टेक्नोलॉजी ड्रिवन अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन: शेपिंग रेसिलिएंट सिटीज़’ पर सेमिनार और राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन
पंचकूला, 2 नवंबर: हरियाणा दिवस के उपलक्ष्य में इंस्टिट्यूट ऑफ़ टाउन प्लानर्स इंडिया, (आईटीपीआई ) – हरियाणा रीजनल चैप्टर (एचआरसी) द्वारा सेक्टर 2, पंचकूला में ‘टेक्नोलॉजी ड्रिवन अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन: शेपिंग रेसिलिएंट सिटीज़’ विषय पर एक सेमिनार और ‘सिटी थ्रू योर लेंस’ विषय पर राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया।
इस आयोजन का उद्देश्य शहरी एवं क्षेत्रीय योजना की रचनात्मक भावना को सम्मानित करना और हरियाणा राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा शहरी पहचान को प्रदर्शित करना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. संगीता बग्गा, प्राचार्य, चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर, और विशिष्ट अतिथि श्री दीपंकर मुदुमदार, आर्किटेक्ट एवं पर्यावरण योजनाकार (राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी के जूरी सदस्य) रहे।
आईटीपीआई के अध्यक्ष श्री संजय कुमार ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि आईटीपीआई-हरियाणा चैप्टर देश के सबसे गतिशील और नवाचार-केंद्रित अध्यायों में से एक है, जो लगातार पेशेवर संवाद और तकनीकी उन्नति को प्रोत्साहित करता है।
कार्यक्रम के दौरान आईटीपीआई-एचआरसी के प्रोजेक्ट सहयोगियों ने संगठन की विभिन्न प्रगतिशील पहलों पर प्रकाश डाला, जिनमें विकलांग व्यक्तियों हेतु एक्सेसिबिलिटी स्कोरिंग इंडेक्स आधारित भारतीय शहरों की रैंकिंग ,विरासत-केंद्रित विकास ढांचा, निम्न-कार्बन भवन क्षेत्र विकास, हरियाणा भवन संहिता में जलवायु प्रतिरोधकता अध्याय तथा
पंचकूला का डिजिटल ट्विन शामिल है ।
सेमिनार में श्री प्रदीप कपूर अध्यक्ष, आईटीपीआई नई दिल्ल, श्री नदीम अख्तर, सदस्य, हरेरा , और श्री जितेंद्र भोप्रले महासचिव, आईटीपीआई महाराष्ट्र ने तकनीक आधारित शहरी परिवर्तन की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि पारंपरिक योजना मॉडल की बजाय अब डेटा-आधारित, वास्तविक समय के समाधान अपनाना समय की मांग है।
राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि डॉ. संगीता बग्गा और आईटीपीआई-एचआरसी के सदस्यों द्वारा सम्मानित किया गया।
प्रथम पुरस्कार 1,00,000 – श्री एबिर घोष,
द्वितीय पुरस्कार 51,000 – श्री अभिषेक बसाक
और तृतीय पुरस्कार 31,000 –श्री राजेश धर में प्राप्त किया । साथ ही, श्रेणीवार विजेताओं को प्रमाणपत्र और नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रदर्शनी में देशभर से प्राप्त 66 उत्कृष्ट फोटोग्राफ प्रदर्शित किए गए, जो शहरी परिदृश्य और हरियाणा की सांस्कृतिक विविधता की झलक प्रस्तुत करते हैं।
कार्यक्रम का समापन श्री सुनील वर्मा, सचिव, आईटीपीआई-एचआरसी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी वक्ताओं, विशेषज्ञों और प्रतिभागियों के योगदान की सराहना की तथा भविष्य में भी शहरी लचीलापन और नवाचार पर निरंतर संवाद की आवश्यकता पर बल दिया।






