सीईटी 2025

करवा चौथ का पर्व इस साल 17 अक्टूबर को आज मनाया जा रहा है।

Chandigarh: 17-10-2019

करवा चौथ का पर्व इस साल 17 अक्टूबर को आज मनाया जा रहा है।

महिलाएं इस दिन मंगल व रोहिणी नक्षत्र में पति की दीघार्यु की कामना करेंगी। यह संयोग 70 साल बाद आया है।

इस साल व्रत की समयाविधि भी करीब 14 घंटे की रहेगी।  करवा चौथ का व्रत इस वर्ष 17 अक्टूबर को है।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 70 सालों बाद बन रहा शुभ संयोग सुहागिनों के लिए फलदायी होगा। इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ मंगल का योग बेहद मंगलकारी रहेगा।

करवा चौथ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला तो करवा और दूसरा चौथ। जिसमें करवा का मतलब मिट्टी के बरतन और चौथ यानि चतुर्थी है।

इस दिन मिट्टी के पात्र यानी करवों की पूजा का विशेष महत्व है। करवाचौथ के मौके पर महिलाएं व युवतियों मेहंदी लगवाती हैं।

चतुर्थी को दिनभर व्रत करने के बाद शाम को 16 श्रृंगार से सजकर चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं और भगवान गणेश की पूजा करती हैं। 

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अनुच्छेद 370: कश्मीर से पांच दिन में 2 हजार टन सेब की आपूर्ति रुकी, सेबों के जरिए लोगों में जहर घोलने की साजिश

केंद्र सरकार के द्वारा जब से जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 (Article 370) को निरस्त किया गया है तब से ही आतंकी और अलगाववादी संगठनों की हताशा साफ झलक रही है।

अनुच्छेद 370 हटने के बाद पांच दिन से कश्मीर बंद है। इसका सबसे ज्यादा असर कश्मीर के सेब पर पड़ा है।

पिछले पांच दिन में कश्मीर से जम्मू और अन्य राज्यों में होने वाली 2 हजार टन सेब की आपूर्ति रुक गई है। इससे सेब के कारोबारियों को काफी नुकसान हुआ है। खासकर दूसरे राज्यों के कारोबारियों को, जो सेब के पकने से पहले ही कश्मीर के व्यापारियों से सेब के बगीचे खरीद लेते हैं। सेब कश्मीर में तोड़ा भी नहीं जा पा रहा।

भरतपुर के ट्रक ड्राइवर को निशाना बनाने के बाद अब आतंकी और अलगाववादी संगठनों ने नई चाल चली है। लोगों के बीच जहर घोलने के लिए आतंकी और अलगाववादियों ने सेबों का सहारा लिया है।

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आश्विन नवरात्र में उत्तरी भारत के ऐतिहासिक श्री माता मनसा देवी मंदिर में माता मनसा देवी के दर्शन

Panchkula:

News 7 World Live:

श्री माता मनसा देवी के दर्शन
मुख्य द्वार

आश्विन नवरात्र में उत्तरी भारत के ऐतिहासिक श्री माता मनसा देवी मंदिर में माता मनसा देवी के दर्शन

श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए 

माता के दर्शन से सभी की मनोकामना पूरी होती है।

ऐसी मानयता है कि श्री माता मनसा देवी सभी की झोली खुशियो से भरती हैं।

जय माता दी।

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पारसमणि मंदिर सैक्टर 10 पंचकूला शारदीय नवरात्रि पर साईं भजन सन्ध्या का आयोजन व साईं लंगर प्रबंध किया गया

Panchkula : 04-10-2019

News 7 World Exclusive Report:

पारसमणि मंदिर सैक्टर 10 पंचकूला में साईं का दरबार देखने वाला था जिसके एक बार दर्शन से भक्तों के कष्ट दूर होते है।

पारसमणि मंदिर सैक्टर 10 पंचकूला में पारे का शिवलिग है जिसे देखने भक्त जन दूर दूर से दर्शन करने और पूजन अर्चन करके आंनद की अनुभूति मिलती है।

पारसमणि मंदिर सैक्टर 10 पंचकूला में शारदीय नवरात्रि पर माता रानी का दरबार आकर्षित करने वाला है।

मान्यता है, कि शारदीय नवरात्रि पर माता रानी सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करती है।

जिसे देखने भक्त जन दूर दूर से दर्शन करने और पूजन अर्चन करके आंनद की अनुभूति की जिसे न्यूज़ 7 वर्ल्ड (News7world) के माध्यम से जिसे देश ओर विदेश मे देखा जा रहा है।

