नारियल तेल का इस्तेमाल करेंगे तो दिखेंगे यंग

नारियल तेल का इस्तेमाल करेंगे तो दिखेंगे यंग

नारियल तेल के स्वास्थ्य संबंधी काफी लाभ होते हैं।

इसके औषधीय गुण आपकी सेहत, सुंदरता और बालों को स्वस्थ बनाए रखते हैं।

यह स्किन और बालों को प्राकृतिक रूप से मुलायम और चमकीला बनाता है।

त्वचा को मॉस्चराइजर करना हो या बालों की कंडीशनिंग, नारियल तेल सबसे अच्छा विकल्प है।

यहां ऐसे कई फायदे बताए जा रहे हैं जो कि आपकी उम्र से छोटा दिखाने में मदद करेंगे:

नारियल का तेल ड्राय स्किन को मुलायम बनाता है। नहाने से 20 मिनट पहले नारियल तेल से फुल बॉडी की मसाज करें और बाद में ताजे पानी से नहा लें। 

नारियल का तेल सनबर्न से भी आपकी त्वचा की रक्षा करता है।

इसमें एंटी एजिंग की गुण पाए जाते हैं। आंखों के आस-पास हाथों पर नारियल तेल की कुछ बूंदे लेकर मसाज करें। इससे स्किन ग्लोइंग और मुलायम बनेगी। इसके इस्तेमाल से डार्क सर्कल और झुर्रियां नहीं पड़ती है।

चेहरे पर कील मुंहासों के या किसी चोट के निशान हैं तो नारियल तेल के लगातार इस्तेमाल करें। दाग-धब्बे दूर हो जाएंगे।

चीनी में नारियल तेल की कुछ बूंदे मिलाकर आप स्क्रब की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे डेड स्किन और टैनिंग उतरेगी।

 इससे पसीने से होने वाली घमोरियो की परेशानी भी दूर रहती है। खाज- खुजली की समस्या होने पर भी इसी तेल का इस्तेमाल करें ताकि त्वचा में नमी बनीं रहें और खुजली की समस्या भी न हो।

 तेल से अपनी अंगलियों की मसाज करें इससे खून का प्रवाह सही होता हैं। नाखूनों के आस-पास की उप त्वचा उखड़ेगी नहीं। नाखूनों की मसाज करें। इससे नाखूनों में भी शाइन आती है।

सेहत के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है करेला

करेला स्वाद में भले ही कड़वा हो लेकिन सेहत के लिए यह किसी टॉनिक से कम नहीं हैं।

इसका रंग हरा होता है इसकी सतह पर उभरे हुए दाने होते हैं।

इसके अंदर बीज होते हैं। यह अपने स्वाद के कारण काफी प्रसिद्ध है।

इसका स्वाद बहुत कडुवा होता है इसलिए प्रायः कडुवे (बुरे) स्वभाव वाले व्यक्ति की तुलना करेले से कर दी जाती है।

करेले में ऐसे तत्व मौजूद हैं जो कि हमारे लिए बहुत लाभदायक है।

इसके सेवन या इसका जूस पीने से कई बीमारियों की संभावनाओं को खत्म किया जा सकता है।

कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए करेला सहायक होता है।

इसका जूस पीने और इसके गुदे को पानी में उबालकर पीने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

इसे बहुत-सी दवाईयों को बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।

महिलाओं में हिमोग्लोबिन की समस्या बहुत ही आम हैं लेकिन आयरन से भरपूर सब्जियों का सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद हैं।

दिन में एक बार करेले की सब्जी खाने या इसका जूस पीने से हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता हैं। साथ ही खून भी साफ होता है।

टाइप 4 डायबिटीज के मरीजों के लिए करेले का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद है।

इंसुलिन की उचित मात्रा न होने पर ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है

जो टाइप 2 डायबिटीज के लिए जिम्मेदार हैं।

करेला का जूस ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।

भूख कम लगने या नहीं लगने की समस्या है तो करेले का सेवन उसके लिए फायदेमंद साबित होगा।

करेले के जूस को रोजाना पीने या करेले की सब्जी खाने से पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे भूख बढ़ती है।

