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During the 5th Global Alumni meet on 21.12.2024, several Alumni from the Golden and silver batches as well as many others visited the Department of English and Cultural Studies.

लोकसभा चुनाव 2019: पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा

लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर अब राजनैतिक दलों के साथ ही चुनाव आयोग भी पूरी तरह से तैयार है।

चुनाव आयोग रविवार को लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर तारीखों की घोषणा कर रहा है ।

इस घोषणा के बाद आचार संहिता लागू हो जाएगी।

चुनाव आयोग 543 सीटों पर चुनाव करवाने के लिए घोषणा कर रहा है।

2014 में हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को 336 सीटें मिली थीं।

तत्कालीन सत्ताधारी दल कांग्रेस के नेतृत्व वाले राजनैतिक दलों के गठबंधन, यूपीए को 2014 में 60 सीटें मिली थीं।

और अन्य दलों को 147 सीटें मिली थीं।

80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सपा-बसपा ने गठबंधन किया है।

जब एक ओर लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां रैली और तैयारियों में जुटी है तो भारत निर्वाचन आयोग भी इसे लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है।

7 चरण में होंगे चुनाव

11 अप्रैल को पहला चरण

18 अप्रैल को दूसरा चरण

23 अप्रैल को तीसरा चरण

29 अप्रैल को चौथा चरण

6 मई को पांचवां चरण

12 मई को छठा चरण

19 मई को सातवां चरण

23 मई को चुनाव के नतीजे

चुनाव आयोग के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम 23 को जारी किए जाएंगे।

आयोग के मुताबिक, पहले चरण में 91 सीटों के लिए 20 राज्यों आंध्रप्रदेश, अरुणाचल, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, केरल, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार, दादरा नगर हवेली, दमन एव दीव, लक्षद्वीप, दिल्ली, पुदुचेरी, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में मतदान होगा।

तीसरे चरण में 115 सीटों, चौथे चरण में 71 सीटें, पांचवें चरण में 51 सीटों छठे चरण में 59 सीटों और सातवें चरण में 59 सीटों के लिए मतदान होगा। 

NCP में शामिल – गुजरात के पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला

गुजरात : पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने मंगलवार को अहमदाबाद में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए। इस मौके पर एनसीपी चीफ शरद पवार भी मौजूद रहे। वाघेला के शामिल होने पर उनका जोरदार स्वागत किया।  शंकरसिंह वाघेला गुजरात की राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं और पीएम नरेंद्र मोदी के राजनीतिक गुरु भी रहे हैं। वाघेला ने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। जनविकल्प नामक मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ा लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा। अब लोकसभा चुनाव आने वाले हैं। ऐसे में भाजपा के वो कटरनेता हैं और कांग्रेस का साथ भी छोड़ चुके हैं ऐसे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने उनको शामिल कर एक दांव खेला है। इस बार का एनसीपी गुजरात में वाघेला ने नाम पर चुनाव लड़ सकती है।