चुनावी प्रक्रिया के सफल संचालन में पीओ व एपीओ की अहम भूमिका : उपायुक्त प्रभजोत सिंह
सिरसा, 30 अप्रैल।
सीडीएलयू में प्रीजाइडिंग व अल्टरनेट प्रीजाइडिंग ऑफिसर्स के लिए मेगा रिहर्सल आयोजित
लोकसभा आम चुनाव-2019 की मतदान प्रक्रिया संपन्न करवाने के लिए नियुक्त किए गए प्रीजाइडिंग ऑफिसर्स (पीओ) तथा अल्टरनेट प्रीजाइडिंग ऑफिसर्स (एपीओ) को आज चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हॉल में आयोजित मेगा रिहर्सल में चुनाव प्रक्रिया की बारीकियां समझाई गईं। सामान्य चुनाव पर्यवेक्षक सौरभ कुमार, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने पीओ-एपीओ को उनके प्रत्येक कार्य और जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान पीओ-एपीओ को वीडियो के माध्यम से ईवीएम व वीवीपैट मशीनों के संचालन के बारे में भी समझाया गया व उन्हें मौके पर ही हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग भी दी गईं।
सामान्य चुनाव पर्यवेक्षक सौरभ कुमार ने सिरसा प्रशासन द्वारा चुनाव के लिए की गई व्यवस्था, प्रबंधों व तैयारियों के लिए उपायुक्त प्रभजोत सिंह के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पीओ व एपीओ की जरा सी चूक पूरी व्यवस्था की विफलता मानी जाएगी इसलिए सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी की गंभीरता को समझें। उन्होंने कहा कि पीओ हैंडबुक में वे सारी हिदायतें व नियम लिखे हैं जिनकी जानकारी चुनाव करवाने वाले अधिकारी को होनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मतदान के लिए बूथों पर महिलाओं व पुरुषों की अलग-अलग लाइनें लगवाई जाएं और एक पुरुष के बाद दो महिलाओं को वोट डालने के लिए भीतर भेजा जाए। वरिष्ठï नागरिकों व दिव्यांगजनों को बिना लाइन में लगे सीधे अंदर जाकर मतदान करने की सुविधा दी जाए। उन्होंने सिरसा संसदीय क्षेत्र में दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुविधाजनक वोट डालने के लिए की गई नई व्यवस्था की भी सराहना की।
उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने सभी पीओ-एपीओ को लोकतंत्र के पावन पर्व में शामिल होने की बधाई देते हुए कहा कि निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव करवाने में उनकी भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण होगी। इसलिए वे मतदान से जुड़ी पूरी प्रक्रिया को अच्छी प्रकार से समझें और सभी नियमों व कानूनों की पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। उन्होंने बताया कि 12 मई को लोकसभा चुनाव के लिए सुबह 7 से सायं 6 बजे तक मतदान होगा। इससे एक घंटा पूर्व 6 बजे पोलिंग एजेंट्स की मौजूदगी में मोक पोल करवाया जाएगा। सिरसा संसदीय सीट पर नोटा सहित कुल 21 प्रत्याशी होंगे। मोक पोल में सभी प्रत्याशियों को 2-2 वोट डलवाए जाएं और पोलिंग एजेंट्स को इसका परिणाम दिखाकर मोक पोल की सभी पर्चियों को काले लिफाफे में सीलबंद करके रख लें। उन्होंने हिदायत दी कि मोक पोल की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद ईवीएम मशीन को क्लीयर करना न भूलें। इसी प्रकार मतदान संपन्न होने के बाद मशीन को क्लोज करना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि कोई समस्या आती है तो उसे अपने स्तर पर हल करें, यदि समाधान नहीं होता तो उच्च अधिकारियों को सम्पर्क करें।
