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खंड पिंजौर में “तीज त्यौहार ” कार्यक्रम का किया गया आयोजन  

भजन संध्या में भजन प्रस्तुत करते हुये गृह सचिव डाॅ0 एस0एस0 प्रसाद व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रंजू प्रसाद

पंचकूला, 13 अप्रैल-

श्री माता मनसा देवी मन्दिर में आयोजित चैत्र नवरात्रा मेला में गृृह सचिव डाॅ0 एस0एस0 प्रसाद ने भजन संघ्या कार्यक्रम का शुआरम्भ किया। भजन संध्या में गृह सचिव व धर्मपत्नी श्रीमती रंजू प्रसाद ने भजन पस्तुत किये और महामाई का गुणगान किया। इससे पूर्व उन्होंने महामाई के दर्शन किये और उनके साथ उपायुक्त डाॅ0 बलकार सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस0पी0 अरोड़ा व अन्य अधिकारी भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। 

डाॅ0 एस0एस0 प्रसाद ने इस अवसर पर कहा कि श्री माता मनसा देवी मन्दिर पूरे देश में विख्यात है और यहां देश-विदेश से श्रृृद्रालु नतमस्तक होकर अपनी मुरादे मांगते है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में सभी धर्मो के लोग श्रृृद्धा और उल्लास के साथ शामिल होते है। उन्होंने कहा कि मेले भारतीय संस्कृति की पहचान है और इन आयोजनों से भावी पिढ़ी को भारतीय संस्कृृति को समझने का अवसर मिलता है

गृह सचिव डाॅ0 एस0 एस0 प्रसाद व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रंजू प्रसाद जो डाक विभाग में वरिष्ट अधिकारी है ने भजन प्रस्तुत किये। मैली चादर आॅड कैसे इस दुआरे आऊं प्रस्तुत किया। इसी प्रकार डाॅ0 एस0एस0 प्रसाद ने भी, जग में राम रतन धन प्यारा भजन प्रस्तुत किया। उन्होंने तोरा मन दर्पण कहलाये, भले बुरे सब क्रर्मो को देखे और दिखायंे। माँ मुरादे पूरी करदे हलवा बाटूंगी जोत जगाकर व अन्य भजन प्रस्तुत किये।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस0पी0 अरोड़ा ने गृह सचिव का स्वागत करते हुए मेले के आयोजन के लिए किये गए प्रबधों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 12 अप्रैल को श्रृद्रालुओं द्वारा 1912266 रूपये की राशी दान के रूप में चढाई है। उन्होंने बताया कि इसमें से श्री माता मनसा देवी मन्दिर में 1586561 रूपये तथा काली माता मन्दिर कालका में 325705 रूपये का चढ़ावा प्राप्त हुआ है। दोनो मन्दिरों में चाँदी के 204 और सोने के 10 नग भी चढावे के रूप में प्राप्त हुये है। इस दिन श्रृृद्रालुओं ने कनाडा के 240 डाॅलर भी दान के रूप में चढाए है। उन्होंने बताया कि 6 अप्रैल से 12 अप्रैल तक 12922515 रूपये की नगद राशी, सोने के 53 नग और चाँदी के 1088 नग दान के रूप में प्राप्त हुये है। उन्होंने बताया है कि यू0एस0ए0 के 104 डालर, कनाडा के 385 डाॅलर, आॅस्ट्रेलिया के 186 डाॅलर, न्यूजिलैंड के 20 डाॅलर तथा इंग्लैंड के 10 पौंड भी दान के रूप में प्राप्त हो चुके है।