डायबिटीज के रोगियों को एक चौथाई कप करेले के रस में इतना ही गाजर का रस मिलाकर पिलाना चाहिए।

इससे ब्लड शुगर का लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है। सुबह के समय करेला का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है।

करेले में मोमर्सिडीन और चैराटिन जैसे एंटी-हाइपर ग्लेसेमिक तत्व पाए जाते हैं।

करेले का रस तीनों दोषों अर्थात वात पित्त और कफ दोष का नाश करता है।

स्माल पॉक्स, चिकिन पॉक्स तथा खसरे जैसे रोगों में करेले को उबाल कर रोगी को खिलाया जाता है।

पुलवामा हमले के बाद किसानों ने टमाटर को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया

पूरा देश इस समय सरकार के साथ खड़ा है।देश सबसे बड़ा है, आम लोगों से लेकर कारोबारियों, व्यापारियों और किसानों में भारी गुस्सा है।अगर हमारे पांच रुपए के टमाटर की कीमत 80 रुपए मिले तो भी हम इसे पाकिस्तान नहीं भेजेंगे।

देश की सीमाओं अपनी जान गंवाने वाले वीर जवानों के सम्मान में ये ऐलान है खेतों में पसीने से फसल उपजाने वाले किसानों का।

हर कोई अपने-अपने तरह से इस हमले का बदला लेना चाहता है। इसी कड़ी में कारोबारियों ने जहां पाकिस्तान से आए सीमेंट के कंटेनरों को लौटा दिया है, वहीं किसानों ने टमाटर को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है।

पुलवामा हमले के बाद छत्तीसगढ़ के किसानों ने पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए सब्जियों और फलों की आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी है।

साथ ही ऐलान किया है कि जिस टमाटर की कीमत यहां 5 रुपए मिल रही है, उसकी कीमत 80 से 100 रुपए होने के बाद भी वे पाकिस्तान के लिए उत्पाद नहीं भेजेंगे।

छत्तीसगढ़ से हर दिन 15 से 20 ट्रक टमाटर, हरी मिर्च समेत अन्य सब्जियां दिल्ली और पंजाब के रास्ते पाकिस्तान जाती थी, लेकिन अब प्रदेश के सब्जी विक्रेताओं ने अपने उत्पाद पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है।

इससे हर दिन किसानों और सब्जी विक्रेताओं को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। टमाटर को सड़कों पर फेंकने की स्थिति निर्मित हो रही है, इसके बावजूद सब्जी विक्रेता अपना माल पाक के लिए भेजने तैयार नहीं हैं।

उसके बाद इस्लामाबाद से आने वाली सभी तमाम चीजों पर 200 फीसद आयात शुल्क लगा दिया है। इससे पाकिस्तान के निर्यात पर बुरा असर पड़ रहा और आने वाले दिनों में इसका और भी असर देखने को मिलेगा।पाकिस्तान की इस कायराना हरकत से भारतीय कारोबारियों और व्यापारियों में भी भारी गुस्सा है। 

प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी डूमरतराई के सब्जी विक्रेताओं का कहना है, पूरा देश इस समय सरकार के साथ खड़ा है और सरकार आर्थिक नाकेबंदी के माध्यम से पाकिस्तान का कमर तोड़ने की कोशिशों में जुटी है।

ऐसे में वहां माल भेजना ठीक नहीं है। इसीलिए यह निर्णय़ लिया है कि कम कीमत पर अपने माल यहीं खपाएंगे, लेकिन किसी भी सूरत में पाकिस्तान के लिए माल नहीं भेजेंगे।

लेकिन किसानों और सब्जी विक्रेताओं का हौसला ही है, जो देश की सुरक्षा और अस्मिता के लिए नुकसान भी सहने को तैयार हैं।

कारोबारियों की मानें तो हर दिन प्रदेशभर से 400 टन टमाटर पाकिस्तान के लिए लोड होता था। सीमा पर तनाव के बाद से यह पूरी तरह बंद है।

पैसों में इसका आंकलन किया जाए, तो कीमत 14 से 20 लाख होता है। इसी तरह दूसरी सब्जियों की आपूर्ति भी पूरी तरह बंद है।

