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अब वॉट्सऐप ने ग्रुप मेंबर से जुड़ा एक नया प्राइवेसी सेटिंग फीचर भारत में लॉन्च कर दिया

अब वॉट्सऐप ने ग्रुप मेंबर से जुड़ा एक नया प्राइवेसी सेटिंग फीचर भारत में लॉन्च कर दिया

फेक न्यूज रोकने के लिए टिपलाइन नंबर के बाद अब वॉट्सऐप ने ग्रुप मेंबर से जुड़ा एक नया प्राइवेसी सेटिंग फीचर भारत में लॉन्च कर दिया है। यह फीचर यूजर को यह तय करने का विकल्प देगा कि कोई ग्रुप एडमिन आपको अपने ग्रुप में एड कर सकता है या नहीं।

नया फीचर बुधवार से एंड्रॉयड यूजर्स के लिए रिलीज कर दिया गया है। नए वर्जन को अपडेट करने के साथ सभी यूजर्स को यह सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी।

भारत में चुनाव से पहले इस नए फीचर के आने से उन यूजर्स को सुविधा होगी, जिन्हें बिना उनकी अनुमति के कोई जोड़ लेता है।

कई बार यूजर्स अनचाहे मैसेज से परेशान होकर ग्रुप को छोड़ने का फैसला करते हैं। लेकिन, ग्रुप एडमिन दोबारा उन्हें जोड़ लेते हैं। इन्हीं दोनों बड़ी परेशानियों से निपटने के लिए ग्रुप इन्विटेशन फीचर लॉन्‍च किया गया है। 

आगामी लोकसभा चुनाव में वॉट्सऐप और इसकी पैरेंट कंपनी फेसबुक के जरिए 87 हजार ग्रुपों के माध्यम से लाखों लोगों को टारगेट किया जा रहा है।

यूजर्स के पास वॉट्सऐप ग्रुप का इनवाइट प्राइवेट चैट के जरिए भेजा जाएगा और यूजर के पास इसे स्वीकार करने के लिए तीन दिन होंगे। तीन दिन के बाद इनवाइट एक्सपायर हो जाएगा। इनवाइट में ग्रुप का नाम, इसका डीटेल्स और ग्रुप के दूसरे मेंबर्स के बारे में जानकारी होगी।

एक वॉट्सऐप ग्रुप में अधिकतम 256 यूजर्स जोड़े जा सकते हैं। इस तरह 87 हजार ग्रुप के जरिए 2.2 करोड़ यूजर्स तक सीधे पहुंचा जा सकता है। 

वॉट्सऐप द्वारा फरवरी 2017 में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर महीने 20 करोड़ यूजर्स इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने पिछले दो सालों से यूजर्स को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है।

इस फीचर को इनेबल करने के लिए यूजर को WhatsApp में सबसे पहले सेटिंग्स (Settings) मेन्यू में जाना होगा। इसके बाद Account पर जाना होगा।

Account के बाद Privacy पर जाना होगा। वहां पर आपको Groups का ऑप्शन मिलेगा।

Groups में Nobody, My Contacts और Everyone का ऑप्शन होगा। आप इन तीन विकल्पों में से किसी एक को सिलेक्ट कर सकते हैं।

अगर कोई यूजर Nobody ऑप्शन को सिलेक्ट करता है तो किसी भी वॉट्सऐप ग्रुप में ऐड किए जाने से पहले यूजर का अप्रूवल जरूरी होगा।

वहीं, अगर किसी यूजर ने My Contacts ऑप्शन को सिलेक्ट किया है तो यूजर के कॉन्टैक्ट में शामिल यूजर ग्रुप में उसे ऐड कर सकेंगे।

नई प्रिवेसी सेटिंग्स अभी कुछ यूजर्स तक पहुंची है, जल्द ही यह सभी यूजर्स तक पहुंच जाएगी। इस फीचर तक पहुंच बनाने के लिए यूजर्स को अपना वॉट्सऐप ऐप अपडेट करना होगा।

वीके सिंह : भारत, इजराइल नहीं हो सकता ? क्योंकि वहां विपक्ष सेना पर सवाल नहीं उठाता

केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने बुधवार को कहा कि लोग चाहते हैं कि आतंकवादियों को निशाना बनाने में भारत, इजराइल के अनुरूप व्यवहार करें लेकिन ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि वहां का विपक्ष भारत जैसा नहीं है और आपरेशन म्यूनिख जैसे कार्यो के संबंध में अपनी सेना पर सवाल नहीं उठाता, अपमानित नहीं करता।वी के सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट में सरकार के आलोचकों पर निशाना साधा जिसमें विपक्षी नेता, छात्र नेता, कार्यकर्ता, मीडिया आदि शामिल हैं ।

