सालासर धाम मंदिर सिरसा
सिरसा:

जय बाला जी
सिरसा:
जय बाला जी
नई दिल्ली:
देश आज 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। हर ओर जश्न है और आजादी के लिए लड़े दीवानों की याद में देशभक्ति के नारे गूंज रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर लालकिले के प्राचीर पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद लालकिले से नरेंद्र मोदी का ये पहला भाषण है, इसलिए इस भाषण पर ना सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया की नज़र है।
Watch This Video Till End….
विक्रम साराभाई (Vikram Sarabhai) को उनकी 100वीं जंयती पर Google Doodle बनाया गया है. वह भारत के सबसे महान वैज्ञानिकों में से एक थे. उनका जन्म 12 अगस्त 1919 को हुआ था.
विक्रम साराभाई अपने दौर के उन गिने-चुने वैज्ञानिकों में से एक थे जो अपने साथ काम करने वाले वैज्ञानिकों और खासकर युवा वैज्ञानिकों को आगे बढ़ने में मदद करते थे. यही वजह थी कि उन्हें (Vikram Sarabhai) एक बेहतर लीडर भी माना जाता था.
साराभाई ने 1947 में अहमदाबाद में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) की स्थापना की थी. बता दें कि गूगल अलग-अलग क्षेत्र की उन बड़ी हस्तियों को Google Doodle बना कर श्रद्धांजलि अर्पित करता है जिन्होंने समाज के लिए बड़ा योगदान दिया है.
विक्रम साराभाई (Vikram Sarabhai) के पिता उद्योगपति थे और भौतिक विज्ञान के अध्ययन-अनुसंधान के इस केंद्र के लिए उन्होंने अपने पिता से ही वित्तीय मदद मिली थी.
उस समय साराभाई की उम्र महज 28 साल थी लेकिन कुछ ही सालों में उन्होंने पीआरएल को विश्वस्तरीय संस्थान बना दिया. साराभाई को उनके बेहतर काम के लिए वर्ष 1966 में पद्म विभूषण सम्मान से भी नवाजा गया था.
विक्रम साराभाई (Vikram Sarabhai) को भारतीय स्पेस प्रोग्राम का जनक भी माना जाता है. उन्हें 1962 में शांति स्वरूप भटनागर मेडल से भी सम्मानित किया गया था.
30 दिसंबर, 1971 को उनकी मृत्यु उसी स्थान के नजदीक हुई थी जहां उन्होंने भारत के पहले रॉकेट का परीक्षण किया था. दिसंबर के आखिरी हफ्ते में वे थुंबा में एक रूसी रॉकेट का परीक्षण देखने पहुंचे थे और यहीं कोवलम बीच के एक रिसॉर्ट में रात के समय सोते हुए उनकी मृत्यु हो गई.
Watch This Video Till End….
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कमान देकर बदलाव की आशा जताई थी और साहसिक कदम उठाकर मोदी ने यह जता दिया कि संकल्पशक्ति हो तो हर काम हो सकता है।
सत्तर साल से देश के अंदर ही एक अलग देश की तरह चलते रहे जम्मू-कश्मीर को सही मायने में अभिन्न अंग बनाने का कदम पहली बार उठाया गया। विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को खत्म करने की दिशा में कदम बढ़ा है।
ऐसे कई लोग और दल हैं जिन्हें यह कदम रास नहीं आ रहा है, लेकिन उनसे ज्यादा बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जिनके लिए यह ऐतिहासिक दिन है। सही मायने में जम्मू-कश्मीर अब भारत और भारतवासियों का हुआ है।
तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने एक चूक की थी जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुरुस्त किया है। ‘मोदी है तो मुमकिन है’ का दावा एक बार फिर साबित हो गया है।
पहले काल में नोटबंदी और जीएसटी, फिर तीन तलाक और अब अनुच्छेद-370 का समापन। वह भी सरकार में आने के महज दो तीन महीनों के अंदर। यही साबित करता है कि सरकार में संकल्पशक्ति अदभुत है।
Watch This Video Till End….
आज सुबह पीएम आवास पर मोदी कैबिनेट में बड़ा फैसला लिया गया।
बैठक खत्म होने के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह संसद पहुंचे और राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने की सिफारिश की।
Jammu Kashmir से धारा 370 खत्म, राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पास, पक्ष में पड़े 125 वोट
जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में बांटने वाला विधेयक जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल राज्यसभा से पारित करवा कर मोदी सरकार ने इतिहास रच दिया है।
हालांकि, अभी लोकसभा में इस विधेयक का पास होना बाकी है, मगर लोकसभा में नंबर को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि वहां भी यह बिल आसानी से पास हो जाएगा।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त करने, जम्मू कश्मीर को विधायिका वाला केंद्र शासित क्षेत्र और लद्दाख को बिना विधायिका वाला केंद्र शासित क्षेत्र बनाने संबंधी सरकार के दो ”साहसिक एवं जोखिम भरे संकल्पों एवं दो संबंधित विधेयकों को सोमवार को राज्यसभा की मंजूरी मिल गई।
एक धारा को छोड़ सभी धाराओं को संशोधन किया गया। सरकार के इस फैसले को राष्ट्रपति ने भी अपनी मंजूरी दे दी।
इस दौरान राज्यसभा में अमित शाह के बयान के बाद विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया।
इसको लेकर भारत सरकार का राजपत्र भी जारी हो गया है। मोदी सरकार के इस फैसले से कई विपक्षी दल नाराज है तो कई ने इस फैसले का स्वागत किया है।
Watch This Video Till End….
