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जब महिलाएं बिना दबाव के निर्णय लेने में सक्षम होगी तभी वास्तव में सशक्त होंगी-राकेश कुमार आर्या

बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर जारी

बिहार: बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर जारी है। इस बुखार ने मरने वाले बच्चों की संख्या 83 पहुंच गई है। मुजफ्फरपुर जिले में हाइपोग्लाइसीमिया के कारण शनिवार को चार और बच्चों की मौत हो गई।

अधिकारियों ने बताया कि इस महीने अब तक ऐसी 83 मौतें हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि सभी बच्चे हाइपोग्लाइसीमिया के शिकार हुए हैं, यह ऐसी स्थिति है जिसमें ब्लड शुगर का स्तर बहुत घट जाता है और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलित हो जाते हैं। इनमें से ज्यादातर बच्चों की उम्र 10 साल से कम थी।

मुजफ्फरपुर के दो सरकारी अस्पतालों- श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में इन 67 बच्चों की मौत हुई है।

मुजफ्फरपुर जिला प्रशआसन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक एसकेएमसीएच में शनिवार को चार बच्चों की मौत हो गई।

एक जून से 197 बच्चों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया जबकि केजरीवाल अस्पताल में 91 बच्चों को भर्ती कराया गया।

इन सभी को एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम के संदेह में भर्ती कराया गया था लेकिन ज्यादातर हाइपोग्लाइसीमिया के पीड़ित पाए गए। इन दोनों अस्पताल में इलाज करा रहे छह बच्चों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

इस बीच, केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय गृह राज्य मंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद से राज्य के अपने पहले दौरे पर सभी अभिनंदन कार्यक्रम रद्द करते हुए पटना हवाईअड्डे से सीधा मुजफ्फरपुर पहुंचे।

उन्होंने बच्चों की मौत पर चिंता जताई और कहा कि पार्टी किसी के भी स्वागत के लिए दो हफ्तों तक किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं करेगी।

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उन्होंने एसकेएमसीएच का दौरा करने के बाद कहा कि यह हम सभी के लिए अत्यंत दुखदायी समय है। इस अज्ञात बीमारी ने इस साल कई जान ले ली।

राय ने कहा कि पिछले दो सालों में इससे दो या चार मौतें हुईं। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकारों ने जरूरी बचाव उपाय किए हैं और अब तक इस बीमारी से प्रभावित 69 बच्चों को इन दो अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नॉर्वे से एक टीम बच्चों की मौत के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए पहुंची है जबकि नमूनों को जांच के लिए पुणे की एक प्रयोगशाला में भेज दिया गया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इससे पहले परिजनों को सलाह दी कि एहतियात के तौर पर वे अपने बच्चों को खाली पेट न सोने दें या खाली पेट लीची न खाने दें।

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लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में जाति के नाम पर राजनीति का जोड़-तोड़ शुरू

बिहार: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में जाति के नाम पर राजनीति का जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। तमाम दल जातियों के नाम पर मतदाताओं को अपने पाले में करने में जुट गए हैं। खास तौर पर ओबीसी मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए होड़ मच गई है। इसे लेकर जनसभाओं, रैलियों और अभियानों का सिलसिला तेज हो गया है। 2019 आम चुनाव के मद्देनजर हर पार्टी जाति के नाम पर दांव खेलकर मतदाताओं को लुभाना चाहती है। 

भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए हो या महागठबंधन, दोनों पक्ष पिछड़े वर्ग के वोटर्स को अपनी तरफ करने में जुटे हैं। इसी के मद्देनजर जनसभाओं, रैलियों का आयोजन का दौर तेज हो रहा है। भाजपा 15 फरवरी को ही पटना में ओबीसी मोर्चा की दो दिवसीय जनसभा कर चुकी है। हालांकि पुलवामा हमले के मद्देनजर इसे रद्द कर दिया गया है। 

वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के नेता, लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव राज्य में बेरोजगारी हटाओ, आरक्षण बढ़ाओ अभियान के तहत प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। उनका जोर इस बात पर है कि पिछड़ों के लिए आरक्षण और बढ़ाया जाए और इसी मुद्दे के सहारे वह आगामी लोकसभा चुनाव में बड़ा दांव खेलना चाहते हैं। 

केंद्र सरकार की ओर से सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को 10 फीसदी आरक्षण के फैसले के बाद तेजस्वी ने आरक्षण बढ़ाओ अभियान के तहत मंडल राजनीति का दांव खेलकर लोकसभा चुनाव में बड़ी बाजी जीतना चाहते हैं। उनका जोर है कि आबादी के हिसाब से आरक्षण दिया जाए। न सिर्फ निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू हो बल्कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, ईबीसी को उनकी जाति में संख्या के हिसाब से आरक्षण मिले। 

जनता दल (युनाइटेड) पहले ही पूरे राज्य में अपने ‘अति पिछड़ा प्रकोष्ठ’ का जिलास्तरीय सम्मेलन आयोजित कर पिछड़े वर्ग के मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश कर चुकी है. माना भी जाता है कि जिस प्रकार यादव मतदाताओं पर राजद की पकड़ है, वैसे ही कई चुनावों में जद (यू) अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अत्यंत पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में कामयाब रहे हैं.

