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19 जनवरी को हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी का पहला सामान्य चुनाव

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पंचकूला, 17 दिसंबर- गुरूद्वारा चुनाव कमेटी हरियाणा  के आयुक्त जस्टिस एचएस भल्ला ने बताया कि हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के पहला सामान्य चुनाव 19 जनवरी 2025 को होगा। हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा चुनाव की घोषणा करते हुए शैडयूल जारी किया।

उन्होने बताया कि रिर्टनिंग अधिकारी द्वारा चुनाव का नोटिफिकेशन 18 दिसंबर 2024 को जारी कर दिया जाएगा। 20 दिसंबर से 28 दिसंबर तक चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों  द्वारा नोमिनेशन फार्म भरे जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की सूची 20 दिसंबर से 28 दिसंबर तक जारी की जाएगी। नामांकन पत्रों की छंटनी का कार्य 30 दिसंबर को किया जाएगा।

उन्होने बताया कि 31 दिसंबर को छंटनी करने के बाद रिर्टनिंग अधिकारी नोमिनेशन फार्म को चुनाव कार्यालय में जमा करवाएंगे। 2 जनवरी 2025 को नामांकन  पत्र वापस ले सकेंगे और बचे हुए प्रत्याशियों को  चुनाव चिन्ह आबंटित किए जाएंगे। साथ ही मतदाता सूची का प्रकाशन भी किया जाएगा।

उन्होने बताया कि 19 जनवरी को हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव का मतदान प्रातः 8 बजे से सांय 5 बजे तक करवाया जाएगा। मतदान समाप्त होने के बाद मतगणना की जाएगी।

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डीएलएसए पंचकूला ने दो दिवसीय ओरिएंटेशन ट्रेनिंग मॉड्यूल आयोजित किया और विधिक सेवा इकाई ‘मनोन्यय’ का गठन किया

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पंचकूला 17 दिसम्बर –श्री अजय कुमार घनघस, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए),  ने बताया कि 16 और 17 दिसंबर, 2024 को दो दिवसीय ओरिएंटेशन ट्रेनिंग मॉड्यूल सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य मानसिक बीमारी और बौद्धिक अक्षमताओं वाले व्यक्तियों की कानूनी और सामाजिक जरूरतों को पूरा करने के लिए कानूनी सहायता अधिवक्ताओं की क्षमता का निर्माण करना था। डीएलएसए के कानूनी सहायता अधिवक्ता श्री मनबीर राठी, श्री अमन दत्त शर्मा और सुश्री आकांक्षा यादव ने संसाधन व्यक्तियों के रूप में कार्य किया और कानूनी सेवा के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र के बारे में प्रतिभागियों की समझ बढ़ाने के लिए व्यावहारिक सत्र दिए।

विधिक सेवा इकाई ‘मनोन्यय’ का गठन

पंचकूला के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री वी.पी. सिरोही की मंजूरी से डीएलएसए ने ‘मनोन्यय’ नामक विधिक सेवा इकाई का गठन किया है। यह पहल मानसिक बीमारी वाले व्यक्तियों और बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों के लिए कानूनी सेवाएं योजना, 2024 का हिस्सा है, और इसमें निम्नलिखित सदस्य शामिल हैंः डॉ. सरिता गुप्ता (जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सेवानिवृत्त)। कानूनी सहायता अधिवक्ताः सुमिता वालिया, सुखविंदर कौर, बृज भूषण, विनोद कुमार शर्मा, सोनिया सैनी, दीपक वर्मा पैरा लीगल वालंटियर्स (पीएलवी)ः अशोक कुमार, दीपक गुप्ता, गुरमीत, लाजबीर, मोनिका रानी, मीनू रानी, निर्मल, पवन राणा, अनुराधा, आशु यूनिट की निरंतर प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए, डीएलएसए पंचकूला ने कानूनी सेवा इकाई ’मनोन्य’ के सभी सदस्यों के लिए त्रैमासिक रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई है। योजना के उद्देश्य

मानसिक बीमारी और बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों के लिए कानूनी सेवाएं योजना, 2024 निम्नलिखित उद्देश्यों को प्राप्त करना चाहती हैः

1. यह सुनिश्चित करना कि कानूनी सेवाएं मानसिक बीमारी और बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों की विशिष्ट कानूनी और सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार की गई हैं।

