आजादी के अमृत महोत्सव : स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं प्रत्येक खंड में लगाएंगी एक हजार पौधे
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बनाए गए महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रत्येक खंड पर एक हजार पौधे लगाए जाएंगे। इसी कड़ी में जिला के गांव मेहना खेड़ा, मसीतां, मौजगढ़, मटदादू, डबवाली, असीर, चोरमार, पन्नीवाला मोटा, खोखर, मेहनाखेड़ा, नरेलखेड़ा, भावदीन, लंबी, गंगा, तरकांवाली, राजपुरा, डिंग, कुकरथाना, मौचीवाली व बरासरी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने पौधारोपण किया।
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक दयानंद जांगड़ा ने बताया कि जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार ने मार्गदर्शन में यह कार्य करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं आमजन को पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताएंगी तथा आमजन को बरसाती मौसम के मद्देनजर अधिक से अधिक पौधारोपण के लिए प्रेरित करेंगी। उन्होंने बताया कि जिन गांवों में महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन हो चुका है, सभी में पौधारोपण करेंगी तथा पर्यावरण को शुद्ध करने में अपना पूर्ण योगदान दे रही है।
पर्यावरण संतुलन के लिए पौधारोपण जरूरी : राजेश कुमार
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए और मानव जीवन को बचाने के लिए पेड़-पौधे लगाना अति आवश्यक है। पेड़-पौधों के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे कार्बन डाइऑक्साइड गैस लेते है और ऑक्सीजन देते हैं। हरियाली से न केवल वातावरण स्वच्छ होता है बल्कि पर्यावरण संतुलन के लिए भी हरियाली बेहद जरूरी है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देखभाल का भी प्रण लें। पौधारोपण न केवल हमारे बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के लिए लाभकारी है।