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ऑल इंडिया काउंसिल फोर टैक्निकल एजुकेशन के चेयरमैन बोले- हमारे स्टूडेंटस हर समस्या को महज 36 घंटों में उसका समाधान देंगे

मोहाली:

ऑल इंडिया काउंसिल फोर टैक्निकल एजुकेशन के चेयरमैन अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि मैं सारी इंडस्ट्री को खुली चुनौती देता हूँ कि वे अपनी समस्याओं को सामने लेकर आएं, हमारे स्टूडेंट्स महज 36 घंटों में उसका समाधान देंगे।

चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ काॅलेज लांडरा में नेशन वाईड स्मार्ट हैकाथाॅन 2019 के फीडबेक सेशन के दौरान संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि अब हमें किसी भी समाधान के लिए जर्मनी, यूएसए या जापान का इंतजार करने की नहीं है। सीजीसी लांडरा को फीडबैक सेशन के लिए चुने गए 8 पेन सेंटर में से एक के रूप में चुना गया।

 टेक्नोलोजी से जुड़ी स्पीच के दौरान एजुकेशन और इंडस्ट्री के बीच के गेप के बारे में बात करते हुए अनिल ने कहा कि अब एआईसीटीई और एमएचआरडी इनोवेशन सेल यूनिवर्सिटी और संस्थानों में हो रही इनोवेशन में तरक्की को देखते हुए उन्हें रैंकिंग दी जाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि जो स्टूडेंट्स सोसाईटी के सामने आ रही प्रोब्ल्मस का सही सोल्यूशन देते हैं उन्हें संस्थान और यूनिवर्सिटी के द्वारा ज्यादा क्रेडिट देना चाहिए।

एमएचआरडी इनोवेशन सेल और एआईसीटीई के द्वारा इस फीडबैक सेशन का आयोजन करने के पीछे कारण पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के 600 से ज्यादा इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स से सुझाव, मुश्किलें और जरूरी जानकारी को प्राप्त करना था।

कार्यक्रम में स्टूडेंट्स ने 15 प्रोजेक्ट्स का भी प्रदर्शन किया।

सीजीसी लांडरा के चेयरमैन सतनाम सिंह संधू तथा प्रेसीडेंट रशपाल सिंह धालीवाल ने कहा कि अंतर अनुशासनात्मक दृष्टिकोण, कम्यूनिकेशन स्किल्स, टीम वर्क, समस्या का समाधान ढूंढने की क्षमता और लीडरशिप क्वालिटीज विकसित करके शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना, स्मार्ट इंडिया हैकाथाॅन एक बेहतरीन प्लेटफार्म है जो रिसर्च और इनोवेशन में आपको आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।

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हैफेड द्वारा कालका और मोरनी तहसील क्षेत्र के किसानों की सरसों की फसल 8 से 13 अप्रैल तक रायपुररानी अनाजमंडी में खरीदी जायेगी

पंचकूला, 4 अप्रैल-

हैफेड द्वारा कालका और मोरनी तहसील क्षेत्र के किसानों की सरसों की फसल 8 से 13 अप्रैल तक रायपुररानी अनाजमंडी में खरीदी जायेगी। 

यह जानकारी देते हुए हैफेड के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक किसान 25 क्विंटल सरसों न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकता है। उन्होंने बताया कि 8 अप्रैल को कालका तहसील के गांव पिंजौर, मानकपुर, नानकचंद, बरसावल, खंडकुंआ, डेरागुरू, 9 अप्रैल को रायपुर, सीतोमाजरा, गोरखानाथ, औरिया, टंगरा हकीमपुर, गरीड़ा, 10 अप्रैल को जनौली, भवाना, टोरन, कजियाना, नाला टकरोड़, नाला ब्लाॅक, टिब्बी, बेरघाटी, नांदपुर और भोगपुर गांव के किसान अपनी फसल बेच सकते है। इसी प्रकार 11 अप्रैल को मोरनी तहसील के भोजजबयाल, भोज बालग, भोज नंगल, भोज टिपरा, भोज कोठी, भोज कोटी, भोज धारड़ा, 12 अप्रैल को भोज नाईटा, भोज मटोर, भोज पलासरा, भोज धारटी, भोज राजपुरा, भोज कोंटा, भोज कुंदाना गांव के किसान अपनी फसल बेच सकते है। उन्होंने बताया कि 13 अप्रैल को पंचकूला, कालका और मोरनी तहसीलों के ऐसे किसान जो 4 अप्रैल से 12 अप्रैल तक किसी कारणवश अपनी सरसों की फसल नहीं बेच पाये वे रायपुररानी मंडी में अपनी फसल बेच सकते है। 

