राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक के कुशल नेतृत्व में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस मनाया गया।

ऑनलाइन प्राकृतिक चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

रोगमुक्त, दवामुक्त, नशामुक्त जीवन के लिए कारगर है प्राकृतिक चिकित्सा – डॉ जयदीप आर्य
 
पंचकूला, 17 नवंबर

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प्राकृतिक चिकित्सा को माँ एवं योग को पिता के रूप में यदि हम स्वीकार करेंगें तो हम पूर्णत: रोगमुक्त हो सकते हैं |
हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हरियाणा योग आयोग का लक्ष्य है रोगमुक्त, दवामुक्त और नशामुक्त हरियाणा | इस निमित हम प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग चिकित्सा के चिकित्सकों का पंजीकरण आरम्भ कर रहे हैं | उन्होंने कहा कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अपनाने से आपके परिवार का स्वास्थ्य बजट ¼ हो जाएगा और कार्यक्षमता दोगुनी होगी, धन- समृधि दोगुनी होगी | डॉ आर्य ने सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा भारतीय संस्कृति की मूल देन है | रोगों के रोकथाम में प्राकृतिक चिकित्सा अत्यंत लाभदायक है | इसे आगे बढ़ाने में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का योगदान सराहनीय रहा है | वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री एवं योगऋषि स्वामी रामदेव जी का योगदान प्रशंसनीय है |  
आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के माननीय रजिस्ट्रार डॉ नरेश भार्गव जी भी इस कार्यक्रम में जुड़े और उन्होंने हरियाणा योग आयोग द्वारा योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र किये जा प्रयासों की सराहना की और बताया कि इन प्रयासों से योग आम जन तक पहुँच रहा है और भारी संख्या में व्यक्ति इससे जुड़ रहे हैं |  
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस (18 नवम्बर) के उपलक्ष्य में हरियाणा योग आयोग द्वारा जिला आयुष विभाग के सहयोग से दिनांक: 17 नवम्बर 2023 को प्रात: 11 बजे से दोपहर 2 बजे राज्य स्तरीय ऑनलाइन प्राकृतिक चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन ज़ूम एप एवं हरियाणा योग आयोग के ऑफिसियल फेसबुक पेज के माध्यम से किया गया, जिसमें लगभग 10 हजार प्रतिभागी जुड़े | इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला आयुष अधिकारी, सभीआयुष चिकित्सक, आयुष योग सहायक, आयुष विश्वविद्यालय के विद्यार्थीगण एवं योग और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य कर रही विभिन्न गैर –सरकारी संस्थाओं के विद्वान चिकित्सक शामिल रहे | कार्यक्रम का शुभारम्भ मंत्र पाठ के साथ किया गया | प्राकृतिक चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों डॉ विजता आर्य, डॉ विनोद कुमार, डॉ होशियार सिंह हुड्डा, डॉ राजेंद्र वर्मा, डॉ शालू गुप्ता आदि विद्वान वक्ताओं ने कार्यक्रम में प्रेक्टिकल/ ऑडियो विजुअल प्रशिक्षण प्रदान किया गया |  
सोहना, गुरुग्राम से डॉ विजाता आर्य जी ने शरीर एक, रोग एक, उपचार एक पर वक्तव्य देते हुए प्राकृतिक चिकित्सा के प्रायौगिक रूप को दर्शाया, कुरुक्षेत्र से डॉ विनोद कुमार जी ने प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से फेफड़ों सम्बन्धी समस्या की चिकित्सा, कैथल से डॉ होशियार सिंह हुड्डा जी ने उच्च रक्तचाप व हृदय रोगों में प्राकृतिक चिकित्सा की भूमिका, सिरसा से डॉ राजेन्द्र वर्मा जी ने प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा रीड हड्डी के रोगों का सरल, सुलभ एवं दवा मुक्त उपचार बताया एवं गुरुग्राम से डॉ शालू गुप्ता जी ने मधुमेह रोग में प्राकृतिक चिकित्सा की भूमिका विषयों पर ज्ञानवर्धक वक्तव्य दिया | कार्यक्रम के संयोजक के रूप में  झज्जर से वरिष्ठ प्राकृतिक चिकित्सक डॉ मदन मानव जी ने भूमिका निभाई |
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन एवं शांति पाठ के साथ किया गया |

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