नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग अलग 9 रूपों की आराधना की जाती है।
6 अप्रैल 2019 को पूरे देश में नवरात्र 2019 के पावन दिन शुरू हो जाएंगे, साथ ही हिंदूओं का नया साल यानि हिंदू नव वर्ष 2019 शुरू हो जाएगा।
नवरात्रों के पावन दिनों लोग मां दुर्गा की पूजा पाठ करते है और उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। हिंदू ग्रंथों के मुताबिक, अगर कोई भी मां दुर्गा के पूरे नौ दिनों तक व्रत रखते हैं, तो उनकी इच्छा पूरी हो जाती है।
चैत्र नवरात्र 2019 का पावन पर्व यानि 9 दिनों तक तन और मन से केवल आदि शक्ति की ही आराधना की जाएगी।
नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग अलग 9 रूपों की आराधना की जाती है।
हर जत्न किया जाता है मां को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का।
नवरात्र पर्व की हिंदू धर्म में खास मान्यता है। ये नौ दिन पूरी तरह से देवी दुर्गा को ही समर्पित होते हैं।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2019-04-06 05:16:502019-04-06 05:16:53Happy Navaratri 2019 – 6 अप्रैल 2019 को पूरे देश में नवरात्र 2019 के पावन दिन शुरू हो जाएंगे
आंध्र प्रदेश : आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा सतीश स्पेस सेंटर से एक बार फिर इसरो इतिहास रचने जा रहा है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने EMISAT को PSLV-C45 द्वारा लॉन्च किया है।
आज सोमवार सुबह 9 बजकर 27 मिनट पर इस सैटेलाइट को लॉन्च किया गया।
इसका मकसद भारतीय सीमा पर इलेक्ट्रोनिक डिवाइज की जासूस पर नजर रखना होगा।
इस मिशन के तहत पहली बार इसरो पृथ्वी की तीन कक्षाओं में सैटेलाइट स्थापित कर अंतरिक्ष संबंधी प्रयोग करेगा।
यह पहली बार है जब एक हजार लोगों ने एक साथ इस दृश्य को देखा है।
एमिसैट 28 विदेशी नैनो सैटेलाइट का भी परीक्षण हो रहा है।
भारत के डीआरडीओ द्वारा संचालित किया जाने वाला पहला पेलोड EMISAT है जो 436 किलोग्राम (961 पाउंड) की सैटेलाइट है।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2019-04-01 08:36:072019-04-01 08:36:11एक बार फिर इसरो इतिहास रचने जा रहा है,भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने EMISAT को PSLV-C45 द्वारा लॉन्च किया
भारत की आजादी के लिए आज ही के दिन हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूलने वाले महान स्वंतत्रता सेनानियों शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास में दर्ज सबसे बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है
23 मार्च 1931 को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी।
23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास में दर्ज सबसे बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है
असेंबली में बम फेंकने के बाद भगत सिंह वंहा से भागे नहीं लेकिन ब्रिटिश सरकार की चालबाजी का शिकार हो गये और गलत आरोप लगाकर उन्हें फांसी की सजा सुना दी गयी ।
भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव को 24 मार्च 1931 को फांसी दी जानी थी, लेकिन एक दिन पहले 23 मार्च को दी उन्हें फांसी दे दी गई थी क्योंकि तीनों वीर सपूतों को फांसी देने का एलान पहले ही किया जा चुका था।
23 मार्च की आधी रात को अंग्रेज हुकूमत ने भारत के तीन सपूतों- भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फंसी पर लटका दिया था। देश की आजादी के लिए खुद को देश पर कुर्बान करने वाले इन महान क्रांतिकारियों को याद करने के लिए ही शहीद दिवस मनाया जाता है।
यह खबर आग की तरह पूरे देश भर में फैल गई थी। लोग ब्रिटिश सरकार पर भड़के हुए थे और वे तीनों वीर सपूतों को देखना चाहते थे।
तीनों को फांसी को लेकर जिस तरह से लोग प्रदर्शन और विरोध कर रहे थे उससे अंग्रेज सरकार डर गई थी। माहौल को बिगड़ता देखकर ही फांसी का दिन और समय बदला दिया गया और एक दिन पहले ही फांसी दे दी।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2019-03-23 08:01:302019-03-23 08:01:33भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दी गई एक दिन पहले फांसी – 23 March – शहीद दिवस
॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥
॥चौपाई॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥ अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥ मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥ देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥ तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥ किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥ दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥ वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥ प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥ कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥ सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥ त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥ मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥ धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥ शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥ योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥ नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥ जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥ ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥ पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥ त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥ जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥ कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
॥दोहा॥ नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा। तुम मेरी मनोकामना, पूर्ण करो जगदीश॥ मगसर छठि हेमन्त ॠतु, संवत चौसठ जान। अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
सम्पूर्ण हनुमान चालीसा के पाठ में हनुमान जी की शक्तियों का वर्णन किया गया है |
इस पाठ के माध्यम से ही हम हनुमान जी की आराधना करने के साथ-साथ उन्हें उनकी शक्तियों का भी स्मरण कराते है जिससे वे शीघ्र प्रसन्न होकर हमें फलीभूत करते है |
सुबह का एक समय निश्चित कर प्रतिदिन उसी समय पर हनुमान चालीसा का पाठ करे |
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहन लें.
