Posts

147 बुजुर्ग एवं दिव्यांगों ने भरा 12डी फार्म, रिटर्निंग अधिकारी घर-घर जाकर डलवाएंगे वोट - डा. यश गर्ग

केरला स्टोरी के बाद मैंने पुलिस प्रोटेक्शन लेने से मना कर दिया-विपुल शाह

-भारत में रहते हुए मैं खुल कर बोलूंगा,लेकिन प्रोटेक्शन नहीं लूंगा

For Detailed

पंचकूला,25 फरवरी: प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक विपुल शाह ने कहा कि उनकी द केरला स्टोरी उनकी फिल्म नहीं जिम्मेदारी थी। अगर इसे नहीं बनाता पूरी जिंदगी अफसोस रहता। इस फिल्म की जरूरत थी कि वह बने ही।
   विपुल शाह रविवार को तीन दिवसीय अखिल भारतीय पांचवें चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल के समापन अवसर के दौरान मास्टर कलास में संबोधित कर रहे थे।
    उन्होंने कहा कि जब मैंने केरला स्टोरी बनाना तय किया,तो मैंने अपनी पत्नी से कहा कि यह फिल्म बनाने के बाद हमारी जिंदगी बदल जाएगी।हो सकता है कि उसके बाद पूरा जीवन पुलिस प्रोटेक्शन में रहना पड़े या बालीवुड हमें ब्लैकलिस्ट कर दे। मेरी पत्नी ने कहा कि आप यह फिल्म बनाओ। हमने पुलिस प्रोटेक्शन लेने से मना कर दिया,क्योंकि यह मेरा देश है। भारत में रहते हुए मैं खुल कर बोलूंगा और खुलकर जीवन व्यक्ति करुंगा,लेकिन प्रोटेक्शन नहीं लूंगा।


    विपुल शाह ने एक फिल्म निर्देशक की विशेषताओं को मास्टर क्लास में रेखांकित करते हुए कहा कि अगर उसमें संवेदना है और वह उसे महसूस करता है,तभी वह अच्छा निर्देशक हो सकता है। फिल्म के लेखक सुदीप्तो सेन की कहानी सुन कर मेरी आंखों में आंसू आ गए थे और मैंने उसी समय यह फिल्म बनाना तय किया था।अगर किसी कहानी को सुनते हुए,उसका कोई अंश आपके दिल को छू जाए तो उसे जरूर बनाना चाहिए। अगर फिल्म की कहानी को सोचने के लिए कुछ समय मांगना पड़े तो फिर फिल्म को नहीं बनाना चाहिए। एक निर्देशक सन्यासी जैसा होता है। फिल्म को बनाते हुए हम पूरी दुनिया से कट जाते हैं। कोई भी फिल्म उसके निर्देशक के विजन से ही बनती है। यह पूरी तरह निर्देशक का ही मीडियम है।
    यह पूछे जाने पर पर कि हालीवुड की फिल्में कमाई का एक हजार करोड़ का आंकड़ा पार कर जाती है,लेकिन हमारी फिल्में यह नहीं कर पाती ? इस सवाल के उत्तर में विपुल शाह ने कहा कि हालीवुड की फिल्में एक साथ 50 हजार थिएटरों में रिलीज होती है,जबकि हमारी फिल्में पांच हजार थिएटरों में रिलीज होती है। जिस दिन हमारी फिल्में एक साथ 50 हजार थिएटरों में रिलीज होने लगेंगी,तो हम कमाई में हालीवुड को काफी पीछे छोड़ देंगें।
     ओ माई गाड टू के लेखक और निर्देशक अमित राय ने इस अवसर पर कहा कि अगर कोई निर्देशक अच्छा है तो इसका अर्थ है कि चीजों को देखने का तरीका अलग होगा। कोई भी कहानी खुद निर्देशक को खोज लेती है,निर्देशक उसे नहीं ढूंडता।
   हरियाणवी फिल्म लेखक तथा निर्देशक हरिओम कौशिक ने भी मास्टर क्लास में जिज्ञासा को शांत किया। प्रसिद्ध फिल्मकार अमिताभ वर्मा ने कहा कि कला भी समाज का दर्पण होती है। अब फिल्मों में एक बदलाव आया है। बड़े सितारे भी राम और रामत्व की भूमिकाओं में आ रहे हैं।

https://propertyliquid.com

आदर्श आचार संहिता के दौरान कैश, शराब, हथियार और अन्य चुनाव संबंधी सामग्री पर निगरानी रखने के लिए किया गया उड़न दस्ते व स्थैतिक निगरानी टीमों (एसएसटी ) का गठन- जिला निर्वाचन अधिकारी

