बांग्लादेश : ढाका में एक कपड़े की फैक्ट्री में भीषण आग

बांग्लादेश : बांग्लादेश की राजधानी ढाका के चावकबाजार इलाके में एक फैक्ट्री में बीती रात अचानक आग लग गई।

पांच मंजिला इमारत में आग लगने से 59 लोगों की मौत की खबर आ रही है।

जानकारी के मुताबिक, अभी भी आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया गया है।

फिलहाल, फायरब्रिगेड की गाड़ियां आग बूझाने का काम कर रही है।

अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चला है। वहीं बचावदल ने अभी तक 45 शवों को इमारत से निकाल लिया है।

दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके

दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि अभी तक किसी नुकसान की खबर नहीं है। लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया। सुबह-सुबह लोग भूकंप के झटके लगने के बाद घरों से बाहर निकल आए। 

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत में बुधवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 4.0 मापी गई। राष्‍ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप सुबह 7.59 बजे आया। भूकंप के झटके राष्ट्रीय राजधानी सहित पड़ोसी क्षेत्र में भी महसूस किए गए। ऊंची इमारतों में कई लोग भूकंप के झटके महसूस करने के बाद बाहर निकल आये। भूकंप की तीव्रता और उसके केंद्र के बारे में तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई है। 

भूकंप आने से पहले इसकी जानकारी होने की संभावना नहीं होती है। ऐसे समय यह समझना मुश्किल होता है कि क्या करना उचित होगा। आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की खबर लगते ही लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल हो गया। ऐसे में आप कुछ उपाय अपनाकर खुद और अपने परिजनों को इस आपदा से बचा सकते हैं।

भूकंप के दौरान घर के दरवाजे और खिड़की को खुला रखें। इसके अलावा घर की सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। अगर बिल्डिंग बहुत ऊंची हो और तुरंत उतर पाना मुमकिन न हो तो बिल्डिंग में मौजूद किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं

आज है, जया एकादशी व्रत 2019

Jaya Ekadashi Vrath 2019

जया एकादशी : हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियां होती हैं, आैर जब भी अधिकमास या मलमास आता है तो इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। पौराणिक मान्यताआें के अनुसार एक बार धर्मराज युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से पूछा कि माघ शुक्ल एकादशी को किसकी पूजा करनी चाहिए, तथा इस एकादशी का क्या महात्मय है। इस भगवान ने उत्तर दिया कि इस एकादशी को जया एकादशी कहते हैं। यह एकादशी बहुत ही पुण्यदायी होती है। इसका व्रत करने से व्यक्ति सभी नीच योनि अर्थात भूत, प्रेत, पिशाच की योनि से मुक्त हो जाता है। श्री कृष्ण ने इस से जुड़ी एक कथा भी युधिष्ठिर को सुनाई, जो इस प्रकार है।

भगवान के बताया कि एक बार नंदन वन में उत्सव चल रहा था। इस उत्सव में सभी देवता, सिद्ध संत और दिव्य पुरूष आये थे। इसी दौरान एक कार्यक्रम में गंधर्व गायन कर रहे थे और गंधर्व कन्याएं नृत्य कर रही थीं। इसी सभा में गायन कर रहे माल्यवान नाम के गंधर्व पर नृत्यांगना पुष्पवती मोहित हो गयी। अपने प्रबल आर्कघण के चलते वो सभा की मर्यादा को भूलकर ऐसा नृत्य करने लगी कि माल्यवान उसकी ओर आकर्षित हो जाए। एेसा ही हुआ आैर माल्यवान अपनी सुध बुध खो बैठा और गायन की मर्यादा से भटक कर सुर ताल भूल गया। इन दोनों की भूल पर इन्द्र क्रोधित हो गए आैर दोनों को श्राप दे दिया कि वे स्वर्ग से वंचित हो जाएं और पृथ्वी पर अति नीच पिशाच योनि को प्राप्त हों। श्राप के प्रभाव से दोनों पिशाच बन गये और हिमालय पर्वत पर एक वृक्ष पर अत्यंत कष्ट भोगते हुए रहने लगे। एक बार माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन दोनो अत्यंत दु:खी थे जिस के चलते उन्होंने सिर्फ फलाहार किया आैर उसी रात्रि ठंड के कारण उन दोनों की मृत्यु हो गर्इ। इस तरह अनजाने में जया एकादशी का व्रत हो जाने के कारण दोनों को पिशाच योनि से मुक्ति भी मिल गयी। वे पहले से भी सुन्दर हो गए और पुन: स्वर्ग लोक में स्थान भी मिल गया। जब देवराज इंद्र ने दोनों को वहां देखा तो चकित हो कर उनसे मुक्ति कैसे मिली यह पूछा। तब उन्होंने बताया कि ये भगवान विष्णु की जया एकादशी का प्रभाव है। इन्द्र इससे प्रसन्न हुए और कहा कि वे जगदीश्वर के भक्त हैं इसलिए अब से उनके लिए आदरणीय हैं अत: स्वर्ग में आनन्द पूर्वक विहार करें।

