सरकार कैंसर रोगियों तथा उसके अटेंडेंट को हरियाणा रोडवेज की बस में फ्री यात्रा का लाभ देती है

सरकार कैंसर रोगियों तथा उसके अटेंडेंट को हरियाणा रोडवेज की बस में फ्री यात्रा का लाभ देती है। इसके लिए सीएमओ तथा जीएम उसे संयुक्त बस पास जारी करते हैं। एनडीसी सेल इंचार्ज डा. आशा ¨जदल के मुताबिक करीब 400 कैंसर रोगियों के फ्री बस पास बने हुए हैं जो एक साल के लिए वैध होते हैं। सरकार ने देश के 27 चिकित्सकीय संस्थानों के साथ टाइअप कर रखा है। वहां से उपचार करवाने पर दो लाख रुपये तक की सहायता सरकार देती है।

डबवाली रेलवे स्टेशन से रात 10 बजे बीकानेर के लिए चलने वाली अबोहर-जोधपुर पैसेंजर ट्रेन को कैंसर एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता है। चूंकि इसमें सफर करने वाले 80 फीसद कैंसर मरीज होते हैं। इन मरीजों में सबसे ज्यादा संख्या जिला सिरसा, फतेहाबाद के कैंसर मरीज भी मौजूद होते हैं। यह ट्रेन सुबह साढ़े 5 बजे कैंसर के मरीजों को बीकानेर पहुंचा देती है। कैंसर रोगियों की रजिस्ट्रेशन को प्रमुखता दी जाती है।

स्वास्थ्य मंत्री : कैंसर की नवीनतम दवाओं को भी निशुल्क दवा सूची में शामिल किया जाएगा

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग कैंसर जैसे गंभीर रोग की रोकथाम व उपचार के प्रति गंभीर है। उन्होंने बताया कि कैंसर की जांच सुविधाओं में विस्तार के साथ ही उपचार के लिये नवीनतम दवाओं को मुख्यमंत्री निशुल्क दवा सूची में शामिल कर निशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा। 

डॉ शर्मा सोमवार को अपरान्ह एसएमएस ऑडिटोरियम में विश्व कैंसर-डे के अवसर पर कैंसर सर्वाइवर्स के लिये आयोजित कैंसर विजेता सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। 

उन्होंने कहा कि सामान्यतः कैंसर को भयावह रोग माना जाता है । उन्होंने कहा कि उपचार के साथ ही चिकिसक का अच्छा व्यवहार भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बदलती जीवनषैली, भागदौड़ की जिंदगी, बिगड़ा खानपान एवं अनिश्चित नींद इत्यादि कारणों से लाईफ स्टाॅइल डिजीजेज बढ़ जाती हैं। रासायनिक खाद, कीटनाषक आदि के अत्यधिक प्रयोग से उगाये जाने वाले खाद्यान से कैंसर जैसे अनेक रोग होने की प्रबल संभावना रहती है। 

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि कम प्रतिरोधक क्षमता के कारण मौसमी बीमारियों के कारण गंभीर परिणाम होते है। हाई रिस्क में आने वालों के स्वास्थ्य के प्रति विशेष गंभीरता बरतने की आवश्यकता है। उन्होने बताया कि 30 जनवरी से प्रदेश में नशामुक्ति अभियान के साथ ही आइरन की कमी दूर करने का कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। इस संबंध में शिक्षा व महिला बालविकास सहित सभी विभागों के सहयोग लिया जा रहा है। मिलावट की रोकथाम के सरकारी प्रयासों के साथ ही व्यापक जनजागरण भी आवश्यक है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कैंसरग्रस्त मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को दृष्टिगत रखते हुए प्रतापनगर में अन्र्तराष्ट्रीय स्तर के ”स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट“ बनाये जाने की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है। मोनिटरिंग कर यथाशीघ्र इसे क्रियाशील बनाया जायेगा।उन्होंने कहा कि कैन्सर का सर्वोतम उपचार बचाव ही है। जीवन-शैली को सुधारकर कैन्सर से बचाव संभव है।उन्होंने कहा कि कैंसर रोकथाम के लिये जनचेतना जगाने में स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने बताया कि राजकीय चिकिसलयो में विशेषज्ञ चिकिसको द्वारा सामान्यतः निशुल्क उपचार सुविधाएं सुलभ करायी जा रही है। आवश्यक सुविधाओं में ओर विस्तार किया जायेगा। उन्होंने एसएमएस में उपलब्ध केंसर उपचार सेवाओं की सराहना की। 

