गूगल ने डूडल बनाकर रूस के महान गणितज्ञ ओल्गा लैडिजेनस्काया को किया याद

7 मार्च 2019 को गूगल ने रूस के महान गणितज्ञ ओल्गा लैडिज़ेनस्काया के 97वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है।

एक बार फिर दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन ने महाशख्सियत की याद में डूडल बनाकर याद किया है।

 गणितज्ञ ओल्गा लैडिज़ेनस्काया एक महान गणितज्ञ थे।

जिन्होंने डिफरेंशियल इक्वेशन्स और फ्लूड डायनैमिक्स के क्षेत्र में महान उपलब्धि हासिल की।

लेडीशेंजकिया का जन्म सोवियत यूनियन में हुआ जो अब रूस के कोलोग्रीव शहर है।

बता दें कि इस महान गणितज्ञ का जन्म 7 मार्च 1922 को सोबियत के कोलोग्रिव में हुआ।

उनके पिता गणित के शिक्षक थे।

लेडी शेंजकिया का जीवन संघर्षों से भरा रहा।

बचपन में ही उनकी शादी हो गई। उनका निधन  2004 में हुआ।

इन्होंने मौसम पूर्वानुमान, समुद्र विज्ञान, वायुगतिकी और हृदय विज्ञान के क्षेत्र के काफी महान योगदान दिया।

Prof. Sudhir Kumar has been nominated as a “Visiting Fellow” at UGC Centre For Australian and New Zealand

 Prof. Sudhir Kumar, Department of Evening Studies – Multi Disciplinary Research Centre, Panjab University, Chandigarh in recognition of his scholarship in the field of Comparative Literature, Indian Literary Theories and Indian Cultural Studies,  has been nominated as a “Visiting Fellow” at the prestigious ” UGC Centre For Australian and New Zealand Studies” at Himachal Pradesh University Shimla (NAAC Accredited “A” Grade University). During his tenure, Professor Sudhir Kumar will deliver a series of lectures on Comparative Literature (India, Australia and New 
Zealand ) , Indian Cultural Studies, and Comparative Literary Theories: India and West”  and interact with the faculty and students of H.P.University Shimla and its affiliated colleges.

Earlier also, Professor Sudhir Kumar was awarded the K.K.Birla Foundation Fellowship in the field of Comparative Literature. He is also the Member of 
Academic Committee, Indian Institute of Advanced Study, Rashtrapati Niwas , Shimla . 

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मधुमेह रोगी क्‍या हम फल का सेवन कर सकते हैं?

यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो, जाहिर सी बात है कि आपके दिमाग में यह एक सवाल जरुर आया होगा कि क्‍या हम फल का सेवन कर सकते हैं? एक्‍सपर्ट बोलते हैं कि मधुमेह रोगी भी फल का सेवन कर सकते हैं लेकिन सही मात्रा में। ऐसे फल जैसे, केला, लीची, चीकू और कस्‍टर्ड एप्‍पल आदि से बचना चाहिये।

जिसका सेवन आप आराम से कर सकते हैं। दरअसल, मधुमेह के रोगियों को रेशेदार फल, जैसे तरबूज, खरबूजा, पपीता, सेब और स्ट्राबेरी आदि खाने चाहिए। इन फलों से रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित होता है इसलिये इन्‍हें खाने से कोई नुकसान नहीं होता।

मधुमेह रोगियों को फलो का रस नहीं पीना चाहिये क्‍योंकि एक तो इसमें चीनी डाली जाती है और दूसारा कि इसमें गूदा हटा दिया जाता है, जिससे शरीर को फाइबर नहीं मिल पाता।

नारियल तेल का इस्तेमाल करेंगे तो दिखेंगे यंग

नारियल तेल का इस्तेमाल करेंगे तो दिखेंगे यंग

नारियल तेल के स्वास्थ्य संबंधी काफी लाभ होते हैं।

इसके औषधीय गुण आपकी सेहत, सुंदरता और बालों को स्वस्थ बनाए रखते हैं।

यह स्किन और बालों को प्राकृतिक रूप से मुलायम और चमकीला बनाता है।

त्वचा को मॉस्चराइजर करना हो या बालों की कंडीशनिंग, नारियल तेल सबसे अच्छा विकल्प है।

