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आईटीआई के विद्यार्थियों को अब औद्योगिक क्षेत्रों में दिया जाएगा प्रशिक्षण : सीएमजीजीए सुकन्या जनार्दनन

सिरसा, 4 अगस्त।


                 स्किल डिवेलपमेंट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग (एसडीआईटी) विभाग द्वारा अब विद्यार्थियों के लिए दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली शुरु की गई है जिसके तहत अब आईटीआई के विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्रों में उनकी ट्रेड के अनुसार व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिलवाया जाएगा। इसी कड़ी में स्थानीय राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान द्वारा विभिन्न औद्योगिक ईकाइयों के साथ एमओयू साइन किए गए हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुशासन सहयोग सुकन्या जनार्दनन, जीएम डीआईसी गुरप्रताप सिंह, प्राचार्य आईटीआई (महिला) हरीश चंद्र मौजूद थे।

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                     सीएमजीजीए सुकन्या जनार्दनन ने बताया कि उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण के मार्गदर्शन में जिला में दोहरी प्रशिक्षण प्रणाणी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न उद्योगों के साथ एमओयू किए जा रहे है ताकि छात्रों को प्रशिक्षण के साथ निजी संस्थानों में रोजगार मिल सके। इससे जहां उद्योगों में कामगारों की मांग अनुसार पूर्ति होगी वहीं छात्रों को जिला में ही रोजगार मिल सकेगा। इसमें डीएसटी प्रणाली के तहत अब शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को प्रेक्टिकल ट्रेनिग भी करवाई जाएगी। इसके लिए संस्थान व उद्योग प्रबंधन आपस में तालमेल स्थापित करेंगे जिससे विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक ट्रेनिग भी संभव हो सके, जबकि छात्र की शिक्षा आईटीआई में ही जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण ट्रेनी व औद्योगिक क्षेत्रों में स्किल गैप को कम करने के लिए बहुत सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने बताया कि डीएसटी प्रणाली के तहत विद्यार्थियों को दी जाने वाली इस ट्रेनिंग से पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि छात्रों को उच्च शिक्षा के साथ-साथ रोजगार परक शिक्षा भी मुहैया करवाई जाए जिससे न केवल छात्र स्वयं का रोजगार स्थापित कर सके बल्कि दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करवा सके।

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                     प्राचार्य आईटीआई (महिला) हरीश चंद्र ने बताया कि आईटीआई विद्यार्थियों को उनकी ट्रेड के अनुसार व्यवहारिक प्रशिक्षण दिलवाने के लिए प्राईवेट सैक्टर में औद्योगिक ईकाइयों के साथ एमओयू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जो विद्यार्थी आईटीआई में एक साल के कोर्स कर रहे हैं उन्हें कम से कम 3 माह का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त दो वर्ष के कोर्स में कम से कम 6 माह का प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा।


                     इसी कड़ी में गांव दड़बी में निटवियर एंड गारमेंट सोसायटी दड़बी के साथ समझोता (एमओयू) किया गया है। यहां पर 35 विद्यार्थियों को कटाई, सिलाई व कढाई ट्रेड के व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा स्थानीय बंसल कॉलोनी स्थित हारट्रोन  के साथ भी एमओयू किया गया है। यहां पर 45 विद्यार्थियों को कम्प्यूटर ट्रेड के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी हिसार रोड़ स्थित सालासर प्लाइवूड के साथ कारपेंटर ट्रेड के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिलवाने के लिए तालमेल बनाया गया है, यहां पर 20 विद्यार्थियों के लिए प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त डबवाली रोड़ स्थित एचएसएफ फूड प्रो प्राइवेट लिमिटेड के साथ वैल्डर ट्रेड के विद्यार्थियों के लिए एमओयू किया गया है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में भी कई अन्य औद्योगिक ईकाईयों के साथ समझौता किया जाएगा।


                     इस अवसर पर निटवियर एंड गारमेंट सोसायटी दड़बी के प्रधान रोहताश, एमडी हारट्रोन अरुण मेहता, प्लेसमेंट अधिकारी बुधराम, कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर जितेंद्र व संदीप, सिविंग टैक्रोलॉजी अनीता, पूनम व एसओटी सुनीता मौजूद थे।