पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

12 मई को जिला के 376203 मतदाता करेंगे मतदान-जिला प्रशासन ने की सभी तैयारियां पूरी- उपायुक्त

पंचकूला, 10 मई-

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि 12 मई को जिला पंचकूला के 01 कालका व 02 पंचकूला विधानसभा क्षेत्रों के 376203 मतदाता मतदान करेंगे। उन्होंने बताया कि मतदान का समय प्रातः 7 बजे से सायं 6 बजे तक रहेगा। ऐसे मतदाता, जिनके पास फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र नहीं है, वे चुनाव आयोग द्वारा अधिकृत 11 प्रकार के अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों में से कोई एक दस्तावेज दिखाकार मतदान कर सकेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदान के लिये मतदाता का नाम मतदाता सूची में होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 11 मई को कालका विधानसभा क्षेत्र की पोलिंग पार्टियों को राजकीय महिला महाविद्यालय सेक्टर-14 तथा पंचकूला विधानसभा क्षेत्र की पोलिंग पार्टियों को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेक्टर-1 से मतदान केंद्रों के लिये रवाना किया जायेगा। उल्लेखनीय हैं कि छठे चरण के मतदान में अंबाला आरक्षित लोकसभा क्षेत्र से 18 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे है, जिसके कारण प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक की बजाय दो बैल्ट यूनिट प्रयोग की जायेगी। 

उन्होंने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 171030 है, जिसमें 90700 पुरूष व 80318 महिला तथा 12 किन्नर (थर्ड जैंडर) मतदाता है। इसी प्रकार पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 205173 है, जिनमें 108926 पुरूष व 96240 महिला व 7 किन्नर (थर्ड जैंडर) मतदाता है। उन्होंने बताया कि जिला में 711 सर्विस वोटर है, जिनमें 660 सैनिक शामिल है। उन्होंने बताया कि मतदान के लिये जिला में 252 भवनों में 410 मतदान केंद्र स्थापित किये गये है। उन्होंने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र में 213 तथा पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में 197 मतदान केंद्र स्थापित किये गये है। मतदान केंद्रों पर बिजली, पानी, शौचालय इत्यादि सुविधाओं के साथ साथ दिव्यांग मतदाताओं के लिये व्हीलचेयर और स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र में 21 अतिसंवेदनशील व 24 संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान की गई है। इसी प्रकार पंचकूला में 62 अतिसंवेदनशील तथा 7 संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान करके ऐसे केंद्रों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। 

उपायुक्त ने बताया कि मतदान करवाने के लिये 851 पीठासीन अधिकारी, 979 अतिरिक्त पीठासीन अधिकारी, 1649 पोलिंग अधिकारी तैनात किये गये है। मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिये 295 माइक्रो आब्जोर्वर ड्यूटी पर तैनात किये गये है। इसके अलावा 9 स्कवायड टीमें और 6 फ्लाईंग टीमें भी तैनात है। सुरक्षा की दृष्टि से जिला पुलिस के साथ साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान भी तैनात रहेंगे। इसके अलावा जोनल मैजिस्ट्रेट, सेक्टर सुपरवाईजर व पोलिंग पार्टियां भी निरंतर पूरे क्षेत्र पर नजर बनाये रखेगी। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में मतदान के लिये मतदान केंद्रों पर पंहुच ताकि पंचकूला जिला मतदान प्रतिशत में अग्रणी जिला बन सके। 

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

आज शाम 6 बजे से शराब बिक्री व परोसने पर लागू होगी धारा 144

सिरसा, 10 मई।

चुनाव समाप्ति से 48 घंटे पहले लागू हो जाएगी शराब की बिक्री करने व पीने पर रोक 

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने कहा कि आज 10 मई को सायं 6 बजे से चुनाव संपन्न होने तक जिला में शराब व अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री व इनके सेवन पर रोक रहेगी। इसकी रोक के लिए जिला सिरसा में आज सायं 6 बजे से धारा 144 लागू हो जाएगी, जोकि 12 मई तक मतदान प्रक्रिया के समापन तक रहेगी।

उपायुक्त ने कहा कि आरपी एक्ट 1951 के सेक्शन 135 सी के तहत मतदान संपन्न होने से 48 घंटे पहले तक किसी होटल, मधुशाला, ढाबे, सार्वजनिक अथवा निजी स्थान पर मादक व नशीले पदार्थों की बिक्री, परोसने व पीने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। किसी भी शराब ठेके, होटल, रेस्टोरेंट, क्लब तथा लाइसेंस सहित शराब बिक्री व परोसने का कार्य करने वाले सभी प्रतिष्ठïानों पर यह नियम लागू रहेगा। इस अवधि में व्यक्तिगत रूप से शराब के भंडारण पर भी कटौती का नियम लागू होगा। आबकारी अधिनियम के अनुसार गैर-लाइसेंसी स्थानों पर रखी गई शराब भंडारण पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए डिप्टी एक्साइज एंड टेक्सेशन कमिश्रर को शराब की अनियमित बिक्री, भंडारण व अवैध वितरण पर नियंत्रण तथा निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। लोकसभा आम चुनाव-2019 को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से संपन्न करवाने के लिए जिला में आदर्श आचार संहिता की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी।