2. सभी नागरिक, प्रशासनिक, आपराधिक या संबंधित मामलों में ऐसे व्यक्तियों के लिए कानूनी सेवाओं तक पहुंच की गारंटी देना।

3. मानसिक बीमारी और बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों की जरूरतों को पूरा करने में विशेषज्ञता वाले प्रत्येक जिले में प्रशिक्षित पैनल वकीलों और पैरा लीगल स्वयंसेवकों की एक विशेष इकाई स्थापित करना।

4. मानसिक बीमारी और बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों के लिए सरकारी योजनाओं, कार्यक्रमों और सुविधाओं तक समान पहुंच को बढ़ावा देना।

5. कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी इस तरह से प्रदान करना कि प्रभावित व्यक्तियों के मानसिक स्वास्थ्य और बौद्धिक क्षमताओं पर विचार किया जाए।

6. प्रासंगिक कानूनों और नीतियों को लागू करने के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए सरकारी विभागों, गैर-सरकारी संगठनों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग करना।

मुख्य प्रावधान

1. पुलिस थानों में कानूनी सेवाएंः
डीएलएसए के सचिव पंचकूला जिले के सभी पुलिस थानों के साथ कानूनी सेवा इकाई ‘मनोन्य’ का विवरण साझा करेंगे। पुलिस अधिकारी पुलिस थाने में लाए गए मानसिक बीमारी या बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों को तत्काल कानूनी सहायता और सलाह प्रदान करने के लिए इकाई के किसी भी सदस्य से सीधे संपर्क कर सकते हैं।

2. न्यायिक निगरानीः
जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में अपनी भूमिका में डीएलएसए के अध्यक्ष जिले में न्यायिक अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें करेंगे। ये बैठकें सुनिश्चित करेंगी कि मानसिक बीमारी और बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों को उनकी अदालती कार्यवाही के दौरान मुफ्त कानूनी सेवाओं के उनके अधिकार के बारे में जानकारी दी जाए।

श्री घनघस ने कहा कि कानूनी सेवा इकाई ‘मनोन्य’ के शुभारंभ और अभिविन्यास प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन की देखरेख में डीएलएसए पंचकूला सभी के लिए, विशेष रूप से समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
श्री घनघस, मुख्य न्यायाधीश, डीएलएसए ने कहा कि श्री एसपी सिंह, सदस्य सचिव, एचएएलएसए और श्री वीपी, जिला सिरोही एवं सत्र न्यायाधीश, पंचकूला के मार्गदर्शन में इन पहलों का उद्देश्य एक अधिक समावेशी और सहायक कानूनी ढांचा तैयार करना है जो मानसिक बीमारी और बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों की गरिमा और अधिकारों को बनाए रखता है।

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पंचकूला में प्रथम राष्ट्रीय सांस्कृतिक पाइथियन खेलों की रही धूम

पायथियन खेलों की सफलता सांस्कृतिक कूटनीति को बढ़ावा देने में नया अध्याय- जोगपाल
देश और विदेश से 5,000 से अधिक ने खेलों में हिस्सा  लिया

