*Commissioner MC Chandigarh reviews key Municipal issues with PGIMER authorities: Asks to clear pending dues within two months*

उपायुक्त ने चिन्हित अपराधों व जिला स्तरीय एनकोर्ड कमेटी की आयोजित बैठक की करी अध्यक्षता

चिन्हित अपराधों की जांच में लाएं तेजी-उपायुक्त

नशे के दूष्प्रभाव के बारे में युवाओं को करें जागरूक

पंचकूला, 30 अक्टूबर

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उपायुक्त सतपाल शर्मा ने निर्देश दिए कि जिला में दर्ज संगीन अपराधों की जांच में तेजी लाई जाए और मामलों की गहनता और निष्पक्षता से जांच करके कानून के दायरे में अपराधियों को सजा दिलवाना सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने नशे के खिलाफ अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।

उपायुक्त ने ये निर्देश आज लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित चिन्हित अपराधों व नशीले पदार्थों के उपयोग की रोकथाम के लिये जिला स्तरीय एनकोर्ड कमेटी की आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।

एसीपी दिनेश कुमार ने उपायुक्त को विस्तार से संगीन आपराधिक मामलों के बारे में जानकारी दी। बैठक में 97 पुराने जंघन्य आपराधिक मामले ओर 3 नए एनडीपीएस मामलों पर चर्चा की गई, जिसमें महिलाओं के विरूद्ध अपराध, पासपोर्ट एक्ट, पॉक्सो एक्ट, एनडीपीएस एक्ट से संबंधित मामले शामिल है।

जिला न्यायवादी मनोज वशिष्ट ने उपायुक्त को बताया कि एससी, एसटी के कुछ ऐसे मामलें हैं जिनका निर्णय अभी नही हुआ है। उन मामलों में आगे की तिथि दे दी गई है।

उपायुक्त ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि चिन्हित अपराध में कोर्ट में जाने से पहले अच्छी तरह जांच कर संगीन मामलों की रिपोर्ट तैयार की जाए और की गई कार्रवाही के बारे में उन्हें अवगत करवाया जाए।

श्री सतपाल शर्मा ने निर्देश दिये कि मामलों की जांच प्रक्रिया में तेजी लाकर जल्द से जल्द निपटान किया जाए ताकि पीड़ित को समय पर न्याय मिल सके। जिन संगीन अपराधिक मामलों में आरोप तय हो चुके है, ऐसे मामलों में न्यायालय के माध्यम से अपराधियों को कानून के अनुसार सजा दिलवाना सुनिश्चत किया जाए ताकि आपराधिक प्रवृति के लोगों में कड़ा संदेश जाए तथा वे इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहें।

स्कूलों व काॅलेजों में करे विद्यार्थियो को जागरूक

उपायुक्त ने निर्देश दिए कि स्कूलों, काॅलेजों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में विशेष जागरूकता शिविर लगाकर युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करें। आज के बच्चें हमारा कल का भविष्य है, उन्हें अपराधों एवं नशीले पदार्थों के खिलाफ जागरूक करना बेहद जरूरी है। नशे को रोकने के लिए शिक्षण संस्थानों में जागरूकता शिविर, नुक्कड नाटक या सेमिनार के माध्यम से विद्याार्थियों को जागरूक किया जाए। उपायुक्त ने पुलिस विभाग को शिक्षण संस्थानों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए और नशा बेचने की शिकायत मिलने पर तुरंत सख्त कारवाई करने के निर्देश दिए।

एसीपी ने इस दौरान बताया कि गत दिनों में गांवों और काॅलोनिया, सेक्टरों आदि को मिलाकर लगभग सभी थानों पर डोर टू डोर अभियान चलाया गया है और लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक किया गया हैं। इस दौरान नशे की गिरफत में पाए गए काफी लोगों की काउंसलिंग करवाकर उनका उपचार भी करवाया गया है।

ड्रग कंट्रोलर प्रवीण कुमार ने बताया कि जिले में दवाईयों की दुकानों का लगातार मॉनिटरिंग व निरिक्षण किया जा रहा हैं। इनमें से किसी भी दवाई की दुकान पर नशे का कोई सामान नही मिला।

इस अवसर पर एसडीएम कालका संयम गर्ग, नगराधीश जागृति, डिस्ट्रक्ट अटार्नी मनोज वशिष्ट, डिप्टी सिविल सर्जन संदीप जैन, जिला शिक्षा अधिकारी संध्या मलिक, जिला न्यायालय से सुपरिडेंटेट राहुल, राजकीय महाविद्यालय की प्रिंसीपल डा सीमा सिंह, एडीएफओ अनिता, ड्रग कंट्रोलर प्रवीण कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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