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उपायुक्त ने समाधान शिविर में सुनी लोगों की समस्याएं

सड़क सुरक्षा मामले में नगर निगम पंचकूला ने राज्य और देश में स्थापित की मिसाल- राजेश जोगपाल

पंचकूला, 4 जुलाई-

शहरी क्षेत्र में सड़क सुरक्षा समस्याओं को हल करने के लिये नगर निगम पंचकूला का डेटा संचालित वैज्ञानिक दृष्टिकोण राज्य व देश में एक उदहारण स्थापित कर रहा हैं। सड़क सुरक्षा के मुद्दों को हल करने के लिये नगर निगम ने न केवल योजना के मामले में विशेष पहल की है बल्कि उनके कार्यरूप देने में भी विशेष पहल की गई है। 

यह जानकारी देते हुए नगर निगम के आयुक्त राजेश जोगपाल ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्गों सहित लगभग 211 किलोमीटर सड़क नेटवर्क का आॅडिट किया गया। इस आॅडिट के आधार पर 21 दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान की गई है। इन स्थानों की पहचान के बाद 18 किलोमीटर शहर के मुख्य कलियारों में पैदल यात्रियों व साईकिल चालकों की सुविधा के लिये तकनीकि सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया। यह 18 किलोमीटर का क्षेत्र शहर का वह एरिया है जहां अत्याधिक टैफिक संचालित होता है। उन्होंने बताया कि निगम क्षेत्र के 8 मुख्य चैराहों में भारतीय सड़क कांग्रेंस के दिशा निर्देशानुसार संशोधन किया गया है। 

उन्होंने बताया कि सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के दिशा निर्देशों के अनुसार पंचकूला जिला में ब्लैक स्पाॅट के रूप में पहचाने जाने वाले 24 ब्लैक स्पाॅट में से पांच आकस्मिक ब्लैक स्पाॅट नगर निगम क्षेत्र में आने वाली सड़कों पर है और यह अधिकतर राष्ट्रीय राजमार्गों पर है। ब्लैक स्पाॅट से पहचाने जाने वाले यह इस तरह के क्षेत्र है जहां पिछले तीन वर्षों में पांच या पांच से अधिक घातक या गंभीर दुर्घटनायंें दर्ज की गई है। ऐसे स्थानों का विशलेषण सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ, सड़क सुरक्षा सहयोगी और पंचकूला पुलिस की मदद से किया जाता है। नगर निगम की सड़कों पर यह सभी पंाच आकस्मिक ब्लैक स्पाॅट दुर्घटनाओं की गंभीरता के आधार पर पांचवें क्रम के ब्लैक स्पाॅट है। 

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उन्होंने बताया कि इन पंाच आकस्मिक ब्लैक स्पाॅट में से तीन पुराने रोटरी थे और पिछले एक वर्ष में निगम द्वारा किये गये सुधारों और सुरक्षात्मक उपायों के कारण वर्ष 2018 और 19 में इन स्थानों पर कोई भी घातक और गंभीर दुर्घटना दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा अपनाये गये वैज्ञानिक दृष्टिकोण के परिणाम मिलने शुरू हो गये हैं। इसके अलावा सेक्टर-14, 19, अमरटेक्स तथा 8-9-5 की टै्रफिक लाईटों के क्षेत्र में पड़ने वाले ब्लेक स्पाॅट में सुधार का कार्य जारी है। 

निगम आयुक्त ने उम्मीद जाहिर की कि आने वाले समय में न केवल आवास के लिये बल्कि पंचकूला शहर कई अलग उदहारणों के साथ सुरक्षित शहर बन पायेगा। जहां वाकिंग और साईकलिंग जैसे गैर मोटर चालित परिवहन के लिये एक समर्पित गलियारे, यातायात नियमों की अवेलना तथा अपराधिक घटनाओं पर नजर रखने के लिये 48 अलग अलग स्थानों पर 379 सीसीटीवी कैमरे, सुंदर पेड़ों से सुसर्जित आधुनिक गोल चक्कर जैसी सुविधाओं से युक्त होगा। विशेष रूप से महिलाओं के लिये सुरक्षित सड़के, सार्वजिक साईकलिंग शेयरिंग कार्यक्रम और न्योजन सिटी बस सेवा के माध्यम से, पहले और आखिरी मिल कनैक्टिविटी के साथ बस क्यू शैल्टर जैसी सुविधाओं से युक्त शहर की कल्पना का कार्य रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंचकूला स्मार्ट शहर नहीं है लेकिन नगर निगम द्वारा जमीनी स्तर पर किये जाने वाले कामों के कारण सड़क सुरक्षा व अन्य मापदंडों को ध्यान में रखते हुए यह शहर स्मार्ट शहरों के लिये एक उदहारण प्रस्तुत कर रहा है। 

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