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पंचकूला 17 दिसम्बर –  आधुनिक पाइथियन खेलों के वैश्विक संस्थापक बिजेंद्र गोयल के दूरदर्शी नेतृत्व में आयोजित प्रथम राष्ट्रीय सांस्कृतिक पाइथियन खेलों की पंचकूला में धूम रही।  इस ऐतिहासिक आयोजन में 12-15 दिसंबर, 2024 तक 18 राज्यों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों के कलाकारों और खिलाड़ियों सहित 5,000 से अधिक प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक कूटनीति और विरासत के जीवंत उत्सव में हिस्सा लिया। ओलंपिक के विपरीत, जिसमें एथलेटिक उत्कृष्टता पर विशेष बल दिया जाता है, पाइथियन खेल दुनिया भर की सभ्यताओं की कलात्मक और सांस्कृतिक समृद्धि पर प्रकाश डालते हैं। कलात्मक विषयों, पारंपरिक खेलों और मार्शल आर्ट के मिश्रण के साथ, इस अनूठी पहल ने प्राचीन पाइथियन भावना के पुनरुद्धार को चिह्नित किया, रचनात्मकता के माध्यम से एकता को बढ़ावा दिया।
श्री बिजेंद्र गोयल ने बल देकर कहा, “पायथियन गेम्स एक वैश्विक आंदोलन है जो कला, संस्कृति और विरासत का अनुकरणीय जश्न मनाता है। इन खेलों के माध्यम से, हमारा उद्देश्य समुदायों और राष्ट्रों को एकजुट करना, शांति और समझ को बढ़ावा देना और कलाकारों और खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करना है।” पंचकूला में 5000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कलाकारों और खिलाड़ियों के आने से, खेलों ने पारंपरिक मूल्यों और आधुनिक विचारों का सफलतापूर्वक संगम बनाया, जिसने प्रतिभागियों और दर्शकों पर समान रूप से एक स्थायी प्रभाव छोड़ा।
हरियाणा पायथियन एसोसिएशन और भारतीय पायथियन परिषद ने मिलकर इस आयोजन की मेजबानी की। आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं आर सी एस हरियाणा राजेश जोगपाल ने बताया कि कलात्मक विषयः संगीत, नृत्य, गायन, कविता, ड्राइंग, पेंटिंग, रंगोली और मेहंदी डिजाइन, पारंपरिक खेलः म्यूजिकल चेयर, रोलर म्यूजिकल चेयर, बोरी रेस, मल्लखंब, रस्सी कूदना, योग, आर्म रेसलिंग, मुएथाई, तीरंदाजी, रस्साकशी और टेनिस वॉलीबॉल, मार्शल आर्टः गतका, ताइक्वांडो, कराटे, बागटूर और मय थाई में खिलाड़ियों ने अपने जौहर दिखाए।
आरसीएस राजेश जोगपाल ने बताया कि खेलों का एक विशेष आकर्षण गदायुद्ध के प्राचीन खेल का पुनरुद्धार और 50-बॉल क्रिकेट और 11 किमी पाइथियन मैराथन जैसी आधुनिक प्रतियोगिताओं की शुरुआत रही। इस आयोजन ने व्यापक ध्यान आकर्षित किया, जिसमें विभिन्न देशों और राज्य सरकारों के प्रतिनिधिमंडल इन ऐतिहासिक सांस्कृतिक खेलों की संभावनाओं का पता लगाने के लिए आयोजन स्थल पर आए। पहले राष्ट्रीय सांस्कृतिक पायथियन खेलों की सफलता सांस्कृतिक कूटनीति को बढ़ावा देने में एक नया अध्याय है, यह सुनिश्चित करते हुए कि कला, विरासत और रचनात्मकता किसी भी वैश्विक खेल आयोजन की तरह मनाई जाए।

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सरकार सुशासन की दिशा में कार्य करते हुए कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर दे रही विशेष ध्यान

प्रशासनिक, वित्तीय और हरियाणा सेवा नियम 2016 ” विषय पर द्वि-दिवसीय राज्य स्तरीय संकाय विकास कार्यशाला आयोजित

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पंचकूला, 17 दिसम्बर – श्री माता मनसा देवी राजकीय संस्कृत महाविद्यालय में उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा पंचकूला के वित्तीय सहयोग से दिनांक 17 व 18 दिसम्बर, 2024 को “ प्रशासनिक, वित्तीय और हरियाणा सेवा नियम 2016 ” विषय पर द्वि-दिवसीय राज्य स्तरीय संकाय विकास कार्यशाला (Administrative, Financial And Haryana Service Rules 2016) का आयोजन किया गया।  उद्‌घाटन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि डॉ. अशोक बंसल CEO श्री माता मनसा देवी श्राईन बोर्ड पंचकूला ने एवं विशिष्टातिथि के रूप डॉ. अनुराधा शर्मा सेवानिवृत प्राचार्या राजकीय महिला महाविद्यालय सैक्टर-14, पंचकूला ने शिरकत की।

उद्‌घाटन कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यातिथि, विशिष्टातिथि व अन्य सम्मानित अतिथियों के द्वारा दीपप्रज्वलन एवं सरस्वती वन्दना से हुआ। इस कार्यक्रम की सरंक्षिका एवं जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी, पञ्चकूला श्रीमती रीटा गुप्ता ने बताया कि “प्रशासनिक वित्तीय और हरियाणा सेवा नियम 2016” शीर्षक से आयोजित इस द्वि-दिवसीय कार्यशाला में लगभग 150 प्रतिभागी शामिल हुये है, जिनमें विभिन्न महा‌विद्यालयों के प्राचार्य, बरसर एवं प्रोफेसर शामिल है। इस द्वि-दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभागियों को जैम पोर्टल, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, दण्ड एवं अपील नियमावली, अवकाश एवं यात्राभत्ता नियमावली, सेवानिवृत्ति लाभ व प्रक्रिया एवं नई पेंशन योजना आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गयी। इस कार्यशाला के प्रथम दिवस संसाधक के रूप में श्री जहूर मीर एवं श्री अनिलशर्मा ने शिरकत किया।

