हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री ने प्रदेशवासियों से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की करी अपील

हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री ने प्रदेशवासियों से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की करी अपील

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम व वोकल फार लोकल हरियाणा की आर्थिक यात्रा का प्रतीक

For Detailed

पंचकुला, 15 सितंबर- हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्री विपुल गोयल ने अग्रवाल भवन सेक्टर-16 में आयोजित व्यापारी सम्मेलन में मुख्यतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होने प्रदेशवासियों से विदेशी वस्तुओं को छोडकर देश मे बनी स्वदेशी वस्तुओं को  अपनाने की अपील की।

उन्होने कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की आर्थिक यात्रा का प्रतीक है। जब हम सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, वोकल फार लोकल और जीएसटी जैसे विषयों पर बात करते हैं, तो यह केवल नीतियों की चर्चा नहीं है, यह करोड़ों भारतीयों के सपनों और भविष्य की चर्चा है।

वोकल फार लोकल आत्मनिर्भर भारत का स्तंभ है-

उन्होने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जब आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया, तो उसके तीन बड़े स्तंभ रखे गए वोकल फार लोकल, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम की मजबूती और ईज आफ डूंईग बिजनेस पर आज हमें गर्व है कि पिछले दस वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था ने दुनिया को चैंकाने वाले परिणाम दिए हैं। आईएमएफ और वल्र्ड बैंक कह रहे हैं कि भारत ही विश्व अर्थव्यवस्था का इंजन है। 2024-25 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 7 प्रतिशत से अधिक है, जो दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे आगे है। और यह सब इसलिए संभव हुआ है मोदी सरकार ने नीतियों में साहसिक फैसले लिए।

वोकल फोर लोकल की सफलता

उन्होने कहा कि वोकल फोर लोकल केवल एक नारा नहीं, बल्कि यह करोड़ों भारतीयों की आत्मा से जुड़ा हुआ अभियान है। मोदी जी ने कहा कि हमें केवल लोकल उत्पादों को खरीदना ही नहीं है, बल्कि उन्हें प्रमोट करना है, उन्हें ग्लोबल बनाना है। इसका असर साफ दिखाई देता है। आज खादी का टर्नओवर 1.3 लाख करोड़ रुपये पार कर चुका है, जो 2014 में सिर्फ 32 हजार करोड़ था। हस्तशिल्प और हैंडलूम का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा मिलेगा (श्री अन्न) निर्यातक बन चुका है। यह सब वोकल फोर लोकल की ही सफलता है।

मोदी सरकार में ही सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम को सुरक्षा और सम्मान मिला

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, क्षेत्र, जिसे भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहा जाता है, मोदी सरकार के आने से पहले उपेक्षा का शिकार था। छोटे उद्यमियों को न बैंक से लोन मिलता था, न बाजार में स्थान। आज तस्वीर बदल चुकी है। आज देश में 6.3 करोड़ सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम इकाइयाँ सक्रिय हैं, जो 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार दे रही हैं। भारत की जीडीपी में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम  का योगदान लगभग 30 प्रतिशत है और देश के निर्यात में 45 प्रतिशत हिस्सा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम  से आता है। सोचिए, यह केवल एक सेक्टर नहीं है, यह भारत की आर्थिक आत्मनिर्भरता की धड़कन है।

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम को आज वो लाभ मिल रहा है जो पहले केवल बड़ी उद्योगपतियों को मिलता था

उन्होने कहा कि मोदी सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम को सहारा देने के लिए जो कदम उठाए हैं, वे ऐतिहासिक हैं। मुद्रा योजना के तहत अब तक 43 करोड़ से अधिक ऋण दिए जा चुके हैं, जिनमें से 70 महिलाएँ और युवा हैं। आपातकालीन ऋण गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) से कोविड महाम समय 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का समर्थन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम को मिला, जिसने लाखों उद्योगों को बंद होने से बचाया।

जीएसटी कटौती का व्यापक लाभ सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम और वोकल फेर लोकल अभियान को मिलेगा

उन्होने कहा कि  जीएसटी दरों में जो कटौती की गई है, उसका सबसे बड़ा लाभ सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम और वोकल फोर लोकल को मिलेगा। आज आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी सिर्फ 0 प्रतिशत से 5 प्रतिशत तक सीमित कर दिया गया है। यह केवल उपभोक्ता को राहत नहीं है, यह छोटे उद्योगों की खपत और बिक्री को बढ़ाने वाला कदम है। जब उपभोक्ता को सस्ता सामान मिलेगा, तो वह ज्यादा खरीदेगा। ज्यादा खरीद होगी तो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम की मशीनें तेजी से चलेंगी। उत्पादन बढ़ेगा, रोजगार बढ़ेगा और वोकल फोर लोकल को नया बूस्ट मिलेगा। यह कदम ईज आफॅ लिविंग और इर्ज आफ डूंईंग बिजनेस दोनों में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है।

