श्री माता मनसा देवी मंदिर में चोला अर्पित करने की ऑनलाइन प्रक्रिया हुई शुरू

सस्ते घरों का सपना विरोध के चलते फंसता दिख रहा

सस्ते घरों का सपना राज्यों के विरोध के चलते फिर फंसता दिख रहा है।

राज्यों की दलील है कि संपत्ति में जीएसटी लागू करने का अधिकार उन्हें मिलना चाहिए तभी इसका सही फायदा बिल्डरों और ग्राहकों दोनों को पहुंच पाएगा। 

पश्चिम बंगाल सहित कई राज्य एक अप्रैल से रियल एस्टेट में जीएसटी की नई दरों का फायदा देने का विरोध कर रहे हैं। विरोध करने वाले राज्यों का कहना है कि इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा अगर सही ढ़ंग से न दिया गया तो फायदा नहीं होगा।

राज्य चाहते हैं कि जीएसटी की नई दरें कब, कैसे लागू की जाएं, इसका अधिकार राज्यों को दिया जाए। राज्यों ने कहा कि अगर एक अप्रैल से ही दरें लागू कर दी गईं तो संपत्ति की कीमतें घटने के बजाए बढ़ सकती हैं।

सूत्रों के अनुसार जीएसटी पर लॉ कमेटी ने सिफारिश की थी कि पुराने घरों पर बिल्डरों को जो इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा बिल्डरों को मिलना है वो एक अप्रैल के बाद नहीं मिल पाएगा।

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री इस मुद्दे को लेकर जीएसटी परिषद को चिट्ठी लिखने की तैयारी में हैं।

अब जीएसटी दरों को लागू करने की व्यवस्था पर लॉ कमेटी की सिफारिशों के आधार पर 19 मार्च को होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक मे मंथन किया जाएगा।

बैठक में कोई रास्ता नहीं निकला और विरोध बढ़ा तो एक अप्रैल की तारीख को बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है। 

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री इस मुद्दे को लेकर जीएसटी परिषद को चिट्ठी लिखने की तैयारी में हैं।

अब जीएसटी दरों को लागू करने की व्यवस्था पर लॉ कमेटी की सिफारिशों के आधार पर 19 मार्च को होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक मे मंथन किया जाएगा।

बैठक में कोई रास्ता नहीं निकला और विरोध बढ़ा तो एक अप्रैल की तारीख को बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है। 

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आठवीं कक्षा के बाल वैज्ञानिक नीरज कुमार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गांधीनगर में हुए फेस्टिवल ऑफ इनोवेशन एंड इंटरप्रेनरशिप में सम्मानित किया

उत्तराखंड के चंपावत:

राजकीय इंटर कॉलेज के आठवीं कक्षा के बाल वैज्ञानिक नीरज कुमार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गांधीनगर में हुए फेस्टिवल ऑफ इनोवेशन एंड इंटरप्रेनरशिप में सम्मानित किया।

शुक्रवार को हुए कार्यक्रम में उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया। राष्ट्रपति कोविंद ने उनके ऑटोमैटिक वाटर टैंक प्रोजेक्ट की प्रशंसा की।

कार्यक्रम में देशभर के 60 बाल वैज्ञानिकों को प्रोजेक्टों के लिए सम्मान मिला।

इस मौके पर बाल वैज्ञानिक नीरज कुमार के साथ मार्गदर्शक शिक्षक भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता मनोज कुमार जोशी भी थे।

नीरज ने ऑटोमेटिक वाटर टैंक मॉडल बनाया है। लकड़ी का यह बॉक्स पानी के आम टैंक से अलग है।

इसके भीतरी हिस्से में वाटर टैंक है। बाहर की तरफ नल लगा हुआ है। साथ ही एक प्रेशर-पैड बना हुआ है।

प्रेशर-पैड पर पांवों की सहायता से दाब डालने से तुरंत ही नल से पानी निकलने लगता है।

दबाव के हटते ही पानी का निकलना भी बंद हो जाता है। दिव्यांग पांव के दबाव से इस टैंक का उपयोग कर सकते हैं। साथ ही इससे पानी की बर्बादी भी रुकेगी। 

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इंडोनेशिया के पपुआ प्रांत में बाढ़ का कहर

इंडोनेशिया के पपुआ प्रांत में भीषण बाढ़ की खबर है।

इस बाढ़ में अब तक 42 लोगों की जान जा चुकी है तो वहीं 21 लोग घायल बताए जा रहे हैं।

