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भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दी गई एक दिन पहले फांसी – 23 March – शहीद दिवस

भारत की आजादी के लिए आज ही के दिन हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूलने वाले महान स्वंतत्रता सेनानियों शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। 

भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास में दर्ज सबसे बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है

23 मार्च 1931 को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी।

23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में भी जाना जाता है।

भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास में दर्ज सबसे बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है

असेंबली में बम फेंकने के बाद भगत सिंह  वंहा से भागे नहीं लेकिन ब्रिटिश सरकार की चालबाजी का शिकार हो गये और गलत आरोप लगाकर उन्हें फांसी की सजा सुना दी गयी ।

भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव को 24 मार्च 1931 को फांसी दी जानी थी, लेकिन एक दिन पहले 23 मार्च को दी उन्हें फांसी दे दी गई थी क्योंकि तीनों वीर सपूतों को फांसी देने का एलान पहले ही किया जा चुका था।

23 मार्च की आधी रात को अंग्रेज हुकूमत ने भारत के तीन सपूतों- भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फंसी पर लटका दिया था। देश की आजादी के लिए खुद को देश पर कुर्बान करने वाले इन महान क्रांतिकारियों को याद करने के लिए ही शहीद दिवस मनाया जाता है।

यह खबर आग की तरह पूरे देश भर में फैल गई थी। लोग ब्रिटिश सरकार पर भड़के हुए थे और वे तीनों वीर सपूतों को देखना चाहते थे।

तीनों को फांसी को लेकर जिस तरह से लोग प्रदर्शन और विरोध कर रहे थे उससे अंग्रेज सरकार डर गई थी। माहौल को बिगड़ता देखकर ही फांसी का दिन और समय बदला दिया गया और एक दिन पहले ही फांसी दे दी।

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जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा और शोपियां जिलों में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए

जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा और शोपियां जिलों में शुक्रवार को सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए।

इनमें दो पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं जिन्होंने 12 वर्ष के एक लड़के को बंधक बनाकर उसकी हत्या कर दी थी। बृहस्पतिवार को शुरू हुई मुठभेड़ों में मरने वाले आतंकवादियों की संख्या आठ हो गई है।

अधिकारियों ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी बांदीपोरा जिले के हाजिन इलाके में रातभर चली मुठभेड़ में मारे गए।

उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के खिलाफ अभियान बृहस्पतिवार को आरंभ हुआ था लेकिन सुरक्षा बलों को सावधानी से काम लेना था क्योंकि आतंकवादियों ने दो आम नागरिकों को बंधक बना लिया था।

अधिकारियों ने बताया कि एक आम नागरिक को बृहस्पतिवार शाम को बचा लिया गया लेकिन एक अन्य बंधक की अभियान के दौरान मौत हो गई। वह 12 वर्ष का लड़का था।

एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी हाजिन मुठभेड़ में मारे गए। दोनों आतंकवादियों की पहचान अली और हुबैब के रूप में की गई है। वे पाकिस्तानी नागरिक थे।”

प्रवक्ता ने बताया कि एक बंधक अब्दुल हमीद को बृहस्पतिवार शाम को बचा लिया गया लेकिन दूसरे बंधक आतिफ अहमद को ‘‘बचाया नहीं जा सका और आतंकवादियों ने निर्ममता से उसकी हत्या कर दी’।

इस बीच, शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ एक अन्य मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के दो स्थानीय आतंकवादी मारे गए।

एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर में शोपियां के इमाम साहिब इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और तलाश अभियान शुरू कर दिया।

उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं जिसके बाद बलों ने जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई।

उन्होंने कहा कि वह दोनों आतंकवादी आम लोगों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ अत्याचार के कई मामलों में शामिल थे। इनमें हाल ही में शोपियां में एक महिला एसपीओ की हत्या का मामला भी शामिल है।

इस बीच, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उत्तर कश्मीर में बारामूला जिले के सोपोर में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच एक और मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए।

उन्होंने कहा कि उस इलाके में तलाशी अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि सोपोर के वारपोरा इलाके में जारी मुठभेड़ में किसी के हताहत होने की सूचना फिलहाल नहीं मिली है।

इससे पहले बारामूला जिले के कलंतरा में बृहस्पतिवार को हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादी मारे गए थे।