उन्होंने भारत के भीतर एक ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ का आह्वान करते हुए दावा किया कि अगर ऐसा नहीं होता है तो डकैत, लूटने को तैयार हैं ।

‘‘हिन्दुस्तान इजराइल क्यों नहीं बनता…’ शीर्षक से फेसबुक पोस्ट में वी के सिंह ने लिखा कि लोगों को आज प्रतिशोध चाहिए। बस मोदी टैंक लेकर घुसें, और सब पाकिस्तानियों को ख़त्म कर दें।

हम चाहते हैं, रातों रात इजराइल मोड में आ जायें। उन्होंने आगे लिखा कि मोदी है, तो उन्हें पूरी अपेक्षा और विश्वास है कि बदला होगा, भीषण होगा, सौ गुना हाहाकारी होगा।

पर भारत, इजराइल नहीं बन सकता और ना ही बन पाएगा।

विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि छोटे से इजराइल पर आस पास के 10 देश हमला कर दें, पर तब भी वह छः दिन के अंदर उन्हें धूल चटा कर वापस उन्हीं के घर में बिठा देता है।

इजराइल में कोई सरकार चुने जाने के दो महीने के अंदर किसी गंभीर आरोपों में घिरे किसी नक्सली को क्लीन चिट नहीं देती ।

‘ पाकिस्तान में आतंकी शिविरों में वायु सेना के हमलों का सबूत मांगने वालों पर तंज कसते हुए सिंह ने कहा कि क्योंकि इजराइल जब ऑपेरशन म्यूनिख करता है तो वहां का विपक्ष सबूत मांग कर देश एवं सेना को अपमानित नहीं करता ।

क्योंकि इजराइल के कोई जाट, गुर्जर, मराठा वहां की किसी सार्वजनिक सम्पत्ति को नहीं जलाते।

वहां देश सर्वोपरि होता है, जाति या धर्म नहीं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्योंकि वहां के नेता, सेनाध्यक्ष को कुत्ता, गुंडा नहीं कहते।

वहां करदाताओं के पैसों पर पढ़ने वाले शेहला रशीद या कन्हैया कुमार जैसे जोंक नहीं है ।

वहां के अभिनेता अपनी धरती पर जहां वो पैदा हुए हैं, जहां वो सफल हुए हैं, उस पर शर्मिंदा नहीं होते। असहिष्णुता का नाटक नहीं करते। 

विपक्षी दलों पर परोक्ष तंज कसते हुए सिंह ने कहा कि वहां लोग नेतन्याहू या उसकी पार्टी का विरोध करते करते इजराइल विरोधी नहीं हो जाते।

यहाँ आपको सैकड़ो मिलेंगे जिनके मन में एक अजीब सी खुशी है कि बस इसी बहाने मोदी, भाजपा पर कीचड़ उछालेंगे, कि बहुत कूद रहे थे कि कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि क्योंकि वहां के नेता देश विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों के पीछे नहीं खड़े होते, और ना ही वहां की जनता किसी बात के लालच में आकर ऐसे नेताओं के पीछे खड़ी होती है। उन्होंने कहा कि वहां का विपक्ष अपने धुर विरोधी ईरान में जाकर ये नहीं कहता कि आप नेतन्याहू को हटाने में हमारी मदद करो ।

पाकिस्तान से लौट रहे अभिनंदन

Abhinandan Varthaman पाकिस्तान आर्मी की ओर से बंदी बनाए गए भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन की आज वतन वापसी हो रही है।

भारत के आक्रामक रुख के बाद पाकिस्तान ने यह फैसला लिया।

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को संसद में विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई का एलान किया।

वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी ने भारत से एक बार फिर सबूत मांगा है।

उनका कहना है कि अगर भारत ठोस सबूत देता है तो हम बेहद बीमार मसूद अजहर को गिरफ्तार करेंगे। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि ये पायलट प्रोजेक्‍ट था।

विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी को देखते हुए बड़ा फैसला लिया गया है।

अटारी बॉर्डर पर आज होने वाला बीटिंग रिट्रीट को रद कर दिया गया है।

विंग कमांडर अभिनंदन के आने की खबर फैलने के बाद अटारी बॉर्डर पर काफी भीड़ जमा हो गई थी।

