पीएम मोदी ने मतदाताओं से अपील की

New Delhi: Desperate for five more years in power, the ruling Bharatiya Janata Party-led alliance will woo rural and urban middle-class voters with farm relief measures and tax cuts, said officials privy to plans for the final budget before India’s general election.

Stung by opposition parties’ victories in three state polls last month, and needing to call a national election by May, Prime Minister Narendra Modi is facing growing discontent over depressed farm incomes and doubts over whether his policies are creating enough jobs.

The electoral compulsions mean that major economic reforms, such as tax cuts for bigger companies and plans to bring down the budget deficit, could be put on hold at least until after the election, the sources said.

Piyush Goyal, the interim finance minister, will present the budget on Feb 1, in the absence of Finance Minister Arun Jaitley, who is currently in the United States for medical treatment.

The higher spending, along with a shortfall in tax collections, will push the fiscal deficit up to the equivalent of 3.5 per cent of gross domestic product for the year ending in March, overshooting a previous 3.3 per cent target, according to one of the sources with direct knowledge of budget discussions.

The source said there was a chance that the government could take corrective action in March, hoping that by that time the election schedule will be settled and the public focus will shift towards campaigning.

India is likely to defer its plans to cut the country’s fiscal deficit to 3 percent by the year ended March 2021, as the government of Prime Minister Narendra Modi embarks on measures to stimulate the economy by additional spending and cutting taxes to woo voters.

“We may resort to spending cuts in March to contain the fiscal deficit,” the source said.

The finance ministry had cut capital and other spending amounting to 750.8 billion rupees ($10.55 billion) in the last financial year ending in March 2018. But Modi’s government has been stepping back from such fiscal rectitude in recent months.

In its desperation to find ways to pay for pre-election spending, the government has also pressed the Reserve Bank of India to part with more of its reserves, causing a rift that culminated in the resignation of Governor Urjit Patel last month.

The budget, which is interim and is likely to be followed by a full one in July, is expected to project economic growth of around 7.5 percent for the next financial year, while expanding capital spending on railways, roads, ports by 7-8 percent, and estimating an increase in revenue of about 15 percent, officials said.

But the main focus will be on the rural sector and the urban middle-class.

The government is ready with relief measures for farmers, benefits for unemployed youth, higher tax exemptions for the middle class and small businesses, the officials said.

According to two government sources,the farm relief package itself could run to at least one trillion rupees ($14 billion) if the government is to have a meaningful impact on which way voters lean in rural areas, where two-thirds of Indians live.

The pre-election giveaways could give the economy short term momentum, but result in a hangover after the election.

Credit rating agencies have warned that without bringing down other spending, a higher farm subsidy bill will increase future fiscal deficits.

Though he has spent big on building roads and railways, Modi has been fiscally conservative for most of his time in power, helping to bring retail inflation to near 2 percent from double-digits during the previous government’s time.

Despite expanding by 7 percent plus annually – the fastest pace among major economies, the uneven nature of the growth has meant that the economy has failed to create enough jobs for millions of youth entering the workforce each year

Merchandise exports have shown no signs of growth in last four years, and some textile, leather and engineering goods producers have shifted production abroad.

Earlier this month, the Centre for Monitoring Indian Economy (CMIE), a leading independent think tank, issued a report showing the country lost as many as 11 million jobs last year, making it even harder for new entrants to the labour market.

Last week, Raghuram Rajan, former governor of the Reserve Bank of India, said India needed flexible labour and land laws, and to fix glitches in the Goods and Services Tax, launched as a major tax reform in 2017.


शशि थरूर – कांग्रेस भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना चाहती है

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लेखक शशि थरूर ने कहा है कि आने लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी केंद्र की भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव के रूप में प्रियंका गांधी की पार्टी के लिए मूल्यवान साबित होंगी क्योंकि उनमें मतदाताओं को प्रभावित करने का करिश्मा है।

जयपुर साहित्य उत्सव से इतर उन्होंने कहा, आने वाले लोकसभा चुनाव में मेरी पार्टी कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेगी। कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना है। उन्होंने गोरक्षा, घर वापसी और लव जिहाद जैसे मुद्दों पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व के केंद्र में विरोधाभास बना हुआ है।

हालांकि उन्होंने मोदी को अच्छा वक्ता बताया। थरूर ने कहा, मेरे हिसाब से मोदी हिंदी के सबसे अच्छे वक्ता हैं। वह अपनी आवाज में उतार-चढ़ाव लाते हैं, अधिकतम प्रभाव के लिए अपने शब्दों का चुनाव करते हैं, नाटकीय हाव-भाव का प्रयोग करते हैं। यह उनकी राजनीतिक अपील का बड़ा हिस्सा है। लेकिन थरूर ने सवाल किया, मगर जब प्रधानमंत्री के नैतिक नेतृत्व की बात आई तो वह चुप थे। 