इस दौरान एक अधिकारी समेत तीन सैन्यकर्मी घायल हो गए थे।

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लोकसभा चुनाव 2019 : BJP में शामिल हुए गौतम गंभीर

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी  गौतम गंभीर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।

भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर शुक्रवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है। 

ऐसी संभावना है कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए गौतम गंभीर नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।

इस समय इस सीट से भाजपा की ओर से मीनाक्षी लेखी सासंद हैं।

गंभीर हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने में सबसे सक्रिय सदस्य रहे हैं।

बता दें कि हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए 185 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की है। 

इस बीच भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति 22 मार्च को सुबह लगभग 11 बजे फिर से बैठक करेगी जिसमें सभी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने की संभावना है।

इस बीच ऐसी रिपोर्ट्स सामने आईं है कि गौतम गंभीर पार्टी में शामिल होने वाले संभावित उम्मीदवारों में से एक हैं।

अगर सब कुछ योजना के अनुसार होता है, तो पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे।

हाल ही में गौतम गंभीर को पद्म श्री सम्मान से भी नवाजा गया है।

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भारतीय जनता पार्टी द्वारा लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी,यूपी के 6 मौजूदा सांसद बाहर

भारतीय जनता पार्टी द्वारा बृहस्पतिवार को जारी लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची में उत्तर प्रदेश के 28 प्रत्याशियों के नाम घोषित किये गये है।

पार्टी ने अपने छह वर्तमान सांसदों के टिकट काट दिये है। इनमें केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग चेयरमैन राम शंकर कठेरिया शामिल है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी तथा राजनाथ सिंह लखनऊ की अपनी पहले की सीटों पर दोबारा किस्मत आजमायेंगे।

पार्टी ने वीवीआईपी सीट मानी जाने वाली अमेठी लोकसभा की सीट से स्मृति ईरानी को एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाधी का मुकाबला करने के लिये मैदान में उतारा है।

भाजपा के एक नेता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा की सीटें है बाकी सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा जल्द ही कर दी जायेगी।

भाजपा की पहली सूची में कृष्णा राज. शाहजहापुर, और राम शंकर कठेरिया आगरा के अलावा अंशुल वर्मा हरदोई, बाबू लाल चौधरी फतेहपुर सीकरी, अंजू बाला मिश्रिख और सत्यपाल सिंह संभल का टिकट काटा गया है। इन सीटों पर जो नये प्रत्याशी घोषित किये गये है उनमें एसपी सिंह बघेल आगरा, परमेश्वर लाल सैनी संभल, राजकुमार चाहर फतेहपुर सीकरी, जयप्रकाश रावत हरदोई, अशोक रावत मिश्रिख और अरूण सागर शाहजहांपुर से शामिल हैं। 

पिछले 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी में नरेंद्र मोदी को 5,81,022 वोट मिले थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वन्दी अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 वोट मिले थे और मोदी ने यह चुनाव 3,71,784 वोटो से जीता था। 

भाजपा की पहली सूची में उत्तर प्रदेश में जिन लोगों को लोकसभा टिकट दिया गया है उनमें राघव लखनपाल सहारनपुर, संजीव कुमार बालियान मुजफफरनगर, कुंवर भारतेंद्र सिंह बिजनौर, राजेंद्र अग्रवाल मेरठ, सत्यपाल सिंह बागपत, विजय कुमार सिंह गाजियाबाद और महेश शर्मा गौतमबुद्ध नगर शामिल है।

इनमें वीके सिंह केंद्र सरकार में विदेश राज्य मंत्री, महेश शर्मा पर्यटन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार जबकि सत्यपाल सिंह भी राज्य मंत्री है।

वर्तमान में बिजनौर के सांसद कुंवर भारतेंद्र सिंह, संजीव कुमार बालियान मुजफफरनगर, राघव लखनपाल सहारनपुर , राजेंद्र अग्रवाल मेरठ, सत्यपाल सिंह बागपत, विजय कुमार सिंह गाजिया बाद और महेश शर्मा गौतमबुद्ध नगर से चुनाव लड़ेंगे।

उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 11 अप्रैल को जिन लोकसभा सीटों पर मतदान होना है उनमें बागपत, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और कैराना शामिल है।


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जम्मू-कश्मीर में तीन जगहों पर सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़

जम्मू-कश्मीर में तीन जगहों पर सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है।