उन्होंने बताया कि किसान को फसल बेचने के लिये गिरदावरी रिपोर्ट, किसान बैंक खाते की पासबुक की फोटो प्रति, बैंक का आईएफएस कोड साथ लाना होगा। इसके अलावा व्यक्तिगत पहचान के लिये आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड अथवा किसान क्रेडिट कार्ड जैसे कोई एक दस्तावेज लाना होगा। संबंधि गांव के पटवारी इन तिथियों में किसानों के सहयोग के लिये रायपुररानी अनाजमंडी में उपस्थित रहेंगे।

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अतिरिक्त उपायुक्त एवं लोकसभा चुनाव के नोडल अधिकारी श्री उतम सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान के दिन सभी मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं के लिये आवश्यक सुविधायें उपलब्ध करवाई जायेंगी

पंचकूला, 4 अप्रैल-

अतिरिक्त उपायुक्त एवं लोकसभा चुनाव के नोडल अधिकारी श्री उतम सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान के दिन सभी मतदान केंद्रों पर दिव्यांग मतदाताओं के लिये आवश्यक सुविधायें उपलब्ध करवाई जायेंगी। 

उन्होंने बताया कि मतदान केंद्रों की स्थापना के लिये तैनात किये गये सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि वे यह सुनिश्चित करें कि सभी मतदान केंद्रों पर दिव्यंाग मतदाताओं के लिये रैंप की सुविधा उपलब्ध हो ताकि वे बिना किसी असुविधा के मताधिकार का प्रयोग कर सके। जिन मतदान केंद्र पर यह सुविधा अभी तक उपलब्ध नहीं तो मतदान से पूर्व यह सुविधा अवश्य सुनिश्चित कर लें। इसके अलावा सभी मतदान केंद्रों पर एन0सी0सी0, एन0एस0एस0, स्वाउट एंड गाईड के विद्यार्थियों को दिव्यांग मतदाताओं के सहयोग के लिये स्वैच्छिक कार्यकर्ता के तौर पर तैनात किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिन दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पंहुचने के लिये परिवहन की आवश्यकता है, उन्हें यह सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी। 

उन्होंने बताया कि यदि किसी दिव्यांग मतदाता ने अभी तक मतदाता सूची में अपना पंजीकरण नहीं करवाया है, तो वह 12 अप्रैल तक फार्म नंबर 6 भरकर अपना पंजीकरण करवा सकता है। यह सुविधा आॅन लाईन भी उपलब्ध है अथवा अपने क्षेत्र के बूथ लेवल अधिकारी से या टोल फ्री नंबर 1950 से भी इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि जिन दिव्यांग मतदाताओं के पास परिवहन की सुविधा उपलब्ध है, वे स्वयं उसका प्रयोग कर सकते है, जिन मतदाताओं को परिवहन सुविधा की आवश्यकता है तो वह इसकी जानकारी टोल फ्री नंबर 1950 पर दें सकते है। उन्होंने बताया कि ऐसे दिव्यांग मतदाता जो अपने आवास संबंधी जानकारी उपलब्ध करवाना चाहते है, तो यह जानकारी भी इस नंबर पर दी जा सकती है। 

उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिये कि वे सभी मतदाताओं के लिये मतदान केंद्रों पर स्वच्छ पेयजल, मतदान के लिये आवश्यक फर्नीचर, बिजली की उपलब्धता होनी चाहिए। सभी मतदान केंद्रों पर महिलाओं व पुरूषों के लिये अलग-अलग शौचालयों की सुविधा भी आवश्यक है। मतदाताओं को मतदान केंद्र के बारे में जानकारी देने के लिये हैल्प डैक्स भी स्थापित किये जायेंगे, जिन पर बूथ लेवल अधिकारी मतदाताओं का मार्गदर्शन करें। उन्होंने कहा कि मतदान के समय गर्मी का मौसम होने के कारण मतदाताओं के लिये शैड अथवा मतदान केंद्र के साथ बरांदे इत्यादि की उपलब्धता भी आवश्यक है।

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उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान शराब की गैर कानूनी सप्लाई पर सख्ताई से नजर रखी जा रही है

