चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्रों ने किया नेचर कैम्प थापली का दौरा

पंचकूला, 2 दिसंबर : युवाओं को अपनी सांस्कृतिक जड़ों और प्रकृति संरक्षण के महत्व से जोड़ने के उद्देश्य से हरियाणा सरकार द्वारा विशेष पहल के रूप में दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय विशेष भ्रमण कार्यक्रम के तहत विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव और नेचर कैम्प थापली का अवलोकन कर न केवल इतिहास, संस्कृति व अध्यात्म से जुड़ रहे हैं, बल्कि पर्यावरणीय जागरूकता और नेतृत्व क्षमता भी विकसित कर रहे हैं।

हरियाणा सरकार के युवा कल्याण संयोजक नरेंद्र सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवा शक्ति को ज्ञान, कौशल और संस्कृति से सशक्त बनाकर भविष्य की कठिनाईयों के लिए तैयार करना है का । इसी कड़ी में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने नेचर कैम्प थापली का भ्रमण कर प्रकृति संरक्षण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं।
संयोजक नरेंद्र सिंह ने बताया कि यह पहल युवाओं में अपने जीवन मूल्यों, विरासत और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व को मजबूत करेगी।
थापली नेचर कैम्प के डिप्टी रेंजर विजय नेहरा, ने विद्यार्थियों को वन्यजीव संरक्षण, परिसर की विविधता, ट्रैकिंग मार्ग और सुरक्षा दिशानिर्देशों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नेचर कैम्प थापली हरियाणा वन विभाग द्वारा विकसित एक प्रमुख प्रकृति संरक्षण केंद्र है, जहाँ शोधार्थी, विद्यार्थी और प्रकृति प्रेमी नियमित रूप से अध्ययन के लिए आते हैं।
भ्रमण के दौरान छात्रों ने प्रकृति के साथ समय बिताते हुए पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता संरक्षण की महत्ता को समझा। विद्यार्थियों ने इस पहल के लिए हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह अनुभव उनके व्यक्तित्व विकास में एक महत्वपूर्ण अध्याय साबित होगा।
इस अवसर पर पूर्व कैप्टन प्रीतम सिंह (डिप्टी मैनेजर, युवा मामले एवं सेवाएं चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ), आकाश कुमार, प्रद्युम्न कुमार दास, शिवानी चौधरी, नैना सिंह, स्नेहा कुमारी सहित सभी विद्यार्थी इस भ्रमण कार्यक्रम में भाग लिए और प्रकृति संरक्षण से संबंधित गतिविधियों में सक्रिय रूप से सहभागिता की।