मुख्य सचिव ने  एक पेड माॅ के नाम 2.0 अभियान के अंतर्गत सभी उपायुक्तों से ज्यादा से ज्यादा पेड लगाने की अपील की

Conference on Environmental Sustainability and Indian Knowledge Systems Concludes at PU

Chandigarh September 21, 2024

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The Department of Environment Studies, Panjab University, Chandigarh, successfully concluded its National Conference on “Indian Knowledge System for Environmental Sustainability, Climate Action & Eco-Human Health” on September 21, 2024. The two-day event, held in partnership with Paryavaran Sanrakshan Gatividhi (PSG) and the National Institute of Technical Teachers Training & Research (NITTTR), Chandigarh, brought together over 200 participants from across India. Dr. Ritu Gupta welcomed the delegates and Prof Suman Mor, Convenor of conference introduced about conference theme.

The conference commenced with an inspiring inaugural session by Chief Guest Shri. T.C. Nautiyal, IFS, Chief Conservator of Forests, Member Secretary, Chandigarh Pollution Control Committee. He emphasised that people are aware already but need to move towards action, and everyone must take initiative to ensure clear environment in their surroundings.

Shri Gopal Arya, National Convenor, PSG, emphasised on the need of attitude change and holistic approach to achieve clean environment. Prof Amit Chauhan, DSW highlighted best practices followed in Panjab university for environment conservation.

Keynote speeches by renowned experts, covered a wide range of topics such as the National Education Policy and Environment Education, Lifestyle for Environment (LiFE), and sustainable waste management practices. A highlight of the conference was the diverse array of research showcased through poster presentations, demonstrating cutting-edge approaches to environmental sustainability and eco-human health. The first day concluded with a vibrant cultural evening, celebrating the rich diversity of Indian traditions and their connection to environmental stewardship. Prof. Yajwinder Pal Verma highlighted effort of Panjab university to become a role model in environmental conservation, plastic recycling, waste management and bicycling.

The second day maintained the momentum with session on Integrating Ved, Vigyan, And Paryavaran for Sustainable. Swami Vagish Swarop, talked about the traditional knowledge and practices of paryavaran sanrakshan in our Bhartiya Sanskriti. Swami Rajeshwaranand ji emphasised on protection of tree and related that how tree play important role in our life and how our religion played important role in conservation of environment. Prof. H.D. Charan talked about Harmonious Coexistence with Nature, and cyclic nature of life. He emphasised that disturbing one component could lead to disturbance of whole ecosystem, so coexistence play important role. Prof Sanjay Kaushik emphasized that we need to work collectively for environment conservation and sustainable future.

The conference concluded with an awards ceremony for oral and poster presentation recognizing outstanding contributions, followed by a vote of thanks by Prof. Suman Mor, highlighted the conferences was a success to empathize on innovative green solutions for air pollution and waste management and understanding the role of Indian traditional system for environment conservation. This conference serves as a crucial platform for bridging traditional wisdom with modern scientific approaches to address our pressing environmental concerns,” Dr Rajeev Kumar, Chairperson, DEVS stated.

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मुख्य सचिव ने  एक पेड माॅ के नाम 2.0 अभियान के अंतर्गत सभी उपायुक्तों से ज्यादा से ज्यादा पेड लगाने की अपील की

Panjab University scientists bags many research grants from the Department of Science & Technology and Renewable Energy, Chandigarh Administration

Chandigarh September 20, 2024

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Panjab University has secured the largest quantum of grants from the Department of Science & Technology and Renewable Energy, Chandigarh Administration, to undertake a variety of research projects that address key issues in the region.

Prof. Rajat Sandhir from the Department of Biochemistry has been awarded a project to assess the quality and detect adulteration in edible oils, which can have significant impacts on human health. Prof. Naveen Gupta from Department of Microbiology received a grant for real-time ecological assessments of Sukhna Lake, with a focus on identifying sources of pollution. He has previously collaborated with the Department of Science and Technology (DST), Chandigarh, on waste management and environmental monitoring projects.

Other waste management projects have been entrusted to Prof. Shailendra Kumar Arya, Dr. Gargi Ghoshal, and Dr. Avneet Saini. These initiatives aim to develop eco-friendly solutions, such as ethanol production from sawdust, the valorization of kinnow waste, and the creation of biodegradable antimicrobial packaging.