पंचकूला, 4 अप्रैल-

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान शराब की गैर कानूनी सप्लाई पर सख्ताई से नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार शराब बनाने वाली डिस्ट्रल्रियों से शराब की आपूर्ति की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इस कार्य से जुडे़ लोगों को निर्देेश देकर डिस्ट्रल्रियों के प्रवेश व निकासी द्वार पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगवाये गये है। इसके अलावा आबकारी विभाग द्वारा निरंतर शराब की आपूर्ति पर नजर रखी जा रही हैं। प्रशासन द्वारा भी अपने स्तर पर अन्य विभागों के अधिकारियों को इस कार्य की देख रेख के लिये तैनात किया गया है। 

उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा भी शराब आपूर्ति की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। जिला में पड़ोसी जिलों व राज्यों से किसी प्रकार की शराब की अवैध आपूर्ति को रोकने के लिये भी मुख्य मार्गों पर पुलिस नाके लगाये गये है। इन नाकों पर शराब की चैकिंग के साथ साथ वाहनों की चैकिंग भी की जाती है ताकि चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिये कोई भी व्यक्ति धन या उपहार इत्यादि का इस्तेमाल ना कर सके। उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया है कि यदि उन्हें इस तरह की गतिविधियों की कोई सूचना मिले तो वे इसकी जानकारी सी-विजन एप पर अथवा जिला प्रशासन को दे सकते है। 

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11 किलो चांदी से सजा मां का दरबार देखने योग्य होगा, शक्तिपीठ कल्याणी देवी में नवरात्र में मां दुर्गा अलग-अलग भव्य रूप धारण करेंगी

मां भगवती के आराधना का पावन पर्व वासंतिक नवरात्र छह अप्रैल से शुरू हो रहा है।

मां भगवती के आराधना का पावन पर्व वासंतिक नवरात्र छह अप्रैल, शनिवार से शुरू हो रहा है। कलश स्थापना के साथ पहले दिन शैलपुत्री की पूजा की जाएगी।

इसी के साथ नवसंवत्सर भी शुरू होगा। शहर की तीनों शक्तिपीठों में नवरात्र पर पूजन-अर्चन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ेगी।

नौ दिन तक मां के विविध स्वरूपों का बहुरंगी पुष्पों, स्वर्णाभूषणों और वस्त्रों से अलौकिक श्रृंगार किया जाएगा। इसके लिए शक्तिपीठों को विद्युत झालरों से सजाने के साथ मां के गर्भगृह को भव्य रूप दिया जा रहा है। 

11 किलो चांदी से सजा मां का दरबार : शक्तिपीठ कल्याणी देवी में नवरात्र में मां दुर्गा अलग-अलग भव्य रूप धारण करेंगी।

मंदिर के पुजारी पं. श्यामजी पाठक के अनुसार गर्भगृह में मां के दरबार के लिए 11 किलो के चांदी के खंभे बनाए गए हैं।

इसे कोलकाता और बनारस के कलाकारों ने तैयार किया है। मां के श्रृंगार के लिए वृंदावन से विशेष वस्त्र मंगाए गए हैं।

भक्तों की सुविधा के साथ स्टील की रेलिंग लगाई गयी है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर आठ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। नवरात्र में मानस पाठ, सतचंड़ी महायज्ञ और अनुष्ठान होगा। 

वनारस के कारीगर सजा रहे शक्तिपीठ: नवरात्र पर मां के भव्य दर्शन-पूजन के शक्तिपीठ ललिता देवी को सजाया जा रहा है। इस बार मां के गर्भगृह में गुलाब, गुड़हल, गेंदा के पुष्पों, रत्न जड़ित साड़ियों और स्वर्ण आभूषणों से शृंगार किया जाएगा।

नए रूप-रंग में नजर आएगा अलोपी मंदिर: इस बार नवरात्र में शक्तिपीठ अलोपीदेवी नए रूप-रंग में नजर आएगा। मंदिर में 30 फिट ऊंचा भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया।

मंदिर परिसर में हवन-पूजन के लिए एक अलग से यज्ञशाला बनाई गयी है। मंदिर में मां के पालने तक भक्तों को पहुंचने के लिए गर्भगृह तक स्टील की बैरीकेडिंग की जा रही है। मंदिर परिसर में सात सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 

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‘अबकी बार मोदी सरकार’ से लेकर ‘गरीबी हटाओ, इंदिरा लाओ’ तक ये नारे बने इतिहास