यहां ऐसे कई फायदे बताए जा रहे हैं जो कि आपकी उम्र से छोटा दिखाने में मदद करेंगे:

नारियल का तेल ड्राय स्किन को मुलायम बनाता है। नहाने से 20 मिनट पहले नारियल तेल से फुल बॉडी की मसाज करें और बाद में ताजे पानी से नहा लें। 

नारियल का तेल सनबर्न से भी आपकी त्वचा की रक्षा करता है।

इसमें एंटी एजिंग की गुण पाए जाते हैं। आंखों के आस-पास हाथों पर नारियल तेल की कुछ बूंदे लेकर मसाज करें। इससे स्किन ग्लोइंग और मुलायम बनेगी। इसके इस्तेमाल से डार्क सर्कल और झुर्रियां नहीं पड़ती है।

चेहरे पर कील मुंहासों के या किसी चोट के निशान हैं तो नारियल तेल के लगातार इस्तेमाल करें। दाग-धब्बे दूर हो जाएंगे।

चीनी में नारियल तेल की कुछ बूंदे मिलाकर आप स्क्रब की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे डेड स्किन और टैनिंग उतरेगी।

 इससे पसीने से होने वाली घमोरियो की परेशानी भी दूर रहती है। खाज- खुजली की समस्या होने पर भी इसी तेल का इस्तेमाल करें ताकि त्वचा में नमी बनीं रहें और खुजली की समस्या भी न हो।

 तेल से अपनी अंगलियों की मसाज करें इससे खून का प्रवाह सही होता हैं। नाखूनों के आस-पास की उप त्वचा उखड़ेगी नहीं। नाखूनों की मसाज करें। इससे नाखूनों में भी शाइन आती है।

सेहत के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है करेला

करेला स्वाद में भले ही कड़वा हो लेकिन सेहत के लिए यह किसी टॉनिक से कम नहीं हैं।

इसका रंग हरा होता है इसकी सतह पर उभरे हुए दाने होते हैं।

इसके अंदर बीज होते हैं। यह अपने स्वाद के कारण काफी प्रसिद्ध है।

इसका स्वाद बहुत कडुवा होता है इसलिए प्रायः कडुवे (बुरे) स्वभाव वाले व्यक्ति की तुलना करेले से कर दी जाती है।

करेले में ऐसे तत्व मौजूद हैं जो कि हमारे लिए बहुत लाभदायक है।

इसके सेवन या इसका जूस पीने से कई बीमारियों की संभावनाओं को खत्म किया जा सकता है।

कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए करेला सहायक होता है।

इसका जूस पीने और इसके गुदे को पानी में उबालकर पीने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

इसे बहुत-सी दवाईयों को बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।

महिलाओं में हिमोग्लोबिन की समस्या बहुत ही आम हैं लेकिन आयरन से भरपूर सब्जियों का सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद हैं।

दिन में एक बार करेले की सब्जी खाने या इसका जूस पीने से हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता हैं। साथ ही खून भी साफ होता है।

टाइप 4 डायबिटीज के मरीजों के लिए करेले का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद है।

इंसुलिन की उचित मात्रा न होने पर ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है

जो टाइप 2 डायबिटीज के लिए जिम्मेदार हैं।

करेला का जूस ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।

भूख कम लगने या नहीं लगने की समस्या है तो करेले का सेवन उसके लिए फायदेमंद साबित होगा।

करेले के जूस को रोजाना पीने या करेले की सब्जी खाने से पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे भूख बढ़ती है।

डायबिटीज के रोगियों को एक चौथाई कप करेले के रस में इतना ही गाजर का रस मिलाकर पिलाना चाहिए।

इससे ब्लड शुगर का लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है। सुबह के समय करेला का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है।