Medical research grants have been awarded to Dr. Sarvnarinder Kaur, Dr. Naveen Kaushal, and Dr. Mary Chatterjee to investigate critical health issues, including breast carcinogenesis, hypercholesterolemia and prostate cancer.

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इंडियन ऑयल होंसले की उड़ान’ उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित हुए असाधारण व्यक्तित्व

सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए गए आयोजित

चंडीगढ़, 20 सितंबर-

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टैगोर थिएटर आज उस समय जीवंत हो उठा जब जीवन में अनेकों चुनौतियों के बावजूद सफलता प्राप्त करने वाले असाधारण व्यक्तियों को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच प्रतिष्ठित ‘इंडियन ऑयल हौंसले की उड़ान’ उत्कृष्टता अवार्ड से सम्मानित किया गया।  
पी.जी.आई.एम.आर चंडीगढ़ के
उप निदेशक प्रशासन (डीडीए) व
वरिष्ठ आई.ए.एस अधिकारी  पंकज राय, जो इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, ने विजेताओं को अवार्ड प्रदान किए। इस कार्यक्रम का आयोजन कर्तव्यनिष्ठ एनजीओ द्वारा किया गया था।

पुरस्कार समारोह की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, जिसके बाद रंगारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। हिमाचली लोक नृत्य ‘नाटी’ की मोहक प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद जोशीला भांगड़ा भी प्रस्तुत किया गया। एक नाटक, जिसमें नशीली दवाओं को छोड़ने का सशक्त संदेश था, इस कार्यक्रम का एक और मुख्य आकर्षण था, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इसके बाद, विजेताओं को अवार्ड दिए गए और दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। इस अवसर पर एन.एस.एस. के वालंटियर्स ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में जोश भर दिया।  
अवार्ड वितरण के बाद मुख्य अतिथि पंकज राय ने कहा कि यहां आकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है और इस कार्यक्रम ने सभी उपस्थित लोगों को प्रेरित किया है। ऐसे कार्यक्रम बड़े स्तर पर आयोजित होने चाहिए ताकि और अधिक लोगों को मान्यता मिल सके और वे जीवन में अच्छा करने की प्रेरणा प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि वे देख रहे हैं कि कर्तव्यनिष्ठ पिछले एक दशक से सामाजिक कार्यों में लगी हुई है। इसके संयोजक संजीव राणा भी ‘एक ईंट शहीद के नाम’ अभियान के तहत शहीदों के लिए कार्य कर रहे हैं।

संजीव राणा ने कहा कि विजेताओं का अदम्य साहस और उच्च मनोबल कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जिससे अन्य लोगों को अपने जीवन में धैर्य बनाए रखने और अच्छे कार्यों के लिए प्रेरित किया जा सके। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम इन प्रेरक कहानियों को साझा कर संघर्षों को पार करने की आशा और प्रेरणा देना चाहते हैं।

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विशिष्ट अतिथियों में शामिल थे
चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा, पंजाब विश्वविद्यालय के डीन (छात्र कल्याण) अमित चौहान, चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर की प्रिंसिपल संगीता मेहता बग्गा, एन.एस.एस. के यूटी राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. नेमी चंद, श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन तक्ष मित्तल और कसौली इंटरनेशनल स्कूल की वाइस प्रिंसिपल पूनम कुमारी। कार्यक्रम के दौरान पंकज ने मॉडरेटर की भूमिका निभाई।

