उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि कोरोना के चलते लोकडाउन के दौरान सरकार की हिदायतों अनुसार जिला के लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए मोबाईल डिस्पेंसरियां शुरू की जाएगी ताकि नागरिकों को उनके घर द्वार पर ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके।

पंचकूला 12 अप्रैल- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि कोरोना के चलते लोकडाउन के दौरान सरकार की हिदायतों अनुसार जिला के लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए मोबाईल डिस्पेंसरियां शुरू की जाएगी ताकि नागरिकों को उनके घर द्वार पर ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके।
उपायुक्त जिला के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर विचार विमर्श कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला में सबसे पहले मिले दोनांे पोजिटिव मामले चिकित्सकों केे प्रयासों से नेगेटिव हो गए हैं और उन रोगियों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने कड़ी मेहनत से कार्य किया है और वे इसमें सफल हुए है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक बधाई के पात्र है। उन्होंने आशा जताई कि जिला के तीन अन्य मामलों में भी हम सफलता हासिल करेंगें और जिले को शीघ्र ही कोरोना मुक्त कर मानवता पर आए सकंट से निजात दिलाएंगें।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश कि वे मोबाईल डिस्पेंसरियां शुरू करने के लिए पूरे जिला की मैपिंग करें। इसमें यह सुनिश्चित करें कि मोबाईल डिस्पेंसरी सुबह व सांयकाल के समय अलग अलग क्षेत्रों में पहंुचे। इस प्रकार जिला का प्रत्येक क्षेत्र मोबाईल डिस्पेंसरी से कवर होना चाहिए और प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य सेवाएं भी आसानी से सुलभ हों सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विस्तार से शैडयूल बनाया जाए।
उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक मोबाईल डिस्पेंसरी में आशा वर्कर, फार्मेसिस्ट के अलावा चिकित्सक भी नियुक्त किए जाए। इसके अलावा प्रत्येक मोबाईल डिस्पेंसरी में पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाईयां भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं की सेवाएं भी ली जाए जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि स्वास्थ्य लाभ हर व्यक्ति को अवश्य मिले। उन्होंने महाप्रबंधक हरियाणा रोड़वेज को मोबाईल डिस्पेंसरी हेतू पर्याप्त संख्या में मिनी बसें उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सिविल सर्जन डा. जसजीत कौर को निर्देश दिए कि जिला में टेलि-मेडिसिन की सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएं। इसके लिए स्टाफ को विशेषकर प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने सिविल सर्जन को जिला में मास्क बनाने वालों की पहचान कर उनसे तालमेल करने के निर्देश दिए ताकि आवश्यकता अनुसार उनसे मास्क बनवाए जा सकें। बैठक में सिविल सर्जन ने बताया कि आशा वर्कस, नर्सिस, पैरा मैडिकल स्टाफ, आईएमए को जूम एप के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
Hindi News से जुड़े अपडेट और व्यूज लगातार हासिल करने के लिए हमारे साथ फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल पर जुड़ें!