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निकोबार द्वीप के बाद भूकंप के झटकों से हिला बंगाल, रिक्‍टर पैमाने पर तीव्रता 4.5

आज सुबह निकोबार द्वीप में आए भूकंप के बाद पश्चिम बंगाल से भी हिलने की खबर है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 रही।

पश्चिम बंगाल के अलावा झारखंड और बिहार के कई ईलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

एएनआई के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के बांकुरा में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 रही।

यहीं मुख्य केंद्र भी रहा। वहीं आज सुबह 8 बजे के आस पाल निकोबार द्वीप भूकंप के ये झटके महसूस हुए थे।

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जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल देश छोड़कर जाने की फिराक में था,एयरपोर्ट पर रोक दिया

जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल को आव्रजन अधिकारियों ने शनिवार को मुंबई हवाई अड्डे पर विदेश यात्रा करने से रोक दिया।

सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि गोयल और उनकी पत्नी दुबई जाने वाली एमिरेट्स की उड़ान संख्या ईके 507 में यात्रा करने वाले थे।

आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें उड़ान की इजाजत देने से इनकार कर दिया। यही नहीं, अनीता गोयल का सामान भी विमान से उतार दिया गया।

उड़ान दोपहर तीन बजकर 35 मिनट पर रवाना होनी थी। नरेश गोयल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

वहीं, एमिरेट्स की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। पिछले महीने जेट एयरवेज के अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के अध्यक्ष किरण पावसकर ने मुंबई पुलिस आयुक्त को चिट्ठी लिखी थी।

कई महीनों से कर्मचारियों का वेतन नहीं देने के लिए गोयल, अन्य निदेशकों और जेट एयरवेज प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों के पासपोर्ट जब्त करने को कहा था।

नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल ने मार्च में जेट एयरवेज के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था। नरेश गोयल ने 26 साल पहले जेट एयरवेज की स्थापना की थी।

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भारतीय चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के अंतिम नतीजे जारी,भाजपा ने 303 और कांग्रेस ने 52 जीतीं सीटें

नई दिल्ली:

 भारतीय चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के अंतिम नतीजे शुक्रवार को जारी कर दिए हैं। लोकसभा की 543 में से 542 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 303 सीटें प्राप्त हुई हैं, जबकि विपक्षी कांग्रेस को 52 सीटें मिली हैं।

चुनाव आयोग के नतीजों के अनुसार कुल 542 सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 303, कांग्रेस को 52, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) को 23,  तृणमूल कांग्रेस को 22, वाईएसआर-कांग्रेस पार्टी को 22, शिवसेना को 18, जेडीयू को 16, बीजेडी को 12,  बीएसपी को 10, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को नौ,  लोक जनशक्ति पार्टी को छङ, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को पांच, समाजवादी पार्टी (एसपी) को पांच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को तीन, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को तीन, नेशनल कॉन्फ्रेंस तीन, तेलुगु देशम (टीडीपी) को तीन, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को दो, अपना दल (सोनेलाल) को दो, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को दो, शिरोमणि अकाली दल को दो सीटें मिली हैं।

इनके अलावा आम आदमी पार्टी (आप), ऑल इंडिया झारखंड स्‍टूडेंट यूनियन (एजेएसयू), अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक), ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, जनता दल (सेकुलर), झारखंड मुक्ति मोर्चा, केरल कांग्रेस (एम), मिजो नेशनल फ्रंट, नागा पीपुल्स फ्रंट, नेशनल पीपुल्स पार्टी, राष्ट्रवादी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, क्रांतिकारी सोशलिस्ट पार्टी, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, विदुथलाई चिरुथिगाल काची को एक-एक सीट मिली है।

चार निर्दलीय भी जीते हैं। चुनाव आयोग ने लोकसभा की 543 सीटों पर चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की थी, लेकिन करीब 11 करोड़ रुपये की नकदी बरामद होने के बाद तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया। इस कारण सिर्फ 542 सीटों पर ही चुनाव कराए गए। वेल्लोर सीट पर चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा अगले महीने हो सकती है।