राहत बचान टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनिशया के पूर्वी प्रांत पापुआ में अचानक आई बाढ़ से कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई है।

अधिकारियों ने रविवार को बताया कि प्रांतीय राजधानी जयपुरा के पास स्थित सेंतानी में शनिवार को भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई जिसमें कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई और 21 अन्य घायल हो गए। 

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पुरस्कार लेने पहुंची थीमक्का ने आशीर्वाद स्वरूप राष्ट्रपति के माथे को हाथ लगाया

नई दिल्ली: 

पद्म पुरस्कारों के वितरण समारोह में राष्ट्रपति भवन का कड़ा प्रोटोकाल भी कर्नाटक में हजारों पौधे लगाने के लिये पद्म श्री से सम्मानित 106 साल की सालूमरदा थीमक्का को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आशीर्वाद देने से नहीं रोक सका.

पुरस्कार लेने पहुंची थीमक्का ने आशीर्वाद स्वरूप राष्ट्रपति के माथे को हाथ लगाया. 

थीमक्का ने बरगद के 400 पेड़ों समेत 8000 से ज्यादा पेड़ लगाएं हैं और यही वजह है कि उन्हें ‘वृक्ष माता’ की उपाधि मिली है.

उन्हें राष्ट्रपति भवन में शनिवार को अन्य विजेताओं के साथ पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 

कड़े प्रोटोकाल के तहत आयोजित होने वाले समारोह में हल्के हरे रंग की साड़ी पहने थीमक्का ने अपने मुस्कुराते चेहरे के साथ माथे पर ‘त्रिपुण्ड्र’ लगा रखा था.

जब थीमक्का से 33 साल छोटे राष्ट्रपति ने पुरस्कार देते वक्त उनसे चेहरा कैमरे की तरफ करने को कहा तो उन्होंने राष्ट्रपति का माथा छू लिया और आशीर्वाद दिया. 

थीमक्का के इस सहज कदम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य मेहमानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई और समारोह कक्ष उत्साहपूर्वक तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. 

थीमक्का की कहानी धैर्य और दृढ़ संकल्प की कहानी है. जब वह उम्र के चौथे दशक में थीं तो बच्चा न होने की वजह से खुदकुशी करने की सोच रही थीं, लेकिन अपने पति के सहयोग से उन्होंने पौधरोपण में जीवन का संतोष तलाश लिया. 

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इस बार सर्दी ने रिकॉर्ड सारे तोडे- मौसम विशेषज्ञ

दिल्ली:

इस साल सर्दी में बार-बार बदल रहे मौसम से दिल्ली वासी ही हैरान-परेशान नहीं हैं, बल्कि मौसम विशेषज्ञ भी इसे सामान्य नहीं मान रहे हैं।

उनकी नजर में इस बार दिल्ली की सर्दी असामान्य है। इस बार जितने रिकॉर्ड टूटे हैं, उतने पहले कभी नहीं टूटे। इसके पीछे जलवायु परिवर्तन का असर भी बताया जा रहा है।

सर्दी के बाद गर्मी के मौसम में भी ऐसी ही हालत रह सकती है। आमतौर पर सर्दी का मौसम नवंबर से फरवरी तक माना जाता है, लेकिन इस बार सर्दी मार्च के तीसरे सप्ताह में भी प्रभावी है।

इस बार तो कई बार ऐसी स्थिति आई जब दिल्ली को शिमला से भी ठंडा बताया गया। सात फरवरी को बड़े स्तर पर हुई ओलावृष्टि ने तो सभी को हैरत में डाल दिया था।

एक मार्च को 118 वर्षों में सबसे अधिक ठंड पड़ने वाली तिथि के रूप में दर्ज किया गया। इस बार पश्चिमी विक्षोभ भी एक के बाद एक आते रहे तो बारिश ने भी पिछले तमाम रिकॉर्ड तोड़ दिए।

कोहरा भी इस बार नहीं के बराबर ही नजर आया।

भारतीय मौसम विभाग के विशेषज्ञ बताते हैं कि सामान्यतया फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ धीरे-धीरे ऊपरी अक्षांश की ओर जाना शुरू हो जाते हैं।

इससे भारतीय क्षेत्र प्रभावित नहीं होता। इस बार पश्चिमी विक्षोभ दक्षिण की तरफ ज्यादा रहे हैं यानी भारतीय क्षेत्र पर ही प्रभावी हो रहे हैं।