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मतदान के मद्देनजर धारा 144 लागू करने के आदेश जारी

सिरसा 10 मई।

आज शाम 6 बजे से होगी प्रभावी, चुनाव प्रचार पर भी लगेगी रोक  

जिलाधीश प्रभजोत सिंह ने हरियाणा लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर रखते हुए जिला में भारतीय दण्ड प्रक्रिया नियमावली 1973 के तहत धारा 144 लागू करने के आदेश जारी किए है। ये आदेश 10 मई को सांय 6 बजे से 13 मई तक प्रभावी रहेंगे। ये आदेश मानव जीवन की सुरक्षा व आपराधिक तत्वों द्वारा दंगे या अन्य शांति भंग करने की आशंका के मद्देनजर लागू किये हैं।

आदेशों में कहा गया है कि इस प्रक्रिया के दौरान किसी भी व्यक्ति के द्वारा मतदान केंद्र के के आस-पास अग्रिय शस्त्र, हथियार, तलवार, बरछा, भाला, लाठी, चाकू, साईकिल चैन व अन्य प्रकार के हथियार लेकर चलने पर पूर्णतय पाबंधी रहेगी। मतदान के दिन केन्द्र की 200 मीटर की परिधि में अनाधिकृत वाहनों पर पाबंदी रहेगी। इसके अलावा मतदान केन्द्र की 100 मीटर की परिधि में 5 या इससे अधिक व्यक्ति के एक साथ खड़े होने पर पाबंदी रहेगी। साथ ही 10 मई सांय 6 बजे से 12 मई को मतदान प्रक्रिया सम्पन्न होने तक कोई भी राजनीतिक दल या प्रत्याशी द्वारा सार्वजनिक तौर पर बैठक, पब्लिक मीटिंग या संबोधन करने पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी। इस दौरान सिनेमा, टेलिविजन, संगीत कार्यक्रम, नाट्क प्रदर्शन या अन्य चुनाव से संबंधित मनोरंजक प्रचार माध्यमों पर पाबंदी रहेगी।

उन्होंने कहा कि तनाव, परेशानी, साधारण दिनचर्या में बाधा जानमाल की हानि, शांति व्यवधान और दंगे होने की आशंका में सार्वजानिक स्थानों पर शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखनी अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन आदेशों के उल्लघनकर्ता भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अनुसार दण्ड के भागीदार होंगे। उन्होंने कहा कि यह आदेश पुलिस विभाग, तथा विधानसभा के आम चुनाव की प्रक्रिया से संबंधित अन्य सरकारी अधिकारियों / कर्मचारियों पर जो अपनी ड्यूटी पर तैनात हो उन पर यह नियम लागू नहीं होंगे। साथ ही सिख धर्म के अनुयाई को कृपाण ले जाने पर भी पाबंदी नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि यह आदेश चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक लागू रहेंगे।

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कच्चे आम का अचार बनाने की विधि

Kacche Aam ka Achar Recipe : 

आपने अक्सर घर के बड़ों को अचार से पानी को दूर रखने वाली हिदायत को जरूर सुना होगा।

क्योंकि अक्सर अचार में पानी पड़ने से खराब हो जाता है।

आमतौर पर अचार को पानी से दूर रखा जाता है। क्योंकि अक्सर अचार में पानी पड़ने से खराब हो जाता है। ऐसे में अगर हम आपको पानी वाले कच्चे आम के अचार के बारे में बताएं, तो शायद आपको यकीन नहीं होगा।

कच्चे आम का अचार रेसिपी सामग्री

कच्चे आम – 350 ग्राम

पीली सरसों – 50 ग्राम (दरदरी कुटी हुई)