जबकि सामान्य दिनों में छत्तीसगढ़ से टमाटर, आलू जैसे उत्पाद पाकिस्तान भेजे जाते रहे हैं।पाकिस्तान की इस कायराना हरकत से भारतीय कारोबारियों और व्यापारियों में भी भारी गुस्सा है। 

पाकिस्तान में कई जगह 200 रुपये किलो तक टमाटर बिकने की खबरें मिल रही हैं। टमाटर की कीमत बढ़ने से लोग बेहाल हो गए हैं। हफ्तेभर के अंदर टमाटर में करीब 100 रुपये तक का उछाल आया है।

लेकिन किसानों और सब्जी विक्रेताओं का हौसला ही है, जो देश की सुरक्षा और अस्मिता के लिए नुकसान भी सहने को तैयार हैं।पूरा देश इस समय सरकार के साथ और पाकिस्तान के खिलाफ खड़ा है।

Vitara Brezza से होगी सस्ती, Maruti की यह इलेक्ट्रिक कार एक बार चार्ज होने पर 200 किलोमीटर सफर तय कर सकेगी

Maruti Suzuki अपनी पॉपुलर कार WagonR के इलेक्ट्रिक वर्जन की टेस्टिंग कर रही है। बता दें, करीब 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक WagonR की देशभर में टेस्टिंग हो रही है।

बीते दिनों इन्हें बरसात के दौरान गुड़गांव और बर्फबारी के दौरान शिमला में टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। इतना ही नहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मारुति वैगनआर का इलेक्ट्रिक वर्जन देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कारों में से एक होगी।

पूरी तरह इलेक्ट्रिक Maruti Suzuki Wagon R EV भारतीय बाजार में साल 2020 में डेब्यू करेगी और इसकी कीमत 7 लाख रुपये से नीचे हो सकती है।

इस कीमत में FAME (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles) स्कीम के तहत सभी इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के लिए सब्सिडी शामिल है।

हमारे सूत्रों के मुताबिक सभी सब्सिडी के बाद ऑन-रोड कीमत और मौजूदा सब्सिडी संरचना के आधार पर इसकी कीमत 7.5 लाख रुपये के आसपास होनी चाहिए।

तकरीबन 50 से ज्यादा से वैगन आर इलेक्ट्रिक कारें इन दिनों देशभर में टेस्टिंग कर रही हैं।

पिछले दिनों इन्हें बरसात के दौरान गुड़गांव और बर्फबारी के दौरान शिमला में टेस्टिंग करते हुए स्पॉट किया गया। वहीं खबरों के मुताबिक वैगन आर ईवी देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कारों में से एक होगी।

एक बार चार्ज होने पर यह कार 200 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकेगी। अभी इस बात से साफ नहीं हो पाया है कि कार में फास्ट चार्जिंग की तकनीक दी जाएगी या नहीं, लेकिन नए DC चार्जर के जरिए इसे 80 फीसद चार्ज होने में 40 मिनट का समय लगेगा।इसका मतलब यह होगा कि 40 मिनट की चार्जिंग में कार 150 से 160 किमी की दूरी तय कर सकती है। वहीं सरकार भी योजना बना रही है कि हर 25 किमी पर चार्जिंग स्टेशंस बनाए जाएं। इन चार्जिंग स्टेशंस की खासियत होगी कि यहां कार मात्र एक घंटे में 89 प्रतिशत तक चार्ज हो सकेगी।         

मारुति वैगन आर के अलावा महिन्द्रा एक्सयूवी 300, कोना इलेक्ट्रिक, Kia SP2i, MG मोटर्स की eZS इलेक्ट्रिक एसयूवी समेत कई कारें अगले साल तक देश में दस्तक देने की तैयारी कर रही हैं।

वहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक वैगन आर इलेक्ट्रिक सबसे सस्ती सिटी ई-कार हो सकती है। वैगन आर ईवी की कीमत 10 लाख से कम होगी। मारुति नई वैगन आर ईवी इस साल के आखिर या अगले साल तक लॉन्च होगी।  