प्रियंका गांधी को कांग्रेस महासचिव बनाए जाने पर थरूर ने कहा, उनमें मतदाताओं को प्रभावित करने का करिश्मा है। उन्हें सार्वजनिक तौर पर अभी अपनी धाक जमानी है लेकिन पार्टी में अंदरूनी मामलों में उन्हें देखा गया है।थरूर के अनुसार, प्रियंका को बेहतर अपील वाले और विश्वसनीय व्यक्तित्व के रूप में देखा जा रहा है। अभी तक वह सीमित थीं, सिर्फ पर्दें के पीछे रहकर काम कर रही थीं, खुद को अमेठी और रायबरेली तक ही सीमित कर रखा था। लेकिन अब वह नई भूमिका में हैं। जिन लोगों ने उन्हें टीवी पर देखा है, वे जानते हैं कि वह कितनी जल्दी संपर्क बना लेती हैं, कितनी जल्दी और अच्छे से बोलती हैं, आसानी से लोगों से जुड़ जाती हैं। 

एक्टर ऋषि कपूर लंबे समय से न्यूयॉर्क में इलाज करा रहे हैं।

बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर ऋषि कपूर लंबे समय से न्यूयॉर्क में इलाज करा रहे हैं। लेकिन अब तक उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि आखिर उन्हें क्या हुआ है। अब उनके सेहत को लेकर आई बड़ी खबर सामने आई है। खबर के अनुसार वह जल्द ही इंडिया लौटने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुूताबिक ऋषि कपूर ने अपने हेल्थ को लेकर खुलासा करते हुए कहा कि  इस वक्त मेरा इलाज जारी है, उम्मीद है कि मैं बहुत जल्द ठीक हो जाऊंगा। इसके साथ ही बहुत जल्द लौटूंगा।

आपको बता दें कि  ऋषि कपूर पिछले तीन महीने से अमेरिका में इलाज करा रहे हैं। वे 29 सितंबर को वहां के लिए रवाना हुए थे। जिसकी जानकारी खुद  ऋषि कपूर अपने सोशल मीडिया दी है। उन्होंने एक पोस्ट शेयर करते हुए बताया था कि “सभी को हैलो, किसी चीज का इलाज कराने के लिए अमेरिका जा रहा हूं। मैं अपने चाहने वालों से ये गुजारिश करता हूं कि वो किसी तरह का बेमतलब कयास न लगाएं। मुझे फिल्मों में काम करते हुए 45 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। आप सभी के प्यार और दुआओं की बदौलत मैं जल्द ही लौटकर आऊंगा।

स्वाइन फ्लू से राजस्थान में मरने वालों की संख्या 70 हुई

राजस्थान : स्वाइन फ्लू से पीड़ित तीन और लोगों की शनिवार को मौत होने के साथ इस साल इस रोग से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 70 हो गयी है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार स्वाइन फ्लू के चलते शुक्रवार को पांच और शनिवार को तीन रोगियों की मौत हो गयी। इस साल एक जनवरी से अब तक स्वाइन फ्लू से राज्य में 70 मौतें हो चुकी हैं।

इस बीच राज्य भर में 84 और रोगियों में इस रोग की पुष्टि हुई है। इनमें जयपुर में 37, उदयपुर में 12, जोधपुर में 10 और बीकानेर में चार रोगी शामिल हैं। राज्य में अब तक कुल 1787 लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।

धर्मपाल गुलाटी : उन्हें गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्मभूषण से सम्मानित किया

विज्ञापन में आने वाले यह दुनिया के सबसे अधिक उम्र के स्टार के रूप में जाने जाते हैं। धर्मपाल गुलाटी 95 वर्ष के हैं। लेकिन उनकी प्रसिद्धि की केवल यही एक वजह नहीं है। गुलाटी 2 हजार करोड़ रुपये के एमडीएच ग्रुप के मालिक भी हैं। और उन्हें गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्मभूषण से सम्मानित किया गया है। ट्रेड एवं इंडस्ट्री में काम के लिए उन्हें ये पुरस्कार मिला है। गुलाटी को लोग महाशय कहकर संबोधित करते हैं। उनके कपड़े पहनने के अंदाज और मूछों के कारण लोगों ने उन्हें ये नाम दिया है। जो उन्हें काफी पसंद भी आता है। गुलाटी का कहना है, “मैं कोई और नशा नहीं करता, मुझे प्यार का नशा है। मुझे यह बहुत पसंद है जब बच्चे और युवा मुझसे मिलते हैं और मेरे साथ सेल्फी लेते हैं।”गुलाटी कक्षा 5 ड्रॉपआउट हैं। वह एफएमसीजी सैक्टर में सबसे अधिक कमाने वाले सीईओ हैं। सूत्रों के अनुसार 2018 में उन्हें 25 करोड़ रुपये की सैलरी मिली है। 27 मार्च, 1923 में सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में जन्म लेने वाले गुलाटी की सफलता की कहानी काफी मशहूर है। आजादी के बाद हुए बंटवारे में गुलाटी और उनका परिवार केवल 1500 रुपये हाथ में लिए भारत आए थे। इसके बाद उन्होंने एक तांगेवाले के तौर पर काम करना शुरू किया। लेकिन बाद में उनके परिवार ने करोल बाग के अजमल खान रोड पर एक मसाले की दुकान खोलने के लिए संसाधन जुटा लिए।

