हरियाणा फार्मेसी कौंसिल के चेयरमैन का धनेश अदलखा ने संभाला पद
हरियाणा राज्य फार्मेसी कौंसिल के नये चेयरमैन का कार्यभार फरीदाबाद से भाजपा पार्षद धनेश अदलखा ने सेक्टर 6 पंचकूला स्थित कार्यालय में संभाल लिया।
धनेश अदलखा के पास हरियाणा राज्य सहकारी कृषि व ग्रामीण विकास बैंक लिमिटेड के चेयरमैन का काम भी है।
धनेश अदलखा के कार्यभार ग्रहण समारोह में वाइस चेयरमैन सोहन लाल कांसल और रजिस्ट्रार अरुण पराशर, हरियाणा के ड्रग कंट्रोलर नरेंद्र विवेक आहूजा, डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनमोहन तनेजा भी उपस्थित थे।
पदभार ग्रहण करने के बाद धनेश अदलखा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्ज्जर का आभार व्यक्त किया।
पत्रकारों से बातचीत में धनेश अदलखा ने कहा कि फार्मासिस्टों की वैल्फेयर के लिए काम किया जाएगा और यदि किसी फार्मासिस्ट की अचानक मौत हो जाती है, उसकी कैसे मदद की जाए, हरियाणा सरकार का पूरा खजाना फार्मेसी कौंसिल के लिए खुला है।
फार्मेसी एसोसिएशन हरियाणा के साथ मिलकर फार्मासिस्टों के वैल्फेयर के लिए काम करुंगा।
अदलखा ने कहा कि ऐसे किसी भी व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा, जिसने कभी फार्मेसी की पढ़ाई की ही नहीं और फार्मेसी का सर्टीफिकेट लेकर आ जाते हैं।
बकायदा रजिस्ट्रेशन पूर्व उनसे फार्मेसी से जुड़े सवाल-जबाव और जरुरत पडनÞे पर लिखित पेपर भी लिया जाएगा।
यदि किसी बच्चे ने फार्मेसी एक्ट 1948 के साथ खिलवाड़ किया है, तो उसे किसी हालत पर बख्शा नहीं जाएगा और सख्त कार्यवाही करवाई जाएगी।
धनेश ने कहा कि हरियाणा एक पहला ऐसा राज्य है, जिसमें सारी चीजें सख्ती से लागू करते हुए मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य मंत्री की शपथ ली थी, उसी दिन के बाद लगभग सभी मैडीकल स्टोरस पर खुद फार्मासिस्ट मालिक बन चुके हैं।
ड्रग अथॉरिटी सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।
अदलखा ने फार्मासिस्टों को कहा है कि वह ऐसी कोई दवाई मरीज को ना दें, जो वह अपने बच्चों को ना खिला पायें।
इस अवसर पर शक्ति मार्केट एसोसिएशन प्रधान वासुदेव अरोड़ा, सरदार सुरजीत, अवतार मित्तल, राजबीर चौहान, गोल्डी भरेजा भी उपस्थित थे।