WagonR इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च के समय भारत में एकमात्र सस्ती इलेक्ट्रिक वाहनों में से एक हो सकती है। इस इलेक्ट्रिक व्हीकल में लेटेस्ट इन्फोटेनमेंट पैकेज जैसे टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट के साथ अपडेटेड यूजर इंटरफेस और स्मार्टफोन कनेक्टिविटी विकल्प जैसे एप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो दिए जाएंगे।

नारायणगढ़ में एक महारोजगार मेले का आयोजन किया जायेगा

पंचकूला, 22 फरवरी।

रोजगार विभाग हरियाणा द्वारा आगामी 1 व 2 मार्च को प्रातः 9 बजे से सायं 5 बजे तक राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणगढ़ में एक महारोजगार मेले का आयोजन किया जायेगा। इस महारोजगार मेले में निजी क्षेत्र की लगभग 60 कंपनियां भाग लेंगी, जिसमें पात्र वे सभी प्रार्थी जिनका नाम रोजगार विभाग हरियाणा की वेबसाईट ूूूण्ीतमगण्हवअण्पद पर दर्ज है, भाग ले सकते है।

यह जानकारी जिला रोजगार अधिकारी शालिनी ने देते बताया कि इस मेले में दसवीं, बाहरवीं, आईटीआई, स्नातक, स्नातकोत्तर व प्रकार के डिप्लोमा एवं डिग्री होल्डर प्रार्थी भाग ले सकते है। महारोजगार मेले में भाग लेने के लिये प्रार्थी अपने शैक्षणिक दस्तावेजों की पांच पांच प्रतियां, जिसमें बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, रोजगार पंजीकरण कार्ड तथा आधारकार्ड इत्यादि साथ लेकर आये। उन्होंने बताया कि यह मेला दो दिन तक चलेगा। जिन प्रार्थियों का नाम रोजगार विभाग की वेबसाईट पर दर्ज नहीं है, वे प्रार्थी अपना नाम विभाग की वेबसाईट पर दर्ज करवायें। 

उपायुक्त डा. बलकार सिंह ने किया जिला सचिवालय स्थित कार्यालयों का निरीक्षण

पंचकूला के उपायुक्त डाॅ. बलकार ंिसह जिला सचिवालय स्थित कार्यालयों एवं मीडिया सैंटर का अवलोकन करते 

पंचकूला 22 फरवरी।

उपायुक्त डा. बलकार सिंह ने जिला सचिवालय में स्थित सभी कार्यालयों का भ्रमण कर निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभागाध्यक्ष अपने अपने कार्यालयों में सफाई पर और बेहतर ध्यान दें ताकि सचिवालय में अच्छी सफाई व्यवस्था बनी रहे।

उपायुक्त ने एसडीएम कार्यालय में स्थित अंत्योदय सरल केन्द्र, सीम विंण्डों का निरीक्षण करते हुए कहा कि केन्द्र के माध्यम से सभी विभागों की सेवाओं एवं योजनाओं का लाभ आॅनलाईन देने के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य करें। उन्होंने जिला सूचना एवं विज्ञान कार्यालय में भी विस्तृत जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने तहसील कार्यालय का भी जायजा लिया और कार्यप्रणाली बारे में जानकारी ली। उन्होंने राजस्व, जिला विकास एवं  पंचायत विभाग, आबकारी एवं कराधान का भी निरीक्षण किया।

  उपायुक्त ने जिला सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा स्थापित मीडिया सैंटर का भी अवलोकन किया और उसमें दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हर जिला मुख्यालय पर प्रैस के लिए मीडिया सैंटर स्थापित किए हुए है जिनका स्थानीय पत्रकार लाभ उठा रहे है।

  इस अवसर पर उनके साथ एसडीएम पंकज सेतिया, एसडीएम कालका रिचा राठी, नगराधीश गगनदीप, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी एम एल गर्ग, जिला राजस्व अधिकारी धीरज चहल, तहसीलदार वीरेन्द्र गिल, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सरोज, डीआईओ सतपाल शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

वर्तमान समय मंे पत्रकारिता एक चुनौतीपूर्ण कार्य-डा. बलकार सिंह

पंचकूला में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते उपायुक्त डा. बलकार सिंह साथ में अतिरिक्त उपायुक्त उतम सिंह