उनका व्यापार धीरे-धीरे बढ़ा और आज गुलाटी की भारत और दुबई में 18 फैक्ट्रियां हैं। जहां से दुनियाभर में एमडीएच मसालों की सप्लाई की जाती है। कंपनी 62 उत्पाद बेचती है और उत्तर भारत में 80 फीसदी मार्केट शेयर का दावा करती है। गुलाटी दो महीने बाद 96 साल के होने वाले हैं, बावजूद इसके वह हर रोज कम से कम एक फैक्ट्री में जाते हैं। चाहे फिर वह दिल्ली की फैक्ट्री हो या फरीदाबाद और गुरुग्राम की। उन्होंने मसाले का जो इतना बड़ा बिजनेस खड़ा किया है इसे संभालने में उनका बेटा और छह बेटियां मदद करती हैं। वह खुद को राजाना की खबरों से अपडेट रखते हैं।

गुलाटी का कहना है कि उनकी लंबी उम्र का राज उनकी अच्छी डाइट और रोजाना की जाने वाली एक्सरसाइज है। वो कहते हैं, “मैं बुड्ढा नहीं हूं, जवान हूं।” नेहरू पार्क में सैर करने के लिए वह रोज सुबह 4 बजे उठते हैं, वह योगा भी करते हैं और फिर नाश्ता करते हैं। वह शाम को भी सैर करने जाते हैं।

अमर जवान ज्योति पर पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि दी

New Delhi: Prime Minister Narendra Modi along with the three chiefs of the armed forces today paid homage at the Amar Jawan Jyoti on the occasion of the 70th Republic Day of India on Saturday.

The Prime Minister was received by the three service chiefs- Chief of Army staff General Bipin Rawat, Air Chief Marshal BS Dhanoa and Admiral Sunil Lanba at India Gate.

An eternal flame burns at the Amar Jawan Jyoti, the memorial built at India Gate to commemorate the indomitable courage of all the armed forces personnel, who lost their lives in combat.

The Amar Jawan or the immortal soldier monument at the India Gate is symbolised by a reversed rifle standing on its barrel and crested with a soldier’s helmet.

After paying his tributes the Prime Minister Modi also penned down his message in the monuments register. This is the fifth time that PM Modi had signed the register at the Amar Jawan Jyoti.

Earlier in the day, Prime Minister Narendra Modi wished the countrymen on the occasion of the Republic Day.

The nation is today celebrating the 70th Republic Day with the main function being organised at Rajpath in the national capital.

Under the custom to host a leader of a foreign country, South African president Cyril Ramaphosa is the chief guest of this year’s Republic Day parade. After Nelson Mandela, Ramaphosa is the second South African President to be the chief guest at the Republic Day celebrations.

मध्य प्रदेश : कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का भविष्य युवा शक्ति के हाथ में है।

मध्य प्रदेश : मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के शहरी क्षेत्र के गरीब युवाओं को एक साल में 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराएगी। 70वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन, छिंदवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का भविष्य युवा शक्ति के हाथ में है।

हम शहरी क्षेत्र में युवाओं के लिए अस्थाई रोजगार और कौशल विकास को जोड़कर एक नई योजना ‘युवा स्वाभिमान योजना’ लागू करने जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत 10 फरवरी से युवाओं का पंजीयन प्रारंभ होगा और फरवरी महीने में ही रोजगार तथा कौशल विकास का प्रशिक्षण देने का कार्य भी शुरू हो जाएगा। 

कमलनाथ ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्र के गरीब युवाओं को एक साल में 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा और इसी रोजगार के दौरान उनकी इच्छा के क्षेत्र में कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इससे इस अवधि के बाद उनके हाथ में कौशल होगा और वे विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध रोजगार के अवसरों का पूरा-पूरा लाभ उठा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों को अधिक से अधिक रोजगार दिलाने के लिए हमने औद्योगिक नीति में बदलाव किया है और शासन की सहायता लेने वाले उद्योगों पर बंदिश लगाई है जिससे कम से कम 70 प्रतिशत रोजगार वे मध्य प्रदेश के लोगों को ही देंगे।

