Posts

Panjab University, Chandigarh developed AI model for identifying forged and real signatures- Copyright granted

रोहतक : शाही योग कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे

रोहतक:

 रोहतक में प्रदेश का शाही योग कार्यक्रम आयोजित होगा। शाही योग कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे।

प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी  विशेष तौर पर मौजूद रहेंगे। गुरुवार को समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए। 

वीटा चौक स्थित मेला मैदान में सुबह प्रोटोकाल रिहर्सल हुई। मुख्यातिथि पहुंचे सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर ने साईकिल पर समारोह स्थल पर पहुंचते हुए स्वस्थ और प्रदूषण मुक्त जीवन जीने का आमजन से आह्वान किया।

For Sale

समारोह में मंडल आयुक्त पंकज यादव और जिला उपायुक्त आरएस वर्मा सहित जिला स्तर पर कार्यरत सभी अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष व स्कूली बच्चों ने योगाभ्यास किया।

सहकारिता मंत्री ग्रोवर ने कहा कि शुक्रवार 21 जून को होने वाले मुख्य समारोह में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री मनोहर लाल आमजन के बीच बैठकर योगा करते हुए सभी को स्वस्थ रहने की प्रेरणा देंगे।

उन्होंने कहा कि योग ही एक ऐसी विधा है जिसका नियमानुसार व नियमित अभ्यास करने से शरीर के सभी छोटे बड़े रोगों से मुक्ति मिलने के साथ बुद्धि का विकास होता है। 

उपायुक्त आरएस वर्मा ने बताया कि राज्य स्तरीय  समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 21 जून को होने वाले समारोह को भव्य तरीके से माया जाएगा।

ऑनलाइन पंजीकरण के अनुरूप 25 हजार से अधिक लोग इस मौके पर योग करने पहुंचने वाले हैं। 


 कार्यक्रम में मुख्य तौर पर केद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह, प्रदेश के स्वास्थ्य व आयुष विभाग के मंत्री अनिल विज, सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, स्थानीय सांसद डॉ. अरविन्द शर्मा, प्रदेश के मुख्य सचिव डी एस ढेसी, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, प्रदेश ग्रह सचिव, स्वास्थ्य सचिव सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति भी योगमुद्रा में दिखाई देंगे । 

Watch This Video Till End….

Panjab University, Chandigarh developed AI model for identifying forged and real signatures- Copyright granted

गृह मंत्री अमित शाह आज नेशनल पुलिस मेमोरियल जाएंगे,वो बलिदान देने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देंगे।

गृह मंत्री अमित शाह आज नेशनल पुलिस मेमोरियल जाएंगे,वो बलिदान देने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देंगे।


दिल्ली : देश के नए गृह मंत्री अमित शाह आज राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का दौरा करेंगे। यहां वो बलिदान देने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देंगे।

दिल्ली के चाणक्यपुरी क्षेत्र में स्थित स्मारक 6.12 एकड़ में फैला है और इसमें 30 फुट ऊंची काले ग्रेनाइट केंद्रीय मूर्ति बनी है।

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल जाएंगे। ये भारत का एक संग्रहालय और एक ‘वॉल ऑफ वलोर’ जो आजादी के बाद से राष्ट्र की सेवा करते हुए शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम हैं।

इससे पहले शनिवार अमित शाह ने गृह मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। कार्यभार संभालने के फौरन बाद वो केंद्रीय गृह मंत्रालय पहुंचे और अधिकारियों को साथ बैठक की।

Watch This Video Till End….

Panjab University, Chandigarh developed AI model for identifying forged and real signatures- Copyright granted

गांधीनगर से शाह ने नामांकन दाखिल किया

गुजरात:

पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को गांधीनगर सीट के लिए नामांकन भरा। इससे पहले उन्होंने 4 किमी का रोड शो किया।

इसके लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के प्रमुख प्रकाश सिंह बादल और लोजपा नेता रामविलास पासवान समेत कई नेता पहुंचे।

गांधीनगर से मौजूदा सांसद लालकृष्ण आडवाणी नहीं आए।जनसभा में शाह ने कहा कि जिस सीट से अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी सांसद रहे, वहां से टिकट मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। 

शाह ने कहा- मैं बूथ पर पर्चे बांटते और चिपकाते हुए आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष पद तक पहुंचा हूं।

मेरे जीवन से भाजपा को निकाल दिया जाए तो केवल शून्य बचता है।

मैंने जो देश को देने की कोशिश की, वह पार्टी की देन है।

गांधीनगर से आडवाणीजी समेत कई नेता सांसद रहे। मैं यहां से पांच बार विधायक भी रहा हूं।

यह चुनाव एक मुद्दे पर लड़ा जा रहा है कि देश का नेतृत्व कौन करेगा।

हर क्षेत्र से आवाज आती है मोदी-मोदी। ऐसा व्यक्ति जो कभी प्रधान का चुनाव भी नहीं लड़ा, गुजरात का मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बना।

आज बड़ा सवाल है कि देश को सुरक्षा कौन दे सकता है। मोदी और भाजपा ही देश को सुरक्षित रख सकते हैं। मोदी प्रधानमंत्री बनने वाले हैं।

गुजरात की जनता से अपील है कि यहां की सभी 26 सीटें भाजपा की झोली में डाल दीजिए।

आडवाणीजी की विरासत को मैं पूरी विनम्रता से आगे बढ़ाने का प्रयास करूंगा।

अमित शाह अभी गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं।

गुजरात में सभी 26 सीटों के लिए 23 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 4 अप्रैल है।

