*राजकीय महाविद्यालय बरवाला, पंचकूला में 79वां स्वतंत्रता दिवस उत्साह और धूमधाम से मनाया गया*
पंचकूला, 15 अगस्त: राजकीय महाविद्यालय बरवाला, पंचकूला में 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े उत्साह, जोश और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण और राष्ट्रीय गान के साथ हुई, जिससे पूरा वातावरण देशभक्ति के रंग में रंग गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. नरेंद्र सिवाच ने की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री प्रवीण शर्मा, जिला अटॉर्नी, एडवोकेट जनरल हरियाणा, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय तथा श्री प्रदीप मलिक, उप निदेशक, हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग, उपस्थित रहे। मंच संचालन का दायित्व डॉ. रणवीर सिंह ने निभाया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक, गैर-शिक्षक कर्मचारी और छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीत, कविताएँ और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देकर कार्यक्रम को और भी भावपूर्ण बना दिया।
मुख्य अतिथि श्री प्रवीण शर्मा ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में भारत के गौरवशाली स्वतंत्रता संग्राम का उल्लेख करते हुए कहा कि आज का भारत आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी क्षेत्रों में तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को राष्ट्रभक्ति की भावना अपनाने और देश के विकास में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
उप निदेशक श्री प्रदीप मलिक ने कहा कि भारत ने हर क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है और वर्ष 2030 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने भारत की विदेश नीति को विश्व मंच पर एक मिसाल बताते हुए कहा कि G20 की अध्यक्षता जैसे अवसरों ने भारत की वैश्विक पहचान को और सुदृढ़ किया है।
दोनों गणमान्य अतिथियों ने युवाओं से आह्वान किया कि वे केवल अपने अधिकारों तक सीमित न रहें, बल्कि राष्ट्र निर्माण में अपनी जिम्मेदारी निभाएँ। उन्होंने कहा कि देशभक्ति केवल युद्ध के मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा, ईमानदारी और समाज सेवा में भी झलकनी चाहिए। विद्यार्थियों को अनुशासन, समर्पण और एकता का संदेश देते हुए उन्होंने उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार भी प्रदान किए गए। प्राचार्य डॉ. नरेंद्र सिवाच ने विद्यार्थियों से देशभक्ति, अनुशासन और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया और कहा कि स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थ तभी पूरा होगा जब हम सभी देश के विकास में योगदान देंगे।
समारोह के अंत में लड्डू वितरित किए गए। पूरे कार्यक्रम के दौरान वातावरण “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों से गूंजता रहा, जिससे यह स्वतंत्रता दिवस समारोह सभी के लिए अविस्मरणीय बन गया।