ये थे अवार्डी
कार्यक्रम के दौरान, साधारण लोगों की प्रेरणादायक कहानियों को लघु वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। पुरस्कार विजेताओं की सूची में बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश के 100% दृष्टिहीन दो भाइयों, अश्वनी और राज कुमार का नाम शामिल है, जो अपनी खुद की किराने की दुकान सफलतापूर्वक चला रहे हैं।  
45 वर्षीय अमृतसर निवासी रवि कुमार की कहानी भी इसमें शामिल है, जिन्होंने कभी सब्जी की दुकान पर काम किया था, और अब रूपनगर में अपनी खुद की फार्मास्यूटिकल कंपनी चला रहे हैं।  
चंडीगढ़ की आर्किटेक्ट शावी गर्ग, जो बचपन से ही मूक-बधिर हैं, अपनी खुद की कंपनी सफलतापूर्वक चला रही हैं। वह जुड़वां बच्चों की मां हैं और अपने अदम्य साहस के लिए पुरस्कार से सम्मानित की गईं। उनके पति रोमल गर्ग, जो समान चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, पंजाब सरकार में मोहाली में टाउन प्लानर के रूप में कार्यरत हैं।  
अन्य पुरस्कार विजेता हैं कुंवर रविंदर, जो पूर्व सैनिकों, शहीदों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता हैं।  
इसके अलावा, मोहाली के दो उद्यमी कुणाल खुराना और मृणाल खुराना, जिन्होंने 12 साल पहले एक छोटे से कमरे से सॉफ्टवेयर विकास कंपनी की शुरुआत की थी और अब इसे 9 करोड़ रुपए के वार्षिक टर्नओवर वाली कंपनी बना दिया है, जो 150 लोगों को रोजगार प्रदान करती है।  
चंडीगढ़ बाइट्स के लोकप्रिय सोशल मीडिया हैंडल के मालिक चंदन सानवाल, जिन्होंने डिजिटल क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है और अपनी विशेष पहचान बनाई है, को भी सम्मानित किया गया।

मुख्य सचिव ने  एक पेड माॅ के नाम 2.0 अभियान के अंतर्गत सभी उपायुक्तों से ज्यादा से ज्यादा पेड लगाने की अपील की

*F&CC approves laying of RCC pipeline at Patiala Ki Rao for smooth disposal of storm water during heavy rainfall in Maloya colony*

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*Chandigarh, September 20:-* The Finance and Contract committee of Municipal Corporation Chandigarh has accorded approval for various developmental agenda items including laying RCC pipeline from house no. 3001 to tail end at Patiala Ki Rao for smooth disposal of storm water during heavy rainfall in Maloya Colony, Chandigarh at an estimated cost of Rs. 41.39 Lacs.

The meeting of F&CC was held here today under the Chairmanship of Sh. Kuldeep Kumar, Mayor and attended by Sh. Vinay Pratap Singh, IAS, Commissioner and other members of committee namely Smt. Jaswinder Kaur, Sh. Maheshinder Singh Siddhu,  Sh. Lakhbir Singh, Smt. Taruna Mehta and other senior officers of MCC.

The members of committee discussed other various important agenda items in detail and accorded approval for the following:

·        The committee discussed the agenda item regarding extension of Animal Birth Control (ABC) centres at sector 38 West and Raipur Kalan, Chandigarh and recommended the same for final decision in the ensuing General House Meeting.

·        The committee discussed the agenda item for renewal of license (agreement) of Chandigarh washerman workshop cooperative (Regd.) industrial society Ltd., Sector 15-D, Chandigarh and recommended the same for final decision and preparing one policy for all the Dhobighats in the coming General House meeting.

·        The F&CC recommended the agenda item for final decision regarding additional four monkey deterrent personnel (MTW) staff to control the monkey menace in Chandigarh.

·        The committee discussed the agenda item regarding reducing the rent of Circus Ground, Sector 17, Chandigarh and recommended the same for the ensuing General House meeting.

·        The Committee discussed and accorded approval to the celebration of 37th Chrysanthemum show-2024.

·        Repairing/Construction of road gullies and replacing of chocked storm water drainage lines at various places before providing and fixing of interlocking paver blocks on internal road in Mauli Complex, Chandigarh at an estimated cost of Rs. 16.14 Lacs.

·        Up-gradation of Market at Sector 7 (Inner Market), Chandigarh at an estimated cost of Rs. 48.06 Lacs.

·        Providing chair & Podium in Community Centre at Milk colony & village Dhanas, Chandigarh at an estimated cost of Rs. 4.66 Lacs.

·        Augmentation of Street Light on Roads near plot no. 23, Industrial Area, Phase-1, Chandigarh at an estimated cost of Rs. 35.83 Lacs.

·        Up-gradation of Market at Sector 8 (Inner market), Chandigarh at an estimated cost of Rs. 37.70 Lacs.

