अब तक मंडियों में 99356 मीट्रिक टन धान में से 94815 मीट्रिक टन धान का हुआ उठान

अमर शहीद मदन लाल ढींगरा थे महान देशभक्त व धर्मनिष्ठ क्रांतिकारी : चोपड़ा

सिरसा 17 अगस्त।


अमर शहीद मदनलाल ढींगरा का शहीदी दिवस आज सिरसा में दिल्ली पुल स्थित मदन लाल ढींगरा चौक पर श्रद्धापूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन नागरिक परिषद सिरसा द्वारा किया गया था। इस अवसर पर नागरिक परिषद के चेयरमैन जगदीश चोपड़ा व सचिव सुरेंद भाटिया सहित उपस्थित सभी लोगों ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उनकी शहादत को याद किया।

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जगदीश चोपड़ा ने कहा कि उन्होंने कहा कि अमर शहीद मदन लाल ढींगरा महान देशभक्त, धर्मनिष्ठ क्रांतिकारी थे। वे भारत मां की आजादी के लिए जीवन पर्यन्त कष्ट सहन किए परंतु अपने मार्ग से विचलित नहीं हुए। उन्होंने कहा कि ढींगरा के बलिदान ने भारत को नवजीवन दिया। ऐसे शहीदों के बलिदान का देश सदा ऋणि रहेगा। सिरसा के लिए सौभाग्य की बात है कि यहां पर अमर शहीद मदन लाल ढींंगरा की स्मारक स्थापित हैं, जिससे हम प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे दिवस राष्ट्रीय पर्व होते हैं, जिनसे समुचा देश प्रेरणा लेता है। अमर शहीद मदन लाल ढींगरा एक ऐसा नाम है, जिनके साथ मां भारती का स्वाभिमान जुड़ा हुआ है। ऐसे अमर शहीद के जीवन से युवाओं को प्रेरणा लेते हुए देश की बेहतरी का संकल्प लेना चाहिए।

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उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के क्रम में शहीद मदन लाल ढींगरा का बलिदान स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है तथा उनके बलिदान को सदियों तक याद किया जाता रहेगा। उन्होंने कहा कि मदन लाल धींगड़ा को उनकी उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड में भेजा गया परन्तु उनके मन में भारत भूमि के प्रति अत्यन्त प्यार था तथा वे अंग्रेजों की गुलामी से बहुत दुखी थे। उन्होंने बाल्यावस्था में ही इन्कलाब व दूसरे शहीदी परवानों से लगातार सम्पर्क जारी रखा तथा भारत माता को आजाद करवाने में अपना सब कुछ अर्पण करने का मन बनाया। इसी के मद्देनजर उन्होंने अंग्र्रेजी शासकों से बदला लेने के लिए अंग्रेज अधिकारी विलियम हट कर्जन वायली को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। शहीद ढींगरा गोली मारने के बाद भागे नहीं। 23 जुलाई को ढींगरा के प्रकरण की सुनवाई लंदन में हुई और 17 अगस्त को उन्हें फांसी दे दी गई।


नागरिक परिषद के सचिव सुरेंद्र भाटिया ने शहीद मदन लाल ढींगरा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने उपरांत कहा कि शहीद मदन लाल ढींगरा जैसे अनेक क्रांतिकारियों के बलिदान के स्वरूप हमें आजादी मिली, जिसके कारण आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान को समुचा राष्ट्र कभी भुला नहीं सकता है। शहीद मदन लाल ढींगरा ने छोटी सी अल्पआयु में ही देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए देश की आजादी को बनाए रखने की दिशा में अपना योगदान देना चाहिए, यही शहीदों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि शहीद ढींगरा का जीवन युवा पीढी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि मदनलाल ढींगरा भारत माता के महान सपूत थे। उनकी कुर्बानी को देश के लोग कभी भुला नहीं सकेंगे।


इस अवसर पर रतनलाल बामनिया, प्रदीप सचदेवा, रमेश मेहता, जी.एस.मान,दिलीप बिश्नोई, सुनील बहल पार्षद नगर, नारायण पाल सिंह नगर पार्षद, कौशल्या वर्मा नगर पार्षद, सुनील बामनिया, कर्म दुग्गल नगर, मुकेश मेहता जिला पार्षद, संदीप दुग्गल, ललित छिंपा, भवनजीत, निशांत, विक्रम बाल्मीकि, शाम बजाज,रेणु शर्मा,गुरदेव राही, तरुण गुलाटी, भावना शर्मा, सुखविंदर दुग्गल,दिनेश टाटिया, कृष्ण मेहता, हरपिंदर शर्मा, मुकेश मेहता सहित उपस्थित सभी ने शहीद मदन लाल ढींगरा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।