साल के पहले महीने का आखरी दिन अंतरिक्ष के नाम : 31 जनवरी

अंतरिक्ष की अथाह गहराइयों ने हमेशा से इनसान को आकर्षित किया है और सोवियत संघ द्वारा इस दिशा में शुरूआत किए जाने के बाद अमेरिका इस होड़ में शामिल हुआ। इसके बाद दुनिया के कई बड़े देशों ने अंतरिक्ष के अन्वेषण की दिशा में काम किया। इस क्षेत्र में भारत ने भी उल्लेखनीय प्रगति की है। 31 जनवरी के दिन का अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में विशेष महत्व है। दरअसल यह अजब संयोग है कि अमेरिका ने 31 जनवरी 1958 को अपना पहला अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष में भेजा और वह भी 31 जनवरी का ही दिन था जब नासा ने जीवित प्राणियों पर अंतरिक्ष के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए एक चिंपांजी को अंतरिक्ष में भेजा। इसके बाद 31 जनवरी को अमेरिका ने मानवयुक्त अपोलो यान को चंद्रमा की तरफ रवाना किया। अंतरिक्ष से जुड़ी यह घटनाएं अलग अलग वर्षों में हुईं

अमेरिकी सरकार के बंद से अर्थव्यवस्था को 11 अरब डॉलर का नुकसान

अमेरिकी सरकार के पांच सप्ताह के आंशिक बंद से अर्थव्यवस्था को 11 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है जो उस राशि से दोगुना है जिसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सीमा पर दीवार बनाने के लिए मांग रहे हैं। कांग्रेसनल बजट कार्यालय ने एक रिपोर्ट में कहा कि हालांकि तीन अरब डॉलर या जीडीपी के 0.02 प्रतिशत की भरपाई सरकार का कामकाज बहाल होने के साथ कर ली जाएगी।  अमेरिका के इतिहास में अब तक के सबसे लंबे आंशिक बंद से करीब 8,00,000 संघीय कर्मचारी या तो बिना वेतन के काम कर रहे हैं या फिर छुट्टी पर हैं।  अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाना ट्रंप के 2016 के चुनाव प्रचार अभियान का अहम वादा था। 

एक्टर ऋषि कपूर लंबे समय से न्यूयॉर्क में इलाज करा रहे हैं।

बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर ऋषि कपूर लंबे समय से न्यूयॉर्क में इलाज करा रहे हैं। लेकिन अब तक उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि आखिर उन्हें क्या हुआ है। अब उनके सेहत को लेकर आई बड़ी खबर सामने आई है। खबर के अनुसार वह जल्द ही इंडिया लौटने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुूताबिक ऋषि कपूर ने अपने हेल्थ को लेकर खुलासा करते हुए कहा कि  इस वक्त मेरा इलाज जारी है, उम्मीद है कि मैं बहुत जल्द ठीक हो जाऊंगा। इसके साथ ही बहुत जल्द लौटूंगा।

आपको बता दें कि  ऋषि कपूर पिछले तीन महीने से अमेरिका में इलाज करा रहे हैं। वे 29 सितंबर को वहां के लिए रवाना हुए थे। जिसकी जानकारी खुद  ऋषि कपूर अपने सोशल मीडिया दी है। उन्होंने एक पोस्ट शेयर करते हुए बताया था कि “सभी को हैलो, किसी चीज का इलाज कराने के लिए अमेरिका जा रहा हूं। मैं अपने चाहने वालों से ये गुजारिश करता हूं कि वो किसी तरह का बेमतलब कयास न लगाएं। मुझे फिल्मों में काम करते हुए 45 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। आप सभी के प्यार और दुआओं की बदौलत मैं जल्द ही लौटकर आऊंगा।