·        Re-laying of concrete track after demolishing existing damaged track in Green Belt, Sector 21 C&D and demolishing of existing paver track and construction of cement concrete walking track in park front of H.No.1125, Sector 19, Chandigarh at an estimated cost of Rs. 20.66 Lacs.

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मुख्य सचिव ने  एक पेड माॅ के नाम 2.0 अभियान के अंतर्गत सभी उपायुक्तों से ज्यादा से ज्यादा पेड लगाने की अपील की

*उपायुक्त ने खरीफ फसलों के खरीद सीजन 2024-25 के दौरान मंडियों की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की करी अध्यक्षता*

*मक्का फसल की खरीद हुई शुरू, धान की खरीद 23 सितम्बर और बाजारा फसल की खरीद एक अक्तूबर से होगी शुरू – डा. यश गर्ग*

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पंचकूला, 20 सितम्बर – उपायुक्त डा. यश गर्ग ने जिला में खरीफ फसलों के खरीद सीजन 2024-25 के दौरान पंचकूला की मंडियों में धान, मक्का, बाजरा की खरीद की तैयारियों की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उपायुक्त ने बैठक में अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।

डा. यश गर्ग ने कहा कि जिला पंचकूला में अनाजमंडी पंचकूला, बरवाला और रायपुररानी में खादय एवं आपूर्ति विभाग, हरियाणा वेयरहाउसिंग काॅरपोरेशन और हैफेड द्वारा धान की खरीद की जानी है। उपायुक्त ने मंडियों में धान की खरीद के कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक प्रबंध पीने का पानी, साफ-सफाई, शौचालय, फड्डी और सीसीटीवी सहित अन्य मूलभूत सुविधाएओं को पूरे करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि 20 सितम्बर से मक्का फसल की खरीद शुरू हो गई है। 23 सितम्बर से धान की फसल और एक अक्तूबर से बाजारा की फसल की खरीद शुरू की जानी है। जिला में करीब 39 हजार एकड़ में धान की फसल की रोपाई की गई है।

उपायुक्त कहा कि खरीफ खरीद सीजन 2024-25 के दौरान मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध पूरे किए जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को हर प्रकार की सुविधा मुहैया हो। मंडियों में साफ सफाई व पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि बरसात आने की स्थिति में फसल के खराब से बचाव के पुख्ता प्रबन्ध किये जाएं। मंडियों में पर्याप्त मात्रा में बारदाना की व्यवस्था की जाए। फसल खरीद होने के बाद समय पर उठान किया जाना सुनिश्चित होना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि किसानों की फसल का भुगतान निर्धारित समय पर करना सुनिश्चित करें। 

इस बैठक में एसडीएम पंचकूला गौरव चैहान, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक नितिश सिंगला, कृषि उप-निदेशक डा. सुरेन्द्र सिंह, हैफेड के जिला प्रबंधक देवेन्द्र सिंह, हरियाणा वेयरहाउसिंग काॅरपोरेशन के जिला प्रबंधक पीके गुप्ता, मार्केट कमेटी सचिव पंचकूला अनिल, बरवाला सुरेन्द्र सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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मुख्य सचिव ने  एक पेड माॅ के नाम 2.0 अभियान के अंतर्गत सभी उपायुक्तों से ज्यादा से ज्यादा पेड लगाने की अपील की

*गुटका, पान मसाला के निर्माण, भंडारण व बिक्री पर 1 साल तक रहेगा बैन – उपायुक्त*

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पंचकूला, 20 सितम्बर – उपायुक्त डा. यश गर्ग ने जिला पंचकूला में गुटका, पान मसाला पर एक साल के लिए लगाए गए प्रतिबन्ध को लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब गुटका, पान मसाला में तम्बाकू व निकोटीन का पाया जाना कानूनी अपराध है, कोई भी गुटका, पान मसाला में तम्बाकू व निकोटीन का निर्माण, भंडारण और बिक्री करता पाया तो उसके खिलापफ खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम-2006 के तहत नियमानुसार कार्रवाही की जाएगी।