अमृतसर के डिप्‍टी कमिश्‍नर शिव दुलार सिंह ढिल्लों ने यह जानकारी दी। पाकिस्तान ने जोर देते हुए कहा था कि वह बीटिंग रिट्रीट के दौरान ही अभिनंदन को भारतीय अधिकारियों को सौंपना चाहता है। लेकिन भारत ने इसके लिए मना कर दिया था।

अभिनंदन की रिहाई में भारत की डिप्लोमैसी ने बड़ा काम किया। भारत ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मामले को उठाया, सभी बड़े देशों और मित्र देशों को पाकिस्तान की कारगुजारी के बारे में बताया।

अमेरिका ने भी भारत की बात को समझा और बड़ी भूमिका अदा की।

डोनाल्ड ट्रंप ने दिन में ही कह दिया था कि आज शाम तक कोई अच्छी खबर मिलेगी।

तो क्या अभिनंदन की रिहाई का एलान ही ये अच्छी खबर थी और ट्रंप की मध्यस्थता से महज एक दिन में ही बड़ा एलान हो गया। ट्रंप ने पुलवामा हमले के बाद भी एक बड़ा बयान दिया था। उन्होंने पुलवामा हमले के जवाब में भारत की ओर से कुछ बड़ा करने की बात कही थी। अगले कुछ घंटों में बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की खबर सामने आई। यानी अमेरिका का इस मामले में पूरा दखल रहा और उसे पता था कि कब क्या होने जा रहा है।  

भारत ने अरब वर्ल्ड के जरिए भी पाकिस्तान पर दबाव बनाया। सऊदी अरब जैसे नेताओं को बताया गया कि किस तरह भारत का मिग 21 पाकिस्तान के विमान का पीछा कर रहा था इसी दौरान पायलट पीओके पहुंच गया विमान को गिरा दिया गया।

इस दौरान पायलट अभिनंदन पैराशूट से सुरक्षित उतर आए जिन्हें पाकिस्तान सेना ने हिरासत में ले लिया। इसके अलावा भारत ने अभिनंदन की रिहाई को लेकर सख्त रुख दिखाया।

भारत ने जिनेवा संधि का हवाला देकर जता दिया कि भारत किसी भी हाल में नहीं झुकने वाला और सौदेबाजी उसे मंजूर नहीं होगी।  

पाकिस्तान की तरफ से लगातार बातचीत का संदेशा आता रहा लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने चुप्पी साधे रखी।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि इमरान खान भारतीय पीएम से बातचीत करना चाहते हैं।

खुद इमरान खान ने भी पाकिस्तानी संसद में कहा कि वह नरेंद्र मोदी से बात करना चाहते थे। लेकिन भारत का रुख सख्त बना रहा। 

भारत की यही रीति, पहले हम छेड़ते नहीं और छेड़ा तो फिर छोड़ते नहीं – पीएम मोदी

महाराष्ट्र:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के धुले में एक जनसभा को संबधित करते हुए पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहाकि आप सभी के बीच ऐसे वक्त पर आया हूं जब पुलवामा में हमारे जवानों पर हमले को लेकर देश आक्रोशित है। एक तरफ देश गुस्से में है तो दूसरी तरफ हर आंख नम है।

उन्होंने कहा कि एक देश के नाते हमारा काम यहीं से शुरु होता है। जिन्होंने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, उनके परिवार के साथ हम हमेशा खड़े रहें। ये संयम का समय है, संवेदनशीलता का समय है, ये शोक का समय है। लेकिन हर परिवार को मैं ये भरोसा देता हूं कि हर आंसू का जवाब लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत नई रीति और नई नीति का देश है, ये अब दुनिया भी अनुभव करेगी। भारत की ये नीति रही है कि हम किसी को छेड़ते नहीं हैं, लेकिन नए भारत को किसी ने छेड़ा तो वो छोड़ता भी नहीं है। पीएम ने कहा कि ये हमारा सुरक्षाबलों ने पहले भी कर दिखाया है और अब भी कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

धुले की विकास परियोजनाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा- धुले शहर में औद्योगिक शहर बनने की पूरी संभावना है। ये ऐसी जगह स्थित है, जहां से देश के अलग-अलग शहरों में व्यापार की संभावना है। यहां से कई बड़े-बड़े नेशनल हाईवे गुजरते हैं। आज यहां की कनेक्टिविटी को और सशक्त करते हुए दो रेल लाइनों का शिलान्यास किया गया है।