नमक – स्वादानुसार

सरसों का तेल – ¼ कप

सौंफ पाउडर – 2 टेबल स्पून

लाल मिर्च पाउडर – 1 टेबल स्पून

सफेद सिरका – 2 टेबल स्पून

हल्दी पाउडर – 2 चम्मच

मेथी दाना – 1 चम्मच

राई के दाने – 1 चम्मच

सौंफ – 1 चम्मच

हींग – ¼ चम्मच

कच्चे आम का अचार रेसिपी सामग्री

  • कच्चे आम का पानी वाला अचार रेसिपी बनाने के लिए सबसे पहले कच्चे आम को अच्छी तरह से साफ पानी से धोकर, साफ कपड़े से पोंछ लें।
  • इसके बाद आम को चाकू की मदद से काट लें और गुठली को अलग कर दें।
  • अब एक बड़े बर्तन में दरदरी कुटी पीली सरसों, दरदरी कूटी हुई सौंफ, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, नमक और पानी डालकर सभी चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें।
  • इसके बाद मसाले में आम के टुकड़ों को डालकर मिक्स कर लें।
  • अब एक पैन में तेल डालकर गर्म करें, फिर उसमें मेथी, राई के दाने, हींग डालकर भूनें और सिरके के साथ आम के अचार के मिश्रण में डालकर मिक्स कर लें।
  • अब कच्चे आम के पानी वाले अचार को एक कांच की बर्नी या कंटेनर में भरकर 3-4 दिनों के लिए धूप में रखें। रोजाना अचार को हिलाते रहें। जिससे मसाले अचार में अच्छे से मिक्स हो सकें।
  • अब तैयार यानि कच्चे आम के पानी वाले अचार के नरम होने पर अपने मनपसंद खाने के साथ खाएं।
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सुप्रीम कोर्ट में मध्यस्थता के आदेश के बाद अयोध्या राम जन्मभूमि मामला की आज पहली सुनवाई

उच्चतम न्यायालय अयोध्या के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद प्रकरण पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा।

उच्चतम न्यायालय की वेबसाइट पर जारी नोटिस के अनुसार प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर की पांच सदस्यीय संविधान पीठ इस मामले पर सुनवाई करेगी।

इस विवाद के सर्वमान्य समाधान की संभावना तलाशने के लिये शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश एफ एम कलीफुल्ला की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति के गठन के छह मार्च के आदेश के बाद पहली बार इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी।

इस समिति के अन्य सदस्यों में आध्यत्मिक गुरू और आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पांचू शामिल थे।

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Google ने डूडल बनाकर लुसी विल्स के 131 वें जन्मदिन को मनाया

Google ने डूडल

Google अपने 131 वें जन्मदिन पर Google डूडल के साथ अंग्रेजी हेमेटोलॉजिस्ट लुसी विल्स के जीवन और कार्य का जश्न मना रहा है।

उसे प्रसवपूर्व एनीमिया की रोकथाम के लिए अग्रणी अनुसंधान के लिए याद किया जाता है, 1888 में इंग्लैंड में पैदा हुआ था।

खोज की दिग्गज कंपनी ने एक मेज पर लूसी विल्स के साथ एक डूडल और रोटी के कुछ टुकड़े और उसकी मेज पर एक कप चाय समर्पित की।

आज का डूडल अंग्रेजी के हेमटोलॉजिस्ट लुसी विल्स को मनाता है, जो अग्रणी मेडिकल शोधकर्ता हैं, जिनके जन्मपूर्व एनीमिया के विश्लेषण ने हर जगह महिलाओं के लिए निवारक जन्मपूर्व देखभाल का चेहरा बदल दिया,” Google ने कहा।

लूसी विल्स का जन्म 10 मई 1888 को यूनाइटेड किंगडम में बर्मिंघम के पास सुटन कोल्डफील्ड में हुआ था। विल्स पिता ओवेन्स कॉलेज मैनचेस्टर के विज्ञान स्नातक थे।

वैज्ञानिक मामलों में परिवार की गहरी रुचि थी। लुसी विल्स के परदादा, विलियम विल्स, ब्रिटिश एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ़ साइंस से जुड़े थे और उन्होंने मौसम विज्ञान और अन्य वैज्ञानिक टिप्पणियों पर पत्र लिखे थे।

1911 में, उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के न्यूहैम कॉलेज में वनस्पति विज्ञान और भूविज्ञान में पहला सम्मान अर्जित किया, महिलाओं को शिक्षित करने के मामले में एक और संस्था, इसके बाद लंदन स्कूल ऑफ मेडिसिन फॉर वुमन, महिला डॉक्टरों को प्रशिक्षित करने वाला ब्रिटेन का पहला स्कूल था।

हालांकि, प्रथम विश्व युद्ध के दौरान दक्षिण अफ्रीका में एक नर्स के रूप में काम करने वाली एक स्टेंट ने उन्हें चिकित्सा में कैरियर का फैसला करने के लिए प्रेरित किया, जो केवल हाल ही में इंग्लैंड में महिलाओं के लिए एक विकल्प था।

