*Mayor Harpreet Kaur Babla reviews 19 stay matters; expedited hearings directed*

जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे,अनोखा मंदिर, जहां उल्टा स्वास्तिक बनाने से पूर्ण होती है मन्नत

नई दिल्ली:

आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

दरअसल, हम जिस मंदिर की बात कर रहे है वो खजराना मंदिर है जो मध्य प्रदेश के इंदौर में मौजूद है।

इस मंदिर के बारे में ऐसी मान्यता है कि यहां भगवान गणेशजी के मंदिर के पीछे दीवार पर लोग उल्टा स्वास्तिक चिह्न बनाते हैं एवं इच्छा पूर्ण होने के पश्चात दोबारा आकर सीधा स्वास्तिक बनाते हैं।

अपनी इच्छापूर्ति हेतु ही है लोग यहां आते हैं एवं उल्टा स्वास्तिक बनाकर चले जाते हैं। ऐसा अनेक वर्षों से चला आ रहा है। बताया जाता है कि यहां आने वाले की प्रत्येक इच्छा पूर्ण हाेती है और जातक यहां दोबारा अवश्य आता है। 

इस मंदिर में बुधवार को पूजा का खास प्रावधान है। यहां इस दिन श्रृंगार के पश्चात भगवान गणेशजी की विधिवत आरती एवं भोग लगता है। शाम की आरती देखने हेतु बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। 

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UPSC Civil Services Result 2018 में कनिष्य कटारिया ने हासिल की पहली रैंक

UPSC ने शुक्रवार को रिजल्ट जारी कर दिया। इसमें कनिष्क कटारिया ने पूरे भारत में पहली रैंक हासिल की है।

महिलाओं में श्रुति जयंत देशमुख ने पहली पोजिशन हासिल की है।

उन्होंने ऑल इंडिया रैंक पांच प्राप्त की है। नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले से नमृता जैन ने 12वीं रैंक प्राप्त की हैं।

10 टॉपर

1. कनिष्क कटारिया 2. अक्षत जैन 3. जुनैद अहमद 4. श्रवण कुमात 5. सृष्टि जयंत देशमुख 6. शुभम गुप्ता 7. कर्नाटी वरूणरेड्डी 8. वैशाली सिंह 9. गुंजन द्विवेदी . 10. तन्मय वशिष्ठ शर्मा

इस बार फाइनल रिजल्ट में 759 परीक्षार्थी परीक्षा पास करने में कामयाब हुए।

इनमें सामान्य वर्ग के 361, ओबीसी के 209, एससी के 128 और एसटी के 61 उम्मीदवार शामिल हैं। 

इंटरव्यू की परीक्षा 4 फरवरी 2019 से शुरू की गई थी। अनुदीप डुरीशेट्टी UPSC 2017 के टॉपर बने थे। 

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फेसबुक और इंस्टाग्राम 30 अप्रैल से हो जाएंगे बंद,विंडोज फोन में नहीं कर सकेंगे इस्तेमाल

फेसबुक और इंस्टाग्राम 30 अप्रैल 2019 से विंडोज फोन पर काम नहीं करेंगे।

दुनिया की दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी Facebook और इंस्टाग्राम के इस समय करोड़ो यूजर्स एक्टिव हैं।

लोग इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बहुत ज्यादा करते हैं, जिसमें फोटो शेयर और वीडियो अपलोड जैसे काम शामिल हैं।

फेसबुक ने कुछ विंडोज फोन को रिटायर करने की प्लानिंग की है।

इतना ही नहीं इन प्लेटफॉर्म के जरिए लोग अपने दोस्तों के साथ कनेक्ट रहते हैं।

लेकिन अब फेसबुक और इंस्टाग्राम को लेकर चौका देने वाली खबर आई है।

दरअसल, फेसबुक और इंस्टाग्राम 30 अप्रैल 2019 से विंडोज फोन पर काम नहीं करेंगे। इसकी जानकारी खुद विंडोज फोन निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने दी है। 

लेकिन अब तक यह जानकारी नहीं मिली है कि विंडोज फोन पर व्हाट्सऐप सपोर्ट करेगा या नहीं। व्हाट्सऐप ने विंडोज 8.1 वर्जन के नीचे वाले वर्जन पर सपोर्ट नहीं करता है।   