एक तथ्य यह भी सामने आ रहा है कि जनवरी में पश्चिमी विक्षोभ की अधिकता के पीछे भी यही कारण था लेकिन वर्तमान में यह स्थिति न होने के बावजूद पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी साबित हो रहे हैं।

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किर्ति आज़ाद के लिए दरभंगा सीट बनी चुनौती

दरभंगाः 

महागठबंधन में सीटों का फॉर्मूला तय होने की बात कही जा रही है. हालांकि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सीटों पर उम्मीदवारी की पेंच महागठबंधन से लेकर एनडीएतक फंसी है. महागठबंधन में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को लेकर कहा जा रहा है कि कांग्रेस 11 सीटों पर बिहार में चुनाव लड़ेगी.

सूत्रों की माने तो 21+11+5+2+1 का फॉर्मूला अपनाया गया है. यानी की आरजेडी 21, कांग्रेस 11, आरएलएसपी 5, हम 2 और वीआईपी को 1 सीट मिलेगी. लेकिन उम्मीदवारी को लेकर कई सीटों पर गणित उलझ रही है. जिसमें अब दरभंगा और मधुबनी सीट को लेकर भी पेंच फंसती नजर आ रही है.

हाल ही में कांग्रेस में शामिल होने वाले कीर्ति आजाद के लिए यह अच्छी खबर नहीं है. लेकिन दरभंगा सीट पर कांग्रेस की ओर से ताल ठोकने वाले कीर्ति आजाद से यह सीट छिन सकती है.

कीर्ति आजाद कांग्रेस ज्वाइन करने से पहले ही दरभंगा सीट पर लड़ने का दावा कर रहे थे. वहीं, कांग्रेस में आने के बाद भी वह दरभंगा सीट से ही लड़ने का दावा कर रहे थे. लेकिन अब इस सीट पर पेंच फंसती दिख रही है.

वहीं, दरभंगा सीट के अलावा मधुबनी सीट से चुनाव लड़ने वाले अब्दुल बारी सिद्दीकि के लिए भी अच्छी खबर नहीं है.

माना जा रहा है कि दरभंगा सीट आरजेडी के पाले में जा सकती है और अब्दुल बारी सिद्दीकि मधुबनी के स्थान पर दरभंगा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. ऐसे में कीर्ति आजाद के खाते में कौन सी सीट होगी यह भी बड़ा सवाल उठ रहा है.

दरअसल, कांग्रेस विधायक भावना झा के एक बयान के बाद दरभंगा और मधुबनी सीट पर पेंच फंसने के कयास बिहार की राजनीति में शुरू हो गए.

दरभंगा के बेनीपट्टी से विधायक भावना झा ने मधुबनी सीट पर शकील अहमद के लिए मांगा है. उन्होंने कहा कि सिद्दीकि साहब दरभंगा सीट से चुनाव लड़ें तो बेहतर होगा.

वहीं, दरभंगा सीट पर कीर्ति आजाद की दावेदारी को लेकर कहा कि वह बड़े नेता हैं. वह बड़े चेहरे हैं पूरे बिहार में कहीं से भी चुनाव लड़ेंगे तो वह जीत जाएंगे.

लेकिन दरभंगा सीट पर सिद्दीकि साहब को मिलेगा तो बेहतर होगा. क्योंकि मधुबनी सीट पर शकील अहमद की मजबूत पकड़ हैं.

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भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची आज जारी कर सकती है

आज भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है।

इसे लेकर दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की आज अहम बैठक है।

इसके बाद उम्मीदवारों के नामों का एलान हो सकता है। कुल 180 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हो सकती है। इसे लेकर दिल्ली में सियासी हलचल बढ़ गई है।

भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आज शाम को पार्टी कार्यालय में होगी।

इस बैठक में 11 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान वाली सीटों के उम्मीदवारों पर अंतिम
फैसला लिया जा सकता है।

चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक पहले चरण में बीस राज्यों की 90 सीटों पर मतदान होना है।

भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समिति की बैठक में सबसे पहले पश्चिमी उत्तरप्रदेश की सीटों पर फैसला लिया जा सकता है।

इनमें नोएडा, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बागपत, बिजनौर, कैराना, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और मेरठ शामिल हैं। 