इस उद्‌घाटन कार्यक्रम में मुख्यातिथि ने अपने उद्‌बोधन में कहा कि श्री माता मनसा देवी मन्दिर परिसर में स्थित यह संस्कृत महाविद्यालय निरन्तर प्रगति कर रहा है। उन्होंनें इस बात पर भी जोर दिया कि आज के समय में संस्कृत के विद्यार्थियों को गहन अध्ययन करके उसके समाजोपयोगी स्वरुप को समाज के समक्ष प्रस्तुत करने की महती आवश्यकता है। विशिष्टातिथि डॉ. अनुराधा शर्मा  ने इस राज्य स्तरीय संकाय विकास कार्यशाला के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार सुशासन की दिशा में कार्य करते हुए कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दे रही है। इस महाविद्यालय द्वारा आयोजित यह कार्यशाला निश्चय ही हरियाणा सरकार के इस प्रयास की महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।

इस कार्यक्रम में समागत विभिन्न जिलों के जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारियों एवं प्राचार्यों को स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में मुख्यातिथि व विशिष्टातिथि की स्मृतिचिह्न से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के समन्वयक की भूमिका डॉ. रेणुका ध्यानी, संयोजक की भूमिका डॉ. सुनील कुमार एवं मञ्च संचालन के दायित्व का निर्वहन डॉ. राजबीर ने किया। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों से  सार समागत प्राचार्य, बरसर एवं प्रोफेसर एवं महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे।

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एसडीएम ने समाधान शिविर में जिला के लोगों की सुनी समस्याएं

-भागचंद दमदमा की शिकायत पर पिंजौर थाना एसएचओ को पर्चा दर्ज करने के दिए निर्देश

-एसडीएम ने सभी अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का समाधान करने के दिए निर्देश

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पंचकूला, 17 दिसंबर-   एसडीएम श्री गौरव चैहान ने भागचंद दमदमा की शिकायत पर कार्रवाही करते हुए पिंजौर थाना एसएचओ को पर्चा दर्ज करने के निर्देश दिए।
श्री गौरव चैहान लघु सचिवालय के सभागार में आज समाधान शिविर में जिला के लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के मार्गदर्शन में समाधान शिविर जिला के लोगों की समस्याओं के जल्द से जल्द समाधान के लिए आयोजित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि समाधान शिविर प्रत्येक कार्यदिवस उपायुक्त कार्यालय के सभागार में प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक आयोजित किए जा रहे है। यदि किसी जिलावासी को किसी किस्म की समस्या है वो समाधान शिविर में आकर अपनी समस्या रख कर उसका तुरंत निवारण करवा सकता है।
उन्होंने एमसी मोनिका और ग्रामीणों की बिजली के तार घरो के उपर से जाने व उन्हें घरों के उपर से हटवाने की मांग पर कार्रवाही करते हुए संबंधित बिजली अधिकारी को मामलें की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। श्री चैहान ने गांव बडियाल भोज नग्गल ब्लाॅक मोरनी के पृथ्वी सिंह व ग्रामीणों की मांग पर बरसाती नाले का मुआयना कर रिपोर्ट प्रस्तुत कर पुलिया बनाने के संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए।
एसडीएम श्री चैहान ने सभी अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर नगराधीश विश्वनाथ, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, पब्लिक हैल्थ, शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास एवं पंचायत विभाग, मत्स्य पालन विभाग, बागवानी, कृषि, टाउन कंट्री प्लानिंग और अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

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प्रथम राष्ट्रीय सांस्कृतिक पायथियन खेल 2024 का शानदार समापन

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पंचकूला 15 दिसंबर – प्रथम राष्ट्रीय सांस्कृतिक पायथियन खेल 2024 का आज समापन हो गया, जो और भी अधिक विविधता और उत्साह के साथ लौटने का एक जीवंत वादा छोड़ गया।

इस आयोजन में देश भर के राज्यों से भागीदारी प्रदर्शित की गई, जिसने सभी के लिए एक असाधारण अनुभव प्रदान किया। प्रतिभागियों ने इस आयोजन और इसके द्वारा प्रदान किए गए यादगार मंच की सराहना करते हुए अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।