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मानसून 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है, लेकिन बारिश का दौर जारी

Chandigarh:

मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र (Mrityunjai Mahapatra) ने कहा है कि देश में चार महीने का मानसून का मौसम (वर्षा ऋतु) आधिकारिक रूप से सोमवार को समाप्त होगा है, लेकिन इस बात की संभावना कम है कि अगले हफ्ते इसकी पूरी तरह से विदाई हो जाएगी।

मानसून सत्र की शुरूआत आधिकारिक तौर पर एक जून को हुई थी और 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है। मानसून 15 जुलाई को पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर पहुंचा जो देश का आखिरी मानसून स्टेशन है।

हालांकि, मानसून ने वापस होने के कोई संकेत नहीं दिये हैं। पांच अक्टूबर तक जारी रह सकता है मानसून मानूसन अब भी राजस्थान, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में सक्रिय है। महापात्र ने बताया कि गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्सों में कम दबाव वाले क्षेत्र के कारण बारिश हुई है और पांच अक्टूबर तक यह जारी रह सकता है।

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*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

प्याज की कीमतें नियंत्रित करेगी सरकार

दिल्ली:

राजधानी दिल्ली में इन दिनों प्याज के दाम 80 रूपये किलो तक पहुंच गए हैं। जिसे देखते हुए सरकार अब इसकी बढ़ती हुई कीमतों पर लगाम लगाने की तैयारी में जुट गई है।

प्याज की कीमते पिछले 15 दिनों मे जिस तरह से बढ़ी हैं उससे आम आदमी को प्याज काटने से ज्यादा खरीदने में आंसू आ रहे हैं।

सरकार प्याज की कालाबाजारी रोकने के लिए व्यापारियों पर जल्द ही शिकंजा कसेगी जिसके तहत प्याज की भंडारण सीमा तय की जाएगी।

सीमा तय होने के बाद कारोबारी तय कोटे से ज्यादा प्याज का भंडारण नहीं कर सकेंगे, और बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी और कीमतों पर रोक लगेगी।

मिली जानकारी के मुताबिक अगर जल्द ही प्याज के दाम नीचे नहीं आए तो सरकार ये ऐलान कर सकती है।

जानकारों का मानना है कि मानसून के दौरान प्याज उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिस के कारण आपूर्ति और पैदावार दोनों प्रभावित रहे हैं जिसके चलते प्याज की खुदरा कीमते 70-80 तक पहुंच गई हैं।

उपभोक्ता मंत्रालय के आधिकारिक आकड़ो के अनुसार पिछले सप्ताह दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 57 रूपये किलो थी जिसमें कि महज 7 दिनों में 20 से 30 रूपये का इजाफा हो गया है।

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*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

Google ने आज जापानी पर्वतारोही जुनको ताबेई को उनके 80 वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर सम्मानित किया।

Google ने आज जापानी पर्वतारोही जुनको ताबेई को उनके 80 वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर सम्मानित किया।

जूनो तबेई माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली पहली जापानी महिला थीं, और इस महाद्वीप पर सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने वाली पहली महिला भी थीं।

1939 में जन्मे, जुको ताबेई की परवरिश जापान के फुकुशिमा प्रान्त के एक छोटे से शहर मिहारू में हुई थी। चढ़ाई से उसका प्यार तब शुरू हुआ, जब 10 साल की उम्र में वह माउंट नासू की एक क्लास ट्रिप पर गई।

1969 में दो की माँ के रूप में, उन्होंने जापान के पहले लेडीज़ क्लाइम्बिंग क्लब की स्थापना की जो इस धारणा को धता बताने के लिए था कि महिलाओं को घर के अंदर रहना चाहिए।

1975 में, Junko Tabei माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली महिला बनीं। हालाँकि, उसे दुनिया की सबसे ऊँची चोटी पर चढ़ने वाले 36 वें व्यक्ति के रूप में याद किया जाना पसंद है।

“मैंने एवरेस्ट पर पहली महिला होने का इरादा नहीं किया,” उसने एक बार कहा था।

सफलतापूर्वक शिखर पर चढ़ने के बाद, उन्हें जापान के सम्राट, क्राउन प्रिंस और राजकुमारी द्वारा सम्मानित किया गया।

जुनको ताबेई पहाड़ पर चढ़ने वाले मीडिया ध्यान से अधिक प्यार करते हैं। एवरेस्ट के बाद, वह प्रत्येक महाद्वीप पर उच्चतम चोटी पर चढ़ने के लिए चली गई – एकॉनकागुआ, डेनाली, किलिमंजारो, विंसन, एल्ब्रस और पुणक जया।