‘अबकी बार मोदी सरकार’ से लेकर ‘गरीबी हटाओ, इंदिरा लाओ’ तक ये नारे बने इतिहास

भारतीय चुनाव के नारों का इतिहास उठा कर देखें तो ऐसे कई नारे सामने उभर कर आ जाएंगे जिनके सहारे जीत की कहानी लिखी गई है।

ये नारे अपने आप में बहुत हद मजाकिया और हल्के-फुल्के होते हैं, लेकिन इनका इंपैक्ट ऐसा है जो सीधे मतदाताओं को हिट करता है।

इन नारों ने कई पार्टियों की किस्मत भी बदली। सियासतदार बड़े-बड़े वादे करते हैं, और हर पार्टी अपने चुनाव प्रचार के लिए शानदार नारों से लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने में लगी रहती हैं।

नारों का इतिहास उठा कर देखें तो इसका अंकुरण 60 के दशक में ही हो गया था।

14वीं लोकसभा में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाली पार्टी भाजपा का एक मूल नारा रहा ‘अबकी बार मोदी सरकार’। यह नारा भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर केंद्रित था।

उस दौर के सोशल मीडिया को खंगाले तो इस नारे की तुकबंदी करती कई लाइनों का सैलाब सा नजर आता है, जैसे- ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार, अबकी बार मोदी सरकार, दिल का भंवर करे पुकार अबकी बार मोदी सरकार, वगैरह।

वीवी गिरी को राष्ट्रपति बनाए जाने के बाद कांग्रेस दो फाड़ हो गई। 12 नवंबर 1969 को इंदिरा गांधी को कांग्रेस से निकाल दिया गया।

अब एक गुट इंदिरा के समर्थकों था कांग्रेस (आर) और दूसरा सिंडिकेट जो कांग्रेस (ओ) के नाम का था। 1970 में इंदिरा ने चुनाव की घोषणा कर दी, सिंडिकेट और उनके समर्थित दलों ने ‘इंदिरा हटाओ’ का नारा दिया। इंदिरा ने पलटवार करते हुए ‘गरीबी हटाओ, इंदिरा लाओ’ नारा दिया था।

इमर्जेंसी के दौर के बाद हुए आम चुनाव में पूरा विपक्ष जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में एक साथ हो गया। देश की सत्ता पर काबिज इंदिरा गांधी को हटाने का उन्माद पूरे चरम पर था।

इस दिशा में जनता पार्टी एक जुट हुई और आम चुनाव में इंदिरा गांधी को करारी शिकस्त देने के लिए देश की जनता से ‘इंदिरा हटाओ देश बचाओ’ का नारा दिया गया।

1977 में पहली बार गैर-कांग्रेसी सरकार प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई देश के नेतृत्व में बनी।

1978 के उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के श्रीकांत वर्मा की तरफ से जनता पार्टी के नेताओं का मजाक उड़ाने के लिए गढ़ा गया नारा- ‘एक शेरनी सौ लंगूर, चिकमंलूर भाई चिकमंगलूर’ बेहद चर्चा में रहा।

इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस 1984 में हुए आम चुनाव का केंद्र पूरी तरह से इंदिरा गांधी बन गईं. पार्टी अपना हर काम इंदिरा गांधी के नाम से ही करती थी।

इस चुनाव में कांग्रेस को अभूतपूर्व जीत मिली, मगर इसके पीछे भी उस दौरान दिया गया एक खास नारा – ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, इंदिरा तेरा नाम रहेगा’ काफी अहम था जिनसे लोगों को सीधे इंदिरा गांधी की शहादत से जोड़े रखा।

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महामिलावटी लोग चौकीदार को गाली देने में जुटे हैं,उनको मेरे काम से ज्यादा मेरे नाम से समस्या है,पहले चाय वाले इतिहास से उनको दिक्कत थी और अब चौकीदार से हो गई

लोकसभा चुनाव 2019 :

महाराष्ट्र:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के गोंदिया जिला में सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है।

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नामदार कहते हैं कि मोदी जैसे तो हमारे यहां चौकीदारी करते हैं। कांग्रेस के एक रागदरबारी मुझे शौचालय का चौकीदार बोल रहे हैं।