समापन समारोह की मुख्य अतिथि चंडीगढ़ स्थित ब्रिटिश उच्चायोग की उप उच्चायुक्त सुश्री कैरोलिन रोवेट थीं।

श्री गोयल ने कहा कि इस चैंपियनशिप ने कलाकारों, खिलाड़ियों और चित्रकारों को अपनी प्रतिभा को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ओलंपिक में ताइक्वांडो और जूडो जैसे खेल शामिल हैं, लेकिन मार्शल आर्ट के कई अन्य रूप अभी भी कम प्रतिनिधित्व वाले हैं।

उन्होंने कहा, ‘हमारा मिशन इन छिपे हुए सांस्कृतिक खेलों को वैश्विक पहचान दिलाना है।’ श्री गोयल ने उन स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न संस्थानों के प्रति भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन पर भरोसा जताया और अटूट समर्थन दिया। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘यह लोगों और राष्ट्रों को एकजुट करने का समय है।’ उन्होंने आश्वासन दिया कि यह आयोजन एक यात्रा की शुरुआत है, जिसमें निकट भविष्य में पाइथियन खेलों को वैश्विक घटना बनाने की योजना है।

पीसीआई के महासचिव श्री राजेश जोगपाल ने कहा कि पाइथियन खेल हमारे कलाकारों और एथलीटों के लिए बेहतरीन अवसर प्रस्तुत करते हैं। एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन के रूप में, आधुनिक पाइथियन खेलों का उद्देश्य भाग लेने वाले क्षेत्रों की विविध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाना और दुनिया भर के दर्शकों को प्रेरित करना है।

ग्रीस के अंतर्राष्ट्रीय पाइथियन परिषद के अध्यक्ष श्री पैनोस कल्टसिस ने श्री गोयल द्वारा कार्यक्रम के उत्कृष्ट आयोजन के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में भाग लेने वाले सभी लोगों के प्रति भी आभार व्यक्त किया।

विभिन्न राज्यों के टीम प्रबंधकों ने आयोजकों को उनकी असाधारण व्यवस्थाओं के लिए अपना आभार व्यक्त किया। श्री बिजेंद्र गोयल ने सभी को उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन और अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। आयोजन के उद्देश्य पर विचार करते हुए उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल खेलों की मेजबानी करना नहीं था, बल्कि हमारे देश की छिपी प्रतिभा को उजागर करना और उसका जश्न मनाना था। समापन समारोह के दौरान एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कथक, उत्तराखंडी नृत्य, दटका और गदा जैसे प्रदर्शन शामिल थे।

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निपुण हरियाणा की टीम ने वाराणसी में किया शैक्षिक भ्रमण

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पंचकूला 15 दिसंबर – शिक्षा विभाग की अनूठी पहल के तहत निपुण हरियाणा की 110 सदस्यीय टीम ने वाराणसी में शैक्षिक भ्रमण किया |

जिला पंचकूला से इस दल में जिला एफ एल एन समन्वयक असिन्द्र कुमार, बीआरपी गुरु सेवक सिंह, एबीआरसी गीतिका, पी आर टी अध्यापिका सुमन लता एवं एबीआरसी सविता ने भाग लिया | जिसमें उन्होंने वाराणसी के विद्यालयों में शिक्षण अधिगम, शैक्षणिक ढांचा,अभिभावकों की सहभागिता, मेंटर्स की भूमिका, शैक्षिक तकनीकों का अवलोकन किया व हरियाणा की बेस्ट प्रैक्टिस का आदान प्रदान किया |

जिला पंचकूला के निपुण नोडल अधिकारी असिन्द्र कुमार ने बताया कि भ्रमण के अंतिम दिन एल एल एफ द्वारा ग्रैंड सेरेमनी का आयोजन किया जिसमें टीम के सदस्यों को मोमेंटो दे कर सम्मानित किया गया |
पंचकूला की टीम के दल ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संध्या मलिक का यह अवसर प्रदान करने के लिए आभार जताया |

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पायथियन गेम्स के तीसरे दिन रोमांचकारी प्रतियोगिताओं के साथ खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा

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पंचकूला 14 दिसम्बर – प्रथम राष्ट्रीय सांस्कृतिक पायथियन गेम्स 2024 के तीसरे दिन, इस आयोजन में कई विषयों में जीवंत और विविध प्रतियोगिताएं देखने को मिलीं। प्रतिभागियों ने योग, नृत्य, संगीत, रस्सी कूद, आर्म रेसलिंग, मल्लखंब और कई अन्य गतिविधियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रत्येक खिलाड़ी ने अपने-अपने वर्ग में प्रतिष्ठित खिताब हासिल करने के लिए लगन और मेहनत करते हुए उल्लेखनीय समर्पण और कौशल का प्रदर्शन किया।

प्रतिभागियों के उत्साह और ऊर्जा ने खेलों की भावना की और बढ़ा दिया, जिससे यह दिन सभी लोगों के लिए यादगार बन गया। प्रतियोगिताओं में आर्म रेसलिंग, बैगाटुर, रस्साकशी, कराटे, ताइक्वांडो, मल्लखंब, मय थाई के साथ-साथ नृत्य और संगीत जैसे 40 कार्यक्रम भी शामिल थे।

परिणाम इस प्रकार हैं:

रोप स्किपिंग
अंडर 19 बॉयज
स्पीड एंड्यूरेंस – 2 मिनट
पहला – वंश, हरियाणा
दूसरा – नितिन कुमार – जम्मू और कश्मीर
तीसरा – ललित, हरियाणा

डबल टच पेयर स्पीड
पहला (टीम ए तेलंगाना) रंगू परवीन कुमार, बोडा प्रकाश चंद्र नाइक, करू दिथ्या, सैय्यद हज़हर
दूसरा (टीम ए दादरा और नगर हवेली) आर्य भट्ट, रुद्र प्रताप, रौनक पटेल, मन्मथ

तीसरा (टीम ए – उत्तर प्रदेश) आयुष, गौरव, आर्यन, अश्विन

रोप स्किपिंग – अंडर 19 बॉयज
वन लेग स्विच
प्रथम – करू दित्या (तेलंगाना)
द्वितीय – जम्मू और कश्मीर से वरदान सिंह
तृतीय – तेलंगाना से बिजली रूपेश

फ्रंट टू फ्रंट
प्रथम (टीम ए – दिल्ली) पंकज, अमित

द्वितीय (टीम ए – हरियाणा) पीयूष, वंश
तृतीय (टीम ए – जम्मू और कश्मीर)
नितिन कुमार, शिवांग कुमार

स्पीड जॉगर
प्रथम (हरियाणा) वंश
द्वितीय (तेलंगाना) सैय्यद हज़हर
तृतीय (तेलंगाना) बीबोडा प्रकाश चंद्र

रोप स्किपिंग – अंडर 19 बॉयज
डबल टच सिंगल फ्रीस्टाइल

प्रथम (टीम बी – दिल्ली) , अनुराग, शौर्यवीर, मयंक
द्वितीय (टीम ए-झारखंड) कंदन कुमार भुइयां, अनुभव, मल्लिकार्जुन

एकल रस्सी जोड़ी फ्रीस्टाइल
प्रथम (टीम ए – दिल्ली) अरुण, यश
दूसरा (टीम ए – तेलंगाना) सी. मनोहर, पी. चरण

फ्री स्टाइल
प्रथम (दिल्ली)- यश
दूसरा (दिल्ली)- मयंक
तीसरा (झारखंड)-मल्लिकार्जुन मिश्र

रस्सी कूदना – 19 वर्ष से कम आयु की लड़कियाँ
गति – सहनशक्ति 2 मिनट
प्रथम (मध्य प्रदेश)- किट्टू सोंधिया
द्वितीय (मध्यप्रदेश)- ऋषिका
तीसरी (उत्तर प्रदेश) – समिता चौरसिया

स्पीड जॉगर
प्रथम (मध्य प्रदेश) – रागिनी चौधरी, दूसरा (तेलंगाना)-विस्लावथ संध्या
तीसरी (दिल्ली)- दिव्या कुमारी

सामने से सामने
प्रथम (टीम ए – जम्मू और कश्मीर)
प्रियांशा डोगरा, आराधना
दूसरा (टीम ए – तेलंगाना)
संध्या, जया लक्ष्मी
तृतीय (टीम बी-मध्य प्रदेश)
सनम खान, विशाखा सोनकर

रस्सी कूदना – 14 वर्ष से कम आयु की लड़कियाँ
डबल टच पेयर स्पीड
प्रथम (टीम ए – मध्य प्रदेश)
किट्टू संध्या, प्रिया अहिरवार, ऋषिका श्रीवास्तव, रागिनी चौधरी