डा. यश गर्ग ने बताया कि खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम-2006 के अंतर्गत निर्मित खाद्य एवं मानक नियम-2011 के अनुसार खाद्य उत्पाद में संघटकों के रूप में तम्बाकू व निकोटीन के उपयोग पर खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा एक वर्ष के लिए प्रतिबन्धित किया गया था। अब पुनः आयुक्त खाद्य सुरक्षा हरियाणा ने आगे एक वर्ष के लिए हरियाणा राज्य में किसी भी खाद्य उत्पाद में संघटकों के रूप में तम्बाकू व निकोटीन (गुटका व पान मसाला) के निर्माण, भंडारण, वितरण पर बैन लगाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।

उपायुक्त ने खाद्य सुरक्षा विभाग हरियाणा को जिला के सभी सरकारी, गैर सरकारी, प्राइवेट संस्थानाओं, शिक्षण संस्थानों, दुकानदारों व कारोबारियों के सहयोग से जिला में गुटका व पान मसाला पर लगाए प्रतिबन्धि की पालन करने के निर्देश दिए।

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*जिला में 17 प्रत्याशी लड़ रहे विधानसभा चुनान, इनमें तीन महिलाएं और 14 पुरूष शामिल – डा. यश गर्ग*

*चुनाव निर्वाचन आयोग द्वारा एक उम्मीदवार की खर्च सीमा 40 लाख रूप्ये की गई निर्धारित – जिला निर्वाचन अधिकारी*

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पंचकूला, 20 सितम्बर – उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने बताया कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव 2024 में जिला में 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, इनमें तीन महिलाएं और 14 पुरूष शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 01-कालका विधानसभा में सात प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, इनमें एक महिला और 6 पुरूष शामिल हैं। 02-पंचकूला विधानसभा में 10 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, इनमें दो महिलाएं और आठ पुरूष शामिल हैं। 

उपायुक्त ने कहा कि उम्मीदवार अपने चुनाव व्यय रजिस्टर को प्रतिदिन के हिसाब से मैनटेन रखें। चुनाव निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित सीमा के अनुसार एक उम्मीदवार का खर्च 40 लाख रूपये तक होना चाहिए। उन्होंने बताया कि सुविधा पोर्टल के द्वारा वाहन, लाऊडस्पीकर, चुनाव रैली, चुनाव प्रचार आदि के प्राप्त हुए आवेदनों पर स्वीकृति दी जा रही है। किसी उम्मीदवार को अनुमति नहीं मिली है तो वह उनके कार्यालय से संपर्क कर सकता है। 

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिला की दोनों विधानसभा क्षेत्र में वीडियो सर्विलेंस टीम उम्मीदवार के चुनाव प्रचार एवं व्यय की वीडियो रिर्काडिंग कर रही हैं। जो भी खर्च इन वीडियो क्लिप में रिकार्ड होगा, उसे निर्धारित दरों के हिसाब से उम्मीदवार के शैडो रजिस्टर में दर्ज कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार मतदाताओं को लुभाने के लिए धार्मिकता का आडंबर करते दिखाई दिए तो इसे आदर्श आचार संहिता की अवहेलना माना जाएगा। 

डा. यश गर्ग ने बताया कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को चुनाव व्यय का ब्यौरा चुनाव के दौरान एक्सपेंडिचर पर्यवेक्षक के समक्ष पेश होकर समय समय पर निर्धारित अवधि में प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए पांच अक्तूबर को मतदान होगा। इससे 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीन अक्तूबर को चुनाव प्रचार के लिए झंडे, बैनर, पोस्टर लेकर कोई जुलूस या जलसा ना करें।

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147 बुजुर्ग एवं दिव्यांगों ने भरा 12डी फार्म, रिटर्निंग अधिकारी घर-घर जाकर डलवाएंगे वोट – डा. यश गर्ग

जिला में 85 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग में 5556 और 2472 दिव्यांग वोटर – जिला निर्वाचन अधिकारी

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पंचकूला विधानसभा में 109 वर्षीय गांव बरवाला निवासी राजा और कालका विधानसभा में 104 वर्षीय गांव घोलपुरा निवासी शांति सबसे बुजुर्ग वोटर