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भाजपा की प्रचंड जीत के बाद सरकार गठन पर टिकी सबकी निगाहें

भाजपा की प्रचंड जीत के बाद देश बदलाव की तरफ

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा केंद्रीय मंत्रियरों का इस्तीफा स्वीकार किये जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि इस सरकार के कार्यकाल का सूरज भले ही अस्त हो गया है, लेकिन इसके काम की रोशनी से लोगों की जिंदगी में उजाला बिखरता रहेगा।

लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी के लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने के बाद सभी निगाहें अब सरकार के गठन पर टिक गई है। ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही है कि सरकार में अमित शाह समेत कई नये चेहरों को स्थान दिया जा सकता है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री सहित मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री से नयी सरकार बनने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया है। भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन राजग के नवनिर्वाचित सांसदों की शनिवार को बैठक होने जा रही है जिसमें वे औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना नेता चुनेंगे। इसके साथ ही सरकार के गठन की दिशा में प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकेगा। 

मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर जीत दर्ज की है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन राजग को चुनाव में 350 सीटें हासिल हुई है। सरकार गठन को लेकर जारी गहमागहमी के बीच पार्टी के कई नेताओं का ऐसा विचार है कि शाह, मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे और उन्हें गृह, वित्त, विदेश या रक्षा में से कोई एक मंत्रालय दिया जा सकता है। 

वित्त मंत्री अरूण जेटली और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष स्वाथ्य संबंधी समस्याएं हैं। ऐसे में उनके नई सरकार में शामिल होने को लेकर शंकाएं हैं । जेटली राज्य सभा के सदस्य हैं और वह 2014 के चुनाव में अमृतसर सीट पर हार गए थे। सुषमा स्वराज ने पिछला चुनाव मध्य प्रदेश के विदिशा से जीता था। हालांकि इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। इन दोनों नेताओं ने नयी सरकार में शामिल होने या नहीं होने पर कोई टिप्पणी नहीं की है। चुनाव प्रचार के दौरान शाह ने भी इस बारे में पूछे गए सवालों को टाल दिया और कहा कि यह पार्टी और प्रधानमंत्री के अधिकार क्षेत्र का विषय है। ऐसी उम्मीद है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण नयी सरकार में मुख्य भूमिका में रह सकती हैं। स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी से पराजित किया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि पार्टी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। वहीं, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रकाश जावड़ेकर को नए मंत्रिमंडल में बनाये रखे जाने की संभावना है। जदयू और शिवसेना को भी नये कैबिनेट में स्थान दिया जा सकता है क्योंकि दोनों दलों ने क्रमश: 16 और 18 सीट दर्ज करके शानदार प्रदर्शन किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना से नये चेहरों को स्थान दिया जा सकता है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मंत्री परिषद में कई युवा चेहरों को स्थान दिये जाने की संभावना है क्योंकि भाजपा नेतृत्व पार्टी की दूसरी कतार तैयार करना चाहता है। 17वीं लोकसभा का गठन तीन जून से पहले किया जाना है। इस बारे में तीनों चुनाव आयुक्त राष्ट्रपति से मिलेंगे और नये चुने गए सदस्यों की सूची उन्हें सौपेंगे।

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सूरत: तक्षशिला कॉम्पलैक्स में लगी भीषण आग, 15 लोगों की मौत

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सूरत: तक्षशिला कॉम्पलैक्स में लगी भीषण आग, 15 लोगों की मौत

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समृति ईरानी की महेनत रगं ला गई अमेठी का किला फतह किया,भाजपा की प्रचंड जीत

समृति ईरानी की महेनत रगं ला गई अमेठी का किला फतह किया,भाजपा की प्रचंड जीत

स्मृति ईरानी की सालों की मेहनत आखिर अमेठी में रंग लाई। इस बार उन्होंने वो कर दिखाया जिसके बारे में सिर्फ सोचा ही जा सकता था। इसे जमीन पर उतारना आसान कतई नहीं था। स्मृति ने गांधी परिवार की परंपरागत सीट पर जीत के कदम बढ़ा दिए हैं। ये इस चुनाव का सबसे बड़ा उलटफेर कहा जा सकता है। कांग्रेस अध्यक्ष को हराना उन्हें भारत के सियासी इतिहास में दर्ज करवा देगा। 