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हिन्दी दिवस की बहुत बहुत बधाई व हार्दिक शुभकामनाएं।

हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है।

14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया कि हिन्दी ही भारत की राजभाषा होगी। इसी महत्वपूर्ण निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने तथा हिन्दी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिये राजभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिन्दी-दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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Chandrayan 2 : ISRO को विक्रम लैंडर का पता चला, लेकिन अभी तक संपर्क नहीं

नई दिल्ली:

भारतीय स्पेस एजेंसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि विक्रम लैंडर का पता चल गया है। ऑर्बिटर से ली गई कुछ तस्वीरों में इसकी जानकारी होने की पुष्टि हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर के सटीक जगह का पता चल गया है। लैंडर चंद्रयान-2 ऑर्बिटर की मदद से उस जगह का पता लगा सका है।

लैंडर के साथ संचार अभी तक स्थापित नहीं किया गया है। ऑर्बिटर विक्रम लैंडर की सटीक तस्वीरें लेने में कामयाब रहा। शनिवार को अपने निर्धारित नरम लैंडिंग से कुछ समय पहले अंतरिक्ष एजेंसी के साथ संपर्क टूट गया था।

चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर 7 सितंबर को सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान इसरो से संपर्क टूट गया था। शनिवार की सुबह 1:40 मिनट से पहले लैंडिंग हो रही थी। इसरो चंद्रयान -2 के लैंडर विक्रम के साथ संपर्क की कोशिश में जुटा हुआ है। इसके कई कारकों की जांच करेगा। चंद्रयान -2 टीम विक्रम लैंडर के साथ संचार हानि के पीछे के कारण का पता लगाने में जुटा हुआ है।

इसरो प्रमुख ने चंद्रयान 2 मिशन को 95% सफल बताया था। उन्होंने कहा था कि ऑर्बिटर पूरी तरह ठीक है और उसमें 7.5 साल तक काम करने की क्षमता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गगनयान सहित इसरो के सभी मिशन निर्धारित समय पर पूरे होंगे। बता दें कि लैंडर ‘विक्रम’ अगर ऐतिहासिक लैंडिंग में सफल हो जाता तो भारत चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करा चुके अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों की कतार में शामिल हो जाता।

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भारतीय वायुसेना के बेड़े में आज 8 अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल होंगे। अपाचे हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक माने जाते हैं।

खबरों के मुताबिक आज वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर इन हेलिकॉप्टरों को शामिल कराएंगे।

दुश्मन के दांत खट्टे करने के लिए भारतीय वायुसेना के बेड़े में आज 8 अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल होंगे। अपाचे हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक माने जाते हैं।

खबरों के मुताबिक आज वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर इन हेलिकॉप्टरों को शामिल कराएंगे। दो पायलट का होना है जरूरी जानकारी के लिए आपको बता दें कि अपाचे हेलिकॉप्टर को उड़ाने के लिए 2 पायलट होने जरूरी हैं।

इस हेलिकॉप्टर में दो इंजन हैं साथ ही दो सीटें हैं। दो इंजन होने की वहज से इसकी रफ्तार बहुत तेज है। हेलिकॉप्टर की अधिकतम स्पीड 280 किलोमीटर प्रति घंटा है। इस हेलिकॉप्टर में एक खास बात यह भी है कि इसमें सेंसर भी लगा है, इस वजह से रात में भी ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है और इसे रडार पर पकड़ना मुश्किल होता है।

गौरतलब है कि अपाचे हेलिकॉप्टर अमेरिका में बनाए गए हैं। अपाचे हेलिकॉप्टर AH-64E दुनिया का सबसे एडवांस मल्टी रोल कॉम्बेट हेलिकॉप्टर है।

AH-64E अपाचे दुनिया के सबसे उन्नत बहु-भूमिका लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में से एक है। इसे अमेरिकी सेना भी इस्तेमाल करती है है। भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अपाचे अटैक के आठ हेलिकॉप्टरों को पठानकोट एयरबेस पर तैनाती तय है। इससे वायुसेना के लड़ाकू क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी।

सितंबर 2015 में भारत-अमेरिका के बीच अपाचे हेलिकॉप्टरों की बड़ी डील हुई थी। जिसमें 22 अपाचे हेलिकॉप्टरों भारत को मिलने वाले हैं। इससे जुलाई को 4 हेलिकॉप्टर मिल चुके हैं, अब 8 हेलिकॉप्टर मंगलवार को मिल रहे हैं।

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