
हरियाणा के कैथल जिले में स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में जमा हुए ऑपरेशनों के बैकलॉग को दूर करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सभी संबंधित डॉक्टर अब दो शिफ्टों—सुबह और शाम—में छह-छह घंटे काम करेंगे, ताकि अधिक से अधिक सर्जरी समय पर की जा सकें। डॉक्टरों को केवल आपातकालीन स्थिति में ही अस्पताल से बाहर जाने की अनुमति दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने लक्ष्य तय करते हुए कहा है कि 22 नवंबर तक सभी लंबित ऑपरेशन पूरे कर दिए जाएं। फिलहाल अस्पताल में लगभग 60 सर्जरी पेंडिंग हैं। बताया जा रहा है कि कुछ निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के तहत सर्जरी बंद होने के बाद कई मरीज सरकारी अस्पताल का रुख कर रहे हैं। इसके अलावा, अलग-अलग बीमारियों के ऑपरेशन के लिए सप्ताह में अलग-अलग दिन तय होने से भी बैकलॉग बढ़ा है।
अब नई व्यवस्था के तहत सप्ताह के हर दिन ऑपरेशन किए जाएंगे, ताकि किसी भी मरीज का इलाज देरी से न हो। अस्पताल में आंखों, हड्डियों, स्त्री रोग, अपेंडिक्स, कान और अन्य बीमारियों से संबंधित सर्जरियों के मरीज आते हैं। हर हफ्ते लगभग 20 मरीज केवल आंख और हड्डी से संबंधित ऑपरेशन के लिए पहुंचते हैं। पहले इन्हें किसी एक तय दिन पर बुलाया जाता था, जिससे कई मरीजों की सर्जरी पीछे छूट रही थी।
जिला नागरिक अस्पताल के प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर, डॉ. दिनेश कंसल ने बताया कि सभी ऑपरेशन से जुड़े डॉक्टरों से चर्चा पूरी हो चुकी है। उन्होंने पुष्टि की कि विशेष अभियान चलाकर इस सप्ताह के भीतर सारे लंबित ऑपरेशन पूरे कर दिए जाएंगे और डॉक्टर विभाग द्वारा जारी आदेशों के अनुसार दोहरी शिफ्ट में काम करेंगे।