महिला स्वयं सहायता समूहों ने दिलाई पराली न जलाने की शपथ
सिरसा, 4 नवम्बर।
गांव शाहपुर बेगु व रत्ताखेड़ा में ग्रामीणों को दिया पराली न जलाने का संदेश
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सचालित महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने खंड सिरसा के गांव शाहपुर बेगु व खंड डबवाली के गांव रत्ताखेड़ा में प्रभात फेरी निकाल कर ग्रामीणों को पराली न जलाने का संदेश दिया।

हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक दयानंद जांगड़ा ने बताया कि महिलाओं ने प्रभात फेरी निकाली व पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा पराली जलाने से पैदा हो रहे धूएं के कारण मानव को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। इस तरह का प्रदूषण फैला कर हम अपने और समाज का बहुत नुकसान कर रहे हैं। पराली जलाने से न केवल मनुष्य या पशुओं के जीवन पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने बताया कि धान की पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है, सबसे अधिक वायु प्रदूषित होती है। वायु में उपस्थित धुएं से आंखों में जलन एवं सांस लेने में दिक्कत होती है। प्रदूषित कणों के कारण खांसी, अस्थमा जैसी बीमारियों को बढ़ावा मिलता है, प्रदूषित वायु के कारण फेफड़ों में सूजन, संक्रमण, निमोनिया एवं दिल की बिमारियों सहित अन्य कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ-साथ किसानों के पराली जलाने से भूमि की उपजाऊ क्षमता लगातार घट रही है। इस कारण भूमि में पोषक तत्वों में कमी आई है और मित्र कीट नष्ट होने से शत्रु कीटों का प्रकोप बढ़ा है, जिससे फसलों में विभिन्न प्रकार की नई बिमारियां उत्पन्न हो रही हैं। इस अवसर पर महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने ग्रामीणों को पराली न जलाने की शपथ भी दिलवाई। इस मौके पर खंड कार्यक्रम प्रबंधक जगदीप सिंह, भजन लाल भी मौजूद थे।
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