उपायुक्त ने जेएनवी मौली में तीन दिवसीय 31वीं राष्ट्रीय खो-खो प्रतियोगिता का किया शुभारंभ
-खिलाड़ी खेल भावना से खेले और दें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन -उपायुक्त
-उपायुक्त को सम्मान में मिला शाॅल उदारता दिखाते हुए बैग पाईप बैंड के कमांडर धीरज की माता को सम्मान स्वरूप भेंट किया
पंचकूला, 20 सितंबर- उपायुक्त श्री सुशील सारवान ने आज जिले के गांव मौली स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में तीन दिवसीय 31वीं राष्ट्रीय खो-खो प्रतियोगिता का मशाल जलाकर शुभारंभ की घोषणा की। उन्होंने खिलाड़ियों से आह्वान किया कि वे हार जीत की प्रवाह किए बिना खेल भावना से खेले और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।

इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में संबोधित करते हुए उपायुक्त ने खिलाड़ियों के साथ अपने अनुभव सांझा किए। उन्होंने कहा कि आज वे आज जो कुछ भी है वे अपने माता पिता और शिक्षकों की बदौलत है। उनकी अच्छी शिक्षा और संस्कार से ही उन्हें उच्च पदों पर लोगों की सेवा का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि शिक्षक और गुरू हमेशा अपने विद्यार्थियों का भला चाहते है और वे हर विद्यार्थी को शिक्षित कर इस काबिल बनाते है कि वह आगे चलकर सफल आदमी बने और अपने समाज व देश के नवनिर्माण में अपना योगदान दें सके। उन्होंने बताया कि मेहमाननवाजी में हरियाणा की एक अलग पहचान है और आज देश के लगभग सभी हिस्सों से खो-खो प्रतियोगिता में खिलाड़ी भाग लें रहे है। हम भाग्यशाली है कि पंचकूला को उनकी मेहमाननवाजी का मौका मिला हैं। उपायुक्त ने इस मौके पर सभी टीमों के खिलाड़ियों की मार्च पास्ट की सलामी ली।
इस अवसर पर नवोदय विद्यालय की छात्राओं ने बेहतरीन हरियाणावी डांस, गरबा डांस और समूह गान प्रस्तुत करके सभी की तालियां बटौरी। धीरज के नेतृत्व में जेएनवी सुरतगढ़ के बैग पाईप बैंड ने अपनी शानदार प्रस्तुति से मुख्यातिथि श्री सुशील सारवान व वशिष्ठ अतिथि विजय पुरौहित का मन मोह लिया।
उपायुक्त ने उदारता दिखाते हुए जेएनवी मौली के प्रिंसीपल रूपचंद द्वारा उन्हें भेंट की गई शाॅल को बैग पाईप बैंड के कमांडर श्री धीरज को उनकी माता के लिए सम्मान स्वरूप भेंट किया। उन्होंने खो खो की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लें रहे भोपाल, चंडीगढ़,हैदराबाद, जयपुर, लखनउ, पटना, पूणे और शिलांग रिजन के 650 खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी और उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
नवोदय विद्यालय मौली के प्रिंसीपल श्री रूपचंद ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय तमिलनाडु को छोड़कर पूरे भारत के प्रत्येक जिले में 661 जेएनवी सफलतापूर्वक चल रहे है जहां विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्वक शिक्षा के साथ साथ खेलो में भी निपूण किया जा रहा है। जेएनवी पंचकूला 1995 में शुरू हुआ था। आज नवोदय विद्यालय हर क्षेत्र में एक ब्रांड बन गया है, चाहे सीबीएसई परिणाम हो, प्रवास के माध्यम से संस्कृति का एकीकरण हो या विविधता में एकता का बात हो। उन्होंने कहा कि सभी जेएनवी में विद्यार्थियों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत आधुनिक गुणवत्ता वाली शिक्षा के साथ साथ खेलों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
इस अवसर पर सुरेंद्र सिंह शेखावत, प्रिंसीपल जेएनवी यमुनानगर संजीव झांझरिया, प्रिंसीपल हनुमानगढ़ श्रीमती गुरूप्रीत कौर, वाईस प्रिंसीपल कुरूक्षेत्रा, रामकुमार, वाईस प्रिंसीपल जेएनवी पंचकूला, दलीप सिंह, टीजीटी हिंदी तरजीत कौर टीजीटी इंग्लिश व आठ टीमों के मैनेजर, संरक्षक अध्यापक, अभिभावक तथा नवोदय के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।