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं जिनके सार्थक परिणाम आने शुरू हो गए है और शिक्षा के ग्राफ में बहुत सुधार हुआ है।

पंचकूला 5 अक्तूबर- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं जिनके सार्थक परिणाम आने शुरू हो गए है और शिक्षा के ग्राफ में बहुत सुधार हुआ है।


हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हलकेे के गांव बतोड़ में आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के नवनिर्मित खण्ड का लोकार्पण करने के बाद ग्रामीणों से रूबरू हो रहे थे। श्री गुप्ता ने कहा कि उनका प्रयास है कि शिक्षा के क्षेत्र में पंचकूला के विद्यार्थी जिला ही नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर अव्वल आएं। इसके लिए वे निरंतर प्रयास कर रहे है। उन्होंने ग्रामीणों से अनुरोध है कि वे इन स्कूलों को केवल शिक्षा तक ही सीमित रखें ओर इन्हें शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित करने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में एक हजार नए माॅडल संस्कृति खोले हंै इनमें से 38 पंचकूला में खोले गए है। जिला में 15 माॅडल संस्कृति स्कूल पहले से संचालित है।


विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हलके के विद्यार्थियों को उनके अभिभावकों की ईच्छानुसार अंगे्रजी माध्यम की बेहतर शिक्षा मिले। जो विद्यार्थी प्राईवेट स्कूलों में हजारों की फीस खर्च करके प्राप्त कर रहे हैं, वही शिक्षा सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चों को भी मिले। उन्होंने कहा कि इन माॅडल संस्कृति स्कूलों में ओर ज्यादा बेहतर परिणाम आएं। इसके अलावा जिला के विद्यार्थी सुपर 100 में भी अग्रणीय रहे है।

For Detailed News-


उन्हांेने गांव के शमशान घाट के नवीनीकरण एवं तालाब के सौन्दर्यकरण का भी उदघाटन किया। तालाब के किनारें श्री गुप्ता ने पौधारोपण कियां। उन्होंने कहा कि चार नए माॅडल संस्कृति बनाए गए है। बतौड के विद्यार्थियों के लिए प्राईमरी स्तर का भी संस्कृति मिला है। इसमें अंग्रेजी की शिक्षा प्राईमरी कक्षाओं में ही मिलेगी। एक ही गांव में प्राईमरी व वरिष्ठ माध्यमिक दोनों संस्कृति स्कूलों का होना ग्रामीणों के लिए गौरव की बात है।


श्री गुप्ता ने गांव के सौन्दर्यकरण को लेकर किए गए कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि गांवों मेें सुन्दर शमशान घाट एवं तालाब को बहुत ही भव्य रूप दिया गया है। इसमें नागरिकों को बेहतर स्थल सुलभ होगा वहीं तालाब के गंदे पानी से भी लोगों को निजात मिलेगी। अलग अलग भागों में बंाटकर तालाब का सौन्दर्यकरण किया गया है तथा इसके चारों ओर घूमने के लिए शानदार पगडण्डी बनाई गई है। इसके अलावा तालाब के चारों ओर पेड़ लगाए गए हैं तथा लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां भी लगाई गई है। इसके लिए गांव के सरपंच बधाई के पात्र हैं जिन्होंने जिम्मेदारी के साथ ऐसा शानदार कार्य किया है।

https://propertyliquid.com


विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि गांवों के विकास में पैसे की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। पंचकूला के गांवों में 10 करोड़ रुपए तक की राशि विकास कार्यो पर खर्च की गई है। उन्होंने कहा कि हलके के गांवों में सामुदायिक केन्द्र, गलियां, नालियां, फिरनी आदि के अलावा अन्य कई विकास कार्यो पर राशि खर्च की गई है।

गांव में पहंुचने पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता का ढोल नगाड़ों ओर फूलों की वर्षा के साथ ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया और गांव हुए कार्यो से ग्रामीणों में भारी खुशी का आलम रहा। इसके अलावा गांव बतौड़ में दो संस्कृति स्कूल मिलने से बच्चों की शिक्षा को लेकर ग्रामीण ओर भी उत्साहित नजर आ रहे थे।

कई बुजुर्गो ने कार्यक्रम के दौरान खड़े होकर जोरदार नारे लगाए।


इस अवसर पर भाजपा के जिला प्रधान अजय शर्मा, उमेश सूद,, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी निरूपमा कुश, प्राचार्य सुनीता नैन, इन्दू बाला, बलसिंह राणा, रविन्द्र राणा, हेमसिंह राणा, सरंपच लक्ष्मण दास, एचएस सेनी, पूर्व चेयरमैन अशोक कुमार, प्रवीन गुप्ता सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।