करेले में मोमर्सिडीन और चैराटिन जैसे एंटी-हाइपर ग्लेसेमिक तत्व पाए जाते हैं।

करेले का रस तीनों दोषों अर्थात वात पित्त और कफ दोष का नाश करता है।

स्माल पॉक्स, चिकिन पॉक्स तथा खसरे जैसे रोगों में करेले को उबाल कर रोगी को खिलाया जाता है।

पुलवामा हमले के बाद किसानों ने टमाटर को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया

पूरा देश इस समय सरकार के साथ खड़ा है।देश सबसे बड़ा है, आम लोगों से लेकर कारोबारियों, व्यापारियों और किसानों में भारी गुस्सा है।अगर हमारे पांच रुपए के टमाटर की कीमत 80 रुपए मिले तो भी हम इसे पाकिस्तान नहीं भेजेंगे।

देश की सीमाओं अपनी जान गंवाने वाले वीर जवानों के सम्मान में ये ऐलान है खेतों में पसीने से फसल उपजाने वाले किसानों का।

हर कोई अपने-अपने तरह से इस हमले का बदला लेना चाहता है। इसी कड़ी में कारोबारियों ने जहां पाकिस्तान से आए सीमेंट के कंटेनरों को लौटा दिया है, वहीं किसानों ने टमाटर को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है।

पुलवामा हमले के बाद छत्तीसगढ़ के किसानों ने पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए सब्जियों और फलों की आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी है।

साथ ही ऐलान किया है कि जिस टमाटर की कीमत यहां 5 रुपए मिल रही है, उसकी कीमत 80 से 100 रुपए होने के बाद भी वे पाकिस्तान के लिए उत्पाद नहीं भेजेंगे।

छत्तीसगढ़ से हर दिन 15 से 20 ट्रक टमाटर, हरी मिर्च समेत अन्य सब्जियां दिल्ली और पंजाब के रास्ते पाकिस्तान जाती थी, लेकिन अब प्रदेश के सब्जी विक्रेताओं ने अपने उत्पाद पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है।

इससे हर दिन किसानों और सब्जी विक्रेताओं को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। टमाटर को सड़कों पर फेंकने की स्थिति निर्मित हो रही है, इसके बावजूद सब्जी विक्रेता अपना माल पाक के लिए भेजने तैयार नहीं हैं।

उसके बाद इस्लामाबाद से आने वाली सभी तमाम चीजों पर 200 फीसद आयात शुल्क लगा दिया है। इससे पाकिस्तान के निर्यात पर बुरा असर पड़ रहा और आने वाले दिनों में इसका और भी असर देखने को मिलेगा।पाकिस्तान की इस कायराना हरकत से भारतीय कारोबारियों और व्यापारियों में भी भारी गुस्सा है। 

प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी डूमरतराई के सब्जी विक्रेताओं का कहना है, पूरा देश इस समय सरकार के साथ खड़ा है और सरकार आर्थिक नाकेबंदी के माध्यम से पाकिस्तान का कमर तोड़ने की कोशिशों में जुटी है।

ऐसे में वहां माल भेजना ठीक नहीं है। इसीलिए यह निर्णय़ लिया है कि कम कीमत पर अपने माल यहीं खपाएंगे, लेकिन किसी भी सूरत में पाकिस्तान के लिए माल नहीं भेजेंगे।

लेकिन किसानों और सब्जी विक्रेताओं का हौसला ही है, जो देश की सुरक्षा और अस्मिता के लिए नुकसान भी सहने को तैयार हैं।

कारोबारियों की मानें तो हर दिन प्रदेशभर से 400 टन टमाटर पाकिस्तान के लिए लोड होता था। सीमा पर तनाव के बाद से यह पूरी तरह बंद है।

पैसों में इसका आंकलन किया जाए, तो कीमत 14 से 20 लाख होता है। इसी तरह दूसरी सब्जियों की आपूर्ति भी पूरी तरह बंद है।