पंचकूला, 19 सितम्बर – उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने बताया कि चुनाव आयोग भारत के अनुसार 85 वर्ष से ज्यादा के बुजुर्गों और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगों को उनकी अनुमति के बाद घर से मतदान करवाया जाएगा। इसके लिए जिला में 147 बुजुर्गों एवं दिव्यांगों द्वारा 12डी फार्म से आवेदन प्राप्त हुआ है। जिनका वोट रिटर्निंग अधिकारी द्वारा तय टीम उसके घर से ही प्राप्त करेगी। उन्होंने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिला में 85 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग में 5556 वोटर हैं, इनमें से 01 कालका विधानसभा में 2303 वोटर और 02 पंचकूला विधानसभा में 3253 वोटर शामिल हैं। 100 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ग में 166 वोटर हैं, इनमें से कालका विधानसभा में 84 वोटर और पंचकूला विधानसभा में 82 वोटर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जिला में 2472 दिव्यांग वोटर हैं, इनमें से कालका में 1218 और पंचकूला में 1254 वोटर शामिल हैं। जिला में 303 ब्लाइंड वोटर हैं, इनमें से कालका में 145 और पंचकलूा में 158 वोटर शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि इन वोटरों से बीएलओ ने घर-घर से जाकर 12डी के लिए आवेदन करवाया। कालका विधानसभा में 51 वोटरों ने 12डी फार्म का आवेदन किया है, इनमें 26 दिव्यांग और 25 बुजुग शामिल हैं। पंचकूला विधानसभा में 96 वोटरों ने 12डी के आवेदन किया है, इनमें आठ दिव्यांग और 25 बुजुर्ग शामिल हैं।

उपायुक्त ने बताया कि पंचकूला विधानसभा में 109 वर्षीय गांव बरवाला निवासी राजो, 100 वर्षीय गांव असरेवाली निवासी छज्जू सबसे बुजुर्ग वोटर हैं। कालका विधानसभा में 104 वर्षीय गांव घोलपुरा निवासी शांति, 102 वर्षीय गांव बोझटीपरा निवासी द्रोपती और 103 वर्षीय गांव समलेहरी निवासी बचनी देवी सबसे बुजुर्ग वोटर हैं।

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चुनाव प्रचार में सुरक्षा वाहन को छोड़कर 10 से ज्यादा वाहनों के काफिले को चलने की नहीं है अनुमति – डा. यश गर्ग

उम्मीदवार या राजनैतिक दल को चुनाव प्रचार के लिए वाहनों की अनुमति लेना जरूरी

रात 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक लाउडस्पीकर के उपयोग पर रहेगा प्रतिबंध

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पंचकूला, 19 सितम्बर – उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने बताया कि विधानसभा आम चुनाव 2024 की चुनावी प्रक्रिया में उम्मीदवारों व राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार के समय रोड शो, चुनाव रैलियों के दौरान जनसाधारण को असुविधा न हो, इसके लिए उम्मीदवारों व राजनीतिक दलों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की पालना करनी होगी।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि किसी भी उम्मीदवार या राजनैतिक दल को चुनाव प्रचार के लिए वाहनों की अनुमति लेना जरूरी है, बिना अनुमति के प्रचार में वाहनों का प्रयोग नहीं कर सकते। उम्मीदवार या राजनैतिक दल द्वारा प्रचार के लिए जिन वाहनों का पंजीकरण करवाया गया है। उनका विवरण व्यय पर्यवेक्षक को बताना जरूरी है ताकि उनके चुनाव खर्च में जोड़ा जा सकें। इसके अलावा, किसी भी अतिरिक्त वाहन की तैनाती तभी हो सकती है, जब उम्मीदवार या उसके एजेंट द्वारा वाहनों की वास्तविक तैनाती से काफी पहले इस आशय की सूचना दी गई हो। चुनाव प्रचार के लिए इस्तेमाल किए जा रहे वाहनों का ब्यौरा देते समय उन क्षेत्रों, तहसीलों का ब्यौरा भी बताना चाहिए, जिनमें वाहन चलेंगे।