– अपना मुंह पूर्व दिशा में या दक्षिण दिशा में रखकर लाल आसन पर बैठें.
– हनुमान जी की फोटो को पूर्व या दक्षिण दिशा में लाल वस्त्र बिछाकर रखें.
– गाय के घी या तिल के तेल का दिया जलाएं और एक लोटे में जल भरकर रखें और हनुमान जी के सामने 3 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें.
– गुड़ या बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं.
– ऐसा लगातार 11 मंगलवार करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है.
हनुमान जी के ऐसे मंदिर जहाँ हनुमान जी को चौला चढ़ाया जाता हो, उस मंदिर में जाकर हनुमान जी के चरणों से थोड़ा सा सिन्दूर एक डिब्बी में घर ले आये अब डिब्बी में और सिन्दूर व थोडा चमेली का तेल मिलाकर रखे ले
रोजाना पूजा पर बैठते समय सबसे पहले हनुमान जी का ध्यान करते हुए इस सिन्दूर से स्वयं को तिलक करे |
लाल या पीले वस्त्र धारण कर लाल ऊनी आसन बिछाकर हनुमान जी की प्रतिमा के सामने बैठ जाये साथ में एक लौटे में जल और प्रसाद रूप में कुछ मीठा रखे |
अब चमेली के तेल का दीपक प्रज्वल्लित करे |
पानी के लौटे को हनुमान जी की प्रतिमा के सम्मुख रखकर आदरपूर्वक उन्हें ग्रहण करने को कहे |
अब थोड़े मीठे को भोग स्वरुप उनकी प्रतिमा के आगे रखे
किसी भी घोर संकट से निकलने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना फलदायी माना गया है | इसके अतिरिक्त मनोकामना पूर्ति हेतु व भविष्य को सुरक्षित बनाने हेतु भी हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है |
दुर्गम काज जगत के जेते।सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे।होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।तुम रक्षक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै।तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै।महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा।जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै।मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा।तिन के काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै।सोइ अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा।है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु-संत के तुम रखवारे।असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।अस बर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा।सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को पावै।जनम-जनम के दुख बिसरावै।।
अन्तकाल रघुबर पुर जाई।जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई।हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
संकट कटै मिटै सब पीरा।जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं।कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई।छूटहि बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा।कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।
दोहा :पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2019-03-11 05:55:242019-03-11 05:55:26हनुमान चालीसा पाठ से होने वाले लाभ
जिन लोगों के कर्म गलत होते हैं, उनके लिए शनि अशुभ हो जाता है।
शनि के अशुभ होने से किसी भी काम में आसानी से सफलता नहीं मिल पाती है, साथ ही घर-परिवार में परेशानियां बढ़ सकती हैं।
शनिवार का कारक शनि है और विशेष रूप से इस दिन ऐसे कामों से बचना चाहिए, जिनसे कुंडली में शनि अशुभ हो सकता है।
हनुमान के मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
अगर आप पर शनि की अशुभ दशा चल रही है तो मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
शनिदेव गरीबों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस कारण जो लोग गरीबों का अपमान करते हैं, गरीबों को परेशान करते हैं, शनि उनके जीवन में परेशानियां बढ़ा देता है।
शनिवार को घर में लोहा या लोहे से बनी चीज लेकर नहीं आना चाहिए। इस दिन लोहे की चीजों का दान करना चाहिए।
