एसडीएम ने विश्व आर्द्रभूमि दिवस-2025 के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय आर्द्रदिवस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में करी शिरकत
-आद्रभूमियों की रक्षा हम सभी का नैतिक कत्र्तव्य-एसडीएम
-श्री कटारिया ने क्विज व पेंटिंग में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को किया सम्मानित
पंचकूला, 1 फरवरी- एसडीएम चंद्रकांत कटारिया ने आज विश्व आर्द्रभूमि दिवस-2025 के उपलक्ष्य में टिक्करताल लेक रिजोर्ट मोरनी पर आयोजित राज्य स्तरीय आर्द्रदिवस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की और कहा आद्रभूमियों की रक्षा हम सभी का नैतिक कत्र्तव्य है। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमारे जीवन और हमारे ग्रह के स्वास्थ्य में आर्द्रभूमियों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरुकता बढ़ाने और जश्न मनाने के लिए समर्पित है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में नगराधीश श्री विश्वनाथ ने शिरकत की, टिक्करताल हिल्स के प्रिंसीपल उर्मिल रंगा व वैट लेंडस एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारी महेंद्र शर्मा, निजी सचिव श्रीमती कमला भी उपस्थित थी।
उन्होंने कहा कि वर्ष-2025 की थीम हमारे साझा भविष्य के लिए आर्दभूमियों की रक्षा इन कीमती पारिस्थितिक चर्चा की रक्षा करने की तत्काल आवश्यकता के साथ गूजती है। उन्होंने कहा कि आर्द्रभूमियों जिनमें दलदल पोखर, मैंग्रोव और बाढ़ के मैदान शामिल है, केवल पानी से ढकी हुई भूमि नहीं हैं। वे गतिशील और परस्पर जुड़े पारिस्थितिक तत्र हैं जो प्रकृति और मानवता दोनों को कई तरह के लाभ प्रदान करते हैं।
श्री चंद्रकांत कटारिया ने बताया कि आर्द्रभूनियाँ जैव विविधता के हॉटस्पॉट हैं जो पौधों और जानवरों के जीवन की एक अविश्वसनीय सरणी का समर्थन करती है। ये प्राकृतिक फिल्टर के रूप में कार्य करती हैं हमारे पानी को शुद्ध करती हैं और हमारे भूजल की आपूर्ति को फिर से भरती हैं। वे बाढ़ नियंत्रण में महत्वपूर्ण हैं, अतिरिक्त पानी को अवशोषित करती हैं और विनाशकारी बाढ़ के खतरे को कम करती हैं। इसके अलावा, आर्दभूमियों कार्बन की भारी मात्रा में भंडारण करके जलवायु परिवर्तन शमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने बताया कि उनके महत्व के बावजूद आर्दभूनियों खतरनाक दर से गायब हो रही है। कृषि शहरीकरण और प्रदूषण के लिए जल निकासी जैसी मानवीय गतिविधियों इन महत्वपूर्ण पारिस्थितिक तत्रों को नष्ट कर रही हैं। जिसका परिणाम भयानक हैं जिनमें जैव विविधता का नुकसान बाढ़ में वृद्धि, पानी की कभी और जलवायु परिवर्तन का बढ़ना शामिल है।
उन्होंने कहा कि विश्व आर्द्रदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में हम सभी आर्द्रभूमियों की रक्षा और पुनस्थापना के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करें। हमें इन रासाधनों के बुद्धिमानी उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए टिकाऊ प्रथाओं को लागू करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। सरकारी समुदायों और व्यक्तियों सभी को वर्तमान और भविष्य की पीढियों के लाभ के लिए आर्द्रभूमियों के सरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
उन्होंने सभी से साझा भविष्य के लिए आर्द्रभूमियों की रक्षा के विषय को अपनाने और इन अमूल्य पारिस्थितिक तत्रों की रक्षा के लिए बढचढकर भाग लेने की अपील करी। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर काम करके सभी के लिए एक स्वस्थ ग्रह सुनिश्चित कर सकते हैं।
आर्द्रदिवस कार्यक्रम में पेंटिंग और क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन करवाया गया। इस प्रतियोगिता में सार्थक सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-12ए व टिक्करताल हिल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने भाग लिया। श्री चंद्रकांत कटारिया ने क्विज प्रतियोगिता में प्रथम सातवीं क्लास की छात्रा विशाखा, 11वीं क्लास की शिवांस के छात्र द्वितीय और डेविड टिक्करताल के छात्र को तृतीय आने पर मोमेंटो देकर सम्मानित किया। उन्होंने पेंटिंग प्रतियोगिता में सार्थक स्कूल की छात्रा प्रतिज्ञा को प्रथम आने व सार्थक स्कूल की छात्रा गगन व टिक्करताल हिल्स की छात्रा रूचि को तृतीय आने पर मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व एसडीएम व नगराधीश श्री विश्वनाथ ने लेक रिजोर्ट के प्रांगण में पौधारोपण भी किया। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के साथ साथ पौधें की सुरक्षा भी बहुत जरूरी है।
राज्य स्तरीय आर्द्रदिवस कार्यक्रम में नगराधीश श्री विश्वनाथ ने बच्चों को सरल ढंग से आर्द्रदिवस के लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी व इसकी रक्षा के लिए भी बढचढकर भाग लेने की अपील की, इस मौके पर नगराधीश ने बच्चों से आर्द्रदिवस के बारे में सवाल भी पूछे और बडे ही सरल ढंग से उनके जवाब दिए।
राज्य स्तरीय आर्द्रदिवस कार्यक्रम में टिक्करताल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के वाईस प्रिंसीपल सुभाष शर्मा ने बेहतरीन अंदाज में एंकरिंग की।
इस अवसर पर प्रथम क्लास की छात्रा रिद्धि शर्मा ने देशभक्ति कविता प्रस्तुत कर सभी की तालियां बटोरी। मुख्यातिथि श्री चंद्रकांत कटारिया ने रिद्धि को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में सार्थक स्कूल व मोरनी हिल्स के बच्चों ने स्वागत गान की बेहतरीन प्रस्तुति दी। राज्य स्तरीय आर्द्रदिवस कार्यक्रम में लगभग 150 बच्चों व आगुंतक, पर्यावरण, शिक्षा विभाग के अध्यापकों व अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
इस अवसर पर वैट लेंड एवं पर्यावरण विभाग के पिं्रस, कुलदीप, रमेश कटारिया, सुनील भारद्वाज, सार्थक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के अध्यापक भीम सिंह, कला अध्यापक कृति सहित गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।