ऋण के आवेदनों पर सकारात्मक दृष्टिकोण से त्वरित कार्यवाही हो : अतिरिक्त उपायुक्त सुशील कुमार
-तिमाही समीक्षा बैठक में बैंक अधिकारियों ने प्रस्तुत किया लेखा-जोखा
अतिरिक्त उपायुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिले के सभी बैंकों के अधिकारियों की जिला स्तरीय बैंक समीक्षा बैठक की तिमाही मीटिंग हुई। इसमें विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में बैंक वाइज उनकी प्रगति की समीक्षा की गई।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत प्राप्त ऋण संबंधी आवेदनों का शीघ्र निपटारा किया जाए। बिना किसी उचित कारण के किसी आवेदन को रद्द न किया जाए तथा इन आवेदनों पर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए लाभपात्रों के ऋण मंजूर किए जाएं, ताकि सरकार की योजना के अनुरूप गरीब परिवार का उत्थान कर उन्हें मुख्यधारा में लाया जाए सके। उन्होंने कहा कि बैंकों का कर्तव्य बनता है कि उनके ऋण जल्द से जल्द मंजूर किए जाएं। किसी मामूली शर्त के अभाव में इन आवेदनों को अस्वीकार न किया जाए, बल्कि लाभार्थी से संपर्क कर उसके आवेदन से संबंधी शर्तों को पूरा करवाएं व उन्हें योजना का तुरंत लाभ देना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिन बैंकों का प्रदर्शन बेहतर नहीं था, उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार के भी निर्देश दिए।
मुख्य अग्रणी बैंक अधिकारी सुनील कुकरेजा ने बताया कि कृषि ऋण के 18 प्रतिशत लक्ष्य पर 60 प्रतिशत की प्राप्ति की गई। ऋण जमा अनुपात 60 प्रतिशत के राष्ट्रीय लक्ष्य को पार करते हुए 102 प्रतिशत का प्राप्ति की, जोकि पिछले वर्ष के मुकाबले में 3 प्रतिशत ज्यादा रही। उन्होंने डिजिटल बैंकिंग को अधिक से अधिक बढ़ावा देने का आह्वान किया। पंजाब नेशनल बैंक मंडल प्रमुख सिरसा सतपाल मेहता ने बैंक की उपलब्धियों के बारे में बताया और बैंकों से आए प्रतिनिधियों को बैंक से संंबंधी कार्य के अपडेट दस्तावेज सहित उपस्थित होने को कहा। उन्होंने कहा कि जिन बैंक शाखाओं के पास नाबार्ड स्कीम से संबंधित ऋण आवेदन पेंडिंग पड़े हैं, उन्हें निर्धारित समय में निपटान कर अपने लक्ष्य की प्राप्ति करें।