अबकी बार पांच गुणा से अधिक लक्ष्य के साथ होगा पौधा रोपण
-योजना के तहत वर्ष 2021-22 में जिला में लगाए जाएंगे 18 लाख 34 हजार 530 पौधे
-वन विभाग सहित पंचायतों, स्कूलों तथा अन्य विभागों के सहयोग से चलेगा पौधारोपण अभियान
-नागरिक पर्यावरण सरंक्षण के लिए पौधारोपण का लें संकल्प : उपायुक्त
स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ पर्यावरण का होना बहुत ही जरूरी है। कोरोना महामारी में तो पर्यावरण का सरंक्षण करना और भी अधिक जरूरी हो गया है। इसके लिए जरूरी है कि अधिक से अधिक पौधारोपण हो। इसी उद्ेश्य के तहत जिला में आगामी मानसून में पांच गुणा अधिक लक्ष्य के साथ 18 लाख 34 हजार 530 पौधे लगाकर हरियाली को बढाया जाएगा। पिछले वित्त वर्ष में 3 लाख 31 हजार 924 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था। पौधारोपण अभियान में पंचायतों, स्कूलों(खुलने पर) सहित विभिन्न विभागों का सहयोग लिया जाएगा।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि संभावित मानसून के दृष्टिगत वन विभाग ने पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिला में वित्त वर्ष 2021-22 में 1144.32 हैक्टेयर व 210 रनिंग किलोमीटर में 18 लाख 34 हजार 530 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें से एक लाख 32 हजार 910 पौधे स्कूलों में पौधगिरी के तहत दिए जाएंगे। इसी प्रकार जल शक्ति अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्र के लिए 3 लाख 38 हजार पौधे पंचायत विभाग को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पौधारोपण के लिए विभिन्न विभागों को भी 2 लाख पौधे दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि जिला में पौधारोपण के लिए निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए आमजन को जागरूक करते हुए पौधारोपण के लिए जागरूक किया जाएगा। पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए नागरिकों को स्वेच्छा से आगे आते हुए पौधारोपण का संकल्प लेना होगा, तभी एक स्वच्छ पर्यावरण की परिकल्पना को साकार किया जा सकेगा। उन्होंने जिला के लोगों का आह्वान किया कि वे आमामी मानसून में पौधा रोपण अभियान में सहयोग करते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाएं और पर्यावरण सरंक्षण के सहयोगी बनें।
पिछली बार से पांच गुणा अधिक रखा गया लक्ष्य :
इस बार जिला में पौधा रोपण का लक्ष्य पिछली बार से पांच गुणा अधिक रखा गया है। पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में 3 लाख 31 हजार 924 पौधे लगाने का लक्ष्य था, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में जिला के लिए 18 लाख 34 हजार 530 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।