महिलाओं का स्वस्थ होना आज के समय की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है :-प्राचार्य यशपाल सिंह
पंचकूला 15 मार्च : राजकीय महाविद्यालय सेक्टर-1 में महिला प्रकोष्ठ और होमसाइंस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में “हार्मोन और महिला स्वस्थ ” विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमे डॉ प्रमिला धर्मशक्तू ने मुख्य वक्ता ने शिरकत की।
उन्होंने कहा कि महिलाओं में हॉर्मोंस असंतुलित होने के कई कारण हैं जैसे खराब लाइफस्टाइल, न्यूट्रिशन की कमी, एक्सरसाइज न करना, तनाव, पीसीओडी, थायरॉइड, ओवेरियन फेलियर मुख्य हैं।
आमतौर पर माना जाता हैं कि हॉर्मोन असंतुलन मेनोपॉज के बाद होता है, जबकि यह पूरी तरह गलत है। कई महिलाएं सारी उम्र हॉर्मोन असंतुलन से परेशान रहती हैं। आधुनिक जीवनशैली और खानपान से जुड़ी आदतों में बदलाव के कारण महिलाएं हॉर्मोन असंतुलन की शिकार पहले की तुलना में अब ज्यादा हो रही हैं। जंक फूड और दूसरे खाद्य पदार्थों में कैलरी की मात्रा तो बहुत ज्यादा होती है लेकिन पोषक तत्वों की मात्रा काफी कम होती है। इससे शरीर को जरूरी विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और दूसरे पोषक तत्व नहीं मिल पाते। कॉफी, चाय, चॉकलेट और सॉफ्ट ड्रिंक आदि के ज्यादा सेवन के कारण भी बहुत सारी प्रॉब्लम सामने आ रही है।
स्टूडेंट को संबोधित करते हुए प्राचार्य श्री यशपाल सिंह ने कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति हमे बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में महिलाओं को सिर्फ इसकी ज़रूरत नहीं है, बल्कि वे इसकी हकदार हैं।हमे यह सुनिश्चित करना होगा है कि महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध हों। इसमें न केवल चिकित्सा सुविधाओं और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं तक उनकी पहुंच शामिल हो, बल्कि आवश्यक दवाओं और उपचारों तक पहुंच भी शामिल है। यह सुनिश्चित करने से उनके लिए स्वस्थ रहना और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचना आसान होगा।
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में डॉ प्रमिला धर्मशक्तू द्वारा विद्यार्थियों के प्रश्नों का जवाब दिया ।इस अवसर गृह विज्ञान विभाग की मुखिया डॉ वंदिता शर्मा, डॉ सविता राणा,डॉ प्रेम,डॉ नीलम रोहिला, अंजू जिंदल ,डॉ नीलम कुमारी,डॉ अर्चना के साथ साथ महिला प्रकोष्ठ की सदस्य डॉ पूजा,डॉ शीतल,डॉ मीनू,डॉ शैलजा कुमारी,डॉ रेखा पुनिया उपस्थित रही ।मंच का संचालन प्राध्यापिका कुसुम द्वारा किया गया।