वह लंदन लौटीं और लंदन स्कूल ऑफ मेडिसिन फॉर वूमेन, इंग्लैंड की पहली मेडिकल स्कूल फॉर वूमेन (बोडेन 2001) में प्रवेश किया और 1920 (Roe 1978) में लंदन विश्वविद्यालय के माध्यम से अपनी मेडिकल डिग्री प्राप्त की।

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वह इमरजेंसी मेडिकल सर्विस में पूर्णकालिक पैथोलॉजिस्ट थीं। जुलाई 1944 में कुछ दिनों के लिए पैथोलॉजी विभाग में काम बाधित हो गया (और कई लोग मारे गए) जब अस्पताल को वी 1 फ्लाइंग बम का सीधा झटका लगा।

युद्ध के अंत तक, वह रॉयल फ्री में पैथोलॉजी की प्रभारी थीं और उन्होंने वहां पहले हेमटोलॉजी विभाग की स्थापना की थी।

अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, लुसी विल्स ने बड़े पैमाने पर यात्रा की, जिसमें जमैका, फिजी और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे, पोषण और एनीमिया पर अपनी टिप्पणियों को जारी रखा।

लुसी विल्स 1928 और 1933 के बीच भारत में थे, जो ज्यादातर बॉम्बे में हाफकीन इंस्टीट्यूट में थे।

1929 की गर्मियों में, अप्रैल से अक्टूबर तक, उन्होंने अपना काम कुन्नूर के भारतीय पाश्चर संस्थान (जहाँ सर रॉबर्ट मैकक्रिसन पोषण अनुसंधान निदेशक था) में स्थानांतरित कर दिया, और 1931 की शुरुआत में वे मद्रास में जाति और गोशाला अस्पताल में काम कर रही थीं ।

1930, 1931 और 1932 के प्रत्येक ग्रीष्मकाल में वह कुछ महीनों के लिए इंग्लैंड लौट गई और रॉयल फ्री में पैथोलॉजी प्रयोगशालाओं में अपना काम जारी रखा।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

Photographs of ‘Heer Ranjha’ Play, Department of Indian Theatre,Panjab University

Chandigarh:

Panjab University

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

PUTHAT Entrance Test on May 10, 2019

Chandigarh May 9, 2019

 Panjab University is conducting Panjab University Tourism & Hospitality 
Aptitude Test (PUTHAT) entrance test on Friday, 10th May, 2019.  The timings of the test are from 11.00 am to 12.30 pm. About 313 candidates will appear in this test. One examination centre has been created in the University Institute of Hotel and Tourism Management, Panjab University Chandigarh, informed Prof. Parvinder Singh, Controller of Examination, Panjab University, Chandigarh.  

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पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

Answer-key of PU-CET (U.G.) Entrance Test-2019

Chandigarh May 9, 2019

This is for the information of the candidates in particular and public in 
general that the objections received from the candidates and their resolved status against Answer-key of PU-CET (U.G.) Entrance Test-2019 conducted by Panjab University on 30th April 2019 is available on the Website i.e. http://exams.puchd.ac.in/show-noticeboard.php The candidates can file their cross-objections (if any) regarding discrepancy and accuracy of the answers by email at [email protected], by May 11, 2019 up to 4:00 p.m.

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PU, Chandigarh organized a one day workshop in Academic Administration with focus on Hostel Administration, here today.

Chandigarh May 9, 2019

Human Resource Development Centre, Panjab University, Chandigarh in 
collaboration with U.T. Administration under RUSA Scheme (MHRD, GOI) organized a one day workshop in Academic Administration with focus on Hostel Administration, here today.  The workshop coordinated by Dr Jayanti Dutta was attended by 35 hostel wardens of Panjab University hostels and hostels of U.T. Colleges.  The resource persons included the former Dean Student Welfare Prof. Navdeep Goyal and present Dean Student Welfare (Men & Women) and Senior Senators. Professor Ashutosh Kumar, Director, UGC-Human Resource Development Centre, Panjab University, Chandigarh welcomed the participants and briefed them about the agenda of the programme.

 Professor Emanual Nahar, Dean Student Welfare and Professor Neena Capalash, Dean Student Welfare(W) in their inaugural addresses mentioned the different initiatives undertaken by the University Administration in the last one year including organizing mediation classes, wall magazines, cleanliness drives, organizing lectures and cultural programmes etc.  The interactive sessions were focussed on three themes namely sharing the experiences; challenges of handling the young adults and managing 
resources for effective hostel administration.  The valedictory lecture was delivered by Professor Ronki Ram, Dean of Arts, Panjab University, Chandigarh also distributed the certificates.

The participant demanded more such workshops for newly recruited hostel wardens.

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