उपायुक्त ने बताया कि चुनाव में प्रचार के लिए वाहनों का उपयोग यातायात नियमों के अनुसार ही करना होगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा वाहन को छोड़कर 10 से ज्यादा वाहनों के काफिले को चलने की अनुमति नहीं होगी। वाहनों के बड़े काफिले को छोटे छोटे काफिलों में तोड़ा जाएगा और दो काफिलो में कम से कम 100 मीटर का फासला होना चाहिए।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जन प्रतिनिधि अधिनियम, 1951 की धारा 160 में परिभाषित साइकिल रिक्शा भी एक ऐसा वाहन है, जिसका उपयोग चुनाव प्रचार के लिए किया जा सकता है। यदि इसका उपयोग किया जा रहा है, तो उम्मीदवार को अपने चुनाव व्यय खाते में इसके व्यय का हिसाब देना होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए, उम्मीदवार को अपने चुनाव प्रचार के लिए उपयोग किए जा रहे ऐसे रिक्शा का विवरण देना चाहिए और यदि रिक्शा के पास अपनी पहचान के लिए कोई नगर निकाय पंजीकरण परमिट नहीं है, तो रिक्शा चालक को रिटर्निंग अधिकारी द्वारा उसके व्यक्तिगत नाम पर एक परमिट दिया जा सकता है, जिसे रिक्शा चालक को अभियान उद्देश्यों के लिए उस रिक्शा का उपयोग करते समय अपने साथ रखना चाहिए।

उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान सार्वजनिक मंचों पर या वाहनों पर लगाए गए लाउडस्पीकरों के प्रयोग पर रात 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक प्रतिबंध रहेगा। रिटर्निंग अधिकारी हर प्रकार के चुनाव प्रचार पर निगरानी रखेंगे और नियमों की अवहेलना पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।

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पोषण माह समारोह के अंतर्गत महिलाओं एव बच्चों के पौष्टिक आहार पर एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित

महिलाओं और बच्चों के लिए संतुलित आहार लेना अति आवश्यक- डाॅ श्रीदेवी

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पंचकूला, 19 सितंबर चैधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र में  वरिष्ठ समन्वयक डॉ. श्रीदेवी तल्लाप्रगड़ा के नेतृत्व में पोषण माह के अवसर पर पौष्टिक एवं औषधीय उद्यान (न्यूट्री-कम-हर्बल गार्डन) के पोषण और आर्थिक लाभों पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर डॉ. श्रीदेवी तल्लाप्रगड़ा ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता किस प्रकार स्थानीय महिलाओं और बच्चों तक पोषक आहार का संदेश पहुंचा सकती हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं और बच्चों के लिए संतुलित आहार लेना क्यों जरूरी है और इसे किस प्रकार से घर के पोषण उद्यान से प्राप्त किया जा सकता है।
गृह वैज्ञानिक डॉ. सरोज देवी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को संतुलित आहार में मौजूद महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आहार में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर की आवश्यकता होती है।  उन्होंने बताया कि कार्बोहाइड्रेट्स-  शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होते हैं, जिन्हें हम गेहूं, चावल, और ज्वार जैसे अनाज से प्राप्त कर सकते हैं। प्रोटीन- शरीर की मांसपेशियों और कोशिकाओं के विकास और मरम्मत के लिए आवश्यक होता है, जिसे हम दालें, चना, मूंगफली और हरी सब्जियों से प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होने बताया कि विटामिन्स- शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बनाते हैं। विशेष रूप से विटामिन ए, सी और डी की आवश्यकता होती है, जो हमें गाजर, नींबू, हरी पत्तेदार सब्जियों और सूरज की रोशनी से मिलते हैं। मिनरल्स-  जैसे आयरन और कैल्शियम, हड्डियों की मजबूती और शरीर के रक्त निर्माण के लिए अनिवार्य होते हैं। ये पोषक तत्व हमें दूध, हरी सब्जियों और सूखे मेवों से प्राप्त होते हैं। फाइबर- पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक होता है और इसे हम स्थानीय फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि न्यूट्री-कम-हर्बल गार्डन में उगाए गए स्थानीय फल, सब्जियाँ और औषधीय पौधे सभी जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, और इन्हें आसानी से दैनिक आहार में शामिल किया जा सकता है।
इस अवसर पर केंद्र के वैज्ञानिक (एग्रोनॉमिस्ट) डॉ. वंदना खंडेलवाल ने औषधीय वाटिका (हर्बल गार्डन) के महत्व और उनमें उगाए जाने वाले औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि औषधीय पौधे किस प्रकार हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं और उनके उपयोग के सही तरीकों के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में 30 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

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