पंचकूला, 22 फरवरी। 

वर्तमान सूचना प्रौद्योगिकी के नवीनतम तकनीकी युग में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण होेने के साथ साथ बढती जा रही है। इसलिए विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के मीडिया कर्मियों का प्रशिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है।  

ये उद्गार उपायुक्त डा. बलकार सिंह ने सैक्टर 1 स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में पत्र सूचना कार्यालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार चण्डीगढ के सौजन्य से आयोजित कार्यशाला एवं वार्तालाप में व्यक्त किए। स्थानीय मीडिया के मध्य ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर सूचना संचार हेतू विषय पर आयोजित एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में क्षमता निर्माण और भी बेहतर है क्योंकि ग्रास रूट पर सरकार की क्रियान्वित योजनाओं एवं स्कीमों की जानकारी देेने के साथ साथ उस पा़त्र व्यक्ति को लाभ दिलवाना भी सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि ऐसी दशा मंें वंचित तबके को न केवल जागरूक करना बल्कि उनके सही क्रियान्वयन में पत्रकार की सफल भूमिका करना ही मुख्य ध्येय होना चाहिए। इस प्रकार वह जनता में अपने बेहतर कौशल एवं टूल के माध्यम से अपनी पकड़ को भी मजबूत करता है।

उपायुक्त ने कहा कि पत्रकारिता का क्षेत्र बड़ा ही संवेदनशील है। इसलिए स्पष्ट एवं गहरी पत्रकारिता के लिए गहन अध्ययन भी अनिवार्य है। यदि स्वंय पूर्ण रूप से जागरूक एवं अनुभवी होंगे तभी लोगों तक उसकी स्टीक जानकारी उपलब्ध करवा सकेंगंे। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं ग्रामीण क्षेत्र के परिवेश से निकलने वाले पत्रकारों के लिए वास्तव में कारगर होंगी और वे इसका सही लाभ उठा पाएगें।

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त उतम सिंह ने कहा कि कोई भी स्कीम एवं योजना जन सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकती। इनके लिए जनता का अपेक्षित सहयोग तभी सम्भव होता है जब उन्हें उनके बारे में जानकारी मिलती है। सरकारी तंत्र के साथ साथ पत्रकार भी आम नागरिकों को स्कीमों की जानकारी मुहैया करवाने में अहम भूमिका निभाता है। इसलिए यह कार्यशाला ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों के लिए बहुत ही लाभदायक साबित होगी और इसका लाभ लेकर वे जनता को भी अवगत करवाने का कार्य करेंगें।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक पवित्र सिंह ने मंत्रालय की गतिविधियों के बारे से अवगत करवाते हुए कहा कि मंत्रालय का मुख्य उद्देश्य केन्द्र सरकार की स्कीमों एवं कार्यक्रमों की जानकारी देना है। इस तरह का प्रदेश मे यह आठवंा कार्यक्रम है जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों मे चेतना लाने का कार्य किया जा रहा है। कार्यशाला को लीड बैंक प्रबंधक पीएन खन्ना, सहायक निदेशक सपना, पीएनबी वितिय सलाहकार एस एस पाल, के सी बधावन, प्रो. अनिल पाण्डे, डा. सुमित श्योराण सहित कई वक्ताओं ने अपने बहुमूल्य विचार व्यक्त किए।

ब्रेकिंग ख़बर – पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े

भारत: भारत में दो दिन से लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम में तेजी देखने को मिल रही है।

वहीं, लोगों को जेब पर भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमत बुरा असर डाल रही है।

यह माना जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी क्रूड ऑइल यानि कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। 

देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 14 पैसे और डीजल की कीमत में 15 पैसे का इजाफा हुआ है। साथ ही देश के लोगों पर भी महंगाई की मार पढ़ रही है।

दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 71.29 रुपए प्रति लीटर है, डीजल की कीमत 66.48 रुपए प्रति लीटर है। 

मुंबई में पेट्रोल की कीमत 76.93 रुपए प्रति लीटर है, डीजल की कीमत 69.63 रुपए प्रति लीटर है।

छत्तीसगढ़ में पेट्रोल की कीमत 69.76 रुपए प्रति लीटर है, डीजल की कीमत 69.70 रुपए प्रति लीटर है। 