शोपियां में सुरक्षा बलों ने आतंकियों को घेर रखा है, जबकि सोपोर में आतंकियों ने सीआरपीएफ कैंप पर ग्रेनेड से हमला किया है, वहीं बांदीपुरा के हाजिन में भी सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया है।

जम्मू कश्मीर के बारामुला जिले के सोपेर में गुरुवार को आतंकवादियों द्वारा किए गए ग्रेनेड हमले में एक अधिकारी सहित दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि उत्तरी कश्मीर जिले में सोपोर के मुख्य चौक पर आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर एक ग्रेनेड फेंका।

उन्होंने बताया कि विस्फोट में डांगीवाचा थाना के प्रभारी सहित दो पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी की है और तलाशी अभियान शुरू किया है।

जबकि जम्मू-कश्मीर में शोपियां के वारपोर में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया।

जिसके बाद अपने को घिरा देख आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस कार्रवाई में सेना की 22 राष्ट्रीय रायफल, जम्मू और कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के साथ सीआरपीएफ भी शामिल है। 

ऑपरेशन के दौरान व्यवधान से बचने के लिए शोपियां में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। इससे पहले बुधवार को भी सुरक्षाबलों ने आतंकियों की मौजूदगी के इनपुट मिलने पर शोपियां और बारामुला में कासो चलाया था।

 बुधवार दोपहर को सुरक्षा एजेंसी को शोपियां और बारामुला में आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। 

इस दौरान सुरक्षा बलों पर फायरिंग की गई, जिसकी जवाबी कार्रवाई भी की गई। सुरक्षा बलों ने इसके बाद पूरे इलाके को घेर लिया था। लेकिन, तब आतंकी बच कर निकल गए थे। 

सूत्रों की मानें तो आतंकी बारामुला कंडी के कलंतरा इलाके में छुपे हुए हैं। जिसे लेकर कल से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट थीं।

वहीं आज बांदीपोरा के हाजिन के मीर मोहल्ला में संयुक्त बलों द्वारा आतंकवादी होने की सूचना मिली, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान चलाया।



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Google ने होली के त्यौहार पर एक रंगीन डूडल बनाकर किया समर्पित

Google का डूडल

21 मार्च को Google ने होली के त्यौहार को एक रंगीन डूडल के रूप में चिह्नित किया है जो त्यौहार की उज्ज्वल और मज़ेदार भावना को दर्शाता है।

Google में भव्य कलाकृतियों के साथ-साथ होली के महत्व को बताते हुए एक कला और संस्कृति भी प्रदर्शित है।

होली, जिसे “रंगों का त्योहार” भी कहा जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो वसंत के आगमन और सर्दियों के अंत का प्रतीक है।

भारत और नेपाल दो ऐसे देश हैं जो हर साल श्रद्धापूर्वक होली मनाते हैं। हालांकि, पूरे विश्व में भारतीय प्रवासी की उपस्थिति ने इसे एशिया और पश्चिम में मनाए जाने वाले सबसे लोकप्रिय भारतीय त्योहारों में से एक बना दिया है।

हिंदू कैलेंडर में ‘फाल्गुन’ महीने की पूर्णिमा पर – होली पूर्णिमा की रात को आती है।

परंपरागत रूप से, होली के लिए उत्सव मनाया जाता है – 20 और 21 मार्च को इस वर्ष – हिंदुओं द्वारा। पहले दिन समारोह लोगों के साथ उनके समुदाय या पिछवाड़े में बड़े अलाव जलाते हैं, और कच्चे नारियल और मकई का प्रसाद बनाते हैं।

दूसरे दिन, लोग रंगों, पिचकारियों, पानी की बंदूकें और पानी के गुब्बारे के साथ खेलते हैं।

21 march Holi

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होली का पर्व फूलों और रंगों का त्योहार

रंग हमारी भावनाओं को दर्शाते हैं। रंगों के माध्यम से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित होता है। यही कारण है कि हमारी भारतीय संस्कृति में होली का पर्व फूलों, रंग और गुलाल के साथ खेलकर मनाया जाता है।

रंगों का पर्व होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्यौहार है।

बल्कि यह पर्यावरण से लेकर आपकी सेहत के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। 

सनातन (हिंदू) धर्म में प्रत्येक मास की पूर्णिमा का बड़ा ही महत्व है और यह किसी न किसी उत्सव के रूप में मनाई जाती है।