द्वितीय (टीम ए – हरियाणा)
कनिका , युक्ता, यशिका, आराध्या

एसआर रिले और डबल अंडर रिले
प्रथम (टीम ए – मध्य प्रदेश) कंचन गोंड, राजनदिनी चौधरी, पलक डहेरिया, सायमा बानो

एक पैर स्विच
प्रथम (मध्य प्रदेश) – प्रिया अहिरवार
द्वितीय (मध्यप्रदेश)-प्रिया डहेरिया
.तीसरा (जम्मू कश्मीर)- आराध्या

19 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों के लिए रस्सी कूदना

डबल पाउच सिंगल फ्रीस्टाइल
प्रथम – टीम बी दिल्ली, भावना, पायल बघेल, गुंजन

दूसरा- टीम ए दिल्ली
यशिका, अहाना. प्रिशा

तीसरा- टीम ए तेलंगाना
भुक्या, विस्लावथ, बिजली जया

फ्री स्टाइल
प्रथम – भावना (दिल्ली)
द्वितीय – यशिका (हरियाणा)
तृतीय – मनन्या चौधरी (दिल्ली)

एकल रस्सी जोड़ी फ्रीस्टाइल
प्रथम – टीम ए (दिल्ली)
दिव्या कुमार
मानन्या चौधरी

मॉडर्न पाइथियन गेम्स के ग्लोबल फाउंडर श्री बिजेंद्र गोयल ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी कड़ी मेहनत, कौशल और टीम वर्क वाकई उल्लेखनीय और प्रेरणादायक है। साथ ही, हम प्रतियोगिता के दौरान सभी प्रतिभागियों के समर्पण, प्रयास और खेल भावना को पहचानना और उनकी सराहना करना चाहते हैं। इस पल को हमें याद दिलाना चाहिए कि खेल केवल जीतने के बारे में नहीं है, बल्कि खेल के प्रति सम्मान, सौहार्द और साझा प्रेम को बढ़ावा देने के बारे में भी है। विजेताओं और प्रतियोगियों दोनों को, खेल भावना की सच्ची भावना दिखाने और इस आयोजन को सभी के लिए यादगार बनाने के लिए धन्यवाद।

पीसीआई के महासचिव श्री राजेश जोगपाल ने कहा कि याद रखें, सफलता केवल स्कोरबोर्ड से नहीं बल्कि हर अभ्यास, हर मैच और हर पल में आपके रवैये से परिभाषित होती है। अपना ध्यान, अपना दिल और अपनी टीम भावना को साथ लेकर चलें। एक-दूसरे के लिए खेलें, एक-दूसरे को प्रेरित करें और एक-दूसरे को आगे बढ़ाएँ। आपने जो प्रगति की है, उस पर गर्व करें, लेकिन और अधिक पाने के लिए भूखे रहें। हर बाधा वापसी के लिए एक तैयारी है, और हर वह क्षण जब आप दृढ़ता का चुनाव करते हैं, वह क्षण आपकी विरासत का निर्माण करता है।

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चौथे चरण की राज्य स्तरीय जिलावर कला कार्यशाला हुई संपन्न

कला शिक्षक ने मिट्टी के द्वारा मानव आकृति को किया पेश

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पंचकूला, 14 दिसंबर – निर्जीव को सजीव दिखाने की कला ही सृजनात्मकता कहलाती है। और अगर उसमें कलाकार अपनी सोच , अपने भाव मिला देता है तो वह कला देखने वाले के लिए एक अलग ही अनुभूति होती है। ऐसी ही सुंदर कलाकृतियां व पेंटिंग्स का समावेश देखने को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 6 पंचकूला में आयोजित की जा रही राज्य स्तरीय जिलावार कला कार्यशाला में मिल रहा है ।

हरियाणा मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक एसएस ढिल्लों व अतिरिक्त निदेशक अमृता सिंह के मार्गदर्शन में चल रही राज्य स्तरीय जिलावार कला कार्यशाला का चौथा चरण आज संपन्न हो गया।

चौथे चरण के अंतिम दिन मास्टर ट्रेनर दीपा ने लिप्पन कला के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने बताया कि गुजरात की यह कला धीरे-धीरे पूरे देश के ग्रामीण अंचल में अधिक प्रसिद्ध हुई और बाद में इस कला ने आज नवीनतम रूप ले लिया है जिससे आज भी लोग अपने घरों की सजावट करते हैं।