शरद पवार की पार्टी के नेता चौकीदार को जाहिल बता रहे हैं।

अपने राजनीतिक अस्तित्व को खोने की बौखलाहट में ये महामिलावटी लोग चौकीदार को गाली देने में जुटे हैं। उनको मेरे काम से ज्यादा मेरे नाम से समस्या है।

पहले चाय वाले इतिहास से उनको दिक्कत थी और अब चौकीदार से हो गई है। कांग्रेस द्वारा देश को एक बार फिर अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है।

इनकी एक आदत है या तो पूरा कब्ज़ा करो या कन्फ्यूजन पैदा करो। कांग्रेस का ढकोसला पत्र पाकिस्तान की साजिशों का योजना पत्र है।

कांग्रेस का ढकोसला पत्र देश के वीर जवानों के मनोबल को तोड़ने का षड्यंत्र है। कांग्रेस का ढकोसला पत्र ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारा लगाने वालों का साजिश पत्र है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि ये ऐसा चुनाव है जो देश की जनता लड़ रही है। ये ऐसा चुनाव है जो देश के दुश्मनों के लिए नरमी बताने वालों को जनता ने सबक सिखाने की ठान ली है।

ऐसा लग रहा है जैसे एक रैली दूसरी रैली का रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है।

आपने जो लहर पैदा की है, वो विकासविरोधी, परिवारवादी और वंशवादियों को उखाड़ फेंकने का जो निर्णय आपने लिया है, उसकी परिचायक है।

आज मैं आपके बीच हिसाब देने आया हूं। आप सभी लोगों के साथ और सहयोग से बिना रुके, बिना थके मैं निरंतर काम कर पाया। 

देश को बदलने के लिए भरसक कोशिश की। अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मार गिराने तक का कार्य आपके समर्थन के कारण संभव हुआ है।

हमारी सरकार की नीति और नीयत आप सबके सामने खुली किताब की तरह है। सबका साथ सबका विकास हमारा प्रण है और सबको सम्मान हमारी प्रतिबद्धता है।

जिन बाबा साहेब अंबेडकर को कांग्रेस ने अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, देशभर में उनसे जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ में बदलने का काम भी हमारी सरकार ने ही किया है।

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सरकार बुढापा पेंशन योजना को बुजुर्गों के लिए सम्मान योजना बताती है, लेकिन कर्मचारियों की असंवेदनशीलता के कारण यह योजना अब बुजुर्गों के लिए अपमान का कारण बनी

नारनौल:

सरकार बुढापा पेंशन योजना को बुजुर्गों के लिए सम्मान योजना बताती है, लेकिन सरकार के कर्मचारियों की असंवेदनशीलता के कारण यह योजना अब बुजुर्गों के लिए अपमान का कारण बनी हुई हैं।

जिंदगी भर काम करने के बाद जब बुढ़ापे में इंसान सुकून से जीना चाहता है ऐसे में कई लोगों को अपने अधिकारों के लिए धक्के खाने पड़ते हैं।

नांगल चैधरी क्षेत्र के नौ गांवों के बुजुर्गों के साथ पिछले कई महिनों से कुछ ऐसा ही होता चला आ रहा था। हर माह पेंशन पाने के लिए धक्के खा रहे बुजुर्गो का आखिरकार धैर्य जवाब दे गया।

वृद्धावस्था सम्मान योजना का लाभ न मिलने पर गुस्साए बुजुर्गों ने पेंशन अपने गांव में ही देने की मांग को लेकर नगर के निजामपुर रोड़ पर जाम लगा दिया।

बुजुर्गों द्वारा नगर के सबसे व्यस्त मार्ग पर चक्का जाम करने की सूचना मिलते ही नांगल चैधरी पुलिस थाने से सहायक उप निरीक्षक जयप्रकाश यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और बुजुर्गों को समझाने का प्रयास किया।

बाद में मौके पर पहुंचे नांगल चैधरी के बीडीपीओ व बैंक अधिकारियों द्वारा पेंशन वितरण का काम सुचारू करवाने के आश्वासन पर बुजुर्गो ने जाम खोल दिया।

नांगल चैधरी क्षेत्र के गांव शहबाजपुर, दौखेरा, भेडंटी, दोस्तपुर, मोहनपुर, जैनपुर, मौसमपुर व लुजोता आदि नौ गांवों के बुजुर्गों एवं दिव्यागों कों पेंशन नगर में निजामपुर रोड स्थित दी महेन्द्रगढ केन्द्रीय सहकारी बैंक लि. द्वारा वितरण की जाती हैं।

