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*MC Commissioner orders swift action to tackle Sector 35’s road and drainage concerns*

किसानों को 31 जुलाई तक फसल एचआरवाई डॉट इन पर अपनी खरीफ फसलों का पंजीकरण करवाना होगा

नारनौल:

 पिछले साल की तरह इस वर्ष भी किसानों को समर्थन मूल्य पर पर बाजरा बेचने के लिए पहले ही अपना ब्यौरा देना होगा। इसके लिए जिले के किसानों को 31 जुलाई तक फसल एचआरवाई डॉट इन पर अपनी खरीफ फसलों का पंजीकरण करवाना होगा।

इसी संबंध में उपायुक्त जगदीश शर्मा ने मंगलवार को लघु सचिवालय में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। 

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डीसी ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। उन्होंने बताया की गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी किसानों को अपनी फसल का पंजीकरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करवाना होगा। 

उन्होंने बताया कि किसान यह पंजीकरण स्वयं मोबाईल से या कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) से करवा सकता है। इसके लिए केन्द्र को हर रजिस्ट्रेशन के पांच रुपए दिए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा का पोर्टल 7 जुलाई से शुरू किया जा चुका है। 

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*MC Commissioner orders swift action to tackle Sector 35’s road and drainage concerns*

सरकार बुढापा पेंशन योजना को बुजुर्गों के लिए सम्मान योजना बताती है, लेकिन कर्मचारियों की असंवेदनशीलता के कारण यह योजना अब बुजुर्गों के लिए अपमान का कारण बनी

नारनौल:

सरकार बुढापा पेंशन योजना को बुजुर्गों के लिए सम्मान योजना बताती है, लेकिन सरकार के कर्मचारियों की असंवेदनशीलता के कारण यह योजना अब बुजुर्गों के लिए अपमान का कारण बनी हुई हैं।

जिंदगी भर काम करने के बाद जब बुढ़ापे में इंसान सुकून से जीना चाहता है ऐसे में कई लोगों को अपने अधिकारों के लिए धक्के खाने पड़ते हैं।

नांगल चैधरी क्षेत्र के नौ गांवों के बुजुर्गों के साथ पिछले कई महिनों से कुछ ऐसा ही होता चला आ रहा था। हर माह पेंशन पाने के लिए धक्के खा रहे बुजुर्गो का आखिरकार धैर्य जवाब दे गया।

वृद्धावस्था सम्मान योजना का लाभ न मिलने पर गुस्साए बुजुर्गों ने पेंशन अपने गांव में ही देने की मांग को लेकर नगर के निजामपुर रोड़ पर जाम लगा दिया।

बुजुर्गों द्वारा नगर के सबसे व्यस्त मार्ग पर चक्का जाम करने की सूचना मिलते ही नांगल चैधरी पुलिस थाने से सहायक उप निरीक्षक जयप्रकाश यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और बुजुर्गों को समझाने का प्रयास किया।

बाद में मौके पर पहुंचे नांगल चैधरी के बीडीपीओ व बैंक अधिकारियों द्वारा पेंशन वितरण का काम सुचारू करवाने के आश्वासन पर बुजुर्गो ने जाम खोल दिया।

नांगल चैधरी क्षेत्र के गांव शहबाजपुर, दौखेरा, भेडंटी, दोस्तपुर, मोहनपुर, जैनपुर, मौसमपुर व लुजोता आदि नौ गांवों के बुजुर्गों एवं दिव्यागों कों पेंशन नगर में निजामपुर रोड स्थित दी महेन्द्रगढ केन्द्रीय सहकारी बैंक लि. द्वारा वितरण की जाती हैं।

इन गांवों में करीब 2500 पात्र लोगों को प्रतिमाह पेंशन इसी बैंक से अटैच की गई है, लेकिन यहां मात्र एक स्थाई कर्मचारी के सहारे चल रहे इस बैंक में बुजुर्गों को पेंशन वितरण करने का काम भारी चुनौती भरा साबित हो रहा हैं।

बुजुर्ग हर माह अपनी पेंशन जल्दी पाने के लिए सुबह छह बजे ही बैंक के बाहर एकत्रित हो जाते हैं। कडी मशक्कत के बाद कुछ लोगों का तो नम्बर उसी दिन आ जाता है और बाकि को अगले दिन आने को बोल दिया जाता हैं।

इस प्रकार उम्र के अंतिम पडाव पर चल रहे ये बुजुर्ग कर्मचारियों व सरकार को कोसते हुए वापस घर को लौंट जाते हैं।

इस प्रकार पिछले कई माह से ऐसी समस्या से त्रस्त बुजुर्गों ने आज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए निजामपुर रोड पर जाम लगा दिया। जाम लगने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतार लग गई।

वृद्धावस्था सम्मान योजना, गांव जैनपुर के बनवारी लाल, यादराम, दौखेरा के हनुमान, फकीरचंद, गिरधारी, भेडंटी के जगमाल, पूर्ण सिंह, धनकारी, मनभरी, सोमवती व शांति देवी आदि बुजुर्गों ने कहा कि उनको दो माह से बुढ़ापा पेंशन नहीं मिली है।

उन्होंने कहा कि बैंक में कभी नेटवर्क खराब होने की बात कह कर तो कभी पेंशन नही डालने की बात कह कर उनको परेशान किया जाता हैं।

उन्होंने बताया कि एक तरफ सरकार बुढापा पेंशन योजना को बुजुर्गों के लिए सम्मान योजना बताती है, लेकिन सरकार के कर्मचारियों की असंवेदनशीलता के कारण यह योजना अब बुजुर्गों के लिए अपमान का कारण बनी हुई हैं।

उन्होंने बताया कि हर माह होने वाली परेशानी से दुखी बुजुर्गों ने पेंशन अपने-अपने गांव में ही वितरण करने की मांग को लेकर आज निजामपुर रोड़ पर जाम लगाने को विवश होना पड़ा हैं।

वृद्धावस्था सम्मान योजना, बुजुर्गों को हो रही परेशानी की बात स्वीकारते हुए बैंक अधिकारी राजेन्द्र सिंह व शिंभूदयाल सैन ने बताया कि सीमित संसाधनों के सहारे बैंक अपनी तरफ से ग्राहकों को हर संभव सुविधा देने का प्रयास कर रहा हैं।

उन्होंने बताया कि इस बैंक में नौ गांवों के करीब 25 सौ पेंशन पात्रों को पेंशन अटैच की गई है। बैंक में इस समय केवल एक मैनेजर की स्थाई कर्मचारी के तौर पर तैनात है, जबकि कुछ सेवानिवृत कर्मचारियों की मदद से बैंक का काम चलाया जा रहा हैं।

उन्होंने बताया कि 31 मार्च को वित्त वर्ष की क्लोजिंग के कारण पीछे से ही खाते में पैसा डालने में देरी के कारण आज बुजुर्गों को पेंशन देने में देरी हुई हैं।

उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि हांलाकि वो बुजुर्गों का ख्याल रखते हुए उनका विड्रॉल फार्म भरवाने के लिए भी गार्ड को मदद के लिए बैठाया हुआ हैं।

उन्होंने कहा कि समाज कल्याण विभाग को यहां बुजुर्गों की परेशानी को देखते हुए अलग-अलग बैंकों में विभाजित करके अटैच करना चाहिए ताकि समस्या का समाधान हो सके।