2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने गुजरात की सभी सीटें जीती थीं। 

बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे जल्द – अमित शाह

यूपी: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह प्रदेश में बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर बहुत जल्द मुहर लगा सकते हैं।

26 फरवरी को दिल्ली में प्रस्तावित बैठक में सहयोगी दलों को दी जाने वाली सीटों पर फैसला हो जाने की संभावना है। बैठक के नतीजों पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ ही अपना दल की नजरें टिकी हुई हैं। 

19 फरवरी को दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद सुभासपा अध्यक्ष प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा के खिलाफ बयानबाजी बंद कर दी है। उनका कहना है कि वह 26 फरवरी की बैठक में होने वाले फैसले का इंतजार करेंगे। 

सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर पूर्वांचल की घोसी, लालगंज और सलेमपुर संसदीय सीट पर मजबूत दावेदारी कर रहे हैं। इनकी दूसरी प्राथमिकता की सीटों में जौनपुर, अंबेडकरनगर और गाजीपुर लोकसभा सीट है।

वहीं अद (एस) की दावेदारी वाली सीटों में पार्टी की संरक्षिका केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल की सीट मिर्जापुर के साथ ही प्रतापगढ़ पहली प्राथमिकता है।

इनके अलावा पार्टी का दावा मछलीशहर,डुमरियागंज, फूलपुर, जौनपुर, राबर्ट्सगंज के साथ ही कन्नौज सीट पर भी है। 

अमित शाह से सपा, बसपा, कांग्रेस : राम मंदिर पर अपना रुख साफ करें

अलीगढ़/ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस से राम मंदिर के मुद्दे पर अपना रुख साफ करने को कहा। शाह ने यहां एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा चाहती है कि भगवान राम का भव्य मंदिर उसी स्थान पर बनाया जाए जहां उनका जन्म हुआ हो। उन्होंने कहा, “भाजपा का रुख स्पष्ट है कि अयोध्या में राम मंदिर उसी स्थान पर बनेगा। सपा, बसपा और कांग्रेस को अपना रुख साफ करना चाहिए कि वे राम मंदिर का निर्माण चाहते हैं या नहीं।”

केंद्र ने मंगलवार को अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास में विवादित हिस्से के आसपास “अतिरिक्त” भूमि को बहाल करने की अनुमति के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

सरकार ने एक याचिका में 67 एकड़ जमीन को वापस लेने के निर्देश दिए, जो उसने करीब ढाई दशक पहले हासिल की थी, जिससे वह 0.313 एकड़ विवादित भूमि से अछूती रह गई थी।

राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पिछले आठ साल से शीर्ष अदालत के समक्ष लंबित है। लंबे समय से, मामले में पक्ष और विभिन्न दक्षिणपंथी संगठन मामले में जल्द या दिन-प्रतिदिन की सुनवाई के लिए पूछ रहे हैं।

2017 में, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, जो सुन्नी वक्फ बोर्ड का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, ने लोकसभा चुनाव पूरा होने तक राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में सुनवाई स्थगित करने की याचिका दायर की थी।

यूपी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस महीने कई बार आएंगे।

यूपी : लोकसभा चुनाव में यूपी में 74 सीटों के लक्ष्य को भेदने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस महीने कई बार आएंगे। प्रधानमंत्री पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के जरिए इस महीने तीन बार आकर जनसभाओं को संबोधित करेंगे। अमित शाह ने भी क्षेत्रीय बूथ अध्यक्ष सम्मेलन के मार्फत  सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस से बूथ स्तर पर ही निपट लेने के लिए कार्यकर्ताओं के अंदर जोश भरने का काम शुरू कर दिया है।


30 जनवरी को कानपुर-बुंदेलखण्ड व अवध क्षेत्र के बूथ सम्मेलन करने के बाद श्री शाह शनिवार को अमरोहा में पश्चिम क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों का सम्मेलन करेंगे। इसी तरह वे छह फरवरी को एटा में ब्रज क्षेत्र व आठ को काशी क्षेत्र का जौनपुर और इसी दिन गोरखपुर क्षेत्र का महराजगंज में बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में शिरकत करेंगे।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आठ फरवरी को दौरे खत्म होते ही 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डिफेन्स कॉरीडोर के कार्यक्रम के जरिए झांसी या बुंदेलखण्ड के किसी अन्य शहर में आ सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय सम्मेलन में 24 को गोरखपुर आना तो तय है। इसके अलावा भी वे फरवरी में किसी सरकारी कार्यक्रम में आकर जनसभा को संबोधित करेंगे। पार्टी के एक पदाधिकारी के अनुसार जब तक आचार संहिता नहीं लगती है, तब तक पीएम मोदी सरकारी कार्यक्रमों में तो आएंगे ही। 

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किसी अन्य राज्य की तुलना में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लिए उत्तर प्रदेश की 80 सीटें काफी अहम हैं।  पिछली 30 जनवरी को अवध क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में यह कह चुके हैं  कि 2014 में नरेन्द्र मोदी यूपी से आई 73 सीटों की बदौलत प्रधानमंत्री बने थे। इस बार मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने का रास्ता भी यूपी से ही गुजरेगा। फरवरी में सोशल मीडिया के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन व इसी महीने ही अन्य पार्टी के कार्यक्रमों में शिरकत कर सकते हैं। पार्टी नेतृत्व उनके यहां आने के कार्यक्रमों की  रूपरेखा तैयार कर रहा है।