इन गांवों में करीब 2500 पात्र लोगों को प्रतिमाह पेंशन इसी बैंक से अटैच की गई है, लेकिन यहां मात्र एक स्थाई कर्मचारी के सहारे चल रहे इस बैंक में बुजुर्गों को पेंशन वितरण करने का काम भारी चुनौती भरा साबित हो रहा हैं।

बुजुर्ग हर माह अपनी पेंशन जल्दी पाने के लिए सुबह छह बजे ही बैंक के बाहर एकत्रित हो जाते हैं। कडी मशक्कत के बाद कुछ लोगों का तो नम्बर उसी दिन आ जाता है और बाकि को अगले दिन आने को बोल दिया जाता हैं।

इस प्रकार उम्र के अंतिम पडाव पर चल रहे ये बुजुर्ग कर्मचारियों व सरकार को कोसते हुए वापस घर को लौंट जाते हैं।

इस प्रकार पिछले कई माह से ऐसी समस्या से त्रस्त बुजुर्गों ने आज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए निजामपुर रोड पर जाम लगा दिया। जाम लगने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतार लग गई।

वृद्धावस्था सम्मान योजना, गांव जैनपुर के बनवारी लाल, यादराम, दौखेरा के हनुमान, फकीरचंद, गिरधारी, भेडंटी के जगमाल, पूर्ण सिंह, धनकारी, मनभरी, सोमवती व शांति देवी आदि बुजुर्गों ने कहा कि उनको दो माह से बुढ़ापा पेंशन नहीं मिली है।

उन्होंने कहा कि बैंक में कभी नेटवर्क खराब होने की बात कह कर तो कभी पेंशन नही डालने की बात कह कर उनको परेशान किया जाता हैं।

उन्होंने बताया कि एक तरफ सरकार बुढापा पेंशन योजना को बुजुर्गों के लिए सम्मान योजना बताती है, लेकिन सरकार के कर्मचारियों की असंवेदनशीलता के कारण यह योजना अब बुजुर्गों के लिए अपमान का कारण बनी हुई हैं।

उन्होंने बताया कि हर माह होने वाली परेशानी से दुखी बुजुर्गों ने पेंशन अपने-अपने गांव में ही वितरण करने की मांग को लेकर आज निजामपुर रोड़ पर जाम लगाने को विवश होना पड़ा हैं।

वृद्धावस्था सम्मान योजना, बुजुर्गों को हो रही परेशानी की बात स्वीकारते हुए बैंक अधिकारी राजेन्द्र सिंह व शिंभूदयाल सैन ने बताया कि सीमित संसाधनों के सहारे बैंक अपनी तरफ से ग्राहकों को हर संभव सुविधा देने का प्रयास कर रहा हैं।

उन्होंने बताया कि इस बैंक में नौ गांवों के करीब 25 सौ पेंशन पात्रों को पेंशन अटैच की गई है। बैंक में इस समय केवल एक मैनेजर की स्थाई कर्मचारी के तौर पर तैनात है, जबकि कुछ सेवानिवृत कर्मचारियों की मदद से बैंक का काम चलाया जा रहा हैं।

उन्होंने बताया कि 31 मार्च को वित्त वर्ष की क्लोजिंग के कारण पीछे से ही खाते में पैसा डालने में देरी के कारण आज बुजुर्गों को पेंशन देने में देरी हुई हैं।

उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि हांलाकि वो बुजुर्गों का ख्याल रखते हुए उनका विड्रॉल फार्म भरवाने के लिए भी गार्ड को मदद के लिए बैठाया हुआ हैं।

उन्होंने कहा कि समाज कल्याण विभाग को यहां बुजुर्गों की परेशानी को देखते हुए अलग-अलग बैंकों में विभाजित करके अटैच करना चाहिए ताकि समस्या का समाधान हो सके।

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शिमला और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से दोनों ही पार्टियों ने अपने वर्तमान विधायकों को लोकसभा चुनाव में उतारा,ऐसे में विधानसभा के दो उप चुनाव होने अब तय

शिमला:

 हिमाचल की चार लोकसभा सीटों पर भाजपा ने सभी चार और कांग्रेस ने तीन संसदीय क्षेत्रों में उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

कांगड़ा और शिमला (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र से दोनों ही पार्टियों ने अपने वर्तमान विधायकों को लोकसभा चुनाव में उतारा है। ऐसे में विधानसभा के दो उप चुनाव होने अब तय हैं।