जबकि सामान्य दिनों में छत्तीसगढ़ से टमाटर, आलू जैसे उत्पाद पाकिस्तान भेजे जाते रहे हैं।पाकिस्तान की इस कायराना हरकत से भारतीय कारोबारियों और व्यापारियों में भी भारी गुस्सा है। 

पाकिस्तान में कई जगह 200 रुपये किलो तक टमाटर बिकने की खबरें मिल रही हैं। टमाटर की कीमत बढ़ने से लोग बेहाल हो गए हैं। हफ्तेभर के अंदर टमाटर में करीब 100 रुपये तक का उछाल आया है।

लेकिन किसानों और सब्जी विक्रेताओं का हौसला ही है, जो देश की सुरक्षा और अस्मिता के लिए नुकसान भी सहने को तैयार हैं।पूरा देश इस समय सरकार के साथ और पाकिस्तान के खिलाफ खड़ा है।

पुलवामा हमले के बाद भारत का बड़ा फैसला,रोका जाएगा पाकिस्तान जाने वाला पानी

पुलवामा के आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते के बावजूद अब तक पाक को दिए जा रहे ब्यास, रावी और सतलुज नदी के पानी को रोकने का फैसला किया है।

सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि इन तीनों नदियों पर बने प्रॉजेक्ट्स की मदद से पाकिस्तान को दिए जा रहे पानी को अब पंजाब और जम्मू-कश्मीर की नदियों में प्रवाहित किया जाएगा।

इससे पहले बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन, पोत परिवहन, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि पाकिस्तान जाने वाली तीन नदियों का पानी वापस यमुना में लाया जाएगा।

इससे यमुना पानी से लबालब हो जाएगी। इसके पूर्व यहां उन्होंने यहां 471 करोड़ की लागत से बागपत-मेरठ हाईवे व बागपत नगर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया।

बागपत में श्री कृष्ण इंटर कालेज बालैनी में किसान धन्यवाद रैली में उन्होंने अगले साल तक गंगा में जलमार्ग परिवहन 80 लाख टन से बढ़ाकर 280 लाख टन करने, वाराणसी से प्रयागराज और हल्दिया तक नाव चलवाने, यमुना जलमार्ग से बागपत की चीनी सीधे बांग्लादेश और म्यांमार तक पहुंचाने का एलान किया।

इसके पूर्व उन्होंने यहां 471 करोड़ की लागत से बागपत-मेरठ हाईवे व बागपत नगर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया। मेरठ में उन्होंने साढ़े छह हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया।

पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के लिए सिंधु जल समझौता बाधा बन सकता है।

क्योंकि भारत के अधिकारी में आने वाली तीन नदियों का पानी सिंधु जल समझौते के तहत रोका नहीं जा सकता। पहले हुए भारत पाक युद्धों के दौरान भी यह समझौता प्रभावी रहा था।

सैमसंग ने दुनिया का पहला फोल्ड होने वाला Galaxy Fold स्मार्टफोन किया लॉन्च

सैमसंग: स्मार्टफोन की टेक्नोलॉजी में बड़ी क्रांति शुरू हो चुकी है, दुनिया में पहला मुड़ने वाले स्मार्टफोन ने कदम रख दिया है।

स्मार्टफोन की तकनीक में क्रांति लाने का काम कोरिया की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी सैमसंग ने किया है।

सैमसंग ने अपना पहला फोल्ड होने वाला स्मार्टफोन लॉन्च किया है, जिसका नाम Galaxy Fold है।

सैमसंग ने Galaxy Fold स्मार्टफोन को सैनफ्रॉंसिस्को के एक इवेंट के दौरान पर्दा उठा दिया है।

सैमसंग ने अपने पहले फोल्ड होने वाले स्मार्टफोन गैलेक्सी फोल्ड में कई खास फीचर दिए है, जो कि इसको खास बनाता है। 

सैमसंग के Galaxy Fold स्मार्टफोन की खासियत इसकी 7.3 इंच की स्क्रीन है।

जब यह फोन फोल्ड होता है तो इसकी स्क्रीन का साइज 4.6 इंच का हो जाता है और जब यह फोन अनफोल्ड होता है तो यह टैबलेट की शक्ल ले लेता है।