मध्यप्रदेश में पेट्रोल की कीमत 74.48 रुपए प्रति लीटर है, डीजल की कीमत 67.90 रुपए प्रति लीटर है। 

जम्मू-कश्मीर के सोपोर में मुठभेड़ जारी

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में आतंकियों का हमला एक बार फिर शुरु हो गया है। अब बारामूला के सोपोर में सुरक्षबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो रही है। खबर है कि तीन आतंकियों को घेर लिया है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देर शाम बारामूला जिले के सोपोर में आतंकियों को घेर लिया गया था।

जिसके बाद इलाके में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। सैन्य सूत्रों के अनुसार इस ऑपरेशन में सेना की राष्ट्रीय राइफल्स और पैरा फोर्सेज के जवान हिस्सा ले रहे हैं। 

शुरुआती इनपुट्स के अनुसार, भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स को गुरुवार शाम सोपोर के वारपोरा इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने के इनपुट मिले थे।

इस सूचना पर राष्ट्रीय राइफल्स की टीम ने शाम करीब 7 बजे इलाके में एक बड़ा तलाशी अभियान शुरू किया। इस बीच यहां एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। 

इसके बाद जवानों ने भी काउंटर फायरिंग शुरू करते हुए एक मकान को चारो ओर से घेर लिया। इसके बाद इलाके में तत्काल सीआरपीएफ और एसओजी की टीमों को भेजकर घेराबंदी की गई।

सूत्रों के अनुसार, इलाके में इंटरनेट सेवाओं को रोकते हुए सोपोर के आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है।

इसके अलावा हिंसक प्रदर्शनों की आशंका को देखते हुए पुलिस और सीआरपीएफ की टीमों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। 

इससे पहले शोपियां में सेना के कैंप के बाहर संदिग्ध गतिविधि देखी गई।इसके बाद कैंप के गेट पर तैनात संतरी ने फायरिंग की।

वहीं, LoC पर पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। गुरुवार को भी पुंछ में पाकिस्तान की ओर से गोले दागे गए।

सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया।संदिग्ध मूवमेंट के बाद यहां ड्यूटी पर तैनात जवानों ने एक बड़ा सर्च अभियान शुरू किया था। 

पुलवामा हमले के बाद भारत का बड़ा फैसला,रोका जाएगा पाकिस्तान जाने वाला पानी

पुलवामा के आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते के बावजूद अब तक पाक को दिए जा रहे ब्यास, रावी और सतलुज नदी के पानी को रोकने का फैसला किया है।

सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि इन तीनों नदियों पर बने प्रॉजेक्ट्स की मदद से पाकिस्तान को दिए जा रहे पानी को अब पंजाब और जम्मू-कश्मीर की नदियों में प्रवाहित किया जाएगा।

इससे पहले बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन, पोत परिवहन, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि पाकिस्तान जाने वाली तीन नदियों का पानी वापस यमुना में लाया जाएगा।

इससे यमुना पानी से लबालब हो जाएगी। इसके पूर्व यहां उन्होंने यहां 471 करोड़ की लागत से बागपत-मेरठ हाईवे व बागपत नगर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया।

बागपत में श्री कृष्ण इंटर कालेज बालैनी में किसान धन्यवाद रैली में उन्होंने अगले साल तक गंगा में जलमार्ग परिवहन 80 लाख टन से बढ़ाकर 280 लाख टन करने, वाराणसी से प्रयागराज और हल्दिया तक नाव चलवाने, यमुना जलमार्ग से बागपत की चीनी सीधे बांग्लादेश और म्यांमार तक पहुंचाने का एलान किया।

इसके पूर्व उन्होंने यहां 471 करोड़ की लागत से बागपत-मेरठ हाईवे व बागपत नगर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया। मेरठ में उन्होंने साढ़े छह हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया।

पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के लिए सिंधु जल समझौता बाधा बन सकता है।

क्योंकि भारत के अधिकारी में आने वाली तीन नदियों का पानी सिंधु जल समझौते के तहत रोका नहीं जा सकता। पहले हुए भारत पाक युद्धों के दौरान भी यह समझौता प्रभावी रहा था।