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*MCC decides to implement No work No pay against striking Door to Door waste collectors*

अमेठी के कार्यकर्ता की हत्या के बाद लखनऊ जा रही हैं स्मृति ईरानी

उत्तर प्रदेश:

अमेठी में बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह को देर रात अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी।  इलाज के लिए उन्हें लखनऊ के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। सुरेंद्र सिंह अमेठी से हाल में लोकसभा चुनाव जीत कर आईं स्मृति ईरानी के काफी करीबी थे। गौरतलब है कि बरौलिया गांव को मनोहर पर्रिकर ने गोद लिया था।

इस घटना के बाद इलाके की सियासत गरमा गई है। नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी खुद लखनऊ जा रही हैं, जहां वह मृतक के परिजनों से मुलाकात करेंगी। वहीं, मृतक के परिवार ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया है। पुलिस ने कुछ संदिग्ध हमलावरों को हिरासत में भी लिया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक बदमाशों ने उस वक्त इस घटना को अंजाम दिया जब पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह अपने घर के बाहर सो रहे थे। घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामला दर्ज कर इसकी पड़ताल शुरू कर दी है। इस हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है।घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता की मौत अत्यंत दुखद है। वह परिश्रमी कार्यकर्ता थे।

भले ही हत्यारे जमीन के भीतर क्यों ना छिपे हों, उन्हें पकड़ लिया जाएगा। इस घटना से पूरी अमेठी दुखी है। उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई गुंजाइश नहीं है। हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

सिंह की हत्या पर भाजपा के अमेठी लोकसभा क्षेत्र के संयोजक राजेश अग्रहरि ने कहा कि कांग्रेस की हताशा और घटना के हालात को देखते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। 

राजेश ने कहा कि चुनाव के बाद से कांग्रेस में हताशा है इसलिए घटना की गहन जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने कहा कि इस घटना के राजनीतिक हत्या होने से इंकार नहीं किया जा सकता। सभी पहलुओं पर जांच हो रही है।

सिंह पूर्व प्रधान रहे हैं इसलिए यह पुरानी रंजिश का मामला भी हो सकता है। लोकसभा चुनाव के दौरान जूता वितरण प्रकरण में सुरेंद्र सिंह काफी चर्चा में रहे थे।

उन्हें स्मृति ईरानी का करीबी माना जाता था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने स्मृति ईरानी पर बरौलिया गांव के लोगों को जूते बांटने का आरोप लगाते हुए इसे अमेठी के लोगों का अपमान बताया था। बरौलिया गांव को पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया था। 

अमेठी सीट पर इससे पहले 16 चुनाव और दो उपचुनाव हुए हैं। इनमें से कांग्रेस ने यहां 16 बार जीत दर्ज की है। 1977 में लोकदल और 1998 में बीजेपी को यहां से जीत मिली थी। यहां से संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी सांसद रहे हैं और अब यह सीट स्मृति की हो गई है।