सैमसंग का यह फोन अब तक का सबसे महंगा फोन है। इसकी कीमत भारतीय रुपयों के अनुसार 1.41 लाख रुपए है

सैमसंग ने इस फोन में 5जी सपोर्ट दिया है, लेकिन इस वेरियंट को भारत में लॉन्च नहीं किया जाएगा। 

साथ ही इस फोन को कंपनी 26 अप्रैल से सेल के लिए उपलब्ध करवाएगी।

लेकिन भारत में इस फोन को कब लॉन्च किया जाएगा, इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है। 

सियोल : पीएम मोदी के स्वागत पर भारतीय समुदाय के लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए।

सियोल :  Prime Minister Narendra Modi दो दिन के दक्षिण कोरिया दौरे पर हैं और वह बुधवार रात को सियोल पहुंचे।

यहां एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया।

सियोल जाने से पहले प्रधानमंत्री ने दक्षिण कोरिया को मूल्यवान मित्र और मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत, स्टार्ट अप इंडिया जैसे कार्यक्रमों में विशेष सामरिक साझीदार बताया।

इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 2018 का सियोल शांति सम्मान प्रदान किया जाएगा ।

इससे संबंधित समारोह का आयोजन सियोल शांति सम्मान सांस्कृतिक फाउंडेशन ने 22 फरवरी को किया है जो राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोदी के योगदान को मान्यता प्रदान करने के बारे में है।

पुलवामा हमले के बाद : पाकिस्‍तान में टमाटर का भाव आसमान छू रहा है

पुलवामा : पुलवामा हमले के बाद पूरे देश में जारी आक्रोश का असर अब दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों पर भी दिखाई देने लगा है।

सड़क मार्ग से होने वाली कई जरूरी वस्तुओं की सप्लाई में कमी आई है।

कई ट्रेडर्स और किसानों ने माल भेजना बंद कर दिया है। पाकिस्तान निर्यात किए जाने वाले सामानों पर भारत ने बेसिक कस्टम ड्यूटी को 200 फीसदी तक बढ़ा दिया गया। वहीं, पाकिस्‍तान में टमाटर का भाव आसमान छू रहा है।

वहीं, भारतीय किसानों ने अपने उत्पाद पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया। मध्य प्रदेश के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर भेजने से साफ इनकार किया है। इसका असर यह है कि पाकिस्तान में टमाटर के दाम आसमान छूने लगे हैं। यही हाल दूसरी सब्जियों का भी है।

पाकिस्तान को सबसे ज्यादा फल-सब्जियां सप्लाई करने वाली आजादपुर मंडी में व्यापारियों ने वहां माल नहीं भेजने का फैसला किया है।

टमाटर व्यापार संघ के प्रेसिडेंट अशोक कौशिक के मुताबिक, अटारी-बाघा मार्ग से यहां से रोजाना 75 से 100 ट्रक टमाटर जा रहा था, लेकिन इस घटना के बाद ट्रेडर्स ने इसे रोक दिया है।

भारत के सब्जी मार्केट में टमाटर की कीमत तकरीबन 10 रुपए प्रति किलो के आसपास है। वहीं, पाकिस्‍तान में टमाटर का भाव आसमान छू रहा है। लाहौर में टमाटर 180 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। साउथ एशिया की एक पत्रकार ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर यह जानकारी शेयर की है।

वहीं, दूसरी सब्जियों के दाम में भी इजाफा देखने को मिला है। प्याज के दाम भी दोगुने हो गए हैं। पहले प्याज जहां 10-15 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, वहीं अब प्याज के भाव 30 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं।

साल 2017 में भी दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के चलते आपूर्तिं बंद की गई थी। इसके बाद लाहौर और पंजाब प्रांत के कुछ हिस्सों में टमाटर की कीमत बढ़कर 300 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई थी।