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आंध्र प्रदेश में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले के पेदाबयालू में आज सुबह सुरक्षाबलों और हथियारों से लैस नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।

नक्सलियों के साथ राज्य पुलिस और सीआरपीएफ की 198 बटालियन की मुठभेड़ में दो नक्सली ढेर हो गए हैं।

इसमें एक सीआरपीएफ जवान भी घायल हो गया है जिसे कि अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ अब खत्म हो चुकी है। 

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शर्मिला टैगोर को चुनावी दंगल में उतारने की चर्चा

लोकसभा क्षेत्र के इस बार भी हॉट सीट बनने की संभावना है।

“शर्मिला टैगोर को चुनावी दंगल में उतारने की चर्चा काफी गर्म है”।

राव इंद्रजीत सिंह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए है, इस कारण कांग्रेस के पास इस क्षेत्र में कद्दावर नेता का अकाल सा पड़ गया है।

गत चुनाव में कांग्रेस को तीसरे नंबर रहते हुए करारी हार का सामना करना पड़ा था।

इस कारण कांग्रेस की ओर से इस बार मोहम्मद मंसूर अली खान पटौदी की पत्नी एवं सिने तारिका शर्मिला टैगोर को चुनावी दंगल में उतारने की चर्चा काफी गर्म है।

उनको चुनाव में मैदान उतारने के पीछे तर्क दिए जा रहे है कि वह मुस्लिम समुदाय के साथ हिंदुओं के भी वोट हासिल कर सकती है।

इसके अलावा उनके पंजाबी समाज के भी अच्छे खासे वोट लेने की संभावना है।

दरअसल उनके फिल्म स्टार बेटे सैफ अली खान की पत्नी एवं विख्यात फिल्म हीरोइन करीना कपूर खान पंजाबी समाज की है।

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मोबाइल ऐप की मदद से घर बैठे बनवा सकते है वोटर कार्ड

देश में लोकसभा चुनाव 2019 शुरू होने वाले है, इसको ध्यान में रखकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली हैं।

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सभी देश वासियों में उतसाह बना हुआ हैं। 

लेकिन अगर आपके पास मतदाता पहचान पत्र वोटर कार्ड नहीं है, तो आप अगामी लोकसभा चुनाव 2019 में अपना कीमती वोट नहीं डाल सकेंगे।

भारत में जिन देश वासियों के पास वोटर कार्ड नहीं हैं, उनके लिए भारत सरकार ने एक खास ऐप लॉन्च किया है।

इस ऐप की मदद से वे लोग जिनके पास वोटर कार्ड नहीं हैं, वे अपना वोटर कार्ड घर बैठे ही बनवा सकते हैं।

चुनाव आयोग ने इस ऐप को देश वासियों के लिए लॉन्च किया है, Voter Helpline ऐप को आप गूगल प्ले स्टोर से भी डाउनलोड कर सकते है।

डाउनलोड होने के बाद आप वोटर हेल्पलाइन ऐप की मदद से अपना वोटर कार्ड बना सकते है।

वोटर हेल्पलाइन ऐप के डाउनलोड होने के बाद आपको इसमें रजिस्ट्रेशन करना होगा। 

इस ऐप की मदद से आप अपना नाम वोटर लिस्ट में चैक कर सकते हैं।

  • सबसे पहले आपको ऐप में जाकर सर्च ऑप्शन में अपना नाम इलेक्ट्रॉल रोल में सर्च करना होगा।
  • इसके बाद आपको अपना वोटर आईडी कार्ड का नंबर भी एंटर करना होगा। इसके बाद यह ऐप आपका नाम वोटर लिस्ट में है या नहीं इसकी जानकारी दे देगा।

वोटर हेल्पलाइन की मदद से आप आसानी से नए वोटर कार्ड को बनवा सकते है। साथ ही अगर आपके वोटर कार्ड में गलत जानकारी मौजूद है, तो आप उसे भी इस ऐप की मदद से ठीक कर सकते हैं। इसके अलावा आप भी अपने नए वोटर कार्ड का स्टेटस जान सकते है। 

वोटर हेल्पलाइन ऐप अपने यूजर्स को चुनाव आयोग से संबंधित जानकारियां भी उपलब्ध करवाएगा।

इतना ही नहीं यह ऐप यूजर्स को चुनाव से जुड़े नियम की जानकारी भी देगा। साथ ही यूजर्स चुनाव को लेकर अपनी शिकायत भी दर्ज कर सकते है।