हरियाणा में वोकल फोर लोकल अभियान आगे बढ़ रहा है।

हरियाणा के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम की भूमिका और भी अहम है। हरियाणा की पहचान केवल कृषि से नहीं, बल्कि उद्योग और सेवा क्षेत्र से भी है। आज हरियाणा में 9 लाख से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम इकाइयाँ काम कर रही हैं। ये इकाइयाँ राज्य की जीडीपी में लगभग 35 प्रतिशत योगदान देती हैं और लाखों युवाओं को रोजगार दे रही हैं। चाहे ऑटोमोबाइल सेक्टर हो, आईटी और स्टार्टअप हो, टेक्सटाइल और गारमेंद्र हों, या फिर खेल सामग्री और कृषि आधारित उद्योग, हरियाणा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम  की ताकत से देशभर में अपनी छाप छोड़ रहा है। और इन उद्योगों से वोकल फोर लोकल अभियान आगे बढ़ रहा है।

उन्होने कहा कि आज गुरुग्राम आईटी और स्टार्टअप हब बन चुका है। फरीदाबाद, रेवाड़ी और पानीपत जैसे शहर औद्योगिक विकास की मिसाल हैं। पानीपत का टेक्सटाइल उद्योग, सोनीपत की इंडस्ट्री, करनाल का कृषि-आधारित उद्योग और रोहतक का एजुकेशन हब, यह सब वोकल फोर लोकल के ही जीवंत उदाहरण हैं।

ये केवल आर्थिक बदलाव नहीं, सामाजिक परिवर्तन है।

उन्होने कहा कि हमें यह भी सोचना है कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम केवल रोजगार देने वाला क्षेत्र नहीं है, बल्कि यह सामाजिक परिवर्तन का भी साधन है। जब हरियाणा के किसी गाँव की महिला स्वयं सहायता समूह बनाकर आत्मनिर्भर होती है, जब कोई युवा बिना गारंटी के लोन लेकर नया कारोबार शुरू करता है, जब हरियाणा का कोई कारीगर अपना सामान ऑनलाइन बेचता है, तो यह के आर्थिक बदलाव नहीं, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण भी है।

भारत का भविष्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, और वोकल फोर लोकल में ही छिपा है। हरियाणा को इसमें 3 भूमिका निभानी है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम हरियाणा के हर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम उद्यमी की आवाज हर लोकल उद्योग को समर्थन दें और हर उपभोक्ता को प्रेरित करें कि वह स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दे।

मोदी जी का नेतृत्व भारत को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना चुका है। अब हमारी जिम्मेदारी है की हम हरियाणा को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम और वोकल फोर लोकल का सबसे बड़ा केंद्र बनाए।

राज्यसभा सांसद श्रीमती रेखा शर्मा ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि विदेशी चीजें छोडकर स्वदेशी चीजों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करके भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करें। उन्होने बताया कि अंग्रेजों ने ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से विदेशी वस्तुओं व सस्ती वस्तुओं का जाल भारत में फैला दिया, जिसका यह असर हुआ कि भारत के लोग ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा बनाई हुई चीजों के आदि हो गए। भारत के उद्योगों में बनी हुई यानि कि स्वदेशी चीजों का इस्तेमाल काफी कम हो गया धीरे धीरे भारतीय उद्योग खत्म होने की कगार पर आ गए।

राज्यसभा सांसद ने सभी से देश में बनी वस्तुओं का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की अपील की। उन्होने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेदं्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था चैथे नंबर पर आ गई है। भारत आज ब्रहमोस मिसाईल जैसे बडे बडे हथियार, आई फोन और अन्य चीजें अपने ही देश में बना रहा है। श्रीमती रेखा शर्मा ने महिलाओं से देश में बनी साडियां व कपडा पहनने की अपील की ताकि देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत हो सके। उन्होने बताया कि भारत आज मेक इन इंडिया के माध्यम से दुनिया के बडे बाजारों में शुमार हो गया है।

इस अवसर पर बीजेपी के जिला प्रधान अजय मितल, विशिष्ठ अतिथि बनारसी दास गुप्ता, राजेश गोयल, हुकम चंद गोयल, बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष बंतों कटारिया, सुरेश गर्ग, तेजिंद्र गुप्ता, अनिल थापर व व्यापार मंडल के अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे।

https://propertyliquid.com