नई दिल्ली
दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मीं स्मृति इरानी का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ टीवी सीरियल से घर-घर में पहचान बनाने वाली इरानी ने जब बीजेपी के जरिये सियासत में कदम रखा तो उस वक्त किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि वह एक दिन देश के सबसे प्रभावशाली राजनीतिक परिवार के गढ़ में उनके बर्चस्व को तोड़ देंगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी में अपनी हार स्वीकर कर ली है और इरानी को जीत की बधाई भी दे दी है। इससे पहले 1977 में संजय गांधी को अमेठी में हार का सामना करना पड़ा था। 

2004 में पहले ही चुनाव में मिली हार
स्मृति 2003 में उस वक्त बीजेपी में शामिल हुईं, जब उनका ऐक्टिंग करियर उफान पर था। उसके अगले ही साल वह महाराष्ट्र यूथ विंग की उपाध्यक्ष बनाई गईं। 2004 में इरानी पहली बार चांदनी चौक लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उथरीं लेकिन उन्हें कांग्रेस के कपिल सिब्बल के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा। 2010 में इरानी को बीजेपी महिला मोर्चा की कमान दी गई। 2011 में बीजेपी ने उन्हें राज्य सभा भेजा। अगले ही साल वह पार्टी की उपाध्यक्ष बनाई गईं। 

राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ना रहा करियर में टर्निंग पॉइंट
इरानी के राजनीतिक करियर में टर्निंग पॉइंट तब आया, जब बीजेपी ने उन्हें 2014 में गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार दिया। वह 1 लाख से ज्यादा वोटों से हार गईं, लेकिन चुनाव के दौरान उन्होंने जिस जुझारूपन का परिचय दिया, वह सबको प्रभावित किया। इसका उन्हें इनाम भी मिला। लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें न सिर्फ अपने कैबिनेट में जगह दी, बल्कि मानव संसाधन जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय से नवाजा। बाद में उन्हें कपड़ा मंत्रालय में भेजा गया। 

2014 में हार के बाद भी अमेठी से जोड़े रखा नाता
2014 में करीबी मुकाबले में हारने के बावजूद स्मृति ने अमेठी से अपना रिश्ता कायम रखा। वह लगातार नियमित अंतराल पर अमेठी का दौरा करती रहीं। स्मृति ने पिछले 5 सालों में खुद को राहुल गांधी के गंभीर प्रतिद्वंद्वी के तौर पर स्थापित किया। संसद से लेकर संसद से बाहर तक वह अहम मसलों पर राहुल गांधी को काउंटर करती रहीं और उन पर हमले का कोई मौका नहीं खोया। राहुल गांधी के अमेठी के अलावा केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने को इरानी और बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष का डर करार दिया था। 


स्मृति इरानी अपनी शैक्षिक योग्यता को लेकर विवादों में रहीं। उन पर आरोप लगा कि 2004 और 2014 के चुनावी हलफनामों में उन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता अलग-अलग बताई थीं। 2004 में इरानी ने अपने ऐफिडेविट में बताया था कि वह स्नातक हैं। हलफनामे के मुताबिक, उन्होंने 1996 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ करेस्पॉन्डेंस से बीए की डिग्री हासिल की। हालांकि, 2014 में उन्होंने अपने हलफनामे में बताया था कि उन्होंने 1994 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम पार्ट 1 का एग्जाम पास किया था और कोर्स पूरा नहीं कर पाई थीं। इसके अलावा स्मृति उस वक्त विवादों में आ गईं जब उन्होंने कहा कि उनके पास अमेरिका के मशहूर येल यूनिवर्सिटी की डिग्री है।