यह माना जा रहा है कि इस समय सभी टेक कंपनियों का शटिंग डाउन टाइम चल रहा है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक शामिल हैं। इससे पहले गूगल ने अपने दो फोन गूगल प्लस, इनबॉक्स जीमल और आलो ऐप को बंद कर दिया है। 

वहीं, इंस्टाग्राम और फेसबुक विंडोज वर्जन 8.1 और 10 में सपोर्ट कर रहा है। यह भी जानकारी मिली है कि फेसबुक भी विंडोज फोन में अपना सपोर्ट बंद करने की तैयारी कर रहा है। 

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प्रदेश में करीब 78 लाख मतदाता हैं, इस तरह औसत 65 मतदाताओं पर प्रदेश में एक चुनाव कर्मी की ड्यूटी रहेगी

उत्तराखंड में पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने करीब एक लाख बीस हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है।

प्रदेश में करीब 78 लाख मतदाता हैं, इस तरह औसत 65 मतदाताओं पर प्रदेश में एक चुनाव कर्मी की ड्यूटी रहेगी। निर्वाचन आयोग के मानकों के अनुसार प्रत्येक बूथ पर एक पीठासीन अधिकारी के साथ ही तीन अन्य चुनाव कर्मी तैनात किए जाते हैं, इसके साथ ही सुरक्षा दस्ता अलग से होगा।

कुल मिलाकर प्रत्येक बूथ पर कम से कम दस कर्मचारी तैनात रहेंगे।  आयोग मतदान कराने के लिए करीब एक लाख बीस हजार कर्मचारियों की तैनाती करने जा रहा है।

इसमें राज्य और केंद्र सरकार के कर्मचारियों के साथ ही, बैंक, स्वास्थ्य संस्थानों के कर्मचारी शामिल हैं। साथ ही सुरक्षा के लिए राज्य पुलिस, पीएसी, होमगार्ड के साथ ही केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के दस्ते शामिल हैं।  

आयोग के अनुसार राज्य के कुल मतदाता संख्या के हिसाब से देखें तो प्रत्येक 65 मतदाताओं पर एक चुनाव कर्मी की ड्यूटी रहेगी।

इसमें मतदान केंद्र के बाहर व्यवस्था बनाने वाले एनसीसी, एनएसएस के स्वयं सेवक शामिल नहीं है।

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पीएम मोदी की यूपी के गजरौला और सहारनपुर में आज होगी जनसभा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अमरोहा और सहारनपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।

पश्चिमी यूपी में पहले और दूसरे चरण की 16 सीटों के चुनाव को देखते हुए यह मोदी का दूसरा दौरा और तीसरी सभा होगी।

पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री आज सुबह 11:30 बजे गजरौला स्थित जनकपुरी में अमरोहा लोकसभा से पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में रैली करेंगे। 

दोपहर 1:30 बजे सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र के पार्टी उम्मीदवार राघवलखन पाल के समर्थन में शिवांगी सिटी ननौता चौराहा पर रैली को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री 11 अप्रैल को अलीगढ़ और मुरादाबाद में भी रैली करेंगे। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गजरौला के झनकपुरी में जनसभा को लेकर सुरक्षा के लिहाज से पैरामिलिट्री और पुलिस के जवान ग्रैंड रिहर्सल किया। एडीजी समेत जिले के आला अफसरों ने सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया। 

सुरक्षा कर्मियों के साथ बैठक कर ड्यूटी के दौरान लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए। अफसरों ने सभी सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी चिह्नित कर दी हैं। आधुनिक हथियारों से लैस एसपीजी कमांडो मंच और डी घेरे की निगरानी करेंगे। 

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरोहा संसदीय क्षेत्र में रहेंगे। यहां भाजपा प्रत्याशी चौधरी कंवर सिंह तंवर और नगीना प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को संबोधित करेंगे। करीब 11.55 पर उनका उड़नखटोला जनसभा स्थल पर उतरेगा। 

इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी प्रदेश में धुआंधार चुनावी रैलियां करेंगे।

शाह का 10 अप्रैल को बदायूं संसदीय क्षेत्र, एटा के पटियाली, मैनपुरी के किशनी और फिरोजाबाद में सभाएं करेंगे। शाह 13 अप्रैल को हाथरस और संभल में रैली करेंगे।

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भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर लिखा कि सबसे पहले उनके लिए देश है और उसके बाद पार्टी और फिर अंत में ‘मैं’ हूं

भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर लिखा कि सबसे पहले उनके लिए देश है और उसके बाद पार्टी और फिर अंत में ‘मैं’ हूं।

अडवाणी ने लिखा कि 6 अप्रैल को भाजपा अपना स्थापना दिवस मनाएगी। भाजपा में हम सभी के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है कि हम पीछे देखें, आगे देखें और भीतर देखें।

भाजपा के संस्थापकों में से एक के रूप में, मुझे भारत के लोगों के साथ अपने प्रतिबिंबों को साझा करने के लिए मेरा कर्तव्य मानना ​​है, और विशेष रूप से मेरी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के साथ, दोनों ने मुझे अपने स्नेह और सम्मान के साथ ऋणी किया है।

मेरे जीवन का मार्गदर्शक सिद्धांत Party नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट है। और सभी परिस्थितियों में, मैंने इस सिद्धांत का पालन करने की कोशिश की है और आगे भी करता रहूंगा।

अपने विचारों को साझा करने से पहले, मैं गांधीनगर के लोगों के लिए अपनी सबसे गंभीर कृतज्ञता व्यक्त करने का यह अवसर लेता हूं, जिन्होंने 1991 के बाद छह बार मुझे लोकसभा के लिए चुना है। उनके प्यार और समर्थन ने मुझे हमेशा अभिभूत किया है।

मातृभूमि की सेवा करना मेरा जुनून और मेरा मिशन है जब से मैंने 14 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ज्वाइन किया है।

मेरा राजनीतिक जीवन लगभग सात दशकों से मेरी पार्टी के साथ अविभाज्य रूप से जुड़ा रहा है – पहले भारतीय जनसंघ के साथ, और बाद में भारतीय जनता पार्टी और मैं दोनों के संस्थापक सदस्य रहे हैं।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्री अटल बिहारी वाजपेयी और कई अन्य महान, प्रेरणादायक और स्वयं से कम नेताओं जैसे दिग्गजों के साथ मिलकर काम करना मेरा दुर्लभ सौभाग्य रहा है।

भारतीय लोकतंत्र का सार विविधता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान है।

अपनी स्थापना के बाद से, भाजपा ने उन लोगों पर कभी विचार नहीं किया है जो राजनीतिक रूप से हमारे “दुश्मन” के रूप में असहमत हैं, लेकिन केवल हमारे सलाहकारों के रूप में।

इसी तरह, भारतीय राष्ट्रवाद की हमारी अवधारणा में, हमने उन लोगों के बारे में कभी भी विचार नहीं किया है जो हमारे साथ राजनीतिक रूप से असहमत हैं।

पार्टी व्यक्तिगत और राजनीतिक स्तर पर प्रत्येक नागरिक की पसंद की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है।

लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा, पार्टी के भीतर और बड़ी राष्ट्रीय सेटिंग में, भाजपा के लिए गर्व की बात रही है।

इसलिए भाजपा हमेशा मीडिया सहित हमारे सभी लोकतांत्रिक संस्थानों की स्वतंत्रता, अखंडता, निष्पक्षता और मजबूती की मांग करने में सबसे आगे रही है।

चुनावी सुधार, राजनीतिक और चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता पर विशेष ध्यान देने के साथ, जो भ्रष्टाचार-मुक्त राजनीति के लिए बहुत आवश्यक है, हमारी पार्टी के लिए एक और प्राथमिकता रही है।

यह मेरी ईमानदार इच्छा है कि हम सभी को सामूहिक रूप से भारत की लोकतांत्रिक शिक्षा को मजबूत करने का प्रयास करना चाहिए। सच है, चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है।

सभी को मेरी शुभकामनाएं।

लेकिन वे भारतीय लोकतंत्र में सभी हितधारकों – राजनीतिक दलों, जन मीडिया, चुनाव प्रक्रिया का संचालन करने वाले अधिकारियों और सबसे ऊपर, मतदाताओं द्वारा ईमानदार आत्मनिरीक्षण के लिए एक अवसर हैं।


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11 किलो चांदी से सजा मां का दरबार देखने योग्य होगा, शक्तिपीठ कल्याणी देवी में नवरात्र में मां दुर्गा अलग-अलग भव्य रूप धारण करेंगी

