भारतीय हवाई सेना ने औपचारिक रूप से चिनूक हेलिकाप्टर को अपने बेड़े में शामिल कर लिया
चण्डीगढ़:

भारतीय हवाई सेना ने औपचारिक रूप से चिनूक हेलिकाप्टर को अपने बेड़े में शामिल कर लिया है।
सोमवार की सुबह इसे लेकर एक समारोह हुआ, जिसमें बीएस धनौआ, एयर चीफ मार्शल, चीफ आफ एयर स्टाफ शामिल हुए।
मौके पर उन्होंने कहा कि वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिए क्षमता से लबरेज उपकरणों की देश को जरूरत है।
चिनूक हेलिकाप्टर का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि यह हेलिकाप्टर सैन्य अभियानों में प्रयोग किया जा सकता है और इससे दिन में ही नहीं बल्कि रात में ेमाल किया जा सकेगा।
इसे गेमचेंजर बताते हुए उन्होंने इसकी तुलना राफेल से की। समारोह में विभिन्न धर्मों के पुजारी भी शामिल हुए ।
चिनूक हेलिकाप्टर पहले से ही चण्डीगढ़ के बेड़े में शामिल है।
इसके तीन हेलिकाप्टर को वर्ष 2015 में ब्रिटेन से लाया गया था, जिन्हें नेपाल में राहत कार्यों के लिए भेजा गया था।
इन हेलिकाप्टरों को चण्डीगढ़ से ही उड़ाया गया था। इस हेलिकाप्टर को वियतनाम से लेकर अफगानिस्तान और इराक तक के युद्ध में इस्तेमाल किया जा चुका है।
इस हेलिकाप्टर में 10 टन भार लेकर उड़ने की क्षमता है।
चिनूक में भारी मशीनरी, आर्टिलरी बंदूकें और हाई अल्टीटय़ूड वाले लाइट आर्मड व्हीकल भी शामिल हैं । गतिशील चिनूक को पहाड़ी क्षेत्र में भी आँपरेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।