दिल्ली में 2 August 2019 पेट्रोल की कीमत में 11 पैसे की गिरावट हुई है। लेकिन डीजल के दाम में किसी भी तरह का उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिला है।
वहीं, आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल के रेट में 8 पैसे घटी है, वही दूसरी तरफ डीजल की कीमत स्थिर बनी हुई है।
इससे पहले 1 अगस्त को दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 6 पैसे की कटौती हुई थी और डीजल स्थिर बना रहा था।
Watch This Video Till End….
वहीं, आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल और डीजल के भाव में किसी भी तरह का बदलाव नहीं हुआ था।
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 72.69 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 66.00 रुपए प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 78.34 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 69.17 रुपए प्रति लीटर है।
चन्नई में पेट्रोल की कीमत 75.52 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 69.71 रुपए प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 75.37 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 68.19 रुपए प्रति लीटर है।
बेंगलुरू में पेट्रोल की कीमत 75.13 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 68.18 रुपए प्रति लीटर है।
Watch This Video Till End….
स्थानीय आभूषण विनिर्माताओं की मांग घटने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 50 रुपये टूटकर 35,720 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी।
औद्योगिक इकाइयों तथा सिक्का विनिर्माताओं का उठाव घटने से चांदी भी 100 रुपये के नुकसान से 41,900 रुपये प्रति किलो रह गई। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोने का हाजिर मूल्य 1,419.40 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर था। दूसरी ओर चांदी कुछ नुकसान के साथ 16.44 डॉलर प्रति औंस पर चल रही थी।
विश्लेषकों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में स्थिरता है। इसकी वजह यह है कि निवेशकों को अमेरिका की फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) की बैठक के नतीजों का इंतजार है। यह बैठक 30 और 31 जुलाई को होनी है।
दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता 50-50 रुपये के नुकसान से क्रमश: 35,720 रुपये और 35,550 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया। आठ ग्राम की गिन्नी का भाव 27,500 रुपये प्रति इकाई पर कायम रहा।
शनिवार को सोना 40 रुपये चढ़कर 35,770 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंचा था। वहीं चांदी 150 रुपये टूटकर 42,000 रुपये प्रति किलोग्राम रही थी।
Watch This Video Till End….
सोमवार को चांदी हाजिर 100 रुपये और टूटकर 41,900 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।
वहीं साप्ताहिक डिलिवरी के भाव 34 रुपये चढ़कर 41,186 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए।
चांदी सिक्का लिवाल 1,000 रुपये के नुकसान से 84,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर आ गया। सिक्का बिकवाल भी 1,000 रुपये के नुकसान से 85,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर आ गया।
Watch This Video Till End….
देश के बड़े राज्यों और शहरों में पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel) के कीमतों में गिरावट का सिलसिला बरकरार हैं।
बीते दिन भी तेल के दामों में 10 पैसे से ज्यादा गिरावट देखने के मिली थी। यह अनुमान भी लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के भाव में ज्यादा कटौती हो सकती हैं।
वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑइल यानी कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट आई है, जिसकी वजह से देशभर में पेट्रोल और डीजल के दामों में ये बदलाव आया है।
इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर हो गया है।
राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 13 पैसे की गिरावट दर्ज की गई है, वहीं दूसरी ओर डीजल के दाम में 7 पैसे की कमी आई है।
वहीं, आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत में 13 पैसे और डीजल के रेट में 8 पैसे की कमी आई है।
Watch This Video Till End….
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 72.86 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 66.00 रुपए प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 78.48 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 69.17 रुपए प्रति लीटर है।
चन्नई में पेट्रोल की कीमत 75.80 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 69.78 रुपए प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 75.50 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 68.19 रुपए प्रति लीटर है।
बेंगलुरू में पेट्रोल की कीमत 75.27 रुपए प्रति लीटर है, डीजल के दाम 68.18 रुपए प्रति लीटर है।
Watch This Video Till End….
Mann KI Baat Live: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर महीने से अंतिम सप्ताह यानी आज 28 जुलाई रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात से देश की जनता को संबोधित करेंगे।
इस बार पीएम अपने कार्यक्रम में स्वतंत्रता दिवस, रक्षा बंधन और सावन के महीने समेत संसद सत्र और तीन तलाक बिल पर चर्चा करेंगे।
पीएम मोदी के कार्यकाल का यह दूसरा कार्यक्रम है। पीएम ने हमेशा जनता से इस कार्यक्रम को लेकर सुझाव भी मांगे हैं।
यह पीएम मोदी का 55 वां कार्यक्रम होगा। जिसका सुबह 11 बजे रेडियो पर प्रसारण होगा।
Watch This Video Till End….
श्रीनगर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ पर श्रीनगर के चिनार कॉप्स युद्ध स्मारक पहुंचे। जहां उन्होंने बादामी बाग छावनी में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
पहले उन्हें द्रास जाना था।उनके साथ राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी मौजूद रहे।
कोविंद खराब मौसम की वजह से कारगिल के द्रास नहीं पहुंच सके। जिसके बाद श्रीनगर में उनका कार्यक्रम रखा गया।
राष्ट्रपति और उनके सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर को श्रीनगर तकनीकी हवाई अड्डे से हेलीकॉप्टर से बादामी बाग छावनी ले जाया गया।
जहां राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शुक्रवार को साल 1999 में कारगिल यु्द्ध में शहीद हुए भारतीय सेना के सैनिकों और अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद अब श्रीनगर के बादामी बाग छावनी में में पहुंचे। इसके अलावा तीन सेवा प्रमुखों ने द्रास युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर लिखा था कि कारगिल विजय दिवस में शहीद हुए जवानों के बलिदान और उनकी वीरता को राष्ट्र स्वीकार करता है।
हम उनके बलिदान के ऋणी रहेंगे। हम भारत की रक्षा करने वालों की धैर्य-वीरता को सलाम करते हैं।
Watch This Video Till End….