उत्सव के इसी क्रम में होली, वसंतोत्सव के रूप में फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है।

फाल्गुन पूर्णिमा, हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष का अंतिम दिन होता है। इससे आठ दिन पूर्व होलाष्टक आरंभ हो जाते हैं।

अष्टमी से लेकर पूर्णिमा तक के समय में कोई शुभ कार्य या नया कार्य आरंभ करना शास्त्रों के अनुसार वर्जित माना गया है।

होली शब्द का संबंध होलिका दहन से भी है अर्थात पिछले वर्ष की गल्तियां एवं वैर-भाव को भुलाकर इस दिन एक-दूसरे को रंग लगाकर, गले मिलकर रिश्तों को नए सिरे से आरंभ किया जाए। इस प्रकार होली भाईचारे, आपसी प्रेम एवं सद्भावना का पर्व है। 

होली, भारतीय समाज में लोकजनों की भावनाओं को अभिव्यक्त करने का आईना है। परिवार को समाज से जोड़ने के लिए होली जैसे पर्व महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रीति-रिवाजों और परंपराओं के अनुसार होली उत्तर प्रदेश के ब्रजमंडल में ‘लट्ठमार होली’ के रूप में, असम में ‘फगवाह’ या ‘देओल’, बंगाल में ‘ढोल पूर्णिमा’ और नेपाल देश में ‘फागु’ नामों से लोकप्रिय है।

मुगल साम्राज्य के समय में होली की तैयारियां कई दिन पहले ही प्रारंभ हो जाती थीं। मुगलों के द्वारा होली खेलने के प्रमाण कई ऐतिहासिक पुस्तकों में मिलते हैं। सम्राट अकबर, हुमायूं, जहांगीर, शाहजहां और बहादुरशाह जफर ऐसे बादशाह थे, जिनके समय में होली उल्लास से खेली जाती थी।

कुछ वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि रंगों से खेलने से स्वास्थ्य पर इनका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्योंकि रंग हमारे शरीर तथा मानसिक स्वास्थ्य पर कई तरीके से असर डालते हैं। पश्चिमी फीजिशियन और डॉक्टरों का मानना है कि एक स्वस्थ शरीर के लिए रंगों का महत्वपूर्ण स्थान है।

होली यह संदेश लेकर आती है कि जीवन में आनंद, प्रेम, संतोष एवं दिव्यता होनी चाहिए। जब मनुष्य इन सबका अनुभव करता है, तो उसके अंतःकरण में उत्सव का भाव पैदा होता है, जिससे जीवन स्वाभाविक रूप से रंगमय हो जाता हैं। रंगों का पर्व यह भी सिखाता है कि काम, क्रोध, मद, मोह  एवं लोभ रूपी दोषों को त्यागकर ईश्वर भक्ति में मन लगाना चाहिए। 

रंग हमारी भावनाओं को दर्शाते हैं। रंगों के माध्यम से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित होता है। यही कारण है कि हमारी भारतीय संस्कृति में होली का पर्व फूलों, रंग और गुलाल के साथ खेलकर मनाया जाता है।

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स्वामी असीमानंद के बरी होने पर पाकिस्तान में मची खलबली

नई दिल्ली: 

पाकिस्तान ने समझौता ट्रेन में विस्फोट के आतंकी मामले में सभी चार आरोपियों के बरी किए जाने को लेकर भारतीय राजदूत को तलब किया.

पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान ने भारतीय राजदूत को तलब किया और समझौता ट्रेन में विस्फोट के आतंकी मामले में सभी चार आरोपियों के बरी किए जाने को लेकर कड़ी निंदा करते हुए विरोध जताया है.

2007 में हुए इस धमाके में 68 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें ज्यादातर पाकिस्तानी थे. भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली इस ट्रेन में 18 फरवरी 2007 को हरियाणा के पानीपत के नजदीक धमाका हुआ था. 

असीमानंद को बरी किये जाने पर बोलीं महबूबा- दोहरा मापदंड क्यों?
उधर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को एक अदालत द्वारा समझौता ट्रेन धमाका मामले के आरोपियों को बरी किये जाने के आधारों पर सवाल उठाया.

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने बुधवार को कहा, “महत्वपूर्ण सबूत होने के बावजूद आरएसएस के एक पूर्व सदस्य समेत आरोपियों को बरी कर दिया गया.