जनजातीय कल्याण को प्राथमिकता बताते हुए कमलनाथ ने कहा कि इसके लिए हम जनजातीय सांसदों और विधायकों की एक समिति बनायेंगे। समिति की अनुशंसा पर जनजातीय कल्याण के कार्य किये जायेंगे।

कमलनाथ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से धनराशि जुटाकर सड़क, बिजली, सिंचाई, जलापूर्ति और नगरीय अधोसंरचनाओं को विकसित किया जायेगा और इन क्षेत्रों में कार्यों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। 

कमलनाथ ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर योजना बनाकर स्थानीय लोगों की भागीदारी से उसे पूरा किया जायेगा। ग्राम सभाओं को और अधिक सशक्त बनाकर विशेष महिला ग्राम सभा आयोजित की जायेंगी। 

उन्होंने वृद्धजनों, दिव्यांगों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि अप्रैल महीने से 300 रूपये से बढ़ाकर 600 रूपये करने की घोषणा करते हुए कहा कि इसे हर साल बढ़ाया भी जायेगा। इसके अलावा, हम तेंदूपत्ता की मजदूरी दर 2000 रूपये प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 2500 प्रति मानक बोरा कर रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अस्पतालों में बेहतर इलाज हमारी प्राथमिकताओं में है। गांवों को विकसित किये बिना प्रदेश का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है।

महिलाओं के शौर्य का शानदार प्रदर्शन : राजपथ

राजपथ पर शनिवार को 70वें गणतंत्र दिवस परेड में महिलाओं के शौर्य का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला जहां नौसेना एवं सेना के कई दस्तों की अगुवाई उन्होंने की और एक महिला अधिकारी ने बाइक पर हैरतअंगेज करतब दिखाए। पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर असम राइफल्स के महिला दस्ते ने इस साल इतिहास रचा। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 207 करोड़ रूपए की सिंचाई टैक्स राशि माफ करने का किया ऐलान : छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस (Republic Day 2019) पर किसानों की 207 करोड़ रूपए की बकाया राशि माफ करने का ऐलान करते हुए कहा कि इससे राज्य के लगभग 15 लाख किसानों को राहत मिलेगी। बघेल ने आज राजधानी के पुलिस परेड ग्राउण्ड में वर्षों के बीच आयोजित मुख्य समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि रबी फसल लेने वाले किसानों को कोई तकलीफ नही हो इसलिए रबी के लिए बंद पड़ी सिंचाई सेवाओं को तत्काल प्रभाव से पुन: प्रारंभ करने का निर्णय भी लिया है।

उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान के कटोरे के रूप में सम्मान दिलाने वाले अन्नदाताओं का यह हक है कि उन्हें धान का सम्मानजनक दाम मिले। हमने मंत्रि-परिषद् की पहली बैठक में प्रदेश के किसानों से 25 सौ रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का वादा पूरा किया। केन्द्रीय पूल में चावल खरीदी की मात्रा बढ़ाने का निवेदन भारत सरकार से किया गया है, लेकिन हमारी मांग नामंजूर होने की स्थिति में भी राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियां निभाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि से संबंधित समस्त योजनाओं का लक्ष्य अन्नदाताओं का स्वावलंबन और खुशहाली हो। इसलिए कृषि विभाग का नाम बदलकर ‘कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग’ किया गया है जिससे किसान कल्याण का लक्ष्य सदा हमारी नजरों के सामने रहे। तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 25 सौ रूपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर चार हजार रूपए करने का निर्णय लिया गया है। 

Petrol price hiked in Delhi, diesel crossing Rs 66 a liter

दिल्ली: दो दिनों की स्थिरता के बाद शुक्रवार को फिर से डीजल के दाम में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि पेट्रोल के भाव में लगातार तीसरे दिन स्थिरता बनी रही। देश की राजधानी दिल्ली में डीजल 66 रुपये प्रति लीटर हो गया है। छह जनवरी के बाद से अब तक दिल्ली में डीजल के दाम में 3.84 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है।

दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल फिर 10 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। डीजल महंगा होने से माल-ढुलाई खर्च बढ़ जाता है, जिससे महंगाई बढ़ती है। अंतरार्ष्ट्रीय वायदा बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है, ब्रेंट क्रूड का भाव करीब 62 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई 53 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर बना हुआ है।

दिल्ली

पेट्रोल के दाम –  71.27 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 66 रुपये प्रति लीटर

मुंबई

पेट्रोल के दाम –  76.90 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 69.11 रुपये प्रति लीटर

कोलकाता

पेट्रोल के दाम –  73.36 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 67.78 रुपये प्रति लीटर

चेन्नई

पेट्रोल के दाम –  73.99 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 69.72 रुपये प्रति लीटर