बहरहाल, अमेठी की हार राहुल के लिए कभी न भुलाने वाला सपना साबित हो सकता है। इस सीट से उनके पिता राजीव गांधी, संजय गांधी चुने जाते रहे हैं। अंत में पिता की विरासत को राहुल गांधी संभाल नहीं सके। बकौल राहुल, अब अमेठी स्मृति ईरानी के हवाले हो गया है। वह राहुल गांधी की जगह लेंगी। उम्मीद है कि अमेठी की जनता को अब वह सब मिलेगा जिसका उन्होंने वादा किया है। 

इस जीत के साथ ही नए कैबिनेट में उनका कद बढ़ना तय हो गया है। उन्होंने उस नेता को हराया है जो हालिया समय में भाजपा और मोदी-शाह पर सबसे बड़ा हमलावर रहा है। ऐसे में अगर स्मृति को एक बड़ा मंत्रालय दे दिया जाए तो हैरत किसी को नहीं होनी चाहिए। 

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लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी देश में एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है, देश पर छाया कमल

BJP 347 CONG 91 Others 104 Total 542

दिल्ली:

देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘प्रचंड लहर पर सवार भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और ‘नये भारत के मुद्दों पर लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है।

लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी देश में एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है।

2014 के मुकाबले पीएम मोदी को इस बार जनता का और अधिक प्यार मिला है।

गुरुवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली के भाजपा मुख्यालय पहुंचे।

भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने फूलों का गुलदस्‍ता देकर उनका स्‍वागत किया।

पीएम मोदी ने कहा- यह कार्यकर्ताओं की जीत है। पीएम मोदी ने भाजपाजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश की कोटी-कोटी नागरिकों ने इस फकीर की झोली को भर दिया।

मैं भारत के 125 करोड़ नागरिकों का सिर झुका कर नमन करता हूं। लोकतंत्र के इतिहास में सबसे बड़ी घटना है। सबसे अधिक मतदान इस चुनाव में हुआ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा नीत राजग की विजय को हिन्दुस्तान, लोकतंत्र और जनता की विजय’ बताया और कहा कि भाजपा देश के संविधान एवं संघवाद के प्रति समर्पित है तथा केंद्र एवं राज्य देश की विकास यात्रा में कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने साथ ही कहा कि सरकार भले ही बहुमत से चलती हो लेकिन देश सर्वमत से चलता है और हम इस विचार के साथ सभी को साथ लेकर चलेंगे।

मोदी ने कहा कि चुनावों के बीच क्या हुआ, वो बात बीत चुकी है। हमें सबको साथ लेकर चलना है। घोर विरोधियों को भी देशहित में साथ लेकर चलना है।

इस प्रचंड बहुमत के बाद भी नम्रता के साथ लोकतंत्र की मर्यादाओं के बीच चलना है। संविधान हमारा सुप्रीम है, उसी के अनुसार हमें चलना है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वह बदइरादे से, बदनियत से कोई काम नहीं करेंगे।

मोदी ने कहा कि काम करते करते कोई गलती हो सकती है लेकिन बदइरादे से कोई काम नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने लिये कुछ नहीं चाहिए, उनके समय का पल पल और शरीर का कण कण देशवासियों के लिये समर्पित है।

भाजपा मुख्यालय में आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि अब देश में सिर्फ दो जाति ही रहने वाली हैं और देश इन दो जातियों पर ही केंद्रित होने वाला है।

21वीं सदी में भारत में एक जाति है- गरीब और दूसरी जाति है- देश को गरीबी से मुक्त कराने के लिए कुछ न कुछ योगदान देने वालों की। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में जो विजयी हुए हैं, उन सभी विजेताओं को मैं हृदयपूर्वक बधाई देता हूं।

भाजपा की एक विशेषता है कि हम कभी दो भी हो गए, लेकिन हम कभी अपने मार्ग से विचलित नहीं हुए। आदर्शों को ओझल नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि हम न रुके, न झुके, न थके। कभी हम दो हो गए, तो भी और आज दोबारा आ गए, तो भी। दो से दोबारा आने की यात्रा में कई उतार चढ़ाव आए।