मां भगवती के आराधना का पावन पर्व वासंतिक नवरात्र छह अप्रैल से शुरू हो रहा है।

मां भगवती के आराधना का पावन पर्व वासंतिक नवरात्र छह अप्रैल, शनिवार से शुरू हो रहा है। कलश स्थापना के साथ पहले दिन शैलपुत्री की पूजा की जाएगी।

इसी के साथ नवसंवत्सर भी शुरू होगा। शहर की तीनों शक्तिपीठों में नवरात्र पर पूजन-अर्चन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ेगी।

नौ दिन तक मां के विविध स्वरूपों का बहुरंगी पुष्पों, स्वर्णाभूषणों और वस्त्रों से अलौकिक श्रृंगार किया जाएगा। इसके लिए शक्तिपीठों को विद्युत झालरों से सजाने के साथ मां के गर्भगृह को भव्य रूप दिया जा रहा है। 

11 किलो चांदी से सजा मां का दरबार : शक्तिपीठ कल्याणी देवी में नवरात्र में मां दुर्गा अलग-अलग भव्य रूप धारण करेंगी।

मंदिर के पुजारी पं. श्यामजी पाठक के अनुसार गर्भगृह में मां के दरबार के लिए 11 किलो के चांदी के खंभे बनाए गए हैं।

इसे कोलकाता और बनारस के कलाकारों ने तैयार किया है। मां के श्रृंगार के लिए वृंदावन से विशेष वस्त्र मंगाए गए हैं।

भक्तों की सुविधा के साथ स्टील की रेलिंग लगाई गयी है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर आठ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। नवरात्र में मानस पाठ, सतचंड़ी महायज्ञ और अनुष्ठान होगा। 

वनारस के कारीगर सजा रहे शक्तिपीठ: नवरात्र पर मां के भव्य दर्शन-पूजन के शक्तिपीठ ललिता देवी को सजाया जा रहा है। इस बार मां के गर्भगृह में गुलाब, गुड़हल, गेंदा के पुष्पों, रत्न जड़ित साड़ियों और स्वर्ण आभूषणों से शृंगार किया जाएगा।

नए रूप-रंग में नजर आएगा अलोपी मंदिर: इस बार नवरात्र में शक्तिपीठ अलोपीदेवी नए रूप-रंग में नजर आएगा। मंदिर में 30 फिट ऊंचा भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया।

मंदिर परिसर में हवन-पूजन के लिए एक अलग से यज्ञशाला बनाई गयी है। मंदिर में मां के पालने तक भक्तों को पहुंचने के लिए गर्भगृह तक स्टील की बैरीकेडिंग की जा रही है। मंदिर परिसर में सात सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 

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‘अबकी बार मोदी सरकार’ से लेकर ‘गरीबी हटाओ, इंदिरा लाओ’ तक ये नारे बने इतिहास

‘अबकी बार मोदी सरकार’ से लेकर ‘गरीबी हटाओ, इंदिरा लाओ’ तक ये नारे बने इतिहास

भारतीय चुनाव के नारों का इतिहास उठा कर देखें तो ऐसे कई नारे सामने उभर कर आ जाएंगे जिनके सहारे जीत की कहानी लिखी गई है।

ये नारे अपने आप में बहुत हद मजाकिया और हल्के-फुल्के होते हैं, लेकिन इनका इंपैक्ट ऐसा है जो सीधे मतदाताओं को हिट करता है।

इन नारों ने कई पार्टियों की किस्मत भी बदली। सियासतदार बड़े-बड़े वादे करते हैं, और हर पार्टी अपने चुनाव प्रचार के लिए शानदार नारों से लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने में लगी रहती हैं।

नारों का इतिहास उठा कर देखें तो इसका अंकुरण 60 के दशक में ही हो गया था।

14वीं लोकसभा में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाली पार्टी भाजपा का एक मूल नारा रहा ‘अबकी बार मोदी सरकार’। यह नारा भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर केंद्रित था।

उस दौर के सोशल मीडिया को खंगाले तो इस नारे की तुकबंदी करती कई लाइनों का सैलाब सा नजर आता है, जैसे- ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार, अबकी बार मोदी सरकार, दिल का भंवर करे पुकार अबकी बार मोदी सरकार, वगैरह।

वीवी गिरी को राष्ट्रपति बनाए जाने के बाद कांग्रेस दो फाड़ हो गई। 12 नवंबर 1969 को इंदिरा गांधी को कांग्रेस से निकाल दिया गया।

