सिंह, विशाल सैनी, एन के पायल सहित कई इंसीडेंट कमाण्डर एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
Hindi News से जुड़े अपडेट और व्यूज लगातार हासिल करने के लिए हमारे साथ फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल पर जुड़ें!