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खादी के प्रति लोगों में बढ़ रहा रुझान इसलिए खादी प्रदर्शनी  12 फरवरी तक बढ़ाई – मोनिका गुप्ता

प्रदर्शनी में दूध और जलेबी की स्टाल पर लोगों का बढ़ रहा हुजूम

अब तक हजारों लोगों ने खादी के कपड़ों की खरीददारी

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पंचकूला, 8 फरवरी – उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा लोगो में खादी के प्रति रुझान बढ़ रहा है और भारी संख्या में लोग खरीददारी कर रहे है। लोगो की मांग के मध्यनजर प्रदर्शनी की अवधि 12 फरवरी तक बढ़ाई गई है।

उपायुक्त ने बताया कि  खादी और पीएमईजीपी की संयुक्त राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सेक्टर 5 स्थित शालीमार ग्राउंड में लगाई हुई। नये भारत की नयी खादी’ अब नयी ऊंचाइयों पर पहुंच रही है। मेले में हर रोज भारी संख्या में लोग खरीददारी कर रहे है और शुद्व व्यंजनों का स्वाद भी चख रहे है। मेले में देशी घी की जलेबी और मलाई वाले दूध के साथ लगाई गई स्टाल पर अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। इसके अलावा आचार, आम पापड़ा, आयुर्वेद जड़ी बूटियों से बनी  दवाइयां भी लोगो के आकर्षण का केंद्र बन रही है। मेले में शानदार खादी के कपड़े लोगो की पसंद बने हुए है और लोग कई कई जोड़ी लेकर खुशी के इजहार कर रहे है। स्कूली बच्चे भी मेले में बेहतरीन और शानदार प्रस्तुति देकर आगंतुकों का मनमोह रहे है।

मोनिका गुप्ता ने बताया कि यह मेला हमारे कारीगरों और उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां वे अपने उत्कृष्ट उत्पाद को प्रस्तुत कर रहे हैं। इस प्रदर्शनी में खादी की 46 और पीएमईजीपी की 54 इकाइयां अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदर्शनी में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, नई दिल्ली, नागपुर और पुणे सहित विभिन्न राज्यों से करीब 100 स्टॉल लगाए गये हैं। यहां मिलने वाले सभी उत्पाद स्वदेशी और पर्यावरण के अनुकूल हैं।

उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा में खादी की 139 संस्थाएं हैं, जिसके माध्यम से लगभग 60 हजार कारीगरों को रोजगार मिल रहा है।  
पिछले 10 वर्षों में खादी ग्रामोद्योग के उत्पादों की बिक्री 31 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 1 लाख 55000 करोड़ रुपए यानी पांच गुना हुई है। खादी कपड़ों की बिक्री 1081 करोड़ रुपये से 6496 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यानी करीब 6 गुना तक इसमें बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही पिछले 10 वर्षों में रोजगार  1.3 करोड़ से बढ़कर  1.87 करोड़ पहुंच गया है और नए लोगों का  रोजगार भी 5.62 लाख से बढ़कर 10.17 लाख हो गया है।

उन्होंने बताया कि ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत पिछले 10 वर्षों में 2 लाख से ज्यादा हनी बी-बॉक्स और बी-कॉलोनी स्थापित किए गए हैं। 30,000 हजार से अधिक विद्युत चालित चाक और 15,000 से अधिक टूल किट का वितरण खादी विभाग द्वारा किया गया है।

 प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम स्कीम जब से शुरू हुई है तब से साल 2023-24 तक 9 लाख 58 हजार से ज्यादा नयी परियोजनाओं की स्थापना हई है।  

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ने हरियाणा में एक नई क्रांति ला दी है। इस योजना के अंतर्गत राज्य में अब तक 21,225 उद्यम स्थापित किए जा चुके हैं।

खादी बोर्ड के प्रवक्ता डॉ. अमित चोपड़ा ने बताया कि खादी शत प्रतिशत प्राकृतिक और पर्यावरण के अनुकूल है। इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित उत्पाद इस बात का प्रमाण हैं और कारीगरों की प्रतिभा अद्वितीय है और उनके उत्पादों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। प्रधानमंत्री  के मार्गदर्शन में हम आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे।

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