अब एक गुट इंदिरा के समर्थकों था कांग्रेस (आर) और दूसरा सिंडिकेट जो कांग्रेस (ओ) के नाम का था। 1970 में इंदिरा ने चुनाव की घोषणा कर दी, सिंडिकेट और उनके समर्थित दलों ने ‘इंदिरा हटाओ’ का नारा दिया। इंदिरा ने पलटवार करते हुए ‘गरीबी हटाओ, इंदिरा लाओ’ नारा दिया था।

इमर्जेंसी के दौर के बाद हुए आम चुनाव में पूरा विपक्ष जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में एक साथ हो गया। देश की सत्ता पर काबिज इंदिरा गांधी को हटाने का उन्माद पूरे चरम पर था।

इस दिशा में जनता पार्टी एक जुट हुई और आम चुनाव में इंदिरा गांधी को करारी शिकस्त देने के लिए देश की जनता से ‘इंदिरा हटाओ देश बचाओ’ का नारा दिया गया।

1977 में पहली बार गैर-कांग्रेसी सरकार प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई देश के नेतृत्व में बनी।

1978 के उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के श्रीकांत वर्मा की तरफ से जनता पार्टी के नेताओं का मजाक उड़ाने के लिए गढ़ा गया नारा- ‘एक शेरनी सौ लंगूर, चिकमंलूर भाई चिकमंगलूर’ बेहद चर्चा में रहा।

इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस 1984 में हुए आम चुनाव का केंद्र पूरी तरह से इंदिरा गांधी बन गईं. पार्टी अपना हर काम इंदिरा गांधी के नाम से ही करती थी।

इस चुनाव में कांग्रेस को अभूतपूर्व जीत मिली, मगर इसके पीछे भी उस दौरान दिया गया एक खास नारा – ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, इंदिरा तेरा नाम रहेगा’ काफी अहम था जिनसे लोगों को सीधे इंदिरा गांधी की शहादत से जोड़े रखा।

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महामिलावटी लोग चौकीदार को गाली देने में जुटे हैं,उनको मेरे काम से ज्यादा मेरे नाम से समस्या है,पहले चाय वाले इतिहास से उनको दिक्कत थी और अब चौकीदार से हो गई

लोकसभा चुनाव 2019 :

महाराष्ट्र:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के गोंदिया जिला में सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है।

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नामदार कहते हैं कि मोदी जैसे तो हमारे यहां चौकीदारी करते हैं। कांग्रेस के एक रागदरबारी मुझे शौचालय का चौकीदार बोल रहे हैं।

शरद पवार की पार्टी के नेता चौकीदार को जाहिल बता रहे हैं।

अपने राजनीतिक अस्तित्व को खोने की बौखलाहट में ये महामिलावटी लोग चौकीदार को गाली देने में जुटे हैं। उनको मेरे काम से ज्यादा मेरे नाम से समस्या है।

पहले चाय वाले इतिहास से उनको दिक्कत थी और अब चौकीदार से हो गई है। कांग्रेस द्वारा देश को एक बार फिर अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है।

इनकी एक आदत है या तो पूरा कब्ज़ा करो या कन्फ्यूजन पैदा करो। कांग्रेस का ढकोसला पत्र पाकिस्तान की साजिशों का योजना पत्र है।

कांग्रेस का ढकोसला पत्र देश के वीर जवानों के मनोबल को तोड़ने का षड्यंत्र है। कांग्रेस का ढकोसला पत्र ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारा लगाने वालों का साजिश पत्र है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि ये ऐसा चुनाव है जो देश की जनता लड़ रही है। ये ऐसा चुनाव है जो देश के दुश्मनों के लिए नरमी बताने वालों को जनता ने सबक सिखाने की ठान ली है।

ऐसा लग रहा है जैसे एक रैली दूसरी रैली का रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है।

आपने जो लहर पैदा की है, वो विकासविरोधी, परिवारवादी और वंशवादियों को उखाड़ फेंकने का जो निर्णय आपने लिया है, उसकी परिचायक है।

आज मैं आपके बीच हिसाब देने आया हूं। आप सभी लोगों के साथ और सहयोग से बिना रुके, बिना थके मैं निरंतर काम कर पाया। 

देश को बदलने के लिए भरसक कोशिश की। अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मार गिराने तक का कार्य आपके समर्थन के कारण संभव हुआ है।