भगवान न करे, अगर वह कश्मीरी या मुस्लिम होते तो उन्हें दोषी ठहरा दिया जाता और निष्पक्ष सुनवाई के बिना ही जेल में डाल दिया जाता.

भगवा आतंक को लेकर ऐसी नर्मी और दोहरे मापदंड क्यों? महबूबा मुफ्ती का यह बयान हरियाणा की एक विशेष अदालत द्वारा समझौता ट्रेन धमाका मामले में स्वामी असीमानंद तथा अन्य तीन आरोपियों को बरी किये जाने के बाद आया है. 

पाकिस्तान के लिए भी अहम था फैसला
भारत-पाकिस्तान के बीच सप्ताह में दो दिन चलने वाली समझौता एक्सप्रेस में 18 फरवरी 2007 में बम धमाका हुआ था.

ट्रेन दिल्ली से लाहौर जा रही थी. विस्फोट हरियाणा के पानीपत जिले में चांदनी बाग थाने के अंतर्गत सिवाह गांव के दीवाना स्टेशन के नजदीक हुआ था.

हादसे में 68 लोगों की मौत हो गई थी. ब्लास्ट में 12 लोग घायल हो गए थे. धमाके में जान गंवाने वालों में अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक थे इसलिए पाकिस्तान की नज़रे भी इस मामले पर टिकी हुई थी. मारे जाने वाले 68 लोगों में 16 बच्चों समेत चार रेलवे कर्मी भी शामिल थे.

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होली और कब इसका दहन करना शुभकारी ?

होली एक ऐसा त्यौहार है जिस की सांस्कृतिक विरासत अत्यंत समृद्ध है इसी कारण इसे सतरंगी त्योहार कहा जाता है एक और जहां इसकी पौराणिक धार्मिक महत्‍ता है।

वहीं दूसरी ओर साहित्य संगीत चित्रकला सामाजिक समरसता इत्यादि से संबंधित परंपराएं भी कम महत्वपूर्ण नहीं हैं।

रंगों का सजीला पर्व होली आ रहा है। हर पर्व की तरह इस पर्व के लिए भी मुहूर्त का विशेष महत्व है।

होलिका का विधि विधान से पूजन किया जाता है और सामूहिक रूप से विधि विधान से दहन किया जाता है।

होली और कब इसका दहन करना शुभकारी होगा।

इस वर्ष 2019 में 20 मार्च को होलिका का दहन होगा और

21 मार्च को रंगों से होली खेली जाएगी।

शुभ मुहूर्त…

होली पर्व तिथि व मुहूर्त 2019

होली 2019

20 मार्च

होलिका दहन मुहूर्त- 20:58 से 00:30

भद्रा पूंछ- 17:24 से 18:25

भद्रा मुख- 18:26 से 20:09

रंगवाली होली- 21 मार्चपूर्णिमा तिथि आरंभ- 10:44 (20 मार्च)

पूर्णिमा तिथि समाप्त- 07:15 (21 मार्च)

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प्रियंका गांधी – वाराणसी में करेंगी चुनाव प्रचार

प्रयागराज से शुरू हुई कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी की तीन दिवसीय यात्रा का समापन बुधवार को वाराणसी में होगा।

सुबह प्रियंका गांधी चुनार से सड़क मार्ग से रामनगर में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक निवास पर पहुंचेंगी। वह रामनगर स्थित पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास पर स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी।

इसके बाद प्रियंका गांधी ‘सांची बात प्रियंका के साथ’ कार्यक्रम के जरिए जनता से सीधा संवाद करेंगी।रामनगर घाट से नौका से वे अस्सी घाट आएंगी और यहां विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं व समाज के लोगों से संवाद करेंगी।

फिर नाव से ही वे दशाश्वमेध घाट पहुंचेंगी और यहां मल्लाह समाज के लोगों से बातचीत करने के बाद काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन करेंगी।

बाबा दरबार में पूजन के लिए कांग्रेसी नेताओं ने न्यास अध्यक्ष से लेकर कई पुजारियों से संपर्क किया है। दोपहर बाद सरोजा पैलेस में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगी।

इसके बाद पुलवामा हमले में शहीद अवधेश यादव, विशाल पांडेय और रमेश यादव के आवास पर जाएंगी। शाम को बाबतपुर एयरपोर्ट से प्रियंका गांधी दिल्ली रवाना हो जाएंगी।