*MC Chandigarh takes action against encroachments in Sector 15 Patel Market*

एसडीएम ने कहा कि एक विद्यार्थी में असीम ऊर्जा, जुनून, सपने व आशाएं होती है तथा इनहें साकार करने के लिए प्रेरणा की आवश्यकता होती है।

सिरसा, 27 नवंबर।

एसडीएम ने कहा कि एक विद्यार्थी में असीम ऊर्जा, जुनून, सपने व आशाएं होती है तथा इनहें साकार करने के लिए प्रेरणा की आवश्यकता होती है।


           एसडीएम जयवीर यादव ने कहा कि एक विद्यार्थी में असीम ऊर्जा, जुनून, सपने व आशाएं होती है तथा इनहें साकार करने के लिए प्रेरणा की आवश्यकता होती है। अधिकारी अपने बेहतर अनुभवों को छात्रों से सांझा कर उनके सपनों को उड़ान दे सकते हैं।

एसडीएम ने कहा कि एक विद्यार्थी में असीम ऊर्जा, जुनून, सपने व आशाएं होती है तथा इनहें साकार करने के लिए प्रेरणा की आवश्यकता होती है।


               वे आज स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में क्लास वन अधिकारियों को राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों से संवाद विषय पर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में जिला परियोजना एवं शिक्षा अधिकारी पवन कुमार सुथार, डीएसपी राजेश कुमार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) अजीत सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, महाविद्यालयों के प्रिंसिपल व प्रोफेसर मौजूद थे।


               एसडीएम जयवीर यादव ने कहा कि सरकार द्वारा क्लास वन अधिकारियों को राजकीय स्कूलों के विद्यार्थियों से संवाद कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जोकि पिछले वर्ष बहुत ही सफल रहा था। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों से संवाद के समय अधिकारी उन्हें अपने सक्सैस स्टोरी व कामयाबी के पीछे की मेहनत और अनुभवों के बारे में बताएं जिससे उनमें कुछ करने का जज्बा पैदा हो। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी के मन में अनेक प्रश्र उमड़ते हैं, इसलिए उनके भी विस्तार पूर्वक जवाब देने। प्रेरणा व उचित मार्गदर्शन उन्हें बुद्धिमान और अच्छे नागरिक बनने में मदद कर सकता है। अच्छे नागरिक से ही कुशल समाज व सशक्त राष्टï्र का निर्माण संभव है।


               जिला परियोजना एवं शिक्षा अधिकारी पवन कुमार सुथार ने कहा कि जब अधिकारी स्कूलों में विद्यार्थियों से संवाद करते हैं इससे विद्यार्थी के मानसपटल पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इससे उनमें कुछ करने की इच्छा जागृत होती है। हमारा यह दायित्व भी बनता है कि हम राष्टï्र के भावी निर्माताओं को प्रेरित करें। उन्होंने पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी इसे सफलता पूर्वक संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को अपने अनुभवों, करियर, विद्यार्थी जीवन के बारे में बताएं। आप सभी प्रेरणा स्त्रोत बन सकते हैं और विद्यार्थी को अपने लक्ष्य निर्धारित करने में सहायता मिलेगी।


               सहायक परियोजना अधिकारी शशी सचदेवा ने कहा कि कम से कम आधा घंटा विद्यार्थियों को स्वयं के बारे में, प्रेरणा दायक कहानियां, वीडियो डॉक्यूमेंटी, फिल्म या अन्य माध्यमों से विस्तारपूर्वक बताएं तथा कम से कम 40 मिनट तक विद्यार्थियों से बातचीत करें। बातचीत के दौरान विद्यार्थियों से नैतिकता, राष्टï्र निर्माण, पर्यावरण, आपदा प्रबंधन, विकास, मेक इन इंडिया, उद्यमी बनने, सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, डिजिटल इंडिया, 10वीं व 12वीं के बाद क्या करें, धर्म आदि विषयों पर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि इन विषयों पर चर्चा करने से विद्यार्थियों में करियर के प्रति विजन बनेगा। उन्होंने बताया कि ये कार्यक्रम जिला के हाई स्कूलों, सीनियर सैकेंडरी तथा मीडल स्कूलों में आयोजित किए जाएंगे।

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