इस अवसर पर विधायक रोहित बोहरा ने भी अपने विचार व्यक्त किते। एसएमएस प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि गत वर्ष एसएमएस मेडिकल कालेज में 65 लाख लोगो का आउटडोर में उपचार किया गया। ऑन्कोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ सन्दीप जसूजा ने बताया कि विभाग में देश भर में न्यूनतम दरों पर बोनमेरो ट्रांसप्लांट किया जा रहा है। 

समारोह में चिकित्सा मंत्री ने केंसर उपचार में श्रेष्ठ कार्य करने वाले चिकित्सको व स्वयंसेवी संस्थाओं , पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं, रक्तदान में सहयोगी कर्मियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।




खाने या पीने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए और कब पानी जरूर पीना चाहिए जानिए

आयुर्वेद के अनुसार पानी हमेशा घूंट-घूंट कर पीना चाहिए। ऐसा इसलिए जरूरी है ताकि यह बॉडी के टेंप्रेचर के मुताबिक शरीर में पहुंचे। सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक पानी को पीने के कुछ नियम हैं जो सेहतमंद रहने के लिए जरूरी हैं। सुबह खाली पेट पानी पीने से स्किन, लिवर, किडनी और आंख से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं।

खासकर गर्मी के दिनों में इसका ख्याल रखना बेहद जरूरी है। आयुर्वेद एक्सपर्ट  कहते हैं कि पानी को तीन घूट एक बार में पीना चाहिए क्योंकि हमारा शरीर एक बार में इतना ही पानी अवशोषित कर पाता है। पानी को मुंह लगाकर ही पीएं। इससे होंठ, दांत और जीभ के संपर्क में आने से पानी का तापमान शरीर के बराबर हो जाता है। पानी की अधिक मात्रा भी शरीर के लिए नुकसानदेह है अधिकता से अस्थमा, अपच जैसे रोग होते हैं। 

CBI vs Mamata: राजनाथ सिंह ने राज्यपाल से बातचीत

कोलकाता में पश्चिम बंगाल पुलिस और सीबीआइ के बीच चल रहे विवाद की गूंज सियासी गलियारों तक पहुंचती हुई दिखाई दी। अब इस मुद्दे को लेकर संसद में भी हंगामा हो रहा है। इधर कांग्रेस ने भी राज्‍यसभा के अपने सभी सदस्‍यों को व्हिप जारी कर दिया। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और असम प्रभारी हरीश रावत ने रविवार को साफ कर दिया था कि पार्टी नागरिकता (संशोधन) विधेयक-2016 का राज्‍यसभा में विरोध करेगी।

टीएमसी और विपक्षी सांसदों के हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित किया गया।
ममता सरकार पर हमला बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कल हालात इतने खराब हो गए कि सीबीआइ की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को भेजना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट ने सारदा चिट फंड मामले में जांच के आदेश दिए थे। पुलिस कमिश्नर को कई बार तलब किया गया लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किया है और उनसे स्थिति को सुलझाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में आरोपी को राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है। सीबीआई अपना काम कर रही थी लेकिन उसको अपना काम करने से रोका गया। चिटफंड घोटाले में कई नेता भी शामिल हैं जिस वजह से वहां की सरकार जांच को बाधित करने का प्रयास कर रही है। मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं कि इस हरकत से पश्चिम बंगाल में संवैधानिक संस्थाओं को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। मैं सभी राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि एजेंसियों को उनका काम अच्छी तरह से करने दें। मुझे भरोसा है कि पश्चिम बंगाल की सरकार भी इस ओर ध्यान देगी और एजेंसी को उसका काम करने देगी।

CBI के नए निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला आज पदभार ग्रहण करेंगे,सेलेक्ट कमेटी ने लगाई नाम पर मुहर

