
जम्मू कश्मीर में पुलवामा आतंकी घटना के बाद से घाटी में तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे वक्त में घाटी में हालात कुछ ठीक नहीं है। रविवार को अलगाववादी संगठनों ने बंद का ऐलान किया है। दूसरी तरफ अनुच्छेद 35ए पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। जिसकी वजह से घाटी में तनाव का माहौल बना हुआ है। सरकार ने सुनवाई से पहले अलगाववादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और 150 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। जिसके विरोध में बंद बुलाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कश्मीर में पुलिस और सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। इसके अलावा केंद्र ने सुरक्षाबलों की 120 कंपनियां जम्मू-कश्मीर में भेजा है। बता दें कि एक कंपनी में 100 जवान होते हैं। वहीं अलगाववादी नेता यासीन मलिक को देर रात गिरफ्तार किया गया।
कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की 100 अतिरिक्त कंपनियां (10,000 जवान) कश्मीर घाटी भेजी गई हैं।