हमारी सरकार की नीति और नीयत आप सबके सामने खुली किताब की तरह है। सबका साथ सबका विकास हमारा प्रण है और सबको सम्मान हमारी प्रतिबद्धता है।

जिन बाबा साहेब अंबेडकर को कांग्रेस ने अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, देशभर में उनसे जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ में बदलने का काम भी हमारी सरकार ने ही किया है।

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अब वॉट्सऐप ने ग्रुप मेंबर से जुड़ा एक नया प्राइवेसी सेटिंग फीचर भारत में लॉन्च कर दिया

अब वॉट्सऐप ने ग्रुप मेंबर से जुड़ा एक नया प्राइवेसी सेटिंग फीचर भारत में लॉन्च कर दिया

फेक न्यूज रोकने के लिए टिपलाइन नंबर के बाद अब वॉट्सऐप ने ग्रुप मेंबर से जुड़ा एक नया प्राइवेसी सेटिंग फीचर भारत में लॉन्च कर दिया है। यह फीचर यूजर को यह तय करने का विकल्प देगा कि कोई ग्रुप एडमिन आपको अपने ग्रुप में एड कर सकता है या नहीं।

नया फीचर बुधवार से एंड्रॉयड यूजर्स के लिए रिलीज कर दिया गया है। नए वर्जन को अपडेट करने के साथ सभी यूजर्स को यह सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी।

भारत में चुनाव से पहले इस नए फीचर के आने से उन यूजर्स को सुविधा होगी, जिन्हें बिना उनकी अनुमति के कोई जोड़ लेता है।

कई बार यूजर्स अनचाहे मैसेज से परेशान होकर ग्रुप को छोड़ने का फैसला करते हैं। लेकिन, ग्रुप एडमिन दोबारा उन्हें जोड़ लेते हैं। इन्हीं दोनों बड़ी परेशानियों से निपटने के लिए ग्रुप इन्विटेशन फीचर लॉन्‍च किया गया है। 

आगामी लोकसभा चुनाव में वॉट्सऐप और इसकी पैरेंट कंपनी फेसबुक के जरिए 87 हजार ग्रुपों के माध्यम से लाखों लोगों को टारगेट किया जा रहा है।

यूजर्स के पास वॉट्सऐप ग्रुप का इनवाइट प्राइवेट चैट के जरिए भेजा जाएगा और यूजर के पास इसे स्वीकार करने के लिए तीन दिन होंगे। तीन दिन के बाद इनवाइट एक्सपायर हो जाएगा। इनवाइट में ग्रुप का नाम, इसका डीटेल्स और ग्रुप के दूसरे मेंबर्स के बारे में जानकारी होगी।

एक वॉट्सऐप ग्रुप में अधिकतम 256 यूजर्स जोड़े जा सकते हैं। इस तरह 87 हजार ग्रुप के जरिए 2.2 करोड़ यूजर्स तक सीधे पहुंचा जा सकता है। 

वॉट्सऐप द्वारा फरवरी 2017 में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर महीने 20 करोड़ यूजर्स इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने पिछले दो सालों से यूजर्स को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है।

इस फीचर को इनेबल करने के लिए यूजर को WhatsApp में सबसे पहले सेटिंग्स (Settings) मेन्यू में जाना होगा। इसके बाद Account पर जाना होगा।

Account के बाद Privacy पर जाना होगा। वहां पर आपको Groups का ऑप्शन मिलेगा।

Groups में Nobody, My Contacts और Everyone का ऑप्शन होगा। आप इन तीन विकल्पों में से किसी एक को सिलेक्ट कर सकते हैं।

अगर कोई यूजर Nobody ऑप्शन को सिलेक्ट करता है तो किसी भी वॉट्सऐप ग्रुप में ऐड किए जाने से पहले यूजर का अप्रूवल जरूरी होगा।

वहीं, अगर किसी यूजर ने My Contacts ऑप्शन को सिलेक्ट किया है तो यूजर के कॉन्टैक्ट में शामिल यूजर ग्रुप में उसे ऐड कर सकेंगे।

नई प्रिवेसी सेटिंग्स अभी कुछ यूजर्स तक पहुंची है, जल्द ही यह सभी यूजर्स तक पहुंच जाएगी। इस फीचर तक पहुंच बनाने के लिए यूजर्स को अपना वॉट्सऐप ऐप अपडेट करना होगा।