बता दें कि सीबीआई प्रमुख का पद 10 जनवरी को आलोक वर्मा को इस पद से हटाये जाने के बाद से ही खाली पड़ा था केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को सीबीआई का नया निदेशक चुना है। आज सुबह साढ़े 10 बजे वो अपना पदभार ग्रहण करेंगे।  वहीं दूसरी तरफ सिलेक्शन कमिटी के सदस्य और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनकी नियुक्ति को लेकर आपत्ति जाहिर की है। बता दें कि शुक्ला साल 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। जानकारी के लिए बता दें कि अभी 5 दिन पहले ही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने ऋषि कुमार शुक्ला को 29 जनवरी को डीजीपी पद से हटाया था। शुक्ला 2020 में रिटायर होंगे।

रोज वैली और शारदा चिटफंड मामला

रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ के लिए सीबीआई उनकी तलाश कर रही है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी भी तय हो चुकी है. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि चिटफंड मामले में राजीव कुमार शक के घेरे में हैं. पूछताछ के लिए उन्होंने कुमार को दो बार समन भी भेजा, लेकिन वो जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.

रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में फरार पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के निवास पर सीबीआई के 40 अधिकारियों की एक टीम पहुंची थी. दरअसल, रोज वैली स्कैम 15000 करोड़ रुपए और शारदा चिट फंड में 2500 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है.

रोज वैली घोटाला

रोज वैली घोटाले पर काफी वक्त से हड़कंप मचा हुआ है. इसमें कई बड़े नेताओं का नाम भी शामिल होने की बात सामने आ चुकी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर चूना लगाने वाले इस समूह के पैर राजनीति, रियल एस्टेट और फिल्म जगत तक पसरे हुए थे. दरअसल, रोज वैली चिटफंड घोटाले में रोज वैली ग्रुप ने लोगों 2 अलग-अलग स्कीम का लालच दिया और करीब 1 लाख निवेशकों को करोड़ों का चूना लगा दिया था. आशीर्वाद और होलिडे मेंबरशिप स्कीम के नाम पर ग्रुप ने लोगों को ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया. जिसके बाद लोगों ने भी इनकी बातों में आकर इसमें निवेश कर दिया. ग्रुप एमडी शिवमय दत्ता इस घोटाले के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं.

शारदा चिटफंड घोटाला

पश्चिम बंगाल की एक चिटफंड कंपनी शारदा ग्रुप ने लोगों को लुभावने ऑफर देकर चूना लगा दिया. शारदा चिटफंड ने लालच दिया कि सागौन से जुड़े बॉन्ड्स में निवेश कर 34 गुना ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकेगा. इसके लिए 25 साल का लॉकिंग पीरयड बताया गया था. मसलन, अगर आप 1 लाख रुपए का निवेश करते हैं तो 25 साल बाद आपको 34 लाख रुपए मिलते. हालांकि ये बस एक लोगों को लालच देकर ठगी करने का पैंतरा था. वहीं आलू के बिजनेस में 15 महीनों के भीतर ही रकम डबल करने का सपना भी इस ग्रुप ने दिखाया. लालच में आकर 10 लाख लोगों ने निवेश किया और आखिर में कंपनी पैसों के साथ फरार हो गई.

वहीं इन चिटफंड घोटालों की जांच करने वाली पश्चिम बंगाल पुलिस की SIT टीम का नेतृत्व 2013 में राजीव कुमार ने किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई सूत्रों का कहना है कि एसआईटी जांच के दौरान कुछ खास लोगों को बचाने के लिए घोटालों से जुड़े कुछ अहम सबूतों के साथ या तो छेड़छाड़ हुई थी या फिर उन्हें गायब कर दिया गया था. इसी सिलसिले में सीबीआई कुमार से पूछताछ करने चाहती है. राजीव कुमार पश्चिम बंगाल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं. रोज वैली और शारदा चिटफंड मामले में सीबीआई ने अब तक 80 चार्जशीट फाइल की हैं जबकि एक हजार करोड़ से ज्यादा रुपए रिकवर कर लिए गए हैं.