शनिदेव के लिए काले तिल का दान करें।
शनिवार को पीपल की पूजा करनी चाहिए।
पूजा के बाद सात परिक्रमा करें।
शनिवार को जूते-चप्पल का दान किसी गरीब को करेंगे तो शनि के दोष दूर हो सकते हैं।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2019-03-09 10:41:192019-03-09 10:41:21शनिवार का कारक शनि है, विशेष रूप से इस दिन ऐसे कामों से बचना चाहिए
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2019 के खास अवसर पर दूनिया की दिग्गज सर्च इंजन कंपनी गूगल ने महिलाओं के लिए खास डूडल (Google Doodle) बनाकर उन्हें समर्पित किया हैं।
गूगल ने खास तौर पर महिलाओं सशक्तीकरण और उनको सम्मान देनें के लिए ही इस डूडल को बनाया है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2019 के डूडल को खास उद्देश्य सिर्फ महीला सशक्तीकरण को बढ़ाना है।
गूगल ने अपने खास डूडल में 14 स्लाइड्स को जोड़ा है, जिसमें 14 अलग भाषाओं में महिला सशक्तीकरण के कोट्स लिखे हैं।
गूगल के इस डूडल में भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम का कोट भी शामिल है। मैरी कॉम ने लिखा है कि यह मत कहिए कि आप कमजोर हैं क्योंकि आप एक महिला हैं।
गूगल ने अपने डूडल को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करने का ऑप्शन भी दिया है।
महिलाओं के सम्मान, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों को बढ़ावा देने के लिए महिला दिवस 2019 के खास अवसर पर हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled2.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2019-03-08 04:04:472019-03-08 04:04:50Google ने महिलाओं के लिए खास Doodle बनाकर किया समर्पित – अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2019
7 मार्च 2019 को गूगल ने रूस के महान गणितज्ञ ओल्गा लैडिज़ेनस्काया के 97वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है।
एक बार फिर दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन ने महाशख्सियत की याद में डूडल बनाकर याद किया है।
गणितज्ञ ओल्गा लैडिज़ेनस्काया एक महान गणितज्ञ थे।
जिन्होंने डिफरेंशियल इक्वेशन्स और फ्लूड डायनैमिक्स के क्षेत्र में महान उपलब्धि हासिल की।
लेडीशेंजकिया का जन्म सोवियत यूनियन में हुआ जो अब रूस के कोलोग्रीव शहर है।
बता दें कि इस महान गणितज्ञ का जन्म 7 मार्च 1922 को सोबियत के कोलोग्रिव में हुआ।
उनके पिता गणित के शिक्षक थे।
लेडी शेंजकिया का जीवन संघर्षों से भरा रहा।
बचपन में ही उनकी शादी हो गई। उनका निधन 2004 में हुआ।
इन्होंने मौसम पूर्वानुमान, समुद्र विज्ञान, वायुगतिकी और हृदय विज्ञान के क्षेत्र के काफी महान योगदान दिया।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled2.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2019-03-07 04:26:422019-03-07 04:26:45गूगल ने डूडल बनाकर रूस के महान गणितज्ञ ओल्गा लैडिजेनस्काया को किया याद
यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो, जाहिर सी बात है कि आपके दिमाग में यह एक सवाल जरुर आया होगा कि क्या हम फल का सेवन कर सकते हैं? एक्सपर्ट बोलते हैं कि मधुमेह रोगी भी फल का सेवन कर सकते हैं लेकिन सही मात्रा में। ऐसे फल जैसे, केला, लीची, चीकू और कस्टर्ड एप्पल आदि से बचना चाहिये।
जिसका सेवन आप आराम से कर सकते हैं। दरअसल, मधुमेह के रोगियों को रेशेदार फल, जैसे तरबूज, खरबूजा, पपीता, सेब और स्ट्राबेरी आदि खाने चाहिए। इन फलों से रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित होता है इसलिये इन्हें खाने से कोई नुकसान नहीं होता।
मधुमेह रोगियों को फलो का रस नहीं पीना चाहिये क्योंकि एक तो इसमें चीनी डाली जाती है और दूसारा कि इसमें गूदा हटा दिया जाता है, जिससे शरीर को फाइबर नहीं मिल पाता।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled2.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2019-03-02 07:34:592019-03-02 07:35:01मधुमेह रोगी क्या हम फल का सेवन कर सकते हैं?