उपायुक्त ने कहा कि सभी पीओ हर दो घंटे के अंतराल पर मतदान प्रतिशत और वोट संख्या की जानकारी पीओ डायरी में नोट करेंगे तथा इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष में भी भिजवाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने फार्म 17ए, 17सी, डिक्लेरेशन फार्म, पीओ डायरी तथा अन्य सभी प्रकार के दस्तावेज व फार्म भरने के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्हें मतदान प्रक्रिया की बारीकियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव में लगे हर कर्मचारी को निष्पक्ष रहना है और निष्पक्ष दिखना भी है। हमारे लिए सभी प्रत्याशी समान हैं। स्वतंत्र लोकतंत्र व दबाव रहित चुनाव के लिए यह भावना रखनी बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि आज के प्रशिक्षण के उपरांत 11 मई को फाइनल रिहर्सल की जाएगी जिसमें सभी पीओ-एपीओ को यह जानकारी मिलेगी कि उन्हें कौन सा बूथ अलॉट किया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में लगे सभी कर्मचारियों को ईडीसी (इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट) अथवा पोस्टल बैलेट के माध्यम से मताधिकार का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि पीओ-एपीओ की मदद के लिए सेक्टर ऑफिसर्स, माइक्रो ऑब्जर्वर, जोनल मजिस्ट्रेट तथा बीएलओ भी लगाए गए हैं ताकि मतदान प्रक्रिया सुचारू तरीके से संपन्न हो।
उन्होंने बताया कि 11 मई को फाइनल रिहर्सल के साथ ही पोलिंग पार्टियों को ईवीएम, वीवीपैट व अन्य चुनाव सामग्री देकर सरकारी वाहनों से संबंधित मतदान केंद्रों तक भिजवाया जाएगा। उन्होंने हिदायत दी कि कोई भी कर्मी ईवीएम मशीन को लेकर बूथों के अलावा कहीं और न जाए। ऐसा करना दंडनीय अपराध है। बूथ पर जाकर पोलिंग पार्टी वहां की व्यवस्था देखे और सुनिश्चित करे कि मतदान केंद्र पर किसी प्रत्याशी आदि की प्रचार सामग्री न लगी हो। पोलिंग पार्टियां उसी दिन शाम को पोलिंग एजेंट्स से मुलाकात कर लें और उन्हें बता दें कि 12 मई को सुबह 6 बजे सभी एजेंट मोक पोल के लिए मौजूद रहें। एक बूथ पर एक प्रत्याशी का केवल एक पोलिंग एजेंट ही मौजूद रह सकता है। रात को पोलिंग पार्टी मतदान केंद्र पर ही सोएगी।
उन्होंने मोक पोल करवाने, उसके पश्चात ईवीएम मशीन आदि को दोबारा मतदान के लिए तैयार करने, पीओ डायरी व अन्य जरूरी फार्म भरने तथा मतदान करवाने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र के भीतर न तो कोई व्यक्ति हथियार लेकर जा सकता है और न ही मतदान प्रक्रिया की फोटो या वीडियो आदि बनाई जा सकती है। उन्होंने पीओ-एपीओ को एएसडी (अबसेंट, शिफ्टिड व डिलिटिड) सूची, चैलेंज वोट, वीवीपैट टेस्ट वोट, स्टैच्यूटरी व नॉन स्टैच्यूटरी फार्म भरने, मतदान के लिए जरूरी पहचान पत्रों, मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के उपरांत उसे सील करने और स्ट्रोंग रूम में जमा करवाने के बारे में भी उन्होंने विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर ईवीएम मास्टर टे्रनर रमेश पूरी व उनकी टीम ने उपस्थित पीओ व एपीओ को प्रशिक्षण दिया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त मनदीप कौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार हुड्डïा, एसडीएम सिरसा वीरेंद्र चौधरी, एसडीएम कालांवाली विनोद खत्री, एसडीएम डबवाली ओम प्रकाश, एसडीएम ऐलनाबाद अमित कुमार, नगराधीश कुलभूषण बंसल, डीआरओ राजेंद्र, तहसीदार चुनाव राम निवास, कार्यकारी अभियंता सीडीएलयू एसके विज, बीडीपीओ ऐलनाबाद कीर्ति सिरोहिवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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