हम दो थे, तब भी निराश नहीं हुए। अब दोबारा आए हैं तब भी न नम्रता छोड़ेगे, न विवेक को छोड़ेंगे, न हमारे आदर्शों को छोड़ेंगे, न हमारे संस्कारों को छोड़ेंगे।

भाजपा की जीत के लिये पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कोई विजयी हुआ है तो हिंदुस्तान विजयी हुआ है।अगर कोई विजयी हुआ है तो लोकतंत्र विजयी हुआ है, जनता-जनार्दन विजयी हुई है।

मोदी ने कहा कि भाजपा देश के संविधान एवं संघवाद के प्रति समर्पित है और केंद्र एवं राज्य देश की विकास यात्रा में कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि ये मोदी की विजय नहीं है। ये देश में ईमानदारी के लिए तड़पते हुए नागरिक की आशा-आकांक्षा की विजय है।

यह 21वीं सदी के सपनों को लेकर चल पड़े नौजवान की विजय है । मोदी ने कहा कि ये विजय आत्मसम्मान, आत्मगौरव के साथ एक शौचालय के लिए तड़पती हुई मां की विजय है। ये विजय उस बीमार व्यक्ति की है जो 4-5 साल से पैसों कमी की वजह से अपना उपचार नहीं करवा पा रहा था और आज उसका उपचार हो रहा है। ये उसके आशीर्वाद की विजय है।

उन्होंने कहा कि इस चुनाव ने 21वीं सदी के लिए एक मजबूत नींव हमारे सामाजिक, सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन के लिए निर्मित की है। उन्होंने कहा कि यह पहला चुनाव था जिसमें एक भी राजनीतिक दल धर्मनिरपेक्षता का नकाब पहनकर देश को गुमराह नहीं कर पाया।

इस चुनाव में एक भी विरोधी दल महंगाई मुद्दा नहीं बना पाया, कोई भी दल हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उसे मुद्दे नहीं बना पाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए, देश की एकता और अखंडता के लिए जनता ने इस चुनाव में एक नया विमर्श सामने रखा है।

उन्होंने महाभारत युद्ध के बाद श्रीकृष्ण संवाद का उल्लेख करते हुए कहा कि आज देश के कोटी-कोटी नागरिकों ने इस फ़कीर की झोली को भर दिया और भारत के 130 करोड़ नागरिकों का वह सिर झुका कर नमन करते हैं। 2019 के मतदान का आंकड़ा अपने-आप में लोकतांत्रिक विश्व के इतिहास की सबसे बड़ी घटना है मोदी ने कहा कि हम सभी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, हम सभी एनडीए के साथी, नम्रतापूर्वक इस विजय को जनता-जर्नादन के चरणों में समर्पित करते हैं ।

सभी दिग्‍गज नेताओं ने किया पीएम मोदी का स्वागत भाजपा मुख्यालय में भाजपा के सभी दिग्‍गज नेताओं ने पीएम मोदी बड़ी माला पहना कर स्‍वागत किया। पीएम मोदी ने भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्‍वीकार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 में मिली प्रचंड बहुमत के लिए देश की जनता का आभार प्रकट किया।

इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह कार्यकर्ताओं की जीत है। इस मौके पर उनके साथ भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, जेपी नड्डा, थावर चंद गहलोत और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद हैं।

उन्होंने भी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया। भाजपा की प्रचंड जीत राष्ट्रवाद, सुरक्षा, हिंदू गौरव और नवीन भारत का ताना बाना बुनती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ को देश ने समझा और लोकतंत्र के जलसे को भगवा रंग से रंग दिया।

नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए ने शानदार जीत दर्ज कर कांग्रेस-यूपीए को सत्ता से बाहर ही रखा। मोदी लहर में कांग्रेस, गठबंधन, महागठबंधन के सारे मंसूबे ध्वस्त हो गए। जीत और बढ़त के आकड़े बताते हैं कि भाजपा ने 348 सीटें हासिल कर दूसरी बार श्री मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाया।

कांग्रेस नीत यूपीए को 2014 के मुकाबले सीटें ज्यादा मिली, पर आंकड़ा तिहाई अंकों तक नहीं छू पाया। कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा झटका अमेठी से राहुल गांधी का चुनाव हारना रहा।