शिमला सुरक्षित संसदीय क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी सुरेश कश्यप चुनाव मैदान में हैं। सुरेश कश्यप वर्तमान में सिरमौर जिला के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।

वे 2017 में दूसरी बार पार्टी के विधायक बने हैं, वहीं कांग्रेस ने भी सोलन जिला की सोलन सदर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के विधायक धनी राम शांडिल को लोकसभा चुनाव में उतारा है।

शांडिल 1999 से लेकर 2000 तक शिमला से पहले भी सांसद रह चुके हैं, जबकि वे 2012 और 2017 में सोलन विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने हैं। 

हिमाचल में भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला होता है। यहां कोई भी तीसरी ताकत सार्थक तौर पर मैदान में नहीं है। ऐसे में शिमला संसदीय क्षेत्र से कोई भी प्रत्याशी जीते उपचुनाव होना तय है।

इसी तरह कांगड़ा लोकसभा से भी बीती देर रात कांग्रेस ने कांगड़ा लोकसभा से अपने विधायक पवन काजल को मैदान में उतारा है।

काजल 2012 में पहली बार निर्दलीय तौर परचुन कर विधानसभा में पहुंचे थे।

2017 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होने कांग्रेस का दामन थामा था और कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे थे, वहीं भाजपा ने कागड़ा से पहले ही धर्मशाला से विधायक व प्रदेश सरकार में खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री किशन कूपर को चुनाव मैदान में उतारा है।

ऐसे में कोई भी प्रत्याशी जीते यहां पर भी उपचुनाव होना तय है।

कपूर गद्दी समूदाय से और काजल अन्य पीछड़ा वर्ग से संबंध रखते हैं। दोनों ही पार्टियों ने वोटों ने ध्रवीकरण की पूरी कोशिश की है।

कांगड़ा और शिमला संसदीय क्षेत्र से जो भी प्रत्याशी जीते चार विधानसभा सभाओं धर्मशाला, कांगड़ा, सोलन और पच्छाद में से दो सीटों पर उपचुनाव होना तय है।

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घर से निकलने वाले गंदे पानी जो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है, अब उससे बिजली बन सकेगी

आपके घर से निकलने वाले गंदे पानी जो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है, अब उससे बिजली बन सकेगी। दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल के विद्यार्थियों ने प्रोजेक्ट तैयार किया है।

विश्वविद्यालय के तकनीकी वार्षिकोत्सव में विद्यार्थियों ने यूरीन के बैक्टिरिया को जीवाणुभोजी जीव द्वारा मारने पर भी प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया है।

डीसीआरयूएसटी में टेक्नोवा के दूसरे दिन संकल्प शर्मा, रविकांत व विशाल कुमार ने सीवरेज के गंदे पानी पर अपना प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया।

उन्होंने अपने प्रोजेक्ट में दिखाया कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जल शोधन के बाद पानी के प्रवाह से टरबाइन चलाकर, उससे बिजली पैदा की जा सकती है।

विद्यार्थियों ने एक छोटे से प्रोजेक्ट में सीवरेज के पानी से बिजली पैदा करके दिखाई। इससे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की आवश्यक्ता की बिजली के साथ साथ आस पास के कुछ क्षेत्र के लिए भी बिजली पैदा की जा सकती है।

बिजली पैदा करने के बाद पानी का प्रयोग कृषि में किया जा सकता है। सीवरेज के पानी से अलग किए गए गंद से खाद भी बनाया जा सकता है।

जैव प्रौद्योगिकी की शोधार्थी परवीन कौर सिद्धू, शिखा मलिक, रेनु व जगदीश ने बताया कि जीवन में महिलाओं को यूरिन इनफेक्शन जरूर होता है।

यूरिन इनफेक्शन बैक्टीरिया के कारण होता है। लेकिन जीवाणु भोजी जीव ऐसे होते हैं जो कि यूरिन में रहने वाले बैक्टीरिया को मार देते हैं।

इसके साथ साथ बैक्टीरिया से उत्पन्न होने वाली बीमारियों के ईलाज करने में भी सक्षम है।

टेक्नोवा में दूसरे दिन रोबो दंगल मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा।

विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए रोबोट के मध्य दंगल हुआ।

विद्यार्थियों ने दंगल के लिए अपने अलग अलग प्रकार के रोबोट बना रखे थे।