कुरुक्षेत्र राजकीय माध्यमिक विद्यालय समस्तीपुर में हाल ही में
नवनियुक्त अध्यापिका डॉ रजनी ने बताया कि उन्होंने फाइन आर्ट्स में पीएचडी की है । लेकिन इस कार्यशाला में आने के पश्चात उन विधाओं की भी जानकारी उन्हें प्राप्त हुई है जिसका ज्ञान उन्हें अपनी पढ़ाई के दौरान नहीं प्राप्त हुआ था।

उन्होंने पहली बार लिप्पन कला को सीखा व समझा है। उन्होंने मांग की कि आने वाले समय में इस कार्यशाला की अवधि को बढ़ाया जाना चाहिए। अजीत सिंह कला अध्यापक राजकीय माध्यमिक विद्यालय संगोर, बाबैन, कुरुक्षेत्र ने बताया कि वे पिछले 17 साल से कला अध्यापक के तौर पर कार्यरत हैं। लेकिन पहली बार शिक्षा विभाग द्वारा इस तरह की कार्यशाला लगाई गई है। इस कार्यशाला में भाग लेने के बाद अब ऐसा प्रतीत होता है कि इस तरह की कार्यशाला का आयोजन प्रतिवर्ष होना चाहिए। इस तरह की कार्यशाला से अध्यापकों की दबी हुई सृजनात्मकता को नए पंख लगते हैं।
मिट्टी की कलाकृतियां बनाने की सिखलाई मास्टर ट्रेनर कंवलजीत द्वारा दी गई इस बार कुरुक्षेत्र के राजकीय मॉडल संस्कृत वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानेसर से आए कला अध्यापक गोपाल ने मानव चित्र को मिट्टी के द्वारा बनाया है । जिसे देखकर ऐसे लगता है कि यह निर्जीव मूर्ति मानो संजीव ही प्रतीत हो रही है। उन्होंने बताया कि जब भी कोई काम करें तो पूरे भाव और मन को एकाग्र करके करना पड़ता है, तभी इस प्रकार के चित्र बन पाते हैं।

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हरियाणा के 22 जिलों और 34 उप-मंडलों में चौथी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

न्यायिक मामलों के लिए 165 बेंचों का किया गठन

4,25,000 मामले को आपसी सहमति से निपटाने के लिए लोक अदालत पीठों में भेजा

अदालतों में 3,50,000 लंबित मामलों का निपटारा किया गया

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पंचकूला 14 दिसंबर – राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान एवं कार्यकारी अध्यक्ष भूषण रामकृष्ण गवई, न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मुख्य संरक्षक श्री शील नागु, मुख्य न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के समग्र नेतृत्व और अपने कार्यकारी अध्यक्ष अरुण पल्ली न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मार्गदर्शन और सम्मिलित प्रयासों के तहत चौथी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हरियाणा के सभी 22 जिलों और 34 उप-मंडलों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों में किया गया।

इस लोक अदालत में वाद पूर्व प्रकरण और लंबित दोनों न्यायिक मामलों के लिए 165 बेंचों का गठन किया गया। इनमें व्यवहारिक, वैवाहिक, मोटर दुर्घटना दावे, बैंक उगाही, चेक बाउंस, वाहन चालान, समझौता योग्य आपराधिक मामलों आदि सहित विभिन्न श्रेणियों के मामलों की श्रृंखला, जिनमें वैकल्पिक विवाद समाधान केंद्रों में कार्यरत स्थायी लोक अदालतों (सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं) के 4,25,000 मामले को आपसी सहमति से निपटाने के लिए लोक अदालत पीठों को भेजा गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित करने का उद्देश्य वादकारियों को अपने विवादों को बिना किसी देरी के सौहार्दपूर्ण ढंग से निपटाने के लिए एक मंच प्रदान करना है, जबकि लोक अदालत का फैसला अंतिम होता है और लोक अदालत में समझौता होने पर न्याय शुल्क वापस करने का प्रावधान है।

जिला एवं सत्र न्यायाधीश-एवं-सदस्य सचिव, सूर्य प्रताप सिंह, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में पूर्व-लोक अदालत बैठकें आयोजित थीं, इनमें लगभग 3,50,000 मामलों, वाद पूर्व और अदालत में लंबित दोनों प्रकार के मामलों का निपटारा किया गया।

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