हालांकि उन्होंने केरल के वायनाड से रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की। देश के साथ ही छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश भी भाजपा के साथ रहा।

छग की 11 में से 9 सीटें हासिल कर भाजपा ने विधानसभा में मिली हार का बदला ले लिया। मध्यप्रदेश में कांग्रेस महज एक सीट ही हासिल कर सकी।

विधानसभा में करारी हार के बाद लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपना दम दिखाया और 11 में से नौ सीटों पर शानदार जीत हासिल की।

कांग्रेस के खाते में केवल बस्तर और कोरबा सीट आई। बस्तर से दीपक बैज और कोरबा से ज्योत्सना महंत ने जीत दर्ज की।

राजधानी रायपुर और दुर्ग में भाजपा के सुनील सोनी और विजय बघेल ने रिकार्ड मतों से कांग्रेस के प्रमोद दुबे और प्रतिमा चंद्राकर को हराया। बाकी सीटों पर भी भाजपा ने जीत दर्ज की।

भाजपा के संरक्षक लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि चुनावों में इस अभूतपूर्व जीत के लिए नरेंद्रभाई मोदी को हार्दिक बधाई।

भाजपा अध्यक्ष के रूप में अमित भाई शाह और पार्टी के सभी समर्पित कार्यकर्ताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए भरसक प्रयास किए कि बीजेपी का संदेश हर मतदाता तक पहुंचे। 

भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि पीएम मोदी महाविजय के महानायक हैं।

आज देश के अंदर आजादी के बाद सबसे ऐतिहासिक विजय नरेंद्र मोदी मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को प्राप्त हुई है। ये हम सबके लिए गौरव की बात है। मोदी जी के नेतृत्‍व में ऐतिहासिक विजय है।

यह सबका साथ सबका विकास नीति की विजय है। करोड़ों कार्यकर्ताओं ने इतने लंबे चुनाव अभियान में जो परिश्रम की पराकाष्ठा की वो हमारी जीत का आधार बनी।

ऐतिहासिक जनादेश ने जातिवाद और वंशवाद का खत्‍म किया। तुष्‍टीकरण करने वालों को जनता ने जवाब दिया है। उन्‍होंने कहा कि पांच साल के अंदर नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश के 50 करोड़ गरीब परिवारों का जीवन स्तर उठाने के लिए आजादी के 70 साल के बाद पहली बार सार्थक कदम उठाए।

करोड़ों गरीब परिवारों का आशीर्वाद उनका जनसमर्थन हमारी विजय का संबल बना है। कई मायने में ये जीत ऐतिहासिक है।

उन्‍होंने कहा कि 50 साल के बाद पहली बार देश में पूर्ण बहुमत से शासन करने वाला प्रधानमंत्री, दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बनने जा रहा है।

ये सम्मान हम सबके लोकप्रिय नेता, भाजपा के लोकप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी जी को मिला है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जनता ने टुकड़े टुकड़े गैंग विचारधारा को खारिज कर दिया है।

देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘प्रचंड लहर पर सवार भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और ‘नये भारत के मुद्दों पर लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है।

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हुआवेई पर लगाई गई रोक के फैसले को फिलहाल 90 दिन के लिए स्थगित कर दिया

अमेरिका के अधिकारियों ने चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी हुआवेई पर लगाई गई रोक के फैसले को फिलहाल 90 दिन के लिए स्थगित कर दिया है।

उनका कहना है कि यह स्थगन बड़े पैमाने पर होने वाली उठापटक से बचने के लिए दिया गया है।

ट्रंप प्रशासन के वाणिज्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया है कि यह स्थगन अस्थाई है और इससे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर कंपनी पर लगाई गई रोक के फैसले में कोई बदलाव नहीं आएगा।

ट्रंप प्रशासन के इस फैसले से अमेरिका और चीन की प्रौद्योगिकी कंपनियों पर गहरा प्रभाव होगा। इसके बदले वह हुआवेई को अस्थाई लाइसेंस प्रदान करेगा जिससे कि वह अमेरिकी कंपनियों के साथ व्यावसाय को जारी रख सकें।

वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने कहा कि अस्थाई सामान्य लाइसेंस से आपरेटरों को व्यवसाय जारी रखने के लिये दूसरी व्यवस्था करने का समय मिल जाता है और विभाग जरूरी सेवाओं के लिये हुआवेई के उपकरणों पर निर्भर अमेरिकी और विदेशी दूरसंचार कंपनियों के लिये उपयुक्त दीर्घकालिक उपाय कर सकेगा। 

संक्षेप में कहा जाए तो यह लाइसेंस दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को मौजूदा हुआवेई मोबाइल फोन और ग्रामीण ब्रांडबैंड नेटवर्क को जारी रखने की सुविधा देगा।

उधर, हुआवेई के संस्थापकों ने बीजिंग में कहा है कि अमेरिका कंपनी की ताकत को कम आंक रहा है। हुआवेई के संस्थापक रेन झेंगफई ने कंपनी पर रोक लगाने के अमेरिका के प्रयासों के समक्ष कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि अमेरिका कंपनी की ताकत को कम आंक रहा है।

सीसीटीवी के मुताबिक रेन ने कहा कि अमेरिका के राजनीतिज्ञों के मौजूदा व्यवहार से लगता है कि वह हमारी ताकत को कम आंक रहे हैं।

रेन ने कहा कि हुआवेई के 5जी पर कोई असर नहीं होगा। जहां तक 5जी प्रौद्योगिकी की बात है अगले दो से तीन साल तक कोई हुआवेई के बराबर नहीं पहुंच पायेंगे।

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पाकिस्तान ने मुइनुल हक को भारत में अपना नया उच्चायुक्त नियुक्त किया

भारत में पाकिस्तान ने राजनीतिज्ञ मोइनुल हक को अपना नया उच्चायुक्त बनाया है। इन नाम को पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने मंजूरी दी है।

भारत के अलावा चीन, जापान और अन्य देशों में भी नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति की गई है।

बता दें कि मोइनुल हक इससे पहले फ्रांस के राजदूत थे।

इतना ही नहीं वो वह पहले विदेश मंत्रालय में प्रोटोकॉल चीफ के तौर पर काम कर चुके हैं।

इमरान सरकार ने पहले अपने नए विदेश सचिव की नियुक्ति की उसके बाद राजदूतों की नियुक्ति की है। 

इस मौके पर विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक वीडियो मैसेज भी शेयर किया। जिसमें उन्होंने कहा कि नई दिल्ली बहुत महत्वपूर्ण है।

सलाह-मशविरे के बाद मैंने फ्रांस में मौजूदा राजदूत को वहां के लिए नियुक्त किया है।। उन्हें दिल्ली भेजा जाएगा, आशा है कि वो बेहतर काम करेंगे और दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होंगे। 

*MC Chandigarh takes strict action against residents for non-segregation of waste throughout city: issued 205 challans to households*

ट्रम्प : ईरान युद्ध करेगा तो मिट जाएगा

वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मिडल ईस्ट में युद्धोन्माद के संदर्भ में चेतावनी दी है।

उन्होंने कहा है कि अमेरिका और ईरान के बीच लड़ाई होती है तो ईरान पूरी तरह ख़त्म हो जाएगा।

ट्रम्प ने रविवार को ट्विटर हैंडल पर कहा है, ”यदि ईरान युद्ध चाहता है तो उसका अंत निश्चित है।

वह अमेरिका को कदापि चेतावनी न दे।” अमेरिका ने हाल में दो युद्ध पोत फ़ारस की खाड़ी में तैनात किए हैं। ट्रम्प का रविवार का ट्वीट उनके पिछले बयानों से हटकर है।

जबकि उन्होंने पिछले सप्ताह पेंटागन अधिकारियों से युद्ध की आशंकाओं से इनकार किया था।

उन्होंने पत्रकारों के पूछे जाने पर भी युद्ध की संभावनाओं से इनकार किया था। यही बात ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने भी कही थी कि उनकी युद्ध में कोई मंशा नहीं है।