मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने जारी किया विरासत का ब्रोशर

पंचकूला 21 दिसंबर : स्वदेशी जागरण मंच की ओर से आयोजित किए गए दस दिवसीय स्वदेशी महोत्सव 2025 में विरासत दि हेरिटेज विलेज कुरुक्षेत्र द्वारा लगाई गई विरासत सांस्कृतिक प्रदर्शनी को देखकर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि विरासत सांस्कृतिक प्रदर्शनी अपने आप में अद्भुत है इसके माध्यम से स्वदेशी का संदेश हजारों लोगों तक पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में हरियाणा की संस्कृति को जिस तरीके से प्रस्तुत किया गया है वह अपने आप में अद्भुत अनूठी एवं निराली है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेशी समय की मांग है आज पूरा हरियाणा नहीं पूरा राष्ट्र स्वदेशी के साथ एक साथ खड़ा है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से हर घर स्वदेशी घर-घर स्वदेशी का जो संदेश दिया है उसे संपूर्ण भारत में जहां एक और राष्ट्रीय एकता का संदेश गया है वहीं पर दूसरी ओर भारत के उत्पादों को ही लोग खरीद कर पूरे देश को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विरासत का ब्रोशर भी जारी किया। इस मौके पर विरासत के प्रभारी डॉक्टर महावीर सिंह पुनिया एवं स्वदेशी मेला के संयोजक श्री राजेश गोयल ने मुख्यमंत्री को समृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया । स्वदेशी मेला के संयोजक राजेश गोयल ने बताया कि पर्यटकों में हरियाणा की सांस्कृतिक प्रदर्शनी के प्रति विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। इस प्रदर्शनी में लोक सांस्कृतिक तरीके से विषय-वस्तुओं को जिस स्वरूप में प्रस्तुत किया गया है उससे स्वदेशी मेले में स्वदेशी गांव की झलक जीवंत हो उठी है।
उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में 100 से अधिक पुरानी बैलगाड़ी, दोघड उठाई हुई हरियाणवी महिला, चक्की चलाती हुई महिला, ओखल कूटती हुई महिला, 100 साल पुराना देशी नलका, हाथ से चलाने वाला गंडासा ऐसे शेल्फी प्वाईंट हैं जो पर्यटकों को खूब भा रहे हैं। पर्यटक इनके साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हो रहे हैं। उधर विरासत हेरिटेज विलेज के संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि स्वदेशी मेला में विरासत की ओर से भव्य सांस्कृतिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है इस आयोजन में मीडिया चौपाल सभी के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। उन्होंने कहा कि मीडिया चौपाल में आज राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा, महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया , स्वदेशी के राष्ट्रीय सह संगठक सतीश सहित अनेक महान विभूतियों ने पॉडकास्टिंग चौपाल में मीडिया के माध्यम से हरियाणा एवं भारत के लोगों को स्वदेशी का संदेश दिया । इस मौके पर डॉक्टर महा सिंह पूनिया ने बताया कि हरियाणा की विरासत सांस्कृतिक प्रदर्शनी में पगड़ी के विविध स्वरूप यहां पर देखने को मिल रहे हैं। चौपाल का दृश्य जिसमें दादा-पोता चारपाई पर बैठे हुए हैं विशेष आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इसके साथ ही यहां पर हरियाणा की कृषि संस्कृति से जुड़ी हुई विषय-वस्तुएं जिनमें प्राचीन हल, खेतों में प्रयोग की जाने वाली बैलों की गोडी, कूंए में प्रयोग किए जाने वाले डोल, किसान द्वारा अनाज को मापने के मापक, बीज बीजने के लिए प्रयोग किए जाने वाले ओरने, पशुओं के गले की लकड़ी की घंटियां, किसानी संस्कृति में उपयोग होने वाली 70 साल से अधिक पुरानी जेली व टांगलियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। इसके साथ ही लुगदी के बने बोहिये तथा दो सौ साल पुराने बर्तन भी सबके लिए कौतुहल का कारण बने हुए हैं।