जनता दल (यू) भी जातीय राजनीति की कवायद में जुटी है। पार्टी पहले ही पूरे राज्य में अति पिछड़ा प्रकोष्ठ का जिलास्तरीय सम्मेलन आयोजित कर पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर चुकी है। सीएम नीतीश कुमार का अति पिछड़ा वर्ग पर खासा प्रभाव भी माना जाता है। 


बिहार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना मेट्रो समेत 33 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी

बिहार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार को पटना मेट्रो समेत 33 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी। इससे पहले पीएम मोदी आज सुबह 11:30 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे थे। पटना एयरपोर्ट पर सीएम नीतीश कुमार और राज्यपाल लालजी टंडन पीएम मोदी का स्वागत किया। इस दौरान एयरपोर्ट पर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत कई और नेता भी मौजूद थे। पटना एयरपोर्ट पर थोड़ी देर रुकने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी हेलीकॉप्टर से बरौनी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।उनके साथ राज्यपाल लाल जी टंडन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद है।

पीएम नरेंद्र मोदी बोले- बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से आज एक ऐतिहासिक दिन है। छपरा और पुर्णिया में अब नए मेडिकल कॉलेज बनने वाले हैं, वहीं भागलपुर और गया के मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड किया जा रहा है। इसके अलावा, बिहार में पटना एम्स के अलावा एक और एम्स बनाने पर काम चल रहा है।

पीएम नरेंद्र मोदी बोले- एनडीए सरकार की योजनाओं का विजन, दो पटरियों पर है। पहली पटरी है इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी योजनाएं, औद्योगिक विकास, लोगों को आधुनिक सुविधाएं, दूसरी पटरी है उन वंचितों, शोषितों, पीड़ितों का जीवन आसान बनाना जो पिछले 70 वर्षों से मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी बोले- मैं पटना वासियों को बधाई देता हूं, क्योंकि पाटलिपुत्र अब मेट्रो रेल से जुड़ने वाला है। 13 हज़ार करोड़ रुपए की इस परियोजना को वर्तमान के साथ भविष्य को जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया जा रहा है। ये मेट्रो प्रोजेक्ट तेजी से विकसित हो रहे पटना शहर को नई रफ्तार देगा

पीएम नरेंद्र मोदी बोले- इस परियोजना का तीसरा लाभ ये होगा कि जब यहां पर उद्योगों को पर्याप्त मात्रा में गैस मिलेगी उससे Gas Based Economy का नया इकोसिस्टम विकसित होगा, युवाओं को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी बोले- इस परियोजना से 3 बड़े काम एक साथ होने जा रहे हैं। बरौनी में जो फर्टिलाइजर का कारखाना फिर से चालू किया जा रहा है, उसको गैस उपलब्ध होगी। पटना में पाइप के माध्यम से गैस देने का काम होगा, सीएनजी से गाड़ियां चल पाएंगी। हज़ारों परिवारों को अब पाइप वाली गैस मिलने वाली है।

पीएम नरेंद्र मोदी बोले- इसी योजना के पहले चरण में जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइन के पटना-फूलपुर सेक्शन का लोकार्पण किया गया है। जुलाई 2015 में मैंने इसकी आधारशिला रखी थी। हल्दिया-दुर्गापुर LPG पाइपलाइन का भी विस्तार मुजफ्फरपुर और पटना तक किया जा रहा है, जिसका शिलान्यास किया गया है।

पीएम नरेंद्र मोदी बोले- आज हज़ारों करोड़ की दर्जनों परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। इसमें पटना शहर को स्मार्ट बनाने से जुड़े प्रोजेक्ट हैं, बिहार के औद्योगिक विकास और युवाओं को रोज़गार से जुड़े प्रोजेक्ट हैं और बिहार के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने वाली परियोजनाएं हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी बोले- बिहार समेत पूर्वी भारत का कायाकल्प करने के लक्ष्य के साथ शुरू की गईं अनेक परियोजनाओं में से एक- प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना भी है। इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा को गैस पाइपलाइन से जोड़ा जा रहा है।

पुलवामा हमला पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- जो आग आपके दिल में है वो मेरे दिल में भी है। पटना के शहीद